हरियाणा में हिसार जिले की उकलाना विधानसभा में कांग्रेस विधायक और बिजली निगम के SDO के बीच घमासान मच गया है। दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ उच्च अधिकारियों को पत्र लिख दिया है। कांग्रेस विधायक नरेश सेलवाल ने उकलाना में बिजली विभाग के SDO पर उनके साथ दुर्व्यवहार करने, अपमानित करने, जनता को परेशान करने के गम्भीर आरोप लगाए हैं और SDO के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री, बिजली मंत्री, मुख्य सचिव, बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर को पत्र लिखकर शिकायत की है। वहीं दूसरी ओर SDO ने भी बिजली विभाग के कार्यकारी अभियंता को पत्र लिखकर विधायक नरेश सेलवाल पर उनके साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं। दोनों की ओर से लिखे पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। विधायक की ओर से मुख्य सचिव को लिखा पत्र… विधायक बोले- SDO नहीं उठाता फोन उकलाना के नव निर्वाचित कांग्रेस विधायक नरेश सेलवाल ने बताया कि क्षेत्र में बिजली विभाग की कई समस्याएं आ रही हैं। इसको लेकर SDO को बार-बार कॉल कर रहे थे, लेकिन बार-बार कॉल करने के बाद भी कॉल रिसीव नहीं किया और ना ही बैक कॉल की। जनता की आ रही बार-बार शिकायतों के बाद आखिरकार वह 22 अक्टूबर को दोपहर करीब 3 बजे SDO के कार्यालय में पहुंचे। जब वह कार्यालय के पास पहुंचे तो देखा कि वहां पर उकलाना हलके के विभिन्न गांव के 10-15 लोग खड़े थे। जब उन्होंने कार्यालय के बाहर खड़े लोगों से बातचीत की तो इन लोगों ने आरोप लगाया कि वह बिजली संबंधित समस्याओं को लेकर यहां पहुंचे थे, लेकिन SDO उनसे ना तो मिल रहे हैं और ना ही कार्यालय के अंदर जाने दिया जा रहा। कार्यालय में घुसने नहीं दिया, बदमीजी की विधायक ने बताया कि मैंने SDO से मुलाकात का समय मांगा तो उसने समय नहीं दिया। इसके बाद जनता के काम के लिए मुझे जबरन कार्यालय घुसना पड़ा। मुझे देखकर SDO आग बबूला हो गया और कहने लगा कि आप किससे पूछकर अंदर आए हो। मैंने उसे अपना परिचय दिया और कहा कि मैं जनता द्वारा चुना प्रतिनिधि हूं। आप मेरे फोन नहीं उठाते और जब मैं मिलने आया हूं तो अंदर नहीं आ रहे यह क्या उचित है। इसके बाद SDO ने ऊंची आवाज में कहा कि मैं आप लोगों के लिए यहां नहीं बैठा हूं। रही बात विधायकों के फोन उठाने की तो 90 विधायक हैं किस-किस के फोन उठाऊंगा। क्या किसे चुने गए प्रतिनिधि को जनता के सामने अपमानित करना उचित है?। SDO की ओर से XEN को लिखा पत्र… SDO ने XEN को लिखा पत्र, कहा- विधायक ने धमकी दी वहीं, विधायक के पत्र के जवाब में SDO ने भी अपने सीनियर अधिकारी XEN को पत्र लिखा है। SDO ने लिखा कि विधायक 8 से 10 लोगों के साथ मेरे कार्यालय आए और मैं उनसे कुछ पाता इससे पहले ही उन्होंने बिना बातचीत के कहा कि मैं विधायक हूं 2 मिनट में घर बैठा दूंगा, तरीके से रहना सीख लो। उनके साथ आए लोगों ने कहा कि हमारे गांव में आना बिजली वालों को पकड़ कर पीटेंगे कोई बचाने नहीं आएगा। उनके द्वारा कार्यालय में आकर धमकी दी गई। एक जनप्रतिनिधि होने के नाते उनके बातचीत करने का तरीका सही नहीं था। हरियाणा में हिसार जिले की उकलाना विधानसभा में कांग्रेस विधायक और बिजली निगम के SDO के बीच घमासान मच गया है। दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ उच्च अधिकारियों को पत्र लिख दिया है। कांग्रेस विधायक नरेश सेलवाल ने उकलाना में बिजली विभाग के SDO पर उनके साथ दुर्व्यवहार करने, अपमानित करने, जनता को परेशान करने के गम्भीर आरोप लगाए हैं और SDO के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री, बिजली मंत्री, मुख्य सचिव, बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर को पत्र लिखकर शिकायत की है। वहीं दूसरी ओर SDO ने भी बिजली विभाग के कार्यकारी अभियंता को पत्र लिखकर विधायक नरेश सेलवाल पर उनके साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं। दोनों की ओर से लिखे पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। विधायक की ओर से मुख्य सचिव को लिखा पत्र… विधायक बोले- SDO नहीं उठाता फोन उकलाना के नव निर्वाचित कांग्रेस विधायक नरेश सेलवाल ने बताया कि क्षेत्र में बिजली विभाग की कई समस्याएं आ रही हैं। इसको लेकर SDO को बार-बार कॉल कर रहे थे, लेकिन बार-बार कॉल करने के बाद भी कॉल रिसीव नहीं किया और ना ही बैक कॉल की। जनता की आ रही बार-बार शिकायतों के बाद आखिरकार वह 22 अक्टूबर को दोपहर करीब 3 बजे SDO के कार्यालय में पहुंचे। जब वह कार्यालय के पास पहुंचे तो देखा कि वहां पर उकलाना हलके के विभिन्न गांव के 10-15 लोग खड़े थे। जब उन्होंने कार्यालय के बाहर खड़े लोगों से बातचीत की तो इन लोगों ने आरोप लगाया कि वह बिजली संबंधित समस्याओं को लेकर यहां पहुंचे थे, लेकिन SDO उनसे ना तो मिल रहे हैं और ना ही कार्यालय के अंदर जाने दिया जा रहा। कार्यालय में घुसने नहीं दिया, बदमीजी की विधायक ने बताया कि मैंने SDO से मुलाकात का समय मांगा तो उसने समय नहीं दिया। इसके बाद जनता के काम के लिए मुझे जबरन कार्यालय घुसना पड़ा। मुझे देखकर SDO आग बबूला हो गया और कहने लगा कि आप किससे पूछकर अंदर आए हो। मैंने उसे अपना परिचय दिया और कहा कि मैं जनता द्वारा चुना प्रतिनिधि हूं। आप मेरे फोन नहीं उठाते और जब मैं मिलने आया हूं तो अंदर नहीं आ रहे यह क्या उचित है। इसके बाद SDO ने ऊंची आवाज में कहा कि मैं आप लोगों के लिए यहां नहीं बैठा हूं। रही बात विधायकों के फोन उठाने की तो 90 विधायक हैं किस-किस के फोन उठाऊंगा। क्या किसे चुने गए प्रतिनिधि को जनता के सामने अपमानित करना उचित है?। SDO की ओर से XEN को लिखा पत्र… SDO ने XEN को लिखा पत्र, कहा- विधायक ने धमकी दी वहीं, विधायक के पत्र के जवाब में SDO ने भी अपने सीनियर अधिकारी XEN को पत्र लिखा है। SDO ने लिखा कि विधायक 8 से 10 लोगों के साथ मेरे कार्यालय आए और मैं उनसे कुछ पाता इससे पहले ही उन्होंने बिना बातचीत के कहा कि मैं विधायक हूं 2 मिनट में घर बैठा दूंगा, तरीके से रहना सीख लो। उनके साथ आए लोगों ने कहा कि हमारे गांव में आना बिजली वालों को पकड़ कर पीटेंगे कोई बचाने नहीं आएगा। उनके द्वारा कार्यालय में आकर धमकी दी गई। एक जनप्रतिनिधि होने के नाते उनके बातचीत करने का तरीका सही नहीं था। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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कांग्रेस ने हरियाणा में बागी को निकाला:बहादुरगढ़ से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे; चित्रा सरवारा के बाद दूसरे नेता पर कार्रवाई
कांग्रेस ने हरियाणा में बागी को निकाला:बहादुरगढ़ से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे; चित्रा सरवारा के बाद दूसरे नेता पर कार्रवाई हरियाणा में झज्जर जिले की बहादुरगढ़ विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे राजेश जून को कांग्रेस ने पार्टी से निष्कासित कर दिया है। उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने के बाद 6 साल के लिए निकाला गया है। राजेश जून बहादुरगढ़ से कांग्रेस का टिकट मांग रहे थे, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें टिकट न देकर राजेंद्र सिंह जून को उम्मीदवार बनाया है। इसके कारण उन्होंने बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया। बहादुरगढ़ विधानसभा से फिलहाल 14 उम्मीदवार मैदान में हैं। इससे पहले अंबाला कैंट विधानसभा सीट से टिकट मांग रहीं नेता चित्रा सरवारा को भी कांग्रेस ने 6 साल के बाहर का रास्ता दिखा दिया है। कांग्रेस ने अंबाला कैंट से उनकी टिकट काटकर परविंदर परी को अपना उम्मीदवार बनाया है। AICC की ओर से जारी लेटर… पहली लिस्ट में नाम न आने के बाद की बगावत
बहादुरगढ़ विधानसभा सीट से टिकट कटने से नाराज होकर राकेश जून ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी। कांग्रेस की पहली लिस्ट में नाम न होने के बाद ही राजेश जून ने बगावत कर दी थी। इसके साथ ही 11 सितंबर को नामांकन दाखिल कर उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया था। कांग्रेस ने यहां से मौजूदा विधायक राजेंद्र जून को चुनाव में उतारा है। राजेश जून ने 2014 के विधानसभा चुनाव में बहादुरगढ़ विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे। इस चुनाव में उन्हें 28 हजार 242 वोट मिले थे, और वह तीसरे स्थान पर थे। इसके बाद वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने राजेंद्र जून के पक्ष में अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया था। डबल वोट लेकर विधायक बनने का दावा किया
बहादुरगढ़ विधानसभा से 3 बार के MLA राजेंद्र जून राजेश जून के चाचा हैं। टिकट कटने पर ही राजेश जून ने समर्थकों की मीटिंग बुलाई थी। उसमें उन्होंने ऐलान करते हुए कहा था, ‘मेरे साथ कांग्रेस नेतृत्व ने धोखा किया है। अब मैं कांग्रेस उम्मीदवार से डबल वोट लेकर विधायक बनूंगा।’ राजेश जून ने कहा था कि कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने टिकट देने का वादा किया था, लेकिन वादा नहीं निभाया। 16 चुनावों में यहां से 8 बार कांग्रेस जीती
अब तक हुए 16 विधानसभा चुनावों में बहादुरगढ़ से 8 बार कांग्रेस, लोकदल 5 बार, ओल्ड कांग्रेस, हविपा और भाजपा एक-एक बार चुनाव जीती है। यहां सबसे पहले चौधरी छोटूराम की पार्टी जमींदारा लीग से उनके भतीजे चौधरी श्रीचंद विधायक बने थे। जबकि, वर्ष 1987 में पूर्व मंत्री मांगेराम नंबरदार ने 25 हजार 320 वोटों से अब तक की सबसे बड़ी जीत हासिल की थी। वहीं, वर्ष 1972 में एनसीओ के हरद्वारी लाल ने महज 395 वोटों से सबसे छोटी जीत हासिल की थी। जाट मतदाता सबसे अधिक
बहादुरगढ़ विधानसभा में 32 गांवों के अनुपात में शहर के 31 वार्डों में करीब 40 हजार वोट अधिक हैं। हलके में कुल 2 लाख 40 हजार 980 मतदाता हैं, जिनमें 1 लाख 27 हजार 774 पुरुष और 1 लाख 13 हजार 201 महिला हैं। जबकि, 85 वर्ष से अधिक आयु के 2201 मतदाता हैं। क्षेत्र में इस बार कुल 233 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। बहादुरगढ़ विधानसभा क्षेत्र में करीब 94 हजार जाट, करीब 23 हजार ब्राह्मण, हरिजन करीब 19 हजार, बनिया करीब 18 हजार, करीब 13 हजार पंजाबी और करीब 11 हजार वोटर वाल्मीकि हैं। इनके अलावा धानक, सैनी और खाती करीब 7-7 हजार, अहीर और कुम्हार करीब 5-5 हजार हैं। इस कारण पिछले कई चुनावों में शहर निर्णायक साबित हुआ है। गांवों की बात करें तो राठी, दलाल और छिल्लर-छिकारा गोत्र का दबदबा है। कांग्रेस के ये बागी मैदान में, अब तक 2 पर कार्रवाई
कांग्रेस के 20 सीटों पर 29 बागी मैदान में हैं। इनमें बल्लभगढ़ में पूर्व मुख्य संसदीय सचिव शारदा राठौर, तिगांव में पूर्व MLA ललित नागर, कलायत में सुरजेवाला कैंप की अनीता ढुल, उचाना में वीरेंद्र घोघड़िया, पटौदी से सुधीर चौधरी, पानीपत सिटी से पूर्व विधायक रोहिता रेवड़ी, पानीपत ग्रामीण से विजय जैन, पुंडरी से सतबीर भाणा, पृथला से नीटू मान और कोसली से मनोज आजाद कैंडिडेट के तौर पर मैदान में हैं। वहीं, जगाधरी में आदर्शपाल कांग्रेस का टिकट न मिलने पर AAP के टिकट पर उतर गए हैं। सभी बागियों में से पार्टी ने अब तक 2 पर कार्रवाई की है। उनमें राजेश जून और अंबाला कैंट से चित्रा सरवारा को पार्टी ने 6 साल के लिए निकाल दिया है। भाजपा ने बागियों पर नहीं की कोई कार्रवाई
इधर, भाजपा के भी 15 सीटों पर 19 बागी मैदान में हैं। इनमें प्रमुख चेहरों में हिसार से कुरुक्षेत्र सांसद नवीन जिंदल की मां सावित्री जिंदल और गौतम सरदाना, गन्नौर से देवेंद्र कादियान, सफीदों से पूर्व MLA बचन सिंह आर्य, तोशाम से शशिरंजन परमार, हथीन से पूर्व विधायक केहर सिंह रावत, लाडवा से संदीप गर्ग, गुरुग्राम से नवीन गोयल, पृथला से नयनपाल रावत व दीपक डागर, पुंडरी से दिनेश कौशिक, कलायत से विनोद निर्मल व आनंद राणा, इसराना से सत्यवान शेरा और असंध से जिलेराम शर्मा शामिल हैं। सरकार में 5 साल मंत्री रहे पूर्व कैबिनेट मंत्री रणजीत चौटाला भी रानियां से मैदान में हैं। वहीं, डबवाली में आदित्य देवीलाल चौटाला भाजपा की फाइनल लिस्ट आने से पहले ही इनेलो में शामिल होकर मैदान में उतर गए। हालांकि, भाजपा ने इनमें से किसी भी नेता पर कोई कार्रवाई नहीं की है। ये भी पढ़ें… हरियाणा कांग्रेस ने बागी चित्रा सरवारा को निकाला:पार्टी कैंडिडेट की ही बेटी, टिकट नहीं मिली तो निर्दलीय लड़ रहीं; अनिल विज से टक्कर हरियाणा में कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त नेता चित्रा सरवारा को पार्टी से निकाल दिया है। उन्होंने कांग्रेस से टिकट न मिलने पर अंबाला कैंट विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया था। इसके बाद पार्टी ने उन्हें 6 साल के लिए निष्कासित किया है। पूरी खबर पढ़ें…
पानीपत की लड़की की करनाल में हत्या की कोशिश:9 महीने पहले की थी लवमैरिज, पति के दूसरी महिला से अवैध संबंध
पानीपत की लड़की की करनाल में हत्या की कोशिश:9 महीने पहले की थी लवमैरिज, पति के दूसरी महिला से अवैध संबंध हरियाणा के पानीपत शहर की रहने वाली एक महिला ने 8 माह पहले करनाल के असंध के रहने वाले एक युवक के साथ लव मैरिज की थी। लेकिन, शादी के 10 दिन बाद से ही पति ने दहेज के लिए उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। दो बार उसकी हत्या करने की कोशिश की गई। यहां तक कि पति के किसी दूसरी महिला के साथ भी अवैध संबंध है। जिसका विरोध करने पर भी उसे मारा-पीटा गया। महिला किसी तरह अपने घर लौटी और मामले की शिकायत पुलिस को दी गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। जेठ जबरन धुलवाता था अंडर गॉरमेंट्स चांदनी बाग थाना पुलिस को दी शिकायत में एक महिला ने बताया कि वह साईं कॉलोनी की रहने वाली है। उसने फरवरी 2024 में रमन निवासी असंध, करनाल के साथ लव मैरिज की थी। शादी के 10 दिन बाद ही पति ने उसकी गला घोंट कर हत्या करने का प्रयास किया। महिला ने बताया कि होली के बाद वह दोनों गुजरात चले गए। जहां जाने के बाद पता लगा कि उसके पति के एक महिला के साथ अवैध संबंध है। विरोध करने पर गुजरात में भी उसके साथ खूब मारपीट की गई। कुछ समय बाद वे वापस लौट आए। यहां आने के बाद पति ने दहेज के लिए मारपीट करनी शुरू कर दी। महिला का आरोप है कि जेठ जबरन अपने अंडर गॉरमेंट्स धुलवाता था। करवाचौथ के अगले दिन ससुराल वालों ने साजिश के तहत जूस में नशीला पदार्थ पिलाकर उसके साथ खूब मारपीट की। 24 अक्टूबर को फिर उसे खूब मारा पीटा गया। उसने अपने भाई को वहां बुलाया, तो आरोपियों ने भाई को निर्वस्त्र कर कमरे में बंद कर दिया।
पानीपत में छात्रा रेप केस में होटल मालिक गिरफ्तार:फर्जी आधार कार्ड पर 800 रुपए लेकर एक घंटे के लिए दिया था कमरा
पानीपत में छात्रा रेप केस में होटल मालिक गिरफ्तार:फर्जी आधार कार्ड पर 800 रुपए लेकर एक घंटे के लिए दिया था कमरा हरियाणा के पानीपत में स्कूल की छात्रा से होटल में हुए दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने समालखा के गेस्ट हाउस (होटल) के मालिक को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उसने फर्जी आधार कार्ड की डिजिटल कॉपी व 800 रुपए लेकर 1 घंटे के लिए कमरा किराये पर दिया था। इस मामले में यह चौथी गिरफ्तारी है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान वाजिद अली निवासी हरिसिंह कॉलोनी नूरवाला के तौर पर हुई है। थाना बापौली प्रभारी इंस्पेक्टर जाकिर हुसैन ने बताया कि थाना बापौली में 25 जुलाई को थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी व्यक्ति ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि 25 जुलाई को सुबह उसकी साढे 15 वर्षीय नाबालिग बेटी घर से पढ़ने के लिए स्कूल गई थी। बेटी ने दोपहर 1 बजे घर आकर मां को बताया कि स्कूल जाते समय गांव निवासी मनीष रास्ते में मिला। कहने लगा उसे कुछ जरूरी बात बतानी है। मनीष ने इसके लिए उसको 10:30 बजे स्कूल के बाहर मिलने के लिए बुलाया। वह स्कूल के बाहर आई तो मनीष बहला फुसलाकर उसको अपनी बाइक पर बैठाकर समालखा में आरएस गेस्ट हाउस में ले गया। वहां पर उसके दो और साथी सुनील व सुमित मिले। मनीष ने गेस्ट हाउस में किराये पर कमरा लेकर उसके साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। सुनील व सुमित ने इसमें मनीष का साथ दिया। इंस्पेक्टर जाकिर हुसैन ने बताया कि पुलिस ने 27 जुलाई को आरोपी मनीष को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो आरोपी ने दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देने बारे स्वीकार किया। आरोपी ने मामले में नामजद अपने साथी आरोपी सुनील व सुमित के द्वारा फर्जी आधार कार्ड पर होटल में कमरा दिलाने की जानकारी दी। पुलिस ने अब गेस्ट हाउस मालिक को गिरफ्तार किया है।