बरनाला विधानसभा उप चुनाव के लिए प्रचार करने पहुंचे पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा कि पौने तीन साल में मैंने कभी नहीं कहा कि खजाना खाली है। ऐसा बोलने वाले अब गिद्दड़बाहा में चुनाव लड़ रहे हैं। उर्दू में शेयर बोलते रहते हैं। लोग कहते हैं कि समझ नहीं आता है। पहले वह गिद्दड़बाहा छोड़कर बठिंडा चले गए थे। उन्होंने कहा कि, बठिंडा वालों ने हरा दिया तो फिर गिद्दड़बाहा पहुंच गए हैं। कहते हैं कि मुझे वनवास मिल गया था। अब पंजाब रोडवेज व रेलवे में नौकरियां देने के वायदा कर रहे हैं, लेकिन जब सत्ता में था, तो कुछ नहीं किया। हमने 45 हजार लोगों को नौकरियां दी हैं। जागरूकता नहीं पैसे देने से हल होगी पराली की दिक्कत पराली जलाने के मुद्दे पर सीएम ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पराली के मुद्दे पर केंद्र सरकार द्वारा कहा जाता है कि इसके बारे में लोगों को जागरूक करें। इस संबंधी विज्ञापन अखबार, टीवी व अन्य साधनों पर दिए जाए। लेकिन इस समस्या से निपटने के लिए राशि नहीं दी जाती है। उन्होंने कहा कि जब से वह पैदा हुए हैं। वह बसों पर पढ़ते आ रहे हैं कि, दुल्हन ही दहेज है, बच्चे दो ही अच्छे। लेकिन क्या दहेज लेने से लोग रुक गए हैं। जनसंख्या बढ़ने से क्या रुक गई है। पराली की समस्या से निपटने के लिए मिलकर सोचना होगा। बरनाला के सीवरेज के ढक्कन पूरी नहीं हुए सीएम ने कहा कहा कि आज धुएं की वजह से उप राष्ट्रपति का जहाज पंजाब में उतरा ही नहीं । हमारे ऊपर आरोप लगाए जाते हैं कि पंजाब का धुआं है। अब तो पाकिस्तान वाले भी आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश, यूपी, हरियाणा और राजस्थान का धुआं कहां जाता है। सीएम ने कहा कि अमेरिका वाले मंगल पर प्लाट काटने की तैयारी में लगे हुए हैं। जबकि हमसे बरनाला के सीवरेज के ढक्कन पूरी नहीं हो रहे हैं। लोगों ने बाहर से ताले लगा दिए सीएम ने कहा कि भाजपा नेता केवल ढिल्लों और कैप्टन अमरिंदर सिंह को खेतों और किसानों के बारे में कुछ पता नहीं है। उन्होंने कहा कि यह लोग जीतकर अपने महलों के दरवाजे अंदर से ताले लगाकर बंद कर लेते थे। लोगों की नहीं सुनते थे। जब पौने साल हो जाते थे, तो दोबारा ताले खोलकर बाहर आ जाते थे। लेकिन इस बार जब कुंडे खोले तो दरवाजे बाहर से नहीं खुले। देखने लगे तो पता चला कि लोग बाहर से दरवाजे बंद कर दिए हैं। अर्जियां इनकी होगी, साइन मेरे होंगे सीएम ने पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि चन्नी कहता है हरिंदर आम आदमी पार्टी का उम्मीदवार नहीं है। उन्होंने कहा कि यह उनकी पार्टी में होता है। हमारे यहां नहीं चलता है। एक दूसरे के टांगें खींचते रहते हैं। उन्होंने ढाई साल पहले भी आपका विधायक था, ढाई साल बाद भी आपका ही रहेगा। मांगे आपकी, अर्जियां इन दोनों हरिंदर व सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर की होगी, साइन मेरे होंगे। बरनाला विधानसभा उप चुनाव के लिए प्रचार करने पहुंचे पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा कि पौने तीन साल में मैंने कभी नहीं कहा कि खजाना खाली है। ऐसा बोलने वाले अब गिद्दड़बाहा में चुनाव लड़ रहे हैं। उर्दू में शेयर बोलते रहते हैं। लोग कहते हैं कि समझ नहीं आता है। पहले वह गिद्दड़बाहा छोड़कर बठिंडा चले गए थे। उन्होंने कहा कि, बठिंडा वालों ने हरा दिया तो फिर गिद्दड़बाहा पहुंच गए हैं। कहते हैं कि मुझे वनवास मिल गया था। अब पंजाब रोडवेज व रेलवे में नौकरियां देने के वायदा कर रहे हैं, लेकिन जब सत्ता में था, तो कुछ नहीं किया। हमने 45 हजार लोगों को नौकरियां दी हैं। जागरूकता नहीं पैसे देने से हल होगी पराली की दिक्कत पराली जलाने के मुद्दे पर सीएम ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पराली के मुद्दे पर केंद्र सरकार द्वारा कहा जाता है कि इसके बारे में लोगों को जागरूक करें। इस संबंधी विज्ञापन अखबार, टीवी व अन्य साधनों पर दिए जाए। लेकिन इस समस्या से निपटने के लिए राशि नहीं दी जाती है। उन्होंने कहा कि जब से वह पैदा हुए हैं। वह बसों पर पढ़ते आ रहे हैं कि, दुल्हन ही दहेज है, बच्चे दो ही अच्छे। लेकिन क्या दहेज लेने से लोग रुक गए हैं। जनसंख्या बढ़ने से क्या रुक गई है। पराली की समस्या से निपटने के लिए मिलकर सोचना होगा। बरनाला के सीवरेज के ढक्कन पूरी नहीं हुए सीएम ने कहा कहा कि आज धुएं की वजह से उप राष्ट्रपति का जहाज पंजाब में उतरा ही नहीं । हमारे ऊपर आरोप लगाए जाते हैं कि पंजाब का धुआं है। अब तो पाकिस्तान वाले भी आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश, यूपी, हरियाणा और राजस्थान का धुआं कहां जाता है। सीएम ने कहा कि अमेरिका वाले मंगल पर प्लाट काटने की तैयारी में लगे हुए हैं। जबकि हमसे बरनाला के सीवरेज के ढक्कन पूरी नहीं हो रहे हैं। लोगों ने बाहर से ताले लगा दिए सीएम ने कहा कि भाजपा नेता केवल ढिल्लों और कैप्टन अमरिंदर सिंह को खेतों और किसानों के बारे में कुछ पता नहीं है। उन्होंने कहा कि यह लोग जीतकर अपने महलों के दरवाजे अंदर से ताले लगाकर बंद कर लेते थे। लोगों की नहीं सुनते थे। जब पौने साल हो जाते थे, तो दोबारा ताले खोलकर बाहर आ जाते थे। लेकिन इस बार जब कुंडे खोले तो दरवाजे बाहर से नहीं खुले। देखने लगे तो पता चला कि लोग बाहर से दरवाजे बंद कर दिए हैं। अर्जियां इनकी होगी, साइन मेरे होंगे सीएम ने पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि चन्नी कहता है हरिंदर आम आदमी पार्टी का उम्मीदवार नहीं है। उन्होंने कहा कि यह उनकी पार्टी में होता है। हमारे यहां नहीं चलता है। एक दूसरे के टांगें खींचते रहते हैं। उन्होंने ढाई साल पहले भी आपका विधायक था, ढाई साल बाद भी आपका ही रहेगा। मांगे आपकी, अर्जियां इन दोनों हरिंदर व सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर की होगी, साइन मेरे होंगे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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कंगना की फिल्म को सेंसर बोर्ड ने सर्टिफिकेट दिया:इमरजेंसी के 3 सीन डिलीट, 10 बदलाव भी करने होंगे, इसके बाद रिलीज होगी
कंगना की फिल्म को सेंसर बोर्ड ने सर्टिफिकेट दिया:इमरजेंसी के 3 सीन डिलीट, 10 बदलाव भी करने होंगे, इसके बाद रिलीज होगी हिमाचल प्रदेश के मंडी से सांसद और एक्ट्रेस कंगना रनोट की फिल्म इमरजेंसी को सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) ने U/A सर्टिफिकेट दे दिया है। इस फिल्म के कई सीन पर CBFC ने आपत्ति जताई है, जिसकी वजह से अब ये फिल्म कई कट और बदलावों के बाद कुछ ही हफ्तों में रिलीज की जाएगी। CBFC ने इस फिल्म से 3 सीन डिलीट करने के निर्देश दिए हैं। सख्त हिदायत भी दी है कि फिल्म को रिलीज करने से पहले इसमें 10 बदलाव किए जाएं। फिल्म को लेकर सिख संगठनों ने आपत्ति जताई थी, जिसके कारण CBFC ने सर्टिफिकेट रोक दिया था। कंगना ने बताया था कि सर्टिफिकेट ना मिलने के कारण फिल्म अपने तय समय पर रिलीज नहीं हो पाई है। सेंसर बोर्ड की तरफ से सर्टिफिकेट मिलने के बाद अभी तक सिख संगठनों की तरफ से या फिर कंगना की तरफ से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। प्रोड्यूसर और डायरेक्टर को सेंसर बोर्ड के निर्देश मुंबई में हजारों सिखों ने किया था ‘इमरजेंसी’ का विरोध कंगना ने अपनी इस फिल्म का ट्रेलर सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया था, फिल्म 6 सितंबर को रिलीज भी होने वाली थी। सिख संगठनों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। सिख संगठनों का आरोप है कि इस फिल्म में सिखों को आतंकी दिखाने का प्रयास किया गया। एक कैरेक्टर को जरनैल सिंह भिंडरांवाला भी बनाया गया है। सिख संगठनों का मानना है कि फिल्म में ब्लू स्टार ऑपरेशन को भी फिल्माया गया है, जो जरनैल सिंह भिंडरांवाला को खत्म करने के लिए ही चलाया गया था। हजारों सिखों ने मुंबई स्थित 4 बंगला गुरुद्वारे के बाहर इकट्ठा होकर खूब नारेबाजी की थी। उन्होंने कंगना रनोट के पोस्टर्स पर चप्पल मारी और फिल्म के खिलाफ नाराजगी जाहिर की। सिख समुदाय के लोगों का कहना था कि वे किसी भी सूरत में इस फिल्म को मुंबई के सिनेमाघरों में रिलीज नहीं होने देंगे। उनका दावा था अगर प्रशासन ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो वे इसके खिलाफ बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे। कोर्ट पहुंचा मामला, 18 सितंबर को अगली सुनवाई
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U/A सर्टिफिकेट का मतलब है ‘अप्रतिबंधित के साथ सावधानी’। ऐसी फिल्मों को 2 साल से कम उम्र के दर्शकों के लिए माता-पिता के मार्गदर्शन की आवश्यकता है। ये फिल्में परिवार के साथ देखी जा सकती हैं, लेकिन बच्चों को बड़ों के मार्गदर्शन की इसमें जरूरत पड़ती है। कंगना ने कहा था- कोर्ट से लड़कर अनकट ही रिलीज करूंगी, यह नहीं दिखाऊंगी कि इंदिरा गांधी खुद मर गईं कंगना रनोट ने कहा था कि वे अपनी फिल्म ‘इमरजेंसी’ के लिए कोर्ट में लड़ेंगी और इसे बिना किसी काट-छांट के रिलीज करेंगी, क्योंकि वे तथ्यों को बदलना नहीं चाहती हैं।
कंगना ने हाल ही में शुभांकर मिश्रा के पॉडकास्ट पर फिल्म इमरजेंसी की चर्चा की। इस पर रोक लगने पर नाराजगी जताई। कहा, ‘झाड़ के पीछे लड़का-लड़की रोमांस करते हैं, वही दकियानूसी कहानी बनाते रहें? आज हम इससे डर जाएं, कल किसी और से डरेंगे। फिर लोग हमें डराना शुरू कर देंगे। हम हर चीज से डरते रहते हैं। हम कब तक डरेंगे। मैंने अपने पूरे स्वाभिमान से फिल्म बनाई है, इसलिए सेंसर बोर्ड कोई चीज पॉइंट आउट नहीं कर पा रहा है। उन्होंने मेरा सर्टिफिकेट रोका हुआ है, लेकिन मैंने ठान लिया है कि मैं कोर्ट में लड़कर इसे अनकट रिलीज करूंगी। मैं अचानक ये नहीं दिखा सकती कि इंदिरा गांधी अपने आप ही घर में मर गईं।’ कंगना बोलीं- किसान आंदोलन के दौरान रेप-मर्डर हुए: पंजाब बांग्लादेश बन सकता था; भाजपा ने किनारा किया, कांग्रेस नेता बोले- एक्ट्रेस पर NSA लगे दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू में कंगना ने कहा कि पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे। वहां रेप और हत्याएं हो रही थीं। किसान बिल को वापस ले लिया गया वर्ना इन उपद्रवियों की बहुत लंबी प्लानिंग थी। वे देश में कुछ भी कर सकते थे। पूरा इंटरव्यू पढ़ें… बताते चलें कि फिल्म इमरजेंसी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल पर बनाई गई है, जिस समय इमरजेंसी लगी थी। फिल्म में कंगना ने इंदिरा गांधी का रोल प्ले किया है। वहीं अनुपम खेर, महिमा चौधरी, श्रेयस तलपड़े जैसे एक्टर अहम किरदारों में हैं।
गुरदासपुर स्टेशन के पास से मिले 10 बम:सभी राकेट लांचर के, बम निरोधक दस्ते ने किए डिस्पोज, कराई जा रही है खुदाई
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लुधियाना में 3 महिलाओं का अपहरण:कार मांगने आए थे युवक; रंजिश में चचेरे भाइयों की पत्नियों-भतीजी को उठाया, FIR
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