कानपुर पुलिस आज गुरुवार को एकता गुप्ता मर्डर केस के आरोपी जिम ट्रेनर विमल सोनी और एकता के पति राहुल गुप्ता का आमना-सामना कराएगी। जघन्या हत्याकांड के बाद से राहुल के मन में सैकड़ों सवाल उमड़-घुमड़ रहे हैं। जिनके आज तक पुलिस भी जवाब नहीं दे पा रही है। अब राहुल गुप्ता की रिक्वेस्ट पर पुलिस गुरुवार को हत्यारोपी से आमना-सामना कराएगी और राहुल हत्यारोपी विमल से सवाल करेंगे। आखिर राहुल विमल सोनी से क्या सवाल करने वाले हैं। दैनिक भास्कर पर एकता के पति राहुल गुप्ता का खास इंटरव्यू से जानें…। अब आपको विमल के सवालों के बारे में बताते हैं…। पहला सवाल: राहुल गुप्ता ने कहा कि मेरा पहला सवाल है कि मेरी पत्नी को मारा क्यो…? दूसरा सवाल: दूसरा ये कि उसने बताया था कि शादी तय हो गई थी इसलिए गुस्सा आने पर मार दिया। वो भी आरोप झूठे साबित हो गए। इस बात का अब कोई मतलब नहीं है। मेरा तो उसने पूरा घर ही खराब कर दिया। बच्चे अनाथ हो गए हैं। मेरे बच्चों का भविष्य बर्बाद कर दिया है। मारने का रीजन पता चलना चाहिए। न कोई शादी न कोई बारात वो सिर्फ गोल-गोल घुमा रहा है। सही बात नहीं बता रहा है। तीसरा सवाल: राहुल ने कहा कि मुझे जानना है कि डीएम कंपाउंड में कैसे लेकर गए। ऐसी क्या बात हो गई कि तुमने उसको मार दिया। अगर कोई बात थी तो मुझे बताना चाहिए था, इसमें मर्डर करने जैसा क्या था। अगर कुछ समस्या थी तो मैं उसे देखता। चौथा सवाल: डीएम कंपाउंड के ऑफिसर्स क्लब में जो इन्होंने पत्नी को गाड़ा है। वो गड्डा किस तरह से इन्होंने 45 मिनट में खोदा। क्या ईजी है, यहां तीन घंटे लग गए तो कई आदमी मिलकर पांच फीट का गड्ढा खोद पाए। तुमने 45 मिनट में गड्ढा खोदा, गाड़ दिया और चले भी गए वहां से। पांचवा सवाल: राहुल ने कहा कि पुलिस तो अपराधी के बयान पर हत्याकांड का खुलासा कर रही है। अगर मेरी पत्नी जिंदा होती तो कुछ और ही बड़ा खुलासा होता। आज हम गए थे, दो से तीन मिनट खड़े थे। ऑफिसर्स पूछताछ कर रहे थे, लेकिन वो कुछ बोल नहीं रहा था। राहुल ने कहा जब पुलिस को नहीं बता रहा तो मुझे क्या बताएगा…। पूछताछ बहुत नॉर्मल तरीके से हो रही है। कोई सख्ती नहीं की जा रही है। जब तक सख्ती नहीं दिखाई जाएगी तब तक ये कुछ बोलने वाला नहीं है। क्यों कि विमल सोनी बहुत शातिर है। ये इतना शातिर है कि जिस दिन ये पकड़ा गया है उस दिन भी पुलिस को गुमराह करके घुमाता रहा था। आज भी जब इतने नॉर्मल तरीके से पूछताछ की जा रही है, जब तक इससे सख्ती से पूछताछ नहीं की जाएगी कुछ भी खुलासा नहीं होगा। उसके चेहरे से मुझे नजर आ चुका है। वो कहीं कुछ बयां नहीं करेगा। वो बहुत रिलैक्स होकर खड़ा था। उसके चेहरे पर शिकन तक नहीं है। उसे हत्याकांड पर कोई पछतावा नहीं है कि मैंने किसी का घर बर्बाद कर दिया। वो सिर्फ पुलिस को गुमराह कर रहा है। पुलिस सख्ती से पूछताछ करेगी तभी मर्डर मिस्ट्री का खुलासा होगा। इसमें जरूर कोई न कोई और इन्वॉल्व है। जब पुलिस से नहीं बोल रहा है तो हमसे क्या बोलेगा। जब तक सख्ती नहीं होगी तब तक ऐसे अपराधी इसी तरह से अपराध करते रहेंगे। विमल बच जाएगा तो फिर किसी नई एकता को ढूढेंगा हत्यारोपी विमल की पिछले पांच महीने से डीएम आवास परिसर में बाइक खड़ी है। डीएम आवास परिसर में बाइक पांच महीने से खड़ी है कोई पूछे भी नहीं ये अपने आप में बड़ा सवाल है। अगर कोई रोड पर भी लावारिश गाड़ी खड़ी कर देता है तो लोग पुलिस को सूचना दे देते हैं। क्या उनको मालूम था कि ये बाइक विमल सोनी की है। इस वजह से खड़ी थी कि या कोई और बात है। इसका भी खुलासा होना चाहिए। अगर पांच महीने से वहां बाइक खड़ी है तो किसी से पूछा क्यों नहीं गया। डीएम आवास के बगल ऑफिसर्स क्लब में शव को दफन किया गया था। पुलिस इस वजह से जांच करने से बच रही है। डीएम साहब भी बदनामी के डर से बच रहे हैं। खुलासा होना बहुत जरूरी है। आज मेरा घर बर्बाद हुआ है। अगर कल ये अपराधी छूट जाता है तो ये दूसरा घर बर्बाद करेगा और फिर कोई एकता तलाश करेंगा। अगर इस तरह से बच जाएगा तो अपराधी से ही लोग अपराध सीखेंगे। जब तक अपराधी को सजा नहीं होगी अपराध कम नहीं होगा। कानपुर पुलिस आज गुरुवार को एकता गुप्ता मर्डर केस के आरोपी जिम ट्रेनर विमल सोनी और एकता के पति राहुल गुप्ता का आमना-सामना कराएगी। जघन्या हत्याकांड के बाद से राहुल के मन में सैकड़ों सवाल उमड़-घुमड़ रहे हैं। जिनके आज तक पुलिस भी जवाब नहीं दे पा रही है। अब राहुल गुप्ता की रिक्वेस्ट पर पुलिस गुरुवार को हत्यारोपी से आमना-सामना कराएगी और राहुल हत्यारोपी विमल से सवाल करेंगे। आखिर राहुल विमल सोनी से क्या सवाल करने वाले हैं। दैनिक भास्कर पर एकता के पति राहुल गुप्ता का खास इंटरव्यू से जानें…। अब आपको विमल के सवालों के बारे में बताते हैं…। पहला सवाल: राहुल गुप्ता ने कहा कि मेरा पहला सवाल है कि मेरी पत्नी को मारा क्यो…? दूसरा सवाल: दूसरा ये कि उसने बताया था कि शादी तय हो गई थी इसलिए गुस्सा आने पर मार दिया। वो भी आरोप झूठे साबित हो गए। इस बात का अब कोई मतलब नहीं है। मेरा तो उसने पूरा घर ही खराब कर दिया। बच्चे अनाथ हो गए हैं। मेरे बच्चों का भविष्य बर्बाद कर दिया है। मारने का रीजन पता चलना चाहिए। न कोई शादी न कोई बारात वो सिर्फ गोल-गोल घुमा रहा है। सही बात नहीं बता रहा है। तीसरा सवाल: राहुल ने कहा कि मुझे जानना है कि डीएम कंपाउंड में कैसे लेकर गए। ऐसी क्या बात हो गई कि तुमने उसको मार दिया। अगर कोई बात थी तो मुझे बताना चाहिए था, इसमें मर्डर करने जैसा क्या था। अगर कुछ समस्या थी तो मैं उसे देखता। चौथा सवाल: डीएम कंपाउंड के ऑफिसर्स क्लब में जो इन्होंने पत्नी को गाड़ा है। वो गड्डा किस तरह से इन्होंने 45 मिनट में खोदा। क्या ईजी है, यहां तीन घंटे लग गए तो कई आदमी मिलकर पांच फीट का गड्ढा खोद पाए। तुमने 45 मिनट में गड्ढा खोदा, गाड़ दिया और चले भी गए वहां से। पांचवा सवाल: राहुल ने कहा कि पुलिस तो अपराधी के बयान पर हत्याकांड का खुलासा कर रही है। अगर मेरी पत्नी जिंदा होती तो कुछ और ही बड़ा खुलासा होता। आज हम गए थे, दो से तीन मिनट खड़े थे। ऑफिसर्स पूछताछ कर रहे थे, लेकिन वो कुछ बोल नहीं रहा था। राहुल ने कहा जब पुलिस को नहीं बता रहा तो मुझे क्या बताएगा…। पूछताछ बहुत नॉर्मल तरीके से हो रही है। कोई सख्ती नहीं की जा रही है। जब तक सख्ती नहीं दिखाई जाएगी तब तक ये कुछ बोलने वाला नहीं है। क्यों कि विमल सोनी बहुत शातिर है। ये इतना शातिर है कि जिस दिन ये पकड़ा गया है उस दिन भी पुलिस को गुमराह करके घुमाता रहा था। आज भी जब इतने नॉर्मल तरीके से पूछताछ की जा रही है, जब तक इससे सख्ती से पूछताछ नहीं की जाएगी कुछ भी खुलासा नहीं होगा। उसके चेहरे से मुझे नजर आ चुका है। वो कहीं कुछ बयां नहीं करेगा। वो बहुत रिलैक्स होकर खड़ा था। उसके चेहरे पर शिकन तक नहीं है। उसे हत्याकांड पर कोई पछतावा नहीं है कि मैंने किसी का घर बर्बाद कर दिया। वो सिर्फ पुलिस को गुमराह कर रहा है। पुलिस सख्ती से पूछताछ करेगी तभी मर्डर मिस्ट्री का खुलासा होगा। इसमें जरूर कोई न कोई और इन्वॉल्व है। जब पुलिस से नहीं बोल रहा है तो हमसे क्या बोलेगा। जब तक सख्ती नहीं होगी तब तक ऐसे अपराधी इसी तरह से अपराध करते रहेंगे। विमल बच जाएगा तो फिर किसी नई एकता को ढूढेंगा हत्यारोपी विमल की पिछले पांच महीने से डीएम आवास परिसर में बाइक खड़ी है। डीएम आवास परिसर में बाइक पांच महीने से खड़ी है कोई पूछे भी नहीं ये अपने आप में बड़ा सवाल है। अगर कोई रोड पर भी लावारिश गाड़ी खड़ी कर देता है तो लोग पुलिस को सूचना दे देते हैं। क्या उनको मालूम था कि ये बाइक विमल सोनी की है। इस वजह से खड़ी थी कि या कोई और बात है। इसका भी खुलासा होना चाहिए। अगर पांच महीने से वहां बाइक खड़ी है तो किसी से पूछा क्यों नहीं गया। डीएम आवास के बगल ऑफिसर्स क्लब में शव को दफन किया गया था। पुलिस इस वजह से जांच करने से बच रही है। डीएम साहब भी बदनामी के डर से बच रहे हैं। खुलासा होना बहुत जरूरी है। आज मेरा घर बर्बाद हुआ है। अगर कल ये अपराधी छूट जाता है तो ये दूसरा घर बर्बाद करेगा और फिर कोई एकता तलाश करेंगा। अगर इस तरह से बच जाएगा तो अपराधी से ही लोग अपराध सीखेंगे। जब तक अपराधी को सजा नहीं होगी अपराध कम नहीं होगा। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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2017 से कई कॉलेजों ने जमा नहीं किया GST, यूनिवर्सिटी को लगी 22 करोड़ की चपत, कैसे हुई लापरवाही?
2017 से कई कॉलेजों ने जमा नहीं किया GST, यूनिवर्सिटी को लगी 22 करोड़ की चपत, कैसे हुई लापरवाही? <p style=”text-align: justify;”><strong>MP Colleges GST Dues:</strong> मध्य प्रदेश मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी (MP Medical Science University) के लिए 22 करोड़ की जीएसटी (GST) वसूली गले की फांस बन गई है. यूनिवर्सिटी ने गुड्स एंड सर्विस टैक्स के नोटिस के बाद यह रकम तो चुका दी है लेकिन अब उसे प्रदेश भर के संबद्ध कॉलेजों (Affiliated College) से इस रकम की वसूली में पसीना आ रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि मध्य प्रदेश मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी,जबलपुर द्वारा प्रदेश भर के सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेज,डेंटल कॉलेज,बीएएमएस कॉलेज,नर्सिंग कॉलेज और पैरा मेडिकल कॉलेज को संबद्धता दी जाती है.विश्वविद्यालय द्वारा संबद्धता लेने वाले कॉलेजों से जीएसटी की राशि वसूलने में नरमी बरती गई, जिसके चलते 1 जुलाई 2017 से ही कई कॉलेजों का जीएसटी बकाया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong> यूनिवर्सिटी ने अपने खजाने से 22 करोड़ जमा किए</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उच्च शिक्षा के क्षेत्र में जीएसटी को लेकर असमंजस और कॉलेज संचालकों के तर्क के चलते तत्कालीन मामलों में जीएसटी जमा कराने को लेकर सख्ती नहीं की गई. पूर्व में अधिकारियों की इस नरमी से अब विश्वविद्यालय पर कॉलेजों के बकाया जीएसटी का आर्थिक भार बढ़ गया है. यह बात सामने आ रही है कि कई कॉलेजों ने शुरुआत से ही जीएसटी नहीं दिया है. वहीं जीएसटी विभाग द्वारा पेनल्टी लगाने की चेतावनी के बाद यूनिवर्सिटी ने अपने खजाने से 22 करोड़ रुपये जमा कर दिए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सभी कॉलेजों को नोटिस जारी किया जाएगा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ पुष्पराज सिंह बघेल ने एबीपी लाइव को बताया कि किस कॉलेज से कितनी राशि वसूली की जानी है? इसका आकलन के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है.फाइनेंस कंट्रोलर की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय कमेटी 10 दिनों के भीतर जीएसटी से जुड़े बकाया भुगतान का आकलन करेगी. इसके बाद ही सभी कॉलेजों को नोटिस जारी किया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कहा जा रहा है कि यूनिवर्सिटी द्वारा गठित कमेटी 1 जुलाई 2017 से लेकर अब तक प्रत्येक कॉलेज की ओर से दिए गए संबद्धता शुल्क की जांच करेगी, जिससे यह पता चल सकेगा कि किस कॉलेज ने नियमानुसार प्रति वर्ष संबद्धता शुल्क पर जीएसटी राशि का भुगतान किया है. बताया जा रहा है कि यूनिवर्सिटी से प्रदेशभर के करीब 450 कॉलेज और संस्थान संबद्ध हैं, जिनसे जीएसटी से जुड़ी करोड़ों रुपयों की राशि नहीं मिली है.</p>
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जींद में निर्दलीय प्रत्याशी दिलबाग को धमकी:रात में रास्ता रोककर आरोपी बोले- चुनाव को छोड़ दे, नहीं तो जान से मार देंगे
जींद में निर्दलीय प्रत्याशी दिलबाग को धमकी:रात में रास्ता रोककर आरोपी बोले- चुनाव को छोड़ दे, नहीं तो जान से मार देंगे जींद जिले के उचाना विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के दिलबाग संडील को धमकी की मिली है कि वह चुनाव को छोड़ दे, नहीं तो जान से मार देंगे। बुधवार रात रास्ता रोककर बाइक सवार दो युवकों ने उन्हें धमकी दी है। इसके बाद दिलबाग संडील अपने समर्थकों के साथ लघु सचिवालय में पहुंचे। यहां उन्होंने एसपी को शिकायत देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। निर्दलीय प्रत्याशी दिलबाग संडील ने एसपी को दी शिकायत में बताया कि 11 सितंबर को गांव लुदाना निवासी काला गाड़ी में सवार होकर आया और गाड़ी के ऊपर लगे लाउडस्पीकर पर उसके बारे में गलत शब्दों का प्रयोग किया और कहा कि वह लोगों के पैसे ठगता है। उसे बदनाम करने की नीयत से इस तरह का दुर्व्यवहार किया है। जबकि उसके साथ मेरा कोई लेना देना नहीं है। उसने बताया कि फरवरी माह में भी उनके डीपी ग्रुप के कार्यालय में आया था और उसने कहा था कि चुनाव नहीं लड़ना है, नहीं तो उसके खिलाफ मामला दर्ज करवा देंगे। चुनावी कार्यालय से घर जा रहा था दिलबाग दिलबाग ने बताया कि 11 सितंबर की रात को वह उचाना में अपने चुनावी कार्यालय से घर पर आ रहा था। जब वह हुडा के जलघर के पास पहुंचा तो रास्ते में मोटरसाइकिल सवार दो युवक मिले और उन्होंने गाड़ी रोक ली। जहां पर आरोपियों ने उसको नीचे आने के लिए कहा। दिलबाग ने काला पर जताया शक उनके कहने पर वह नीचे उतर गया और साइड में ले गए। युवकों ने धमकी दी कि वह उचाना विधानसभा क्षेत्र से चुनाव को छोड़ दे, नहीं तो सको जान से मार देंगे। उसने बताया कि उसको शक है कि युवकों के पास उस समय हथियार था और उसको धमकी गांव लुदाना निवासी काला ने दिलाई है।