हिमाचल प्रदेश के मंडी में जमीनी विवाद में देवर ने भाभी के साथ हाथापाई की। इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। इसमें देवर अपनी भाभी को घसीटते हुए देखा जा सकता है। इससे महिला के कपड़े तक फट जाते है। अब इस मामले में पुलिस की कार्रवाई पर सवालिया निशान उठ रहे हैं। दरअसल, यह मामला बीते 18 अक्टूबर का है। पीड़ित महिला छंदी देवी घटना वाले दिन इसकी शिकायत लेकर रिवालसर पुलिस चौकी पहुंची। छंदी देवी के परिजनों का आरोप है कि पुलिस 5 दिन बाद भी आरोपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही। यह शिकायत लेकर पीड़ित महिला व उसके परिजन बीते मंगलवार को SP मंडी साक्षी वर्मा और ADC मंडी रोहित राठौर से मिलने पहुंचे। छंदी देवी के बेटे यदोपति ने बताया कि रिवालसर पुलिस उनकी माता का 2 बार मेडिकल करवा चुकी है, लेकिन आरोपी के खिलाफ कोई एक्शन नहीं ले रही। यदोपति ने बताया कि जिस जमीन को लेकर आरोपी ने मारपीट की है, वह उनकी अपनी जमीन है। वार्ड पंच बेटे की धौंस दिखाकर मारपीट का आरोप यदोपति ने आरोप लगाया कि आरोपी नरोत्तम राम अपने वार्ड पंच बेटे की धौंस दिखाकर उनके साथ ही नहीं जबकि गांव के अन्य लोगों के साथ भी लड़ाई झगड़ा करता है। उसके खिलाफ अन्य लोगों ने भी रिवालसर चौकी में केस दर्ज करवा रखा है। उन्होंने SP मंडी साक्षी वर्मा व ADC मंडी रोहित राठौर से न्याय की गुहार लगाई है। नियमानुसार की जा रही कार्रवाई: SP एसपी मंडी साक्षी वर्मा ने बताया कि मामले में नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। दो दिन पहले व आज भी आरोपी को थाना में बुलाया गया था। साथ ही DSP हेडक्वार्टर भी इस मामले की जांच कर रहे है। हिमाचल प्रदेश के मंडी में जमीनी विवाद में देवर ने भाभी के साथ हाथापाई की। इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। इसमें देवर अपनी भाभी को घसीटते हुए देखा जा सकता है। इससे महिला के कपड़े तक फट जाते है। अब इस मामले में पुलिस की कार्रवाई पर सवालिया निशान उठ रहे हैं। दरअसल, यह मामला बीते 18 अक्टूबर का है। पीड़ित महिला छंदी देवी घटना वाले दिन इसकी शिकायत लेकर रिवालसर पुलिस चौकी पहुंची। छंदी देवी के परिजनों का आरोप है कि पुलिस 5 दिन बाद भी आरोपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही। यह शिकायत लेकर पीड़ित महिला व उसके परिजन बीते मंगलवार को SP मंडी साक्षी वर्मा और ADC मंडी रोहित राठौर से मिलने पहुंचे। छंदी देवी के बेटे यदोपति ने बताया कि रिवालसर पुलिस उनकी माता का 2 बार मेडिकल करवा चुकी है, लेकिन आरोपी के खिलाफ कोई एक्शन नहीं ले रही। यदोपति ने बताया कि जिस जमीन को लेकर आरोपी ने मारपीट की है, वह उनकी अपनी जमीन है। वार्ड पंच बेटे की धौंस दिखाकर मारपीट का आरोप यदोपति ने आरोप लगाया कि आरोपी नरोत्तम राम अपने वार्ड पंच बेटे की धौंस दिखाकर उनके साथ ही नहीं जबकि गांव के अन्य लोगों के साथ भी लड़ाई झगड़ा करता है। उसके खिलाफ अन्य लोगों ने भी रिवालसर चौकी में केस दर्ज करवा रखा है। उन्होंने SP मंडी साक्षी वर्मा व ADC मंडी रोहित राठौर से न्याय की गुहार लगाई है। नियमानुसार की जा रही कार्रवाई: SP एसपी मंडी साक्षी वर्मा ने बताया कि मामले में नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। दो दिन पहले व आज भी आरोपी को थाना में बुलाया गया था। साथ ही DSP हेडक्वार्टर भी इस मामले की जांच कर रहे है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हमीरपुर में लखदाता पीर या मजार निर्माण पर विवाद:वन विभाग ने रुकवाया काम; निर्माण सामग्री कब्जे में ली, हिंदू संगठन हुए सक्रिय हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में धार्मिक स्थल के निर्माण को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। हमीरपुर के साथ लगते सस्त्र गांव के जंगल में आज वन विभाग ने मौके पर पहुंचकर इसका निर्माण कार्य रुकवाया और सारी निर्माण सामग्री उठाकर कब्जे में ली। अब विवाद शुरू हो गया है कि यह लखदाता पीर का स्थान है या फिर मजार। वन विभाग ने निशानदेही की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जंगल में इस निर्माण कार्य के बाद हिंदू संगठन भी सक्रिय हो गए हैं। मटानी स्थित स्कूल के ठीक सामने इस निर्माण कार्य को रुकवा दिया गया है। मौके से 100 मीटर की दूरी पर मस्जिद भी हैं। यह मस्जिद निजी भूमि पर हैं। अब इनकी निशानदेही की भी मांग उठने लगी है। बताया जा रहा है कि बीते कल निर्माण कार्य शुरू हुआ। टीननुमा इस जगह के भीतर चारों तरफ बाउंड्री वॉल लगाई जा रही थी। वहां पर टाइलिंग करने का भी प्लान था। स्थानीय लोगों ने वन विभाग को दी सूचना इनकी भनक जैसे ही स्थानीय लोगों को लगी तो ग्रामीणों ने वन विभाग को फोन करके इसकी सूचना दी। उनका कहना था कि यह जगह प्राइवेट नहीं है, वन विभाग की हो सकती है और यहां पर मजार बनी हुई है। अब उसे प्रोटेक्ट करने का काम शुरू हुआ था। मस्जिद विवाद में आग में घी का काम कर सकता है निर्माण प्रदेश में मस्जिद विवाद पहले ही तूल पकड़ चुका है। इस जगह पर अब निर्माण कार्य आग में घी डालने का काम कर सकता है। इसलिए जैसे ही सुबह अधिकारियों को पता चला, फॉरेस्ट गार्ड और उच्चाधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर निर्माण की सामग्री को उठा लिया। जो निर्माण हुआ था, उसे भी गिरा दिया गया। लख दाता पीर कमेटी के अध्यक्ष भागदीन का कहना है कि यहां कोई मजार नहीं है। यह लखदाता पीर का स्थान है। हर साल यहां पर छिंज आयोजित होती है। वन विभाग के गार्ड शुभम ठाकुर का कहना है कि निर्माण को रुकवा दिया गया है और सारी सामग्री को उठवाकर फेंक दी गई है। निशानदेही के लिए आवेदन हमीरपुर स्थित रेंज ऑफिसर अजय चंदेल ने बताया कि इस जगह की निशानदेही के लिए तहसीलदार को आवेदन किया जा रहा है। क्योंकि यहां पर मजार के लिए टीननुमा शेड बनाया हुआ है। अब वहां पर चार दिवारी भी लगाई जा रही थी। इसीलिए निशानदेही जरूरी है, लग यही रहा है कि यह वन विभाग की जगह है।
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CM का ससुराल उनकी पत्नी को नहीं डाल पाएगा वोट:कांग्रेस ने ‘देहरा की बेटी’ नारा देते हुए बनाया प्रत्याशी; जसवा-परागपुर में है कमलेश का मायका हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी एवं कांग्रेस प्रत्याशी का मायका देहरा सीट पर हो रहे उप चुनाव में अपनी बेटी कमलेश ठाकुर को वोट नहीं डाल पाएगा, जबकि कांग्रेस ने ‘देहरा की बेटी नारा’ देते हुए CM की पत्नी कमलेश ठाकुर पर दांव खेला है। बता दें कि हमीरपुर जिला के नादौन विधानसभा क्षेत्र से संबंध रखने वाले CM सुक्खू की पत्नी का मायका कांगड़ा जिला की नलसूहां पंचायत में पड़ता है। नलसूहां गांव व पूरी पंचायत जसवां-परागपुर विधानसभा क्षेत्र में पड़ती है। उप चुनाव अभी देहरा सीट पर हो रहा है। नलसूंहा पंचायत में 500 से ज्यादा घर और लगभग 1250 मतदाता है। मगर इनमें से कोई भी नलसूहां पंचायत वासी अपनी बेटी एवं सीएम की पत्नी कमलेश ठाकुर को चाह कर भी वोट नहीं दे पाएगा। देहरा सीट पर 86 हजार मतदाता देहरा विधानसभा सीट पर 42000 पुरुष वोटर तथा 42491 महिला मतदाता है। कुल मिलाकर यहां 84491 वोटर है। सर्विस वोटर को मिलाकर देहरा सीट पर 86314 मतदाता है, जो देहरा विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी कमलेश ठाकुर, भाजपा के होशियार सिंह और निर्दलीय संजय शर्मा के भाग्य का फैसला करेगी। CM की प्रतिष्ठा दांव पर देहरा सीट पर मुख्यमंत्री सुक्खू की साख दाव पर लगी हुई है। इस सीट पर जीत-हार मुख्यमंत्री के सियासी करियर को लेकर निर्णायक साबित होगी, क्योंकि इससे पहले मुख्यमंत्री सुक्खू अपनी नादौन विधानसभा सीट से लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को लीड नहीं दिला पाए थे। सुक्खू ने BJP के गढ़ कहे जाने वाली सीट से पत्नी को बनाया प्रत्याशी अब उन्होंने अपनी पत्नी को भारतीय जनता पार्टी के गढ़ कहे जाने वाली देहरा सीट से प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस के लिए चिंता इस बात की है कि इस सीट पर आज तक कांग्रेस एक बार भी चुनाव नहीं जीती। साल 2008 में परिसीमन के बाद देहरा सीट अस्तित्व में आई। साल 2012 में यहां से भाजपा के रविंद्र रवि चुनाव जीते। साल 2017 और 2022 में निर्दलीय होशियार सिंह चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे, जो अब भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस अब तक एक भी इस सीट को नहीं जीत पाई। हार के सिलसिले को तोड़ने के लिए ही मुख्यमंत्री ने अपनी पत्नी पर दांव खेला है। 18 महीने में दूसरी बार आई चुनाव की नौबत देहरा की जनता 18 महीने में दूसरी बार अपना विधायक चुनेगी। साल 2022 में यहां की जनता ने निर्दलीय होशियार सिंह को विधानसभा भेजा था। मगर उन्होंने राज्यसभा चुनाव में भाजपा को वोट के बाद अपने पद से इस्तीफा दिया और भारतीय जनता पार्टी जॉइन की। इस वजह से यहां 18 महीने में ही उप चुनाव की नौबत आई है। 10 जुलाई को EVM में कैद होगा इनका भाग्य देहरा सहित नालागढ़ और हमीरपुर विधानसभा सीट पर 10 जुलाई को मतदान होना है। 13 जुलाई को इसके नतीजे आएंगे। इसके लिए चुनाव प्रचार प्रतिदिन जोर पकड़ रहा है।
हमीरपुर में व्यक्ति ने किया सुसाइड:पुलिस की छापेमारी से था परेशान, लोगों ने किया हंगामा, शव देने से किया मना
हमीरपुर में व्यक्ति ने किया सुसाइड:पुलिस की छापेमारी से था परेशान, लोगों ने किया हंगामा, शव देने से किया मना हमीरपुर जिले के नादौन इलाके के तेलकड़ गांव में एक व्यक्ति के आत्महत्या के बाद तनाव पैदा हो गया। मृतक की पहचान रघुवीर सिंह के रूप में हुई है। बताया जा रहा है पड़ोसी के द्वार पुलिस से झूठी शिकायत की थी कि वह घर में अवैध हथियार रखता है। जिससे बल पर वह धमकी देता है। बीती रात पुलिस ने मृतक के घर छापेमारी की थी। बताया जा रहा है कि छापेमारी के दौरान पुलिस को कोई हथियार नहीं जिसके बाद पुलिस वापस लौट गई। मगर थोड़ी देर बाद ही उसने सुसाइड कर लिया। परिजनों ने शव देने से किया मना
इस घटना को लेकर नादौन पुलिस शव को कब्जे में लेने के लिए पहुंची मगर घर वाले अड़ गए। डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाना है। यह सारी बजह बनी कैसे? रघुवीर की मौत कैसे हुई? इस पर अभी संशय बना हुआ है। फिलहाल इस गांव में मौत को लेकर बड़ी तादाद में लोग इकट्ठे हो गए हैं और पुलिस की इस कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं। वहीं परिजनों ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए पुलिस को देने से मना कर दिया है। परिजनों का कहना है कि पहले मामले की जांच की जाए। शिकायत पर हुई थी छापेमारी गांव में रघुवीर सिंह के एक पड़ोसी बाबूराम ने 7 जुलाई को उसके खिलाफ एक शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई थी। उसी का आरोप था कि बांस काटने के एक मामले को लेकर रघुवीर ने गड़बड़ी की है। वह उनके बांस काटकर ले गया है। इस घटना पर पुलिस ने कार्रवाई की थी। दोनों में समझौता भी हो गया था। मगर एक बार फिर उसी पड़ोसी ने रघुवीर के घर पर हथियार होने की पुलिस को झूठी शिकायत कर दी। इसी पर पुलिस ने बीती रात तलाशी ली। लेकिन जब वहां पर कुछ भी नहीं पाया गया। तो रघुवीर इससे बेहद परेशान और शर्मिंदा था। वह दूसरों से कह रहा था कि मेरे घर में पुलिस का आना मेरे लिए बेहद शर्मिंदगी की बात है। बेवजह मुझे जलालत दी गई है। मुझे बेइज्जत किया गया है। जबकि मेरे पास किसी भी तरह का हथियार नहीं है। पुलिस की छापेमारी से था शर्मिंदा मृतक के ससुर रमेश जरयाल ने बताया कि रघुवीर बेहद शर्मिंदा था। झूठी शिकायत पर वह खुद को बेइज्जत मान रहा था। इस सारी घटना के पीछे उसने लगता है सुसाइड कर लिया है। लोगों का कहना है कि लेकिन पुलिस इसकी जांच करे। जो भी कारण रहे हों। जिसने भी झूठी शिकायत करके उसे परेशानी दी। पुलिस उसके खिलाफ कार्रवाई करे, नहीं तो हम कुछ भी करने को तैयार हैं।
परिजनों को मनाने पहुंचे अधिकारी
इस मामले को लेकर एसपी भगत सिंह ठाकुर का कहना है कि पुलिस मौके पर पहुंच गई है। क्योंकि परिजन डेड बॉडी को पोस्टमार्टम करने के लिए नहीं दे रहे हैं। इसलिए इलाके की नादौन एसडीएम अपराजिता चंदेल को भी अब मौके पर भेजा जा रहा है। ताकि हालत को काबू में किया जाए और उन्हें शव देने के लिए मना लिया जाए। पोस्टमार्टम से मौत के कारणों का सही पता चल पाएगा।