हरियाणा के पलवल जिले में शहरवासी मिलकर पलवल जिले को देश का सबसे साफ, स्वच्छ व सुंदर जिला बनाने का संकल्प लें, तो पलवल एक दिन अवश्य ही स्वच्छता व सुंदरता के मामले में देश का अग्रणी जिला होगा। स्वच्छता अभियान में हर एक व्यक्ति की भागीदारी व सहयोग आवश्यक है। उक्त बातें प्रदेश सरकार में खेल, युवा अधिकारिता एवं उद्यमिता, कानून विधायी राज्य मंत्री गौरव गौतम ने विशेष स्वच्छता अभियान का शुभारंभ करते हुए कही। एकजुटता देश की विशिष्ट पहचान उन्होंने विशेष स्वच्छता अभियान का शुभारंभ स्वंय कूड़ा उठाने वाले ट्रैक्टर को चलाते हुए शहर में जगह-जगह से कचरा एकत्रित किया। अनेक विविधताओं के बाद भी एकजुट रहना हमारे देश की एक विशिष्ट पहचान है। एकता और जन-भागीदारी की ताकत आज हमारे देश के विकास को गति दे रही है। सामूहिक इच्छाशक्ति से किसी क्षेत्र में किस तरह बदलाव लाया जा सकता है, इसका उदाहरण स्वच्छ भारत अभियान है। स्वच्छता पर देना होगा विशेष ध्यान भारत को स्वच्छ एवं स्वस्थ बनाने के लक्ष्य को पाने और स्थायी एवं सतत विकास को गति देने के लिए स्वच्छ भारत मिशन एक जन आंदोलन बनकर उभरा है। खेल मंत्री गौरव गौतम ने कहा कि हम सभी को व्यक्तिगत स्वच्छता के साथ-साथ सामूहिक व सार्वजनिक स्वच्छता पर विशेष ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि पौधे लगाएं और उनकी देखभाल करें। जिले को स्वच्छ बनाने में पौधा रोपण भी आवश्यक है। लोगों से पौधा लगाने की अपील उन्होंने पौधा रोपण कर लोगों से ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने की अपील करते हुए कहा कि एकल-उपयोग प्लास्टिक का इस्तेमाल कम से कम करें। अपने शहर में पार्कों, उद्यानों और हरित क्षेत्रों के निर्माण और संरक्षण में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि जिला स्वच्छ होगा तो जिलावासी भी स्वस्थ होंगे। जिले को साफ-सुथरा बनाने में करें सहयोग डीसी डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ ने जिलावासियों से आह्वान किया कि वे अपने जिला को साफ-सुथरा रखने में जिला प्रशासन का सहयोग करें। जिला को साफ-स्वच्छ बनाने के लिए जिला प्रशासन के साथ-साथ आम नागरिकों का योगदान बेहद जरूरी है। जिले में विशेष सफाई अभियान के तहत रोजाना दोपहर दो बजे से पांच बजे तक स्वच्छता अभियान चलाकर चौक-चौराहों, सड़कों व गली-मोहल्लों में साफ-सफाई की जाएगी। जिले को पहले पायदान पर लाने का करें काम आम नागरिक जिला प्रशासन की मुहिम में भागीदार बनकर जिले को सुंदरता व स्वच्छता के मामले में पहले पायदान पर लाने का काम करें, ताकि लोग सुंदरता के मामले में इंदौर की तरह पलवल की मिसाल दें। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष चरण सिंह तेवतिया, एडीसी अखिल पिलानी, नप के कार्यकारी अधिकारी सुनील कुमार सहित अन्य संबंधित अधिकारी, गणमान्य नागरिक व भाजपा के पदाधिकारी मौजूद रहे। हरियाणा के पलवल जिले में शहरवासी मिलकर पलवल जिले को देश का सबसे साफ, स्वच्छ व सुंदर जिला बनाने का संकल्प लें, तो पलवल एक दिन अवश्य ही स्वच्छता व सुंदरता के मामले में देश का अग्रणी जिला होगा। स्वच्छता अभियान में हर एक व्यक्ति की भागीदारी व सहयोग आवश्यक है। उक्त बातें प्रदेश सरकार में खेल, युवा अधिकारिता एवं उद्यमिता, कानून विधायी राज्य मंत्री गौरव गौतम ने विशेष स्वच्छता अभियान का शुभारंभ करते हुए कही। एकजुटता देश की विशिष्ट पहचान उन्होंने विशेष स्वच्छता अभियान का शुभारंभ स्वंय कूड़ा उठाने वाले ट्रैक्टर को चलाते हुए शहर में जगह-जगह से कचरा एकत्रित किया। अनेक विविधताओं के बाद भी एकजुट रहना हमारे देश की एक विशिष्ट पहचान है। एकता और जन-भागीदारी की ताकत आज हमारे देश के विकास को गति दे रही है। सामूहिक इच्छाशक्ति से किसी क्षेत्र में किस तरह बदलाव लाया जा सकता है, इसका उदाहरण स्वच्छ भारत अभियान है। स्वच्छता पर देना होगा विशेष ध्यान भारत को स्वच्छ एवं स्वस्थ बनाने के लक्ष्य को पाने और स्थायी एवं सतत विकास को गति देने के लिए स्वच्छ भारत मिशन एक जन आंदोलन बनकर उभरा है। खेल मंत्री गौरव गौतम ने कहा कि हम सभी को व्यक्तिगत स्वच्छता के साथ-साथ सामूहिक व सार्वजनिक स्वच्छता पर विशेष ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि पौधे लगाएं और उनकी देखभाल करें। जिले को स्वच्छ बनाने में पौधा रोपण भी आवश्यक है। लोगों से पौधा लगाने की अपील उन्होंने पौधा रोपण कर लोगों से ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने की अपील करते हुए कहा कि एकल-उपयोग प्लास्टिक का इस्तेमाल कम से कम करें। अपने शहर में पार्कों, उद्यानों और हरित क्षेत्रों के निर्माण और संरक्षण में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि जिला स्वच्छ होगा तो जिलावासी भी स्वस्थ होंगे। जिले को साफ-सुथरा बनाने में करें सहयोग डीसी डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ ने जिलावासियों से आह्वान किया कि वे अपने जिला को साफ-सुथरा रखने में जिला प्रशासन का सहयोग करें। जिला को साफ-स्वच्छ बनाने के लिए जिला प्रशासन के साथ-साथ आम नागरिकों का योगदान बेहद जरूरी है। जिले में विशेष सफाई अभियान के तहत रोजाना दोपहर दो बजे से पांच बजे तक स्वच्छता अभियान चलाकर चौक-चौराहों, सड़कों व गली-मोहल्लों में साफ-सफाई की जाएगी। जिले को पहले पायदान पर लाने का करें काम आम नागरिक जिला प्रशासन की मुहिम में भागीदार बनकर जिले को सुंदरता व स्वच्छता के मामले में पहले पायदान पर लाने का काम करें, ताकि लोग सुंदरता के मामले में इंदौर की तरह पलवल की मिसाल दें। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष चरण सिंह तेवतिया, एडीसी अखिल पिलानी, नप के कार्यकारी अधिकारी सुनील कुमार सहित अन्य संबंधित अधिकारी, गणमान्य नागरिक व भाजपा के पदाधिकारी मौजूद रहे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा से 3 मंत्री बनाने के पीछे विधानसभा चुनाव:जीटी रोड बेल्ट समेत 2 इलाके साधे, 50 विस सीटों पर नजर; नॉन जाट पॉलिटिक्स पर अडिग
हरियाणा से 3 मंत्री बनाने के पीछे विधानसभा चुनाव:जीटी रोड बेल्ट समेत 2 इलाके साधे, 50 विस सीटों पर नजर; नॉन जाट पॉलिटिक्स पर अडिग भाजपा ने मोदी 3.0 सरकार में हरियाणा के 5 लोकसभा सांसदों में से 3 को मंत्री बनाकर सबको चौंका दिया। लोकसभा चुनाव में BJP राज्य की 10 में से 5 सीटें हार गई और 5 ही जीत पाई। इसके बावजूद केंद्रीय कैबिनेट में करनाल के सांसद मनोहर लाल खट्टर, गुरुग्राम के राव इंद्रजीत सिंह और फरीदाबाद के सांसद कृष्णपाल गुर्जर को जगह दी गई। ऐसे में सब जानना चाहते हैं कि आखिर BJP और नरेंद्र मोदी की क्या राजनीति है, जो हरियाणा में पार्टी की सीटें घटने के बावजूद पिछली टर्म के मुकाबले मंत्रियों की संख्या 2 से बढ़ाकर 3 कर दी गई। इसकी सबसे बड़ी वजह 5 महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव हैं। 3 सांसदों को केंद्रीय कैबिनेट में शामिल कर भाजपा ने हरियाणा के पंजाबी, अहीर व गुर्जर समुदाय के साथ-साथ जीटी रोड और अहीरवाल बेल्ट को साधते हुए 90 सीटों वाली विधानसभा में 46 के बहुमत वाले आंकड़े के जुगाड़ की कोशिश की है। पहले जानिए, हरियाणा से 3 मंत्री क्यों बनाए? 1. विधानसभा चुनाव की मजबूरी
भाजपा लोकसभा चुनाव में हरियाणा की 10 में से 5 सीटें ही जीत पाई। 2019 में पार्टी ने क्लीन स्वीप किया था। अब 5 महीने बाद, राज्य विधानसभा के चुनाव होने हैं। लोकसभा चुनाव के नतीजों को विधानसभा चुनाव से पहले का ट्रेलर माना जा रहा है और इससे भाजपा डरी हुई है। लोकसभा चुनाव नतीजों का अगर विधानसभा सीटवाइज एनालिसिस करें तो राज्य की 90 सीटों में से 46 पर कांग्रेस और 44 पर BJP आगे रही। ऐसे में भाजपा नेतृत्व विधानसभा चुनाव को लेकर कोई रिस्क नहीं लेना चाहता। 2. क्षेत्रीय संतुलन साधा, नॉन जाट राजनीति बरकरार
मोदी 3.0 में BJP ने हरियाणा को लेकर क्षेत्रीय संतुलन बनाने की कोशिश की है। खट्टर के जरिए जीटी रोड बेल्ट और राव इंद्रजीत के जरिए दक्षिण हरियाणा को साधने का प्रयास किया गया है। 2014 और 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को इन्हीं दोनों बेल्ट से राज्य में सबसे ज्यादा सीटें मिली। इसके साथ ही BJP ने एक तरह से ये भी क्लियर कर दिया कि वह हरियाणा में अपनी नॉन-जाट की राजनीति के सहारे ही आगे बढ़ेगी। जाट बिरादरी से आने वाले BJP सांसद चौधरी धर्मबीर भी इस बार मंत्रिपद के दावेदार थे लेकिन लगातार तीसरी बार जीतने के बावजूद उन्हें मिनिस्टर नहीं बनाया गया। हरियाणा में गैरजाट की राजनीति की शुरुआत भाजपा ने 2014 में ही पंजाबी समुदाय के मनोहर लाल खट्टर को सीएम बनाकर कर दी थी। 2019 में भी खट्टर ही सीएम बने। 3. ओवर कॉन्फिडेंस से तौबा हरियाणा में BJP साढ़े 9 साल से सत्ता में है। लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी ओवर-कॉन्फिडेंस का शिकार थी और सभी 10 लोकसभा सीटें जीत लेने का दम भर रही थी। मगर, चुनाव नतीजे आए तो रोहतक और सिरसा सीट बड़े अंतर से हार गई। गुरुग्राम में राव इंद्रजीत और कुरुक्षेत्र में नवीन जिंदल आखिर तक करीबी मुकाबले में फंसे नजर आए। पांच सीटें पार्टी के हाथ से निकल गईं। जब रिजल्ट की समीक्षा की गई तो पता चला कि पार्टी ने अपने गढ़ रहे जीटी रोड बेल्ट और अहीरवाल जैसे इलाकों को कुछ समय में तरजीह देना बंद कर दिया था। यही कारण है कि भाजपा अब राज्य में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने के लिए अपने गढ़ को सुरक्षित कर लेने की कोशिश करती दिख रही है। 4. मोदी मैजिक दिखाने की तैयारी
लोकसभा चुनाव में भाजपा इस बार अपने बूते बहुमत के लिए जरूरी 272 सीटें नहीं जीत पाई और 240 पर सिमट गई। ऐसे में न केवल केंद्र में JDU और TDP से गठबंधन मजबूरी बन गया बल्कि नरेंद्र मोदी की साख भी दांव पर लग गई। मोदी ने पूरे चुनाव प्रचार के दौरान अपने नाम पर वोट मांगे थे। अगर भाजपा 5 महीने बाद होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव में जीत जाती है तो फिर से माहौल बन सकेगा कि भले ही भाजपा को लोकसभा में बहुमत नहीं मिला लेकिन हिंदी बेल्ट में मोदी मैजिक बरकरार है। इससे गठबंधन में मोदी और पार्टी की पोजिशन मजबूत होगी। NDA में शामिल बाकी दलों के बीच यह संदेश पहुंच जाएगा कि अगर BJP का साथ छोड़ा तो आगे की राह मुश्किल हो सकती है। जानिए, कैसे 3 मंत्री बनाकर BJP हरियाणा विधानसभा में बहुमत का जुगाड़ करने की कोशिश करती नजर आई… 1. मनोहर लाल खट्टर के जरिये जीटी रोड बेल्ट की 30 सीटों पर आंख मनोहर लाल खट्टर पंजाबी समुदाय से आते हैं। उनकी करनाल लोकसभा सीट हरियाणा की जीटी रोड बेल्ट में आती है। इस बेल्ट में अंबाला, करनाल, पानीपत, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, पंचकूला और कैथल जिलों की तकरीबन 30 विधानसभा सीटें आती हैं। यहां पंजाबी वोटरों के अलावा जनरल कैटेगरी का वोट-बैंक है जो अमूमन BJP के साथ रहता है। खट्टर को केंद्रीय मंत्री बनाने की यही बड़ी वजह है। अगर यह दांव कामयाब रहा तो पार्टी जीटी रोड बेल्ट में बढ़त मिलने की उम्मीद लगा सकती है। इसके अलावा रोहतक, रेवाड़ी, फरीदाबाद और गुरुग्राम के पंजाबी वोटरों में भी अच्छा संदेश जा सकता है। 2. राव इंद्रजीत से अहीरवाल बेल्ट की 11 सीटों पर पकड़ बनाए रखने की कोशिश राव इंद्रजीत दक्षिण हरियाणा के बड़े नेता हैं। दक्षिण हरियाणा के अंदर आने वाली अहीरवाल बेल्ट में 14 विधानसभा सीटें हैं। इनमें 3 मुस्लिम बाहुल्य नूंह जिले की सीटें हैं, जहां कांग्रेस का दबदबा है। इन्हें छोड़ भी दें तो 2014 में भाजपा ने अहीरवाल बेल्ट की बची हुई सभी 11 सीटें जीतकर राज्य में पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई थी। 2019 में भाजपा को अहीरवाल बेल्ट की 11 में से 8 सीटें मिली और तब 40 विधायक होने के कारण जजपा के 10 विधायकों की मदद से सरकार बनानी पड़ी। इस लोकसभा चुनाव में गुरुग्राम सीट पर कांग्रेस की ओर से पंजाबी समुदाय से ताल्लुक रखने वाले राजबब्बर को उतारने के बाद यहां राव इंद्रजीत को जीतने में पसीने छूट गए। ऐसे में भाजपा ने लगातार दूसरी बार राव इंद्रजीत को मंत्री बनाकर अहीरवाल बेल्ट को अपने साथ जोड़े रखने की कोशिश की है। 3. कृष्णपाल गुर्जर के जरिए हरियाणा के अलावा यूपी-राजस्थान पर भी फोकस
फरीदाबाद के सांसद कृष्णपाल गुर्जर की गिनती अपने समुदाय के बड़े नेताओं में होती है। फरीदाबाद जिले की 4 विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जहां गुर्जर समुदाय का वोट डिसाइडिंग फैक्टर है। इसके अलावा सोहना, रेवाड़ी, नांगल चौधरी और गुरुग्राम विधानसभा सीट पर भी गुर्जर वोटबैंक का अच्छा-खासा असर है। यही नहीं, फरीदाबाद से सटे वेस्ट यूपी के गाजियाबाद व नोएडा और राजस्थान से सटे इलाके भी गुर्जर बाहुल्य हैं। ऐसे में BJP ने कृष्णपाल गुर्जर को ड्रॉप करने का रिस्क न लेते हुए लगातार तीसरी बार उन्हें मंत्री बनाया है। अंत में.. 2019 के मुकाबले इस बार क्या अंतर
2019 की मोदी सरकार में BJP ने हरियाणा से 2 मंत्री बनाए थे। इनमें गुरुग्राम के सांसद राव इंद्रजीत और फरीदाबाद के सांसद कृष्णपाल गुर्जर शामिल थे। इस बार इन दोनों के अलावा पहली बार सांसद बने मनोहर लाल खट्टर को भी केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह दी गई है। खास बात यह है कि BJP ने 2019 में हरियाणा की सभी 10 सीटें और 2014 में 10 में से 7 लोकसभा सीटें जीती थीं। इस बार सीटें घटने के बावजूद मंत्रियों की संख्या बढ़ गई है। मनोहर लाल खट्टर को PM नरेंद्र मोदी से करीबी का फायदा भी मिला। ये खबरें भी पढ़ें… शूटर रहे राव तीसरी बार मोदी कैबिनेट में:मोदी के PM फेस बनने के 10 दिन बाद छोड़ी कांग्रेस, पिता से मिलने चप्पल में पहुंची थीं इंदिरा मोदी को बाइक पर घुमाने वाले खट्टर बने मंत्री:दिल्ली का दुकानदार पहले CM और अब केंद्रीय मंत्री बना, गरीबी के कारण नहीं बन पाए डॉक्टर हरियाणा के कृष्णपाल लगातार तीसरी बार मंत्री बने:सियासत की शुरुआत कॉलेज से, मोदी का करीबी होने पर मिला 2014 में टिकट; बेटा भी पॉलिटिक्स में हिमाचल के नड्डा दूसरी बार बने केंद्रीय मंत्री:अनुराग के पिता से मतभेद के बाद छोड़ा हिमाचल, मोदी घर आते-जाते रहे, शाह के करीबी
फरीदाबाद बॉर्डर पर लगे इंटर स्टेट नाके:पुलिस व अर्ध सैनिक बल तैनात, विधानसभा चुनाव को लेकर प्रशासन अलर्ट
फरीदाबाद बॉर्डर पर लगे इंटर स्टेट नाके:पुलिस व अर्ध सैनिक बल तैनात, विधानसभा चुनाव को लेकर प्रशासन अलर्ट हरियाणा के फरीदाबाद जिला में पुलिस आयुक्त ओमप्रकाश नरवाल के दिशा निर्देश पर इंटर स्टेट नाके लगाए गए हैं। चुनाव में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस ने फरीदाबाद बॉर्डर पर संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की निगरानी रखने के लिए नाके लगाए हैं। इसके साथ ही अर्धसैनिक बल के साथ मिलकर एनआईटी, बल्लभगढ़ व सेन्ट्रल जोन में फ्लैग मार्च निकालकर आमजन को चुनाव के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जागरूक किया जा रहा है। संदिग्ध वाहनों पर रखी जा रही नजर पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि विधानसभा चुनाव में कानून व शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए फरीदाबाद पुलिस द्वारा महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। चुनाव के दौरान नशा व शराब तस्करी रोकने तथा आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए फरीदाबाद बॉर्डर पर इंटर स्टेट नाके लगाकर संदिग्ध वाहनों और व्यक्तियों पर निगरानी रखी जा रही है।फरीदाबाद पुलिस द्वारा बदरपुर बॉर्डर, जैतपुर दिल्ली बॉर्डर, शूटिंग रेंज सूरजकुंड, मांगर भाटी माइंस, मोहना तथा मंझावली यमुना पुल सहित 7 नाके लगाए गए हैं। जहां पर पुलिस बल के साथ अर्धसैनिक बल भी पर्याप्त संख्या में तैनात किए गए हैं। शराब तस्करी पर लगेगा अंकुश शराब तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस की दो टीम गठित की गई है जिसमें एक टीम एनआईटी जोन तथा दूसरी टीम बल्लभगढ़ व सेंट्रल जोन में शराब तस्करी में संलिप्त अपराधियों की धर-पकड़ कर शराब तस्करी पर अंकुश लगाने का काम करेगी। इसके साथ ही शराब के L1 गोदाम के आस पास चुनाव के मद्देनजर नाके लगाए गए हैं, जिससे पुलिस टीम शराब के आवागमन पर निगरानी रखेगी। मतदान के लिए लोगों को किया जा रहा जागरूक इसके साथ ही फरीदाबाद पुलिस द्वारा तीनों जोन में फ्लैग मार्च निकालकर आमजन को निर्भीक होकर मतदान करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। फ्लैग मार्च के दौरान नागरिकों को चुनाव में अपने मताधिकार का स्वतंत्र, निष्पक्ष एव शांतिपूर्ण तरीके से प्रयोग करने तथा शांति व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस का सहयोग करने बारे जानकारी प्रदान की जा रही है। लाइसेंसी हथियार जमा कराने की पुलिस ने की अपील शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए शस्त्र लाइसेंस धारकों को अपना शस्त्र जमा करवाने के लिए सूचित किया गया है। अभी तक 3119 शस्त्र धारकों ने अपने शस्त्र जमा करवाएं हैं। शस्त्र धारकों से अनुरोध है कि वह अपना असलहा जमा करवाएं ताकि चुनाव के दौरान शांति व्यवस्था कायम रह सके। इसके साथ ही आमजन से अपील है कि चुनाव के दौरान नशा तस्करों व अन्य किसी भी प्रकार के अपराध की जानकारी तुरंत पुलिस को देकर पुलिस प्रशासन के कार्यों में मदद करें।
कैप्टन अजय यादव के निशाने पर कांग्रेस प्रदेश प्रभारी:कहा- मेरे बेटे ने डिप्टी CM का सपना देखा तो उसमें क्या गलत; बाबरिया जो मर्जी कहते रहें
कैप्टन अजय यादव के निशाने पर कांग्रेस प्रदेश प्रभारी:कहा- मेरे बेटे ने डिप्टी CM का सपना देखा तो उसमें क्या गलत; बाबरिया जो मर्जी कहते रहें कांग्रेस ओबीसी सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव चरखी दादरी पहुंचे। जहां उन्होंने यादव धर्मशाला में आयोजित ओबीसी कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान पूर्व मंत्री ने विधायक चिरंजीव राव के डिप्टी सीएम बनने के बयान पर उनका पक्ष लिया उन्होंने कहा कि चिरंजीव राव सिटिंग एमएलए हैं, तो उनकी टिकट भी पक्की है। चिरंजीव ने डिप्टी सीएम की जो बात कही है वह गलत नहीं है, सपने कोई भी देख सकता है। दीपक बाबरिया के बयान पर अजय यादव ने भड़कते हुए कहा कि वो चाहे कुछ कहें, हमने जो कहना था कह दिया है। बता दे कि चरखी दादरी में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कार्यकर्ताओं से आगामी विधानसभा चुनावों के बारे में मंथन किया। कहा कि चिरंजीव यादव के साथ-साथ जिसे भी कांग्रेस टिकट देगी, उसके पक्ष में प्रचार करते हुए वोट डालने में अहम योगदान दें। लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं का दिखा दर्द यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव में गुरुग्राम व भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा की दोनों सीटें खो दी। अगर सभी पक्षों की सुनी जाती तो हरियाणा में 5 की जगह 8 सीटें कांग्रेस जरूरत जीत पाती। गुरुग्राम से मुझे टिकट मिलती तो जीत पक्की थी। इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने मेरिट के आधार पर टिकटों का सही वितरण किया, तो 70 से अधिक सीटों पर सीटों पर कांग्रेस जीतेगी। साथ ही कहा कि नितिश कुमार पलटी खाएंगे और एनडीए सरकार गिर जाएगी, ऐसे में इंडिया गठबंधन केंद्र में सरकार बनायेगा। अजय यादव ने आरक्षण को लेकर भारत बंद के ऐलान का भी समर्थन किया। किरण को कांग्रेस छोड़ने की सलाह नहीं देते अजय यादव ने किरण के राज्यसभा में जाने की चर्चाओं पर कहा कि यह उनका खुद का निर्णय है, जो विधायक पद से इस्तीफा दिया है। किरण अगर मेरे से पूछती तो मैं किरण को कांग्रेस छोड़ने की सलाह नहीं देता। कांग्रेस से इंद्रजीत, बीरेंद्र सिंह, धर्मबीर सहित अन्य बड़े नेता भाजपा में गये और आज उनको कोई पूछने वाला नहीं है। वहीं अजय यादव ने कहा कि विनेश फोगाट राजनीतिक षड़यंत्र का शिकार हुई है। सरकार नहीं चाहती थी कि विनेश फोगाट को गोल्ड मिले। विनेश के खाते में पैसे डालने बारे प्रदेश सरकार को श्वेत पत्र जारी करना चाहिए। राज्यसभा के लिए विनेश की उम्र आड़े आई है। विपक्ष में होने के नाते कांग्रेस को राज्यसभा उम्मीदवार उतारना चाहिए।