हिमाचल के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने शिमला में प्रेस कॉफ्रेंस में कहा कि हिंदुस्तान का सबसे लंबा रोपवे शिमला में बनने जा रहा है। इसकी लंबाई 14 किलोमीटर की होगी। 1734 करोड़ रुपए की लागत से बनने जा रहे इस प्रोजेक्ट की एनवायरमेंट क्लियरेंस के लिए 20 करोड़ रुपए सरकार ने जारी कर दिए है। पहाड़ों की रानी शिमला में इस प्रोजेक्ट के बनने से स्थानीय लोगों सहित शिमला आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों को यहां लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा मिलेगा। रोपवे में लगेगी 660 ट्रॉली डिप्टी CM ने कहा कि इस प्रोजेक्ट में 660 ट्रॉली लगेगी। प्रत्येक की क्षमता 8 से 10 सवारी की होगी। एक घंटे में 6000 यात्री सफर कर सकेंगे। तारादेवी से शुरू होने वाले इस रोपवे में कुल 13 स्टेशन बनाए जाएंगे। पहला स्टेशन तारादेवी में बनेगा, इसके बाद जूडिशियल कॉम्पलेक्स चक्कर, टूटीकंडी पार्किंग, न्यू ISBT टूटीकंडी, रेलवे स्टेशन, ओल्ड ISBT शिमला, लिफ्ट, सचिवालय छोटा शिमला, नव-बहार, संजौली, IGMC, आइस स्केटिंग रिंक और 103 नीयर होटल चेतन पर 13 स्टेशन बनाए जाएंगे। कुछ लोग श्रेय लेने का प्रयास कर रहे: अग्निहोत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा, जिन लोगों ने एक रुपए इस प्रोजेक्ट के लिए नहीं दिया। डीपीआर तक नहीं बनाई वह लोग अब कुछ लोग इसका श्रेय लेने का प्रयास कर रहे है। उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट शिमला के टूरिज्म के लिए संजीवनी साबित होगा। वह खुद इस प्रोजेक्ट को सीरे चढ़ाने के लिए ऑस्ट्रिया और स्विटरलेंड गए। वहां बड़े रोपने बनाने वाली कंपनियों से बात की। शिमला में बनने प्रस्तावित रोपवे से बड़ा दुनिया में केवल बोलेरिया में एक रोपने है। प्रत्येक दो मिनट बाद मिलेगी ट्रॉली अग्निहोत्री ने कहा कि प्रत्येक दो से तीन मिनट बाद यात्रियों को ट्रॉली उपलब्ध होगी। इसमें तीन लाइन होगी। रेड लाइन ग्रीन और ब्लू लाइन बनेगी। शिमला में इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और रोजाना के ट्रैफिक जाम से छुटकारा मिलेगा। यह पूरी तरह इको फ्रैंडली ग्रीन प्रोजेक्ट होगा। यह प्रोजेक्ट आने वाले 40 साल को देखते हुए डिजाइन किया गया है। NDB बैंक कर रहा मदद मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि इस रोपवे को न्यू डेवलपमेंट बैंक (NDB) की मदद से बनाया जा रहा है। इसमें 20 फीसदी हिमाचल की इक्विटी होगी। 8 फीसदी लोन और 72 फीसदी ग्रांट होगी। उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट की सारी औपचारिकताएं पूरी कर दी गई है। अब ग्लोबल टेंडर करने की तैयारी है। बस के जितना होगा किराया: अग्निहोत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि रोपवे का किराया बस के आसपास होगा। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट को पांच साल में पूरा करने का डेडलाइन रखी गई है, जबकि इसके पहले चरण को ढाई साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट की DPR बनकर तैयार है। इसे NDB को सब्मिट कर दिया है। अभी शिमला की सड़कों पर रोजाना जैसी है ट्रैफिक जाम के कारण इस तरह की स्थिति (फाइल फोटो) तारादेवी से शिमला पहुंचना हो जाता है मुश्किल शिमला में ट्रैफिक कंजेशन की वजह से आदमी चंडीगढ़ से तारादेवी आसानी से पहुंच जाता है, लेकिन तारा देवी से शिमला तक 10 किलोमीटर की दूरी तय करने में कई कई घंटे लग जाते हैं। इस वजह से खासकर सेब सीजन, न्यू ईयर, क्रिसमस, समर टूरिस्ट सीजन आदि के दौरान तो 10 किलोमीटर के सफर में चार से छह घंटे लग जाते हैं। ऐसे में रोपवे बनने से शहरवासियों को फायदा होगा। अभी साउथ अमेरिका में दुनिया का सबसे लंबा यानी 32 किलोमीटर रोपवे प्रोजेक्ट है। हिमाचल में बनेगा दुनिया का सबसे लंबा रोपवे मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि शिमला सफल रहा तो परवाणू से शिमला को 39 किलोमीटर लंबा रोपवे बनाया जाएगा। यह दुनिया का सबसे लंबा रोवने होगा। इसकी लागत 6600 करोड़ रुपए आएगी। हिमाचल प्रदेश के रोपवे डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन ने इस दिशा में काम शुरू कर दिया है। इससे PPP (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) में शुरू किया जाएगा। हिमाचल के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने शिमला में प्रेस कॉफ्रेंस में कहा कि हिंदुस्तान का सबसे लंबा रोपवे शिमला में बनने जा रहा है। इसकी लंबाई 14 किलोमीटर की होगी। 1734 करोड़ रुपए की लागत से बनने जा रहे इस प्रोजेक्ट की एनवायरमेंट क्लियरेंस के लिए 20 करोड़ रुपए सरकार ने जारी कर दिए है। पहाड़ों की रानी शिमला में इस प्रोजेक्ट के बनने से स्थानीय लोगों सहित शिमला आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों को यहां लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा मिलेगा। रोपवे में लगेगी 660 ट्रॉली डिप्टी CM ने कहा कि इस प्रोजेक्ट में 660 ट्रॉली लगेगी। प्रत्येक की क्षमता 8 से 10 सवारी की होगी। एक घंटे में 6000 यात्री सफर कर सकेंगे। तारादेवी से शुरू होने वाले इस रोपवे में कुल 13 स्टेशन बनाए जाएंगे। पहला स्टेशन तारादेवी में बनेगा, इसके बाद जूडिशियल कॉम्पलेक्स चक्कर, टूटीकंडी पार्किंग, न्यू ISBT टूटीकंडी, रेलवे स्टेशन, ओल्ड ISBT शिमला, लिफ्ट, सचिवालय छोटा शिमला, नव-बहार, संजौली, IGMC, आइस स्केटिंग रिंक और 103 नीयर होटल चेतन पर 13 स्टेशन बनाए जाएंगे। कुछ लोग श्रेय लेने का प्रयास कर रहे: अग्निहोत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा, जिन लोगों ने एक रुपए इस प्रोजेक्ट के लिए नहीं दिया। डीपीआर तक नहीं बनाई वह लोग अब कुछ लोग इसका श्रेय लेने का प्रयास कर रहे है। उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट शिमला के टूरिज्म के लिए संजीवनी साबित होगा। वह खुद इस प्रोजेक्ट को सीरे चढ़ाने के लिए ऑस्ट्रिया और स्विटरलेंड गए। वहां बड़े रोपने बनाने वाली कंपनियों से बात की। शिमला में बनने प्रस्तावित रोपवे से बड़ा दुनिया में केवल बोलेरिया में एक रोपने है। प्रत्येक दो मिनट बाद मिलेगी ट्रॉली अग्निहोत्री ने कहा कि प्रत्येक दो से तीन मिनट बाद यात्रियों को ट्रॉली उपलब्ध होगी। इसमें तीन लाइन होगी। रेड लाइन ग्रीन और ब्लू लाइन बनेगी। शिमला में इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और रोजाना के ट्रैफिक जाम से छुटकारा मिलेगा। यह पूरी तरह इको फ्रैंडली ग्रीन प्रोजेक्ट होगा। यह प्रोजेक्ट आने वाले 40 साल को देखते हुए डिजाइन किया गया है। NDB बैंक कर रहा मदद मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि इस रोपवे को न्यू डेवलपमेंट बैंक (NDB) की मदद से बनाया जा रहा है। इसमें 20 फीसदी हिमाचल की इक्विटी होगी। 8 फीसदी लोन और 72 फीसदी ग्रांट होगी। उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट की सारी औपचारिकताएं पूरी कर दी गई है। अब ग्लोबल टेंडर करने की तैयारी है। बस के जितना होगा किराया: अग्निहोत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि रोपवे का किराया बस के आसपास होगा। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट को पांच साल में पूरा करने का डेडलाइन रखी गई है, जबकि इसके पहले चरण को ढाई साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट की DPR बनकर तैयार है। इसे NDB को सब्मिट कर दिया है। अभी शिमला की सड़कों पर रोजाना जैसी है ट्रैफिक जाम के कारण इस तरह की स्थिति (फाइल फोटो) तारादेवी से शिमला पहुंचना हो जाता है मुश्किल शिमला में ट्रैफिक कंजेशन की वजह से आदमी चंडीगढ़ से तारादेवी आसानी से पहुंच जाता है, लेकिन तारा देवी से शिमला तक 10 किलोमीटर की दूरी तय करने में कई कई घंटे लग जाते हैं। इस वजह से खासकर सेब सीजन, न्यू ईयर, क्रिसमस, समर टूरिस्ट सीजन आदि के दौरान तो 10 किलोमीटर के सफर में चार से छह घंटे लग जाते हैं। ऐसे में रोपवे बनने से शहरवासियों को फायदा होगा। अभी साउथ अमेरिका में दुनिया का सबसे लंबा यानी 32 किलोमीटर रोपवे प्रोजेक्ट है। हिमाचल में बनेगा दुनिया का सबसे लंबा रोपवे मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि शिमला सफल रहा तो परवाणू से शिमला को 39 किलोमीटर लंबा रोपवे बनाया जाएगा। यह दुनिया का सबसे लंबा रोवने होगा। इसकी लागत 6600 करोड़ रुपए आएगी। हिमाचल प्रदेश के रोपवे डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन ने इस दिशा में काम शुरू कर दिया है। इससे PPP (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) में शुरू किया जाएगा। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल और हरियाणा पुलिस में टकराव:शिमला से टीम गुरुग्राम में प्लेन कंपनी से पूछताछ के लिए गई, यहां उल्टा लोकल पुलिस ने दागे सवाल
हिमाचल और हरियाणा पुलिस में टकराव:शिमला से टीम गुरुग्राम में प्लेन कंपनी से पूछताछ के लिए गई, यहां उल्टा लोकल पुलिस ने दागे सवाल हिमाचल में सरकार को गिराने के लिए षड्यंत्र रचने से जुड़े केस में प्रदेश और हरियाणा पुलिस पुलिस में आमने-सामने हो गई हैं। राज्यसभा चुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस के खिलाफ वोट करने वाले 9 विधायकों को हवाई सेवाएं देने वाली हेलिकॉप्टर कंपनी से पूछताछ के लिए शिमला पुलिस दो दिन पहले गुरुग्राम पहुंची थी। सूत्रों के मुताबिक गुरुग्राम में शिमला पुलिस को फजीहत झेल कर वापस लौटना पड़ा है। शिमला पुलिस अदालत द्वारा जारी सर्च वारंट के आधार पर विमान कंपनी के गुरुग्राम स्थित दफ्तर में पूछताछ को गई थी। मगर वहां पर गुरुग्राम पुलिस पहले से मौजूद थी। इससे पहले की शिमला पुलिस कंपनी प्रबंधन से पूछताछ कर पाती और रिकॉर्ड कब्जे में लेती, गुरुग्राम पुलिस ने उल्टा शिमला पुलिस से सवाल कर दिए। सूत्रों के मुताबिक शिमला पुलिस से गुरुग्राम पुलिस ने लगभग 10 घंटे पूछताछ की। दरअसल, विमान कंपनी को रेड की पहले ही जानकारी मिल गई थी। इसलिए कंपनी ने पहले ही लोकल पुलिस मौके पर बुला दी थी। इसके बाद गुरुग्राम पुलिस शिमला पुलिस पर हावी हो गई। शिमला से चार सदस्यीय टीम DSP मानविंदर की अगुआई में गुरुग्राम गई थी। शिमला के SP संजीव गांधी ने बताया कि गुरुग्राम गई टीम वापस लौट रही है। कोर्ट से सर्च वारंट था। गुरुग्राम में जो भी हुआ होगा, उसकी जानकारी कोर्ट को दी जाएगी। उधर, गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता संदीप कुमार ने बताया कि हमें इस बारे में जानकारी नहीं है। शिमला पुलिस के खिलाफ FIR देने को तैयार हो गई हरियाणा पुलिस
आमतौर पर एक राज्य की पुलिस जब दूसरे प्रदेश में इस तरह की कार्रवाई करती है तो लोकल पुलिस सहयोग करती है, मगर इस केस में हरियाणा और हिमाचल पुलिस आमने-सामने हो गई। बताया जा रहा है कि गुरुग्राम पुलिस तो शिमला पुलिस के खिलाफ एफआईआर देने को तैयार थी। इस विवाद की वजह से शिमला पुलिस विमान कंपनी से रिकॉर्ड भी कब्जे में नहीं ले सकी। शिमला पुलिस को इसलिए सहयोग नहीं मिला
सूत्रों के मुताबिक, हिमाचल में कांग्रेस सरकार और हरियाणा में बीजेपी सरकार की वजह से इस मामले में लोकल पुलिस का सहयोग नहीं मिल पाया। कांग्रेस विधायक संजय अवस्थी और भुवनेश्वर गौड़ ने 10 मार्च को शिमला के बालूगंज थाना में FIR कराई थी। इस शिकायत में सरकार को गिराने के लिए करोड़ों रुपए के लेन-देन, बागियों को फाइव-सेवन स्टार होटलों में ठहराने और हेलिकॉप्टर से बागी विधायकों को ले जाने समेत जैसे गंभीर आरोप हैं। बालूगंज थाना में इन नेताओं के खिलाफ एफआईआर
यह एफआईआर हमीरपुर से बीजेपी विधायक आशीष शर्मा और गगरेट से पूर्व विधायक एवं बीजेपी टिकट पर उपचुनाव लड़ने वाले चैतन्य शर्मा के रिटायर आईएएस पिता राकेश शर्मा के खिलाफ दर्ज है। इस केस में शिमला पुलिस बीजेपी नेता एवं पूर्व में कांग्रेस के बागी विधायक राजेंद्र राणा, रवि ठाकुर, हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के प्रचार सलाहाकार तरुण भंडारी समेत कई भाजपा नेताओं से पूछताछ कर चुकी है। अब पढ़िए पूरा मामला?
इस साल 27 फरवरी को हिमाचल में राज्यसभा चुनाव हुए। जब चुनाव हुआ तो 6 कांग्रेसी विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की। 3 निर्दलीय विधायकों ने भी भाजपा के पक्ष में वोटिंग की। जिस वजह से भाजपा और कांग्रेस कैंडिडेट को 34-34 वोट मिले। इसके बाद लॉटरी से भाजपा के हर्ष महाजन चुनाव जीत गए, जबकि कांग्रेस के कैंडिडेट अभिषेक मनु सिंघवी हार गए थे। सरकार पर आया था संकट
इसके बाद सरकार पर संकट आ गया था। भाजपा ने गवर्नर से मिलकर कहा कि सरकार के पास बहुमत नहीं है। दोनों के पास बराबर 34-34 विधायक हो गए थे। इसके बाद तुरंत कांग्रेस हाईकमान ने कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार और हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा को शिमला भेजा। इसके बाद सरकार का संकट टालने के लिए विधानसभा स्पीकर ने कांग्रेस की शिकायत पर बागी हुए 6 विधायकों को दलबदल कानून के तहत अयोग्य करार दे दिया। बाद में 3 निर्दलीयों ने भी इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद कांग्रेस की तरफ से केस दर्ज कराया गया था। एक महीने तक प्रदेश से बाहर रहे थे बागी विधायक
राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोट के बाद कांग्रेस के छह बागी सहित तीन निर्दलीय विधायक भी करीब दो हफ्ते तक पंचकूला के एक होटल में ठहरे थे। इसके बाद ऋषिकेश गए। ऋषिकेश से गुरुग्राम पहुंचे। इस दौरान इनके ठहरने व खाने-पीने के बिलों का भुगतान जिन्होंने किया, पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। होटलों में ठहराया, हेलिकॉप्टर से बागियों को ले गए
आशीष शर्मा और चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा पर आरोप है कि इन्होंने सरकार को गिराने के लिए विधायकों के फाइव से सेवन स्टार होटलों में ठहराने की व्यवस्था की और हेलिकॉप्टर से बागी विधायकों को ले जाने में मदद की।
हिमाचल में बारिश के बाद मौसम सुहावना:परसो दस्तक दे सकता है मानसून; प्री-मानसून रेन से तबाही, 28 जून को भारी बारिश का अलर्ट
हिमाचल में बारिश के बाद मौसम सुहावना:परसो दस्तक दे सकता है मानसून; प्री-मानसून रेन से तबाही, 28 जून को भारी बारिश का अलर्ट हिमाचल में मानसून की एंट्री से पहले मौसम सुहावना हो गया है। बारिश के बाद प्रदेश के ज्यादातर शहरों के तापमान में गिरावट आई है। मौसम विभाग (IMD) की माने तो प्रदेश के मैदानी इलाकों को छोड़कर अन्य क्षेत्रों में आज भी हल्की बारिश के आसार है। खासकर चंबा, कांगड़ा, कुल्लू व मंडी जिला के ऊपरी इलाकों में आंधी के साथ साथ आसमानी बिजली गिरने को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। IMD के अनुसार, कल यानी 26 जून को मौसम प्रदेशभर में साफ रहेगा। 27 जून से मानसून दस्तक दे सकती है। 27 जून को मानसून की एंट्री के बाद 28 जून के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इससे पहले प्री-मानसून की एंट्री हो चुकी है। हालांकि प्री-मानसून की बारिश प्रदेश के कुछेक क्षेत्रों में ही हुई है। खासकर बीते 24 घंटे के दौरान लाहौल स्पीति के उदयपुर और सोलन जिला के गंभरपुल में बादल फटने से खूब तबाही देखी गई। गंभरपुल में तो एक ढाबा मलबे में बह गया, जबकि तीन दुकानों व एक घर में मलबा भरने से भारी नुकसान हुआ है। दो गाड़ियां भी मलबे की चपेट में आई है। हिमाचल में मानसून अक्सर 22 से 25 जून के बीच दस्तक देता है। मगर इस बार दो दिन की देरी से आ सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पॉल ने बताया कि 27 जून को मानसून की एंट्री संभावित है और 28 जून से ज्यादातर इलाकों में भारी बारिश का पूर्वानुमान है। 28 से 30 जून तक येलो अलर्ट डॉ. पॉल ने बताया कि 28 से 30 जून तक प्रदेश के ज्यादातर भागों में बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि इस बार मानसून में नॉर्मल रहने के आसार है। उन्होंने बताया कि मानसून की एंट्री से पहले कुछेक स्थानों पर आज व कल तापमान में हल्का उछाल आएगा। अभी ऊना का तापमान सर्वाधिक 40.2 डिग्री सेल्सियस और नारकंडा का सबसे कम 21.4 डिग्री चल रहा है। प्रदेश के प्रमुख शहरों का पारा जून में अब तक नॉर्मल से 57% कम बारिश हिमाचल में अब तक जून महीने में नॉर्मल से 57 प्रतिशत कम बारिश हुई है। जून के पहले 24 दिन में 66.7 मिलीमीटर नॉर्मल रैन होती है, लेकिन इस बार 28.6 मिलीमीटर ही बादल बरसे है। हमीरपुर में नॉर्मल से 78 प्रतिशत कम बारिश हुई है। वहीं ऊना व कांगड़ा में 75-75 प्रतिशत, मंडी में 71 प्रतिशत, बिलासपुर में 45 प्रतिशत, चंबा में 55 प्रतिशत, किन्नौर में -69 प्रतिशत, कुल्लू में -51 प्रतिशत, लाहौल स्पीति में -24 प्रतिशत, शिमला में 55 प्रतिशत, सिरमौर में 66 प्रतिशत और सोलन जिला में नॉर्मल से 43 प्रतिशत बादल बरसे है।
हिमाचल यूनिवर्सिटी में आधी रात को हंगामा:SFI ने प्रशासन के खिलाफ की नारेबाजी; हॉस्टल अलॉट नहीं करने पर भड़के छात्र
हिमाचल यूनिवर्सिटी में आधी रात को हंगामा:SFI ने प्रशासन के खिलाफ की नारेबाजी; हॉस्टल अलॉट नहीं करने पर भड़के छात्र शिमला में स्थित हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के हॉस्टल में शुक्रवार आधी रात में छात्रों ने हंगामा किया। दरअसल, सत्र शुरू होने के एक महीने बाद भी हॉस्टल अलॉट नहीं होने से छात्र भड़क गए। इस पर छात्रों ने स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) के बैनर तले रात 11.30 बजे तक यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। हॉस्टल के चीफ वार्डन के समझाने पर काफी देर बाद छात्र माने और तब जाकर नारेबाजी बंद की। SFI का आरोप है कि नए सत्र की कक्षाएं शुरू हुए एक महीने से ज्यादा वक्त बीत गया है। मगर यूनिवर्सिटी प्रशासन अब तक छात्रों को हॉस्टल नहीं दे पाया। इससे बच्चों को महंगे पीजी में रहना पड़ रहा है। 3 घंटे तक चलती रही नारेबाजी गुस्साएं छात्रों ने रात को करीब साढ़े 8 बजे से प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू की और साढ़े 11 बजे तक प्रदर्शन चलता रहा। कुलपति को एक सप्ताह पहले ज्ञापन दिया जा चुका: संतोष SFI की HPU इकाई के अध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया कि हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी प्रशासन बार बार आग्रह करने के बाद हॉस्टल अलॉट नहीं कर पाया। इससे छात्रों को 9 से 10 हजार रुपए प्रति माह पीजी पर खर्च करने पड़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि बीते सप्ताह SFI ने कुलपति से मिलकर भी हॉस्टल जल्द देने का आग्रह किया था। मगर किसी के कान पर जूं तक नहीं रैंग रही। इसलिए मजबूरी में आधी रात में प्रदर्शन करना पड़ा। आज शाम तक हॉस्टल नहीं मिले तो चीफ वार्डन दफ्तर का करेंगे घेराव संतोष कुमार ने बताया कि चीफ वार्डन के भरोसे के बाद SFI ने प्रदर्शन बंद किया। आज शाम तक यदि छात्रों को हॉस्टल अलॉट नहीं होते तो चीफ वार्डन के ऑफिस में प्रदर्शन किया जाएगा।