हरियाणा के हिसार जिले के हांसी में 32 वर्षीय युवक ने फांसी का फंदा लगा कर अपनी जीवन लीला समाप्त की। युवक काफ़ी समय से मानसिक तौर पर परेशान रह रहा था। देर रात को घर में अकेला पाकर गले में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। परेशानी का नहीं बताया कारण जानकारी के अनुसार 32 वर्षीय प्रदीप हांसी की ढाणी राजू का निवासी था। प्रदीप बाइक मेकैनिक का काम करता था। प्रदीप के परिजनों ने बताया कि प्रदीप काफ़ी समय से मानसिक रूप से परेशान चल रहा था। प्रदीप से बार-बार पूछने पर भी उसने कभी परेशानी का कारण नहीं बताया। प्रदीप शादीशुदा था, लेकिन उसकी पत्नी पीछे 2-3 सालों से उसको छोड़ कर अपने मायके में रह रहीं थीं। डॉक्टरों ने मृत किया घोषित प्रदीप के परिजनों ने बताया कि प्रदीप अपने अलग घर ने रहता था, देर शाम उनको पता चला कि प्रदीप ने फांसी लगा ली है। जिसके बाद सभी परिजन उसके घर पर पहुंचे और उसको हांसी के नागरिक अस्पताल लाए जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद उसके शव को हांसी के नागरिक अस्पताल के शवगृह में रखवा गया। जहां पर आज दोपहर में उसके शव का पोस्टमॉर्टम किया जा रहा है। इसकी सूचना पुलिस को भी दी गई। पुलिस ने परिजनों के बयां पर मामला दर्ज़ कर लिया है। आज प्रदीप के शव का पोस्टमॉर्टम करवा शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।। हरियाणा के हिसार जिले के हांसी में 32 वर्षीय युवक ने फांसी का फंदा लगा कर अपनी जीवन लीला समाप्त की। युवक काफ़ी समय से मानसिक तौर पर परेशान रह रहा था। देर रात को घर में अकेला पाकर गले में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। परेशानी का नहीं बताया कारण जानकारी के अनुसार 32 वर्षीय प्रदीप हांसी की ढाणी राजू का निवासी था। प्रदीप बाइक मेकैनिक का काम करता था। प्रदीप के परिजनों ने बताया कि प्रदीप काफ़ी समय से मानसिक रूप से परेशान चल रहा था। प्रदीप से बार-बार पूछने पर भी उसने कभी परेशानी का कारण नहीं बताया। प्रदीप शादीशुदा था, लेकिन उसकी पत्नी पीछे 2-3 सालों से उसको छोड़ कर अपने मायके में रह रहीं थीं। डॉक्टरों ने मृत किया घोषित प्रदीप के परिजनों ने बताया कि प्रदीप अपने अलग घर ने रहता था, देर शाम उनको पता चला कि प्रदीप ने फांसी लगा ली है। जिसके बाद सभी परिजन उसके घर पर पहुंचे और उसको हांसी के नागरिक अस्पताल लाए जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद उसके शव को हांसी के नागरिक अस्पताल के शवगृह में रखवा गया। जहां पर आज दोपहर में उसके शव का पोस्टमॉर्टम किया जा रहा है। इसकी सूचना पुलिस को भी दी गई। पुलिस ने परिजनों के बयां पर मामला दर्ज़ कर लिया है। आज प्रदीप के शव का पोस्टमॉर्टम करवा शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में मतगणना से पहले BJP में घमासान:बागियों की लिस्टें बनी, हर लोकसभा सीट पर 15 से 17 नाम, इनमें MP-MLA और अफसर भी
हरियाणा में मतगणना से पहले BJP में घमासान:बागियों की लिस्टें बनी, हर लोकसभा सीट पर 15 से 17 नाम, इनमें MP-MLA और अफसर भी हरियाणा लोकसभा चुनाव में भाजपा के बागियों की लिस्ट तैयार हो रही है। अब तक 2 लोकसभा सीटों की लिस्ट रेडी हो चुकी है। इनमें सिरसा और सोनीपत का नाम शामिल है। ये लिस्ट मुख्यमंत्री नायब सैनी तक पहुंच गई हैं। बची 8 लोकसभा सीटों की रिपोर्ट रोहतक में होने वाली भाजपा की अहम बैठक में दी जाएगी। उम्मीदवारों ने बागियों की इन लिस्ट में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। इन लिस्टों में भाजपा सांसदों, विधायकों के अलावा लोकल अफसरों के भी नाम बताए गए हैं। रिपोर्ट में उम्मीदवारों ने लिखा है कि इन्होंने चुनाव में पार्टी के साथ भीतरघात किया है। उन पर कांग्रेस के नेताओं के साथ मिलकर उनके एजेंट के रूप में काम करने का आरोप लगाया है। अब पढ़िए 2 सीटों की लिस्ट में क्या… सिरसा: एक MLA, नगर निगम ऑफिसर, XEN का नाम
सिरसा लोकसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार डॉ. अशोक तंवर ने लोकल ऑफिसर, कर्मचारियों, भाजपा नेताओं और यहां तक कि एक मौजूदा विधायक सहित लगभग 15 व्यक्तियों की लिस्ट तैयार की है, जिन्होंने कथित तौर पर प्रचार अभियान के दौरान विपक्षी दलों का पक्ष लिया था। सिरसा की लिस्ट में एक नगर निगम अधिकारी, एक XEN, एक महिला कर्मचारी का नाम हैं। इनकी शिकायत की गई है कि इन्होंने कांग्रेस के लिए चुनाव में एजेंट के रूप में काम किया। सोनीपत: सीटिंग MP, MLA ने किया भीतरघात
सोनीपत लोकसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार और विधायक मोहन लाल बड़ौली ने भी चुनाव में भीतरघातियों की लिस्ट बनाई है। इस लिस्ट में उन्होंने यहां से सीटिंग भाजपा सांसद और उनके करीबी एक विधायक का नाम शामिल किया गया है। इसके अलावा नगर निगम, DC ऑफिस के कुछ अधिकारियों की चुनाव में संदिग्ध संलिप्तता का जिक्र किया है। लिस्ट के साथ बड़ौली ने भाजपा नेताओं के कुछ वीडियो भी भेजे हैं, जिसमें वह कांग्रेस के लिए काम करते दिख रहे हैं। साथ ही ऐसे ऑडियो भी हैं, जिसमें भाजपा नेता ब्राह्मणों के बड़े नेताओं को कांग्रेस के पक्ष में वोट करने के लिए कह रहे हैं। हर सीट पर 15 से 17 बड़े नाम
हरियाणा में लोकसभा उम्मीदवारों द्वारा बनाई जा रही लिस्ट में 15 से 17 बड़े नाम हैं। प्रत्याशियों की लिस्ट में सालों से नगर निगमों, DC ऑफिस, RTO ऑफिस, पुलिस विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने विपक्षी दलों की मदद की है। इसका इनपुट भी प्रत्याशियों ने सीएम नायब सैनी और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल को दिया है। काउंटिंग के बाद क्या करेगी सरकार…. 1. अधिकारियों के ट्रांसफर होंगे
हरियाणा सरकार के सूत्रों ने संकेत दिए हैं कि 4 जून को चुनाव परिणाम आने के बाद कर्मचारियों-अधिकारियों के खिलाफ अलग रणनीति बनाई है। चुनाव में सरकार के विरोध में एक्टिव रहे अधिकारियों और कर्मचारियों पर सरकार 10 जून तक कार्रवाई करेगी, जिसमें अधिकारियों व कर्मचारियों के ट्रांसफर ऑर्डर की लंबी चौड़ी लिस्ट जारी की जाएगी। 2. हाशिए पर आएंगे BJP नेता, विधायकों के टिकट कटेंगे
भाजपा नेताओं और पार्टी विधायकों के द्वारा भीतरघात करने वालों के लिए सरकार और संगठन ने अलग प्लानिंग की है। भीतरघाती नेताओं व पदाधिकारियों को हाशिए पर डालकर उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। सबसे अहम बात यह है कि कांग्रेस के लिए काम करने वाले विधायकों की टिकट पर भी खतरा होगा। आने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी टिकट भी कट सकती है। रिव्यू मीटिंग में उछला था मुद्दा
हरियाणा के लोकसभा चुनाव में बागी और भीतरघातियों का मुद्दा पंचकूला में हुई रिव्यू मीटिंग में उछला था। इस मीटिंग में लोकसभा उम्मीदवारों ने CM नायब सैनी, पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर, लोकसभा चुनाव इंचार्ज सतीश पूनिया, संगठन महामंत्री फणीन्द्र नाथ शर्मा के सामने इसकी शिकायत की थी। इसके बाद CM सैनी ने सभी उम्मीदवारों से पार्टी के बागी और भीतरघातियों की लिस्ट के साथ ही कांग्रेस के एजेंट बनने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की लिस्ट बनाने को कहा था।
खट्टर के दिल्ली जाने से नहीं हो रहा डैमेज कंट्रोल:CM सिटी के 5 बड़े नेता पार्टी छोड़ गए; केवल एक को ही मना पाए सैनी
खट्टर के दिल्ली जाने से नहीं हो रहा डैमेज कंट्रोल:CM सिटी के 5 बड़े नेता पार्टी छोड़ गए; केवल एक को ही मना पाए सैनी हरियाणा के पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर के सांसद बनने पर करनाल छोड़ने से भाजपा के हाथ से जिले की पकड़ भी ढीली होती जा रही है। यहां लगातार नेताओं के इस्तीफे आ रहे हैं और पार्टी में बगावती सुर भी मुखर हो रहे हैं। मौजूदा CM नायब सैनी करनाल में डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन बात नहीं बन रही, क्योंकि पार्टी ने नायब सैनी को भी करनाल छोड़ लाडवा से उम्मीदवार बनाया है। जबकि सैनी खुद चाहते थे कि वह करनाल से ही विधानसभा चुनाव लड़ें। पार्टी की रिपोर्ट में बताया गया है कि नायब सैनी को बाहरी होने के कारण करनाल की जनता नापसंद कर रही थी, इसलिए उन्हें करनाल की बजाय लाडवा से कैंडिडेट घोषित किया गया है। जगमोहन आनंद को लोकल होने के चलते करनाल सीट पर खड़ा किया गया है, लेकिन पार्टी से अलग हुए नेता हरपाल कलामपुरा कह चुके हैं कि सैनी को पार्टी ने ही परेशान कर लाडवा भेजा है। करनाल में राजनीति के जानकार मानते हैं कि जब तक यहां से मनोहर लाल खट्टर विधायक रहे और 2 बार CM बने, तब तक पार्टी के अंदर सब कुछ ठीक था। क्योंकि यहां के ज्यादातर नेता खट्टर के जरिए ही पार्टी में लाए गए, और उनसे ही इन नेताओं को विधानसभा चुनाव में टिकट दिलवाने की आशा थी। खट्टर के दिल्ली की राजनीति में इन्वॉल्व होने से करनाल के नेता टिकट से भी वंचित रह गए। इसका असर यह हुआ कि जिले के 5 बड़े नेता अब तक पार्टी छोड़ चुके हैं। करनाल में भाजपा के हालात बिगड़ने के 3 प्रमुख कारण… 1. पूर्व सीएम खट्टर की दूरी
केंद्रीय मंत्री बनने के बाद मनोहर लाल खट्टर की करनाल से दूरी बढ़ गई, जबकि खट्टर ही वह धागा थे, जिससे करनाल के नेता एक-दूसरे से जुड़े हुए थे। उनके केंद्र में चले जाने से इन नेताओं को भाजपा का कोई अन्य बड़ा नेता संभाल नहीं पाया, जिससे पार्टी यहां कमजोर हो चली है और नेतृत्व भटकता नजर आ रहा है। 2. टिकट कटने से नाराजगी
खट्टर पंजाबी समाज से आते हैं। लोकसभा में जाने के बाद उपचुनाव में नायब सैनी को यहां से चुनाव लड़वाया गया। उस समय भी बाहरी होने का मुद्दा उठा था, लेकिन खट्टर इसे कंट्रोल कर गए। इसके चलते सैनी को उपचुनाव में जीत मिली। लोकल-बाहरी का मुद्दा इस बार न बने, इसलिए पार्टी ने सैनी को लाडवा विधानसभा भेज दिया और पंजाबी चेहरा जगमोहन आनंद को यहां से उम्मीदवार बना दिया। हालांकि, कार्यकर्ता यहां विरोध जगमोहन आनंद का भी कर रहे हैं, क्योंकि उनकी कहना है कि जगमोहन यहां एक्टिव नहीं रहे। इनके लिए पार्टी ने खट्टर के करीबी 4 नेताओं रेणु बाला गुप्ता, मुकेश अरोड़ा, अशोक सुखीजा और जय प्रकाश को दरकिनार कर दिया। 3. बागी नेताओं को नहीं मनाया गया
तीसरा मुख्य कारण यह भी माना जा रहा है कि टिकट कटने से नाराज नेताओं को मनाने के लिए न तो CM नायब सैनी पहुंचे और न ही पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर पहुंच पाए। इस कारण असंध से जिले राम शर्मा, करनाल से पूर्व मंत्री जय प्रकाश, इंद्री से कर्ण देव कंबोज, करनाल से हरपाल कलामपुरा और युवा नेता सुरेंद्र उड़ाना पार्टी को अलविदा कह चुके हैं। पूर्व मेयर को मना लिया, लेकिन प्रचार से दूरी
करनाल की पूर्व मेयर रेणु बाला गुप्ता भी टिकट न मिलने से नाराज हो गई थीं, लेकिन भाजपा ने उन्हें मना लिया है। मुख्यमंत्री सैनी खुद उन्हें मनाने के लिए पहुंचे थे। मनोहर लाल खट्टर ने भी उनके घर जाकर उनसे बात की। इसके बाद रेणु बाला ने भाजपा चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया और शनिवार को हुई प्रधानमंत्री की पब्लिक मीटिंग में भी शामिल हुईं। हालांकि, भाजपा कैंडिडेट जगमोहन आनंद के चुनाव प्रचार से उन्होंने दूरी बनाई हुई है, जबकि रेणु बाला को मनाने और उनका समर्थन मांगने के लिए उनके घर जगमोहन आनंद भी गए थे। करनाल से बाहर भी BJP में घमासान
इंद्री में पूर्व राज्य मंत्री और पूर्व विधायक कर्ण देव कंबोज ने BJP को ‘गद्दारों की पार्टी’ बताते हुए छोड़ दिया। उन्हें मनाने के लिए CM नायब सैनी पहुंचे थे, लेकिन कंबोज इतने नाराज थे कि उन्होंने सैनी से हाथ तक नहीं मिलाया। इसके बाद कंबोज कांग्रेस में शामिल हो गए। इंद्री में ही प्रदेश मीडिया कोआर्डिनेटर सुरेंद्र उड़ाना ने भी BJP को अलविदा कह दिया और BSP-INLD के उम्मीदवार बनकर मैदान में उतर गए। उधर, जिलेराम शर्मा ने भी पार्टी छोड़ दी। उन्होंने 6 महीने पहले ही पूर्व CM मनोहर लाल के नेतृत्व में BJP जॉइन की थी। 2014 में करनाल की पांचों सीटें जीती भाजपा
2014 के विधानसभा चुनाव में मोदी की लहर के दम पर करनाल की पांचों सीटें करनाल, इंद्री, असंध, नीलोखेड़ी और घरौंडा भाजपा ने जीती थीं। इसके बाद 2019 के चुनाव में भी भाजपा ने घरौंडा, करनाल और इंद्री में जीत का सिलसिला जारी रखा, लेकिन असंध और नीलोखेड़ी को भाजपा ने गंवा दिया। दोनों चुनाव खट्टर के नेतृत्व में ही लड़े गए। इस बार पार्टी ने करनाल और असंध सीट पर चेहरे बदले हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं में असंतोष बना हुआ है। इसके बीच पार्टी के लिए पिछले 2 बार जैसे प्रदर्शन को दोहराना बड़ी चुनौती होगी।
हरियाणा में सलमान को धमकाने वालों ने मांगी रंगदारी:गैंगस्टर गोदारा ने मांगी 2 करोड़ की फिरौती, मेडिकल संचालक को वॉयस मैसेज भेजकर धमकाया
हरियाणा में सलमान को धमकाने वालों ने मांगी रंगदारी:गैंगस्टर गोदारा ने मांगी 2 करोड़ की फिरौती, मेडिकल संचालक को वॉयस मैसेज भेजकर धमकाया अभिनेता सलमान खान को धमकी देने और राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद चर्चा में आए गैंगस्टर रोहित गोदारा ने अब हरियाणा के हिसार को अपना निशाना बनाया है। वह लॉरेंस बिश्नोई और गैंगस्टर गोल्डी बराड़ का करीबी है। हिसार में सेक्टर 16-17 निवासी और शारदा अस्पताल के मेडिकल स्टोर के संचालक राजेंद्र शर्मा से रोहित गोदारा ने 2 करोड़ की फिरौती मांगी है। राजेंद्र शर्मा को रोहित गोदारा के नाम से व्हाट्सएप पर एक वॉयस मैसेज मिला है। ‘लाइन पर आजा नहीं तो ध्यान रखना कुत्ता भी कोनी छोड़े’ जिसमें कहा गया है कि ” राजेंद्र क्या हाल चाल है। रोहित गोदारा बोलू हूं। इतनी हिम्मत होगी कै, दो – दो नंबर ब्लॉक करे, 2 करोड़ की फरौती खातर (कारण) फोन करा है। पता कर लिए लाइन पर आजा, नहीं तो घर परिवार में ध्यान रखना कुत्ता भी कोनी छोड़े, मार्केट में पता कर लिए ब्लॉक करें तै क्या होएवे है। 2 दिन का टाइम है, 2 दिन में ना करिए फिर बातऊंगा, ब्लॉक करां तै कै होवे, दो दिना में बताइए”। राजेंद्र शर्मा ने सिविल लाइंस थाने में लिखित शिकायत दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है कि कहीं यह वॉयस मैसेज किसी की शरारत तो नहीं है। एसपी दीपक सहारण का कहना है कि साइबर एक्सपर्ट की मदद ली जा रही है। जल्द ही पता चल जाएगा कि धमकी देने वाला कौन है। सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या में भी शामिल हिसार में मेडिकल स्टोर संचालक से रंगदारी मांगने वाले गैंगस्टर रोहित गोदारा के खिलाफ 32 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। रोहित गोदारा राजस्थान के बीकानेर के लूणकरण सर का रहने वाला है। वह कई सालों से अपराध की दुनिया में जाना-पहचाना नाम है। रोहित गोदारा राजस्थान में ही व्यापारियों से 5 करोड़ से लेकर 17 करोड़ रुपये तक की रंगदारी मांग चुका है। उस पर सीकर में गैंगस्टर राजू तेहट की हत्या का भी आरोप है। सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में भी उसका नाम सामने आया था। रोहित गोदारा गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग के लिए काम करता है। खबरों की मानें तो वह 13 जून 2022 को फर्जी पासपोर्ट पर दिल्ली से दुबई भाग गया था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि रोहित गोदारा फिलहाल कनाडा में है। 24 जून को हिसार में शोरूम पर फायरिंग कर फैलाई थी दहशत इससे पहले 24 जून को दिनदहाड़े बाइक सवार 3 बदमाशों ने हिसार के ऑटो मार्केट में महिंद्रा शोरूम पर करीब 30 फायर किए और 5 करोड़ रुपये की रंगदारी( फिरौती) मांगते हुए नोट फेंका था। इसके बाद बदमाशों ने दो अन्य व्यापारियों से 2-2 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी। व्यापारियों ने बदमाशों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पहले ऑटो मार्केट और फिर हिसार बंद कर दिया था। 12 जुलाई को एसटीएफ और दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम ने फायरिंग के आरोपी आशीष उर्फ लालू, सन्नी खरड़ और विक्की को खरखौदा में एनकाउंटर में मार गिराया था। मामले के मुख्य आरोपी काला खैरमपुर को एसटीएफ ने विदेश से डिपोर्ट करवाकर गिरफ्तार किया था। व्यापार मंडल प्रधान ने एसपी से की बात हरियाणा व्यापार मंडल प्रधान बजरंग दास गर्ग ने बताया कि शारदा अस्पताल के मेडिकल स्टोर संचालक से रंगदारी मांगी गई है। रोहित गोदारा के नाम से धमकी भरा वॉयस मैसेज आया है। मेडिकल स्टोर संचालक अशोक शर्मा से बात की गई है और इसके बाद एसपी दीपक सहारण से भी बात की है। पुलिस पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इसके पीछे कौन है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि वे इस मामले को जल्द ही सुलझा लेंगे। व्यापार मंडल मेडिकल स्टोर संचालक के साथ खड़ा है।