सरकार ने हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड के नए सचिव की तैनाती कर दी है। यह जिम्मेदारी 2011 बैच के HCS अधिकारी अजय चोपड़ा को दी गई है। उनकी नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू होगी। अभी बोर्ड के सचिव का पद खाली था। हरियाणा में नई सरकार के गठन के बाद बोर्ड में सचिव की अजय कुमार के रूप में पहली नियुक्ति है। अजय कुमार बोर्ड सचिव के साथ-साथ CEO जिला परिषद भिवानी का काम भी देखेंगे। HCS अधिकारी अजय चोपड़ा की पहली पोस्टिंग हिसार में बतौर जीएम रोडवेज के तौर पर हुई थी। वे मूल रूप से रोहतक के रहने वाले हैं। इससे पहले वे फतेहाबाद में अतिरिक्त उपायुक्त का कार्यभार भी संभाल चुके हैं। कुछ समय पहले इनका ट्रांसफर भिवानी हो गया था। अब वह हरियाणा बोर्ड में अपनी सेवाएं देंगे। सरकार की तरफ से जारी आदेश… सरकार ने हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड के नए सचिव की तैनाती कर दी है। यह जिम्मेदारी 2011 बैच के HCS अधिकारी अजय चोपड़ा को दी गई है। उनकी नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू होगी। अभी बोर्ड के सचिव का पद खाली था। हरियाणा में नई सरकार के गठन के बाद बोर्ड में सचिव की अजय कुमार के रूप में पहली नियुक्ति है। अजय कुमार बोर्ड सचिव के साथ-साथ CEO जिला परिषद भिवानी का काम भी देखेंगे। HCS अधिकारी अजय चोपड़ा की पहली पोस्टिंग हिसार में बतौर जीएम रोडवेज के तौर पर हुई थी। वे मूल रूप से रोहतक के रहने वाले हैं। इससे पहले वे फतेहाबाद में अतिरिक्त उपायुक्त का कार्यभार भी संभाल चुके हैं। कुछ समय पहले इनका ट्रांसफर भिवानी हो गया था। अब वह हरियाणा बोर्ड में अपनी सेवाएं देंगे। सरकार की तरफ से जारी आदेश… हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हिसार में 3 दिन में दूसरी बार पहुंचे CM:स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स और गर्ल्स हॉस्टल का किया उद्घाटन; MLA सावित्री जिंदल ने कैंसर अस्पताल मांगा
हिसार में 3 दिन में दूसरी बार पहुंचे CM:स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स और गर्ल्स हॉस्टल का किया उद्घाटन; MLA सावित्री जिंदल ने कैंसर अस्पताल मांगा हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी हिसार स्थित महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज पहुंचे हैं। उन्होंने आज यहां पहुंचकर सावित्री जिंदल खेल परिसर और सीता राम जिंदल गर्ल्स हॉस्टल का उद्घाटन किया। इस अवसर पर पीडब्ल्यूडी मंत्री रणबीर गंगवा, पूर्व सांसद डीपी वत्स, विधायक सावित्री जिंदल और रणधीर पनिहार के अलावा प्रदेश भाजपा के प्रदेश महामंत्री सुरेंद्र पूनिया मौजूद रहे। पूर्व सांसद डीपी वत्स ने अग्रोहा मेडिकल कॉलेज द्वारा समाज सेवा के लिए किए जा रहे कार्यों को मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया और कहा कि अग्रोहा मेडिकल कॉलेज समय-समय पर सरकार से सहायता प्राप्त कर अपने उद्देश्यों को पूरा करता रहा है। जिंदल परिवार ने लोगों के कल्याण के लिए इस संस्थान को आगे बढ़ाने का काम किया है। बता दें कि मुख्यमंत्री का 3 दिन में हिसार का यह दूसरा दौरा है। इससे पहले मुख्यमंत्री 25 नवंबर सोमवार को हिसार आए थे और सेठ छज्जू राम की जयंती पर जाट कॉलेज शिक्षण संस्थान के कार्यक्रम में शामिल हुए थे, वहीं मुख्यमंत्री ने सूर्य नगर आरओबी का उद्घाटन किया था। कार्यक्रम को लेकर बनवाया गया निमंत्रण पत्र… स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स पर करीब 10 लाख खर्च महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज में जिंदल फाउंडेशन के सौजन्य से निर्मित सावित्री जिंदल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स आधुनिक सुविधाओं से युक्त प्रदेश के बेहतरीन स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में से एक है। करीब 10 करोड़ रुपए की लागत से स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बनाया गया है। जिसमें स्वीमिंग पूल, जिम्नेजियम, मल्टीपर्पज हॉल, टेबल टेनिस, बेडमिंटन, बास्केटबॉल खेल की सुविधा रहेगी। एमबीबीएस छात्रावास में 54 कक्ष बनाए गए हैं। जिसमें 108 छात्राओं के रहने की सुविधा होगी। इस तीन मंजिला भवन में कॉमन रूम, हॉल, पार्क, फायर सेफ्टी, वॉकिंग एरिया सहित अन्य सुविधा रहेंगी। सावित्री जिंदल ने कैंसर अस्पताल व ट्रॉमा सेंटर मांगा इस मौके पर विधायक और अग्रोहा मेडिकल कॉलेज की प्रेसिडेंट सावित्री जिंदल ने मुख्यमंत्री नायब सैनी का आभार जताया। सावित्री जिंदल ने कहा कि अभी सिरसा में मेडिकल कॉलेज की भूमि का शिलान्यास किया है और आज अग्रोहा मेडिकल कॉलेज पहुंचे हैं। इससे साफ है कि मुख्यमंत्री चिकित्सा क्षेत्र को लेकर कितना गंभीर है। सावित्री जिंदल ने कहा कि हरियाणा में भाजपा सरकार आने के बाद से ही मेडिकल कॉलेज को लेकर सहयोग मिला है। सावित्री जिंदल ने मुख्यमंत्री के समक्ष कैंसर अस्पताल व ट्रॉमा सेंटर बनाने की मांग भी की।
पीएम तक पहुंचा फिल्म ‘दो पत्ती’ का बवाल:सीएम की कार्रवाई से खुश नहीं हुड्डा खाप, मोदी से की विवादित टिप्पणी हटवाने की मांग
पीएम तक पहुंचा फिल्म ‘दो पत्ती’ का बवाल:सीएम की कार्रवाई से खुश नहीं हुड्डा खाप, मोदी से की विवादित टिप्पणी हटवाने की मांग हरियाणा में बॉलीवुड अभिनेत्री काजोल की 25 अक्टूबर को रिलीज हुई फिल्म दो पत्ती पर उठे विवाद का मामला पीएम मोदी तक पहुंच गया है। इससे पहले सर्व हुड्डा खाप ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मुलाकात की थी। खाप के पदाधिकारियों ने सीएम से कार्रवाई की मांग की थी। साथ ही 16 नवंबर को गुरुग्राम के राजेंद्र पार्क थाने में फिल्म दो पत्ती के निर्माता, निर्देशक, अभिनेता और ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स के खिलाफ आपराधिक मानहानि का केस करवाने के लिए शिकायत दर्ज करवाई थी। लेकिन अभी तक एफआईआर भी दर्ज नहीं की गई। वहीं मुख्यमंत्री नायब सैनी की कार्रवाई से असंतुष्ट होकर सर्व हुड्डा खाप की ओर से गठित कमेटी के सदस्य सुरेंद्र हुड्डा ने पीएम नरेंद्र मोदी से सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट करते हुए दो पत्ती फिल्म के विवादित शब्दों को हटाने की अपील की है। ये है विवाद हुड्डा खाप का कहना है कि 25 अक्टूबर को रिलीज हुई फिल्म दो पत्ती में हुड्डा गोत्र पर टिप्पणी की गई है। इस टिप्पणी को फिल्म से हटाया जाना चाहिए और फिल्म निर्माता, निर्देशक, अभिनेता और इसे प्रसारित करने वाले ओटीटी प्लेटफॉर्म के कर्ताधर्ता को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। हुड्डा खाप का कहना है कि फिल्म ‘दो पत्ती’ में एक सीन है, जिसमें एक कलाकार पर कोर्ट में आरोप लगाया जाता है, जो कह रहा है, ‘हत्या यह नहीं होती। हत्या तो वह थी जो हमारे पड़ोस में हुड्डा रहते हैं, जिन्होंने अपनी बहू को सरेआम जिंदा जला दिया।’ हुड्डा खाप को फिल्म में की गई इस टिप्पणी पर आपत्ति है। 10 नवंबर को हुई थी पंचायत 25 अक्टूबर को ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर फिल्म दो पत्ती रिलीज होने के बाद 10 नवंबर को रोहतक के बसंतपुर गांव स्थित सर्व हुड्डा खाप के ऐतिहासिक चबूतरे पर पंचायत हुई थी। इसमें खाप के 45 गांवों के प्रतिनिधियों और गणमान्य लोगों ने हिस्सा लिया था। इसमें एक उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया गया था। सुरेंद्र हुड्डा के नेतृत्व में कमेटी के सदस्यों ने सीएम सैनी से मुलाकात की थी। इसके बाद उन्होंने बताया कि फिल्म दो पत्ती के एक डायलॉग से जाट समाज के हुड्डा गोत्र को बदनाम किया जा रहा है। इस विवादित मामले को लेकर सीएम सैनी से मुलाकात हो चुकी है। जिस तरह से फिल्म में हुड्डा गोत्र को बदनाम करने की साजिश की गई है, यह आपराधिक मामला है। खाप ने भेजा नोटिस, निर्माताओं ने दिया जवाब सुरेंद्र हुड्डा ने कहा कि फिल्म रिलीज होने के अगले ही दिन इसके निर्माता, निर्देशक, अभिनेता और नेटफ्लिक्स को नोटिस जारी किया गया। इसके जवाब में नेटफ्लिक्स और फिल्म निर्माताओं ने कहा है कि नोटिस में जिस घटना का आरोप लगाया गया है, वह फिल्म में घटित हुई है। लेकिन, यह फिल्म निर्माता और अभिनेता की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अंतर्गत है, और हुड्डा शब्द का प्रयोग महज एक संयोग है। सुरेंद्र ने कहा कि देश का कानून किसी की सामाजिक प्रतिष्ठा खराब करने और सम्मान को ठेस पहुंचाने का अधिकार नहीं देता। फिल्म में प्रसारित विवादित डायलॉग से पूरी हुड्डा खाप की सामाजिक प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है। जाट समाज के हुड्डा गोत्र को साजिश के तहत बदनाम किया गया है।
करनाल में CM के बाद किसे मिलेगा मौका:भाजपा किस पर खेलेगी दांव, 4 लोगों के नाम पर चल रही चर्चाएं
करनाल में CM के बाद किसे मिलेगा मौका:भाजपा किस पर खेलेगी दांव, 4 लोगों के नाम पर चल रही चर्चाएं हरियाणा में करनाल विधानसभा सीट पिछले 10 साल से भाजपा के लिए एक सुरक्षित गढ़ रही है। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस सीट पर साढ़े 9 साल तक काबिज रहकर भाजपा को मजबूती दी थी। उनके इस्तीफे के बाद नायब सिंह सैनी ने उप चुनाव में जीत हासिल की। लेकिन अब सैनी के करनाल से चुनाव न लड़ने की अटकलों के बीच अब शहर में चर्चाएं शुरू हो गई है, कि इस बार पार्टी इस विधानसभा सीट पर किसको मैदान में उतारेगी। इसे लेकर राजनीतिक विशेषज्ञों के बीच चर्चाएं तेज हो गई हैं। इस दौड़ में कुछ प्रमुख नाम उभर कर सामने आ रहे हैं, जिनमें मेयर रेणु बाला गुप्ता, पूर्व जिला अध्यक्ष अशोक सुखीजा, युवा नेता मुकेश अरोड़ा, और जगमोहन आनंद का नाम शामिल है। रेणु बाला गुप्ता: बनिया समाज का मजबूत चेहरा राजनीतिक विशेषज्ञ DAV कॉलेज के प्राचार्य RP सैनी के अनुसार, रेणु बाला गुप्ता भाजपा के संभावित उम्मीदवारों में सबसे आगे हैं। रेणु बाला गुप्ता, जो बनिया समाज से आती हैं। करनाल में इस समाज के 22,000 से अधिक वोटर हैं, इसके साथ ही रेणु बाला गुप्ता सभी सामाज के वोटरों पर अच्छी पकड़ रखती है। जो उन्हें एक मजबूत उम्मीदवार बनाते हैं। इसके अलावा, उन्होंने लगातार 2 बार मेयर का चुनाव जीतकर अपनी पकड़ को साबित किया है। इसके अलावा जब पहली बार पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर करनाल में चुनाव लड़ने के लिए आए थे। उस दौरान उनके कैंपेन में अहम भूमिका इन्होंने निभाई है। इसके अलावा एक मुख्य कारण यह भी है कि रेणु बाला गुप्ता पूर्व सीएम मनोहर लाल के सबसे करीबी नेताओं में आती है। मेयर के कार्यकाल के दौरान किए गए विकास कार्य और उनकी साफ छवि उन्हें भाजपा की पहली पसंद बना सकती है। साथ ही, पंजाबी वोट बैंक पर उनकी मजबूत पकड़ भी एक अहम कारण है, जिससे भाजपा उनके पक्ष में फैसला कर सकती है। अशोक सुखीजा: पार्टी के पुराने और वरिष्ठ नेता सीनियर एडवोकेट संजीव मंगलोरा का मानना है कि अशोक सुखीजा इस बार भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण उम्मीदवार हो सकते हैं। अशोक सुखीजा, जो पूर्व में भाजपा के जिला अध्यक्ष रह चुके हैं। अशोक पार्टी के सबसे पुराने और वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं। उन्होंने तब से पार्टी के लिए काम किया है, जब भाजपा हरियाणा में संघर्षरत थी। उनकी साफ छवि, संगठन को मजबूत बनाने में योगदान, और पंजाबी समुदाय में उनकी गहरी पैठ उन्हें इस दौड़ में एक मजबूत दावेदार बनाती है। भाजपा उनके अनुभव और पार्टी के प्रति उनकी निष्ठा को ध्यान में रखते हुए उन पर दांव खेल सकती है। मुकेश अरोड़ा युवा पंजाबी चेहरा राजनीतिक विशेषज्ञ अनुज सैनी का मानना है कि अगर नायब सिंह सैनी करनाल विधानसभा से चुनाव नहीं लड़ते, तो भाजपा युवा पंजाबी चेहरे मुकेश अरोड़ा पर दांव खेल सकती है। मुकेश अरोड़ा की युवा शक्ति और पंजाबी समाज में उनकी पकड़ उन्हें इस दौड़ में एक मजबूत दावेदार बनाती है। भाजपा अगर युवा मतदाताओं और पंजाबी वोटरों को ध्यान में रखते हुए टिकट देने का विचार करती है, तो मुकेश अरोड़ा इस सीट के लिए एक उपयुक्त उम्मीदवार साबित हो सकते हैं। जगमोहन आनंद अनुभवी नेता राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार, भाजपा की इस सूची में चौथा नाम जगमोहन आनंद का है। जगमोहन आनंद पार्टी से लंबे समय से जुड़े हुए हैं और उन्हें जिला अध्यक्ष, सीएम के मीडिया कोऑर्डिनेटर, और कुरूक्षेत्र के प्रभारी जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। पार्टी संगठन में उनकी भूमिका भी उन्हें इस दौड़ में एक मजबूत उम्मीदवार बनाती है। भाजपा के लिए कौन होगा अगला चेहरा? करनाल विधानसभा सीट पर भाजपा के लिए यह चुनावी दौड़ आसान नहीं होगी। अगर नायब सिंह सैनी किसी अन्य सीट से चुनाव लड़ते हैं, तो भाजपा को करनाल में एक ऐसा उम्मीदवार चुनना होगा, जो सामाजिक समीकरणों और पार्टी की नीतियों के साथ तालमेल बैठा सके। मेयर रेणु बाला गुप्ता, अशोक सुखीजा, मुकेश अरोड़ा, और जगमोहन आनंद, ये सभी नाम अपने-अपने क्षेत्रों में मजबूत दावेदार हैं, और भाजपा के लिए सही निर्णय लेना एक चुनौती होगी। यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा किस पर दांव लगाती है और करनाल की इस महत्वपूर्ण सीट पर कौन उम्मीदवार बनकर उभरता है।