हरियाणा में करनाल से एक छात्रा व एक महिला संदिग्ध हालातों में लापता हो गई। जिसमें एक युवती कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी जाने के बाद वापिस नहीं लौटी, जबकि एक महिला बिना बताए गए से लापता हो गई। दोनों ही मामलों में परिजनों ने दोनों की तलाश की, लेकिन कोई भी सुराग नहीं लग पाया। जिसके बाद परिजनों ने मामले की शिकायत पुलिस को की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यूनिवर्सिटी गई छात्रा नहीं लौटी पहला मामला, 23 अक्टूबर का है। जिसमें 22 वर्षीय छात्रा सुबह करीब 7 बजे करनाल स्थित अपने घर से कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के लिए निकली थी। शाम तक घर वापस न लौटने पर परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की, लेकिन कहीं भी कोई सुराग नहीं मिला। युवती की मां ने पुलिस को इसकी सूचना दी और अपनी बेटी की जल्द से जल्द तलाश की गुहार लगाई। युवती का रंग गोरा, कद 5’2 इंच, और पहनावे में हरे रंग का सूट बताया गया है। परिजनों ने बताया कि उन्होंने अपने स्तर पर मंशिका की काफी खोजबीन की, लेकिन उसका कोई पता नहीं चल सका। जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है। बिना बताए घर से चली गई महिला दूसरा मामला 20 अक्टूबर का है, जब महिला बिना किसी जानकारी दिए घर से चली गई। करनाल निवासी महिला के पति ने पुलिस को बताया कि उन्होंने अपने स्तर पर पत्नी की काफी तलाश की, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। पति ने कैथल के एक युवक पर शक जताया है कि युवक उसकी पत्नी को लेकर गया है। युवक की उम्र 26 साल है। उसका रंग सांवला है और उसने काले रंग की टी-शर्ट और लावर पहनी हुई थी। पीड़ित पति ने पुलिस को बताया कि उसने अपनी पत्नी की तलाश हर जगह की है, लेकिन उसका कहीं पर भी कोई सुराग नहीं लग पाया है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस जुटी तलाश में संबंधित थाना के जांच अधिकारी जयपाल ने बताया कि एक छात्रा और एक महिला के लापता होने की शिकायत मिली है। शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। दोनों का अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। तलाश जारी है। हरियाणा में करनाल से एक छात्रा व एक महिला संदिग्ध हालातों में लापता हो गई। जिसमें एक युवती कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी जाने के बाद वापिस नहीं लौटी, जबकि एक महिला बिना बताए गए से लापता हो गई। दोनों ही मामलों में परिजनों ने दोनों की तलाश की, लेकिन कोई भी सुराग नहीं लग पाया। जिसके बाद परिजनों ने मामले की शिकायत पुलिस को की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यूनिवर्सिटी गई छात्रा नहीं लौटी पहला मामला, 23 अक्टूबर का है। जिसमें 22 वर्षीय छात्रा सुबह करीब 7 बजे करनाल स्थित अपने घर से कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के लिए निकली थी। शाम तक घर वापस न लौटने पर परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की, लेकिन कहीं भी कोई सुराग नहीं मिला। युवती की मां ने पुलिस को इसकी सूचना दी और अपनी बेटी की जल्द से जल्द तलाश की गुहार लगाई। युवती का रंग गोरा, कद 5’2 इंच, और पहनावे में हरे रंग का सूट बताया गया है। परिजनों ने बताया कि उन्होंने अपने स्तर पर मंशिका की काफी खोजबीन की, लेकिन उसका कोई पता नहीं चल सका। जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है। बिना बताए घर से चली गई महिला दूसरा मामला 20 अक्टूबर का है, जब महिला बिना किसी जानकारी दिए घर से चली गई। करनाल निवासी महिला के पति ने पुलिस को बताया कि उन्होंने अपने स्तर पर पत्नी की काफी तलाश की, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। पति ने कैथल के एक युवक पर शक जताया है कि युवक उसकी पत्नी को लेकर गया है। युवक की उम्र 26 साल है। उसका रंग सांवला है और उसने काले रंग की टी-शर्ट और लावर पहनी हुई थी। पीड़ित पति ने पुलिस को बताया कि उसने अपनी पत्नी की तलाश हर जगह की है, लेकिन उसका कहीं पर भी कोई सुराग नहीं लग पाया है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस जुटी तलाश में संबंधित थाना के जांच अधिकारी जयपाल ने बताया कि एक छात्रा और एक महिला के लापता होने की शिकायत मिली है। शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। दोनों का अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। तलाश जारी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
जींद में इनेलो को लगा बड़ा झटका:विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी रहे नरेन्द्रनाथ शर्मा ने छोड़ी पार्टी; हलका प्रभारी भी थे
जींद में इनेलो को लगा बड़ा झटका:विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी रहे नरेन्द्रनाथ शर्मा ने छोड़ी पार्टी; हलका प्रभारी भी थे हरियाणा के जींद में इनेलो (INLD) को बड़ा झटका लगा है। विधानसभा चुनाव में जींद से इनेलो की टिकट पर चुनाव लड़ने वाले नरेंद्र नाथ शर्मा ने पार्टी छोड़ दी है। उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट पर इसकी जानकारी देते हुए बताया कि वे निजी कारणों से इनेलो के सभी पदों से त्यागपत्र दे रहे हैं। नरेंद्र नाथ शर्मा ने अपने फेसबुक पोस्ट पर लिखा है कि मैं अपने निजी कारणों से इनेलो पार्टी के सभी पदों व दायित्वों से तुरंत प्रभाव से इस्तीफा देता हूं। शिक्षा के क्षेत्र में, सामाजिक क्षेत्र में पहले की तरह लगातार कार्य करता रहूंगा और आगे भी लोगों की सेवा करता रहूंगा। इनेलो में नरेंद्रनाथ शर्मा जींद में हलका प्रभारी थे। विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ते हुए नरेंद्र नाथ शर्मा को केवल 1127 मत ही मिल पाए थे। यहां उनकी करारी हार हुई थी।
करनाल में कांग्रेस प्रत्याशी की डैमेज कंट्रोल की कोशिश:टिकट बंटवारे के बाद नाराज चल रहे नेताओं को मानने का दौर शुरू, लाठर ने कहा मंच पर नहीं जाऊंगा
करनाल में कांग्रेस प्रत्याशी की डैमेज कंट्रोल की कोशिश:टिकट बंटवारे के बाद नाराज चल रहे नेताओं को मानने का दौर शुरू, लाठर ने कहा मंच पर नहीं जाऊंगा हरियाणा में घरौंडा विधानसभा पर बीजेपी और कांग्रेस में आमने-सामने की टक्कर नजर आने वाली है। बीजेपी ने अपने दो बार के सीटिंग एमएलए हरविंद्र कल्याण को मौका दिया है तो कांग्रेस ने लगातार हार का मुंह देखने वाले वीरेंद्र राठौर के हाथ में चौथी बार टिकट सौंपी है। जिसके बाद टिकट के चाहवानों के सुर भी बदले-बदले से दिखाई दिए। बगावत की सुगबुगाहट ने कांग्रेस प्रत्याशी की नींद उड़ा दी। भूप्पी लाठर भी चुनाव के मैदान में कूदना चाहते थे और सतीश राणा कैरवाली भी। टिकट कटने का दर्द था, इसलिए बयानबाजी भी सामने आई। सतीश राणा ने एक बार तो आजाद की हुंकार भरी, लेकिन अगले दिन यह हुंकार अगले दिन नजर नहीं आई। आजाद चुनव लड़ने पर किया था मंथन सुरजेवाला-सैलजा गुट से प्रबल दावेदार भूपेंद्र लाठर ने मैदान में खुद को या फिर पूर्व विधायक नरेंद्र सांगवान को विधानसभा चुनाव में आजाद उतारने के लिए पंचायत में मंथन किया। समर्थक चाहते थे लाठर या फिर सांगवान कोई एक आजाद उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरे। लेकिन 10 सदस्यीय कमेटी ने मंथन किया और आजाद चुनाव लड़ने के फैसले को नकार दिया। जिसके बाद भूपेंद्र सिंह लाठर ने एक बयान दिया। जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि वे कांग्रेस संगठन के लिए काम करेंगे और वोट मांगने का काम करेंगे, लेकिन राठौर के साथ मंच साझा करने से बचेंगे। ओबीसी के कोऑर्डिनेटर ने भी बदले सुर हरियाणा कांग्रेस में ओबीसी सेल के डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर सतपाल कश्यप कोहंड के भी सुर कुछ बदले बदले से है। उन्होंने एक इंटरव्यू में कांग्रेस प्रत्याशी का नाम तक लेने में परहेज किया। इतना ही कहा कि सतपाल कश्यप हुड्डा साहब के साथ है, कांग्रेस के साथ है और जो भी उम्मीदवार भेजा है हम उसके साथ खड़े है और उसको जीताने का काम करेंगे। नाराज नेताओं को मनाने में जुटे सूत्रों की माने तो कांग्रेस प्रत्याशी वीरेंद्र राठौर टिकट कटने से नाराज नेताओं को मनाने में जुटे है। किसी से मुलाकात की जा रही है तो किसी से फोन पर संपर्क साधा जा रहा है। चुनाव में किसी तरह की बगावत उनके खिलाफ न हो, इसलिए मंच पर भी उन नेताओं को पूरा सम्मान दिया जा रहा है। टिकट के दावेदार कांग्रेस नेता रघबीर संधू, अनिल राणा, सतीश राणा व अन्य के साथ भी राठौर की तस्वीरे सामने आई। जिसमें वे गले मिलते हुए नजर आ रहे है। आजाद प्रत्याशी के तौर पर हुंकार भरने वाले सतीश राणा भी कार्यकर्ता सम्मेलन के मंच पर दिखे। निर्मल स्टौंडी, नैनपाल राणा, राजेंद्र बेगमपुर, शेखर राणा व अन्य टिकट के चाहवान दिखे। राठोर रूठे हुओ को अपने साथ लाने में कामयाब हो गए, जो आजाद आना चाहते थे वे भी कांग्रेस का साथ और वोट मांगने के लिए तैयार हो गए। क्या देंगे राठौर का साथ ऐसे में देखने वाली बात यह है कि कांग्रेस के नेता कांग्रेस के प्रत्याशी का कितना साथ देते है? या फिर सिर्फ वे खड़े ही है? जिस तरह से लोकसभा चुनावों में दिव्यांशु बुद्धिराजा का साथ दिया गया था, कहीं ऐसा साथ तो कांग्रेस के नेता नहीं देना चाहते। कांग्रेस ने एकजुटता का परिचय नहीं दिया तो कांग्रेस के लिए घरौंडा सीट जीतने का सपना महज सपना बनकर ही रह जाएगा।
हरियाणा चुनाव के लिए BJP ने 2 कमेटियां बनाईं:कुलदीप बिश्नोई एक में मेंबर, दूसरे के संयोजक; कांग्रेस छोड़ आईं किरण चौधरी का नाम नहीं
हरियाणा चुनाव के लिए BJP ने 2 कमेटियां बनाईं:कुलदीप बिश्नोई एक में मेंबर, दूसरे के संयोजक; कांग्रेस छोड़ आईं किरण चौधरी का नाम नहीं हरियाणा में अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 2 समितियों की घोषणा कर दी है। इनमें प्रदेश चुनाव समिति और प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति शामिल है। प्रदेश चुनाव समिति में मनोहर लाल खट्टर के साथ राव इंद्रजीत और कृष्णपाल गुर्जर समेत 20 नेताओं को शामिल किया गया है। प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति की कमान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली को सौंपी गई है। वह हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष भी हैं। भाजपा के हरियाणा प्रभारी सतीश पूनिया ने इस संबंध में पत्र जारी करते हुए कहा कि यह नियुक्तियां तत्काल प्रभाव से लागू होंगी। इस लिस्ट में सबसे चौंकाने वाली 2 बातें सामने आई हैं। पहली… लिस्ट में पूर्व सीएम भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई को पूरी अहमियत दी गई है। उन्हें प्रदेश चुनाव समिति का मेंबर और प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति का संयोजक बनाया गया है। वह हिसार से लोकसभा टिकट काटे जाने के बाद पार्टी से नाराज चल रहे थे। दूसरी… लोकसभा चुनाव में भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से अपनी बेटी श्रुति चौधरी को टिकट न मिलने पर कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुई किरण चौधरी या उनकी बेटी श्रुति चौधरी को BJP ने दोनों कमेटियों में से किसी में जगह नहीं दी किस कमेटी में कौन-कौन से नेता प्रदेश चुनाव समिति : इसमें प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली, सीएम नायब सैनी, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, राव इंद्रजीत सिंह, कृष्णपाल गुर्जर, भाजपा संसदीय बोर्ड की मेंबर पूर्व सांसद सुधा यादव, पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा, राष्ट्रीय सचिव ओपी धनखड़, विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता, मंत्री जेपी दलाल, भिवानी-महेंद्रगढ़ सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह, पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई, राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा, रोहतक से लोकसभा चुनाव हारे अरविंद शर्मा, पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल, प्रदेश संगठन महामंत्री फणींद्रनाथ शर्मा, प्रदेश महामंत्री कृष्ण बेदी, महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष उषा प्रियदर्शी, एसी मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष सत्यप्रकाश जरावता को शामिल किया गया है। प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति: इसमें मोहनलाल बड़ौली को अध्यक्ष, कुलदीप बिश्नोई को संयोजक, कृष्ण पंवार और वेदपाल एडवोकेट को सह संयोजक बनाया गया है। इसके अलावा ओमप्रकाश धनखड़, सुनीता दुग्गल, विपुल गोयल, कृष्णमूर्ति हुड्डा, जवाहर यादव, अजय बंसल, संदीप जोशी, जीएल शर्मा, सुनीता दांगी, रेणु डाबला, कैप्टन भूपेंद्र, उषा प्रियदर्शी, अरविंद यादव, मानस डेका, वरिंद्र गर्ग, मेयर मदन चौहान, मदन गोयल, उमेश शर्मा, नागेंद्र शर्मा, प्रवीन जैन, राजीव जेटली, अरूण यादव, आदित्य चावला, सुनील राव, मनोज शर्मा, संचित नांदल, डॉ. बलवान और कर्नल राजेंद्र सुहाग को मेंबर बनाया गया है। PM मोदी से मिले थे कुलदीप बिश्नोई
कुलदीप बिश्नोई ने पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की थी और कहा था कि वह हरियाणा में चुनाव को लीड करना चाहते हैं। इसी को देखते हुए कुलदीप बिश्नोई को प्रदेश चुनाव समिति में जगह दी गई है और प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति का संयोजक बनाया गया है। प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति का अहम रोल
प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति ही तय करती है कि राज्य में किस नेताओं के दौरे कब और कहां होंगे, सार्वजनिक सम्मेलनों, चुनाव प्रचार सामग्री के वितरण और राज्य स्तरीय चुनाव घोषणापत्र तैयार करने आदि का काम संभालती है। BJP की जारी कमेटियों की लिस्ट देखें…