लखनऊ में चलती कार में आग लग गई। घटना किसान पथ पर मोहिद्दीनपुर गांव के पास हुई है। बताया जा रहा है कि कार के बोनट से अचानक धुआं उठा तो ड्राइवर ने कार को साइड पर लगाया और सभी कार से कूद गए। राहगीरों ने पीजीआई पुलिस और फायर टीम को सूचना दी। मौके पर फायर बिग्रेड की टीम पहुंची है। आग पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि कार पूरी तरह से जलकर खाक हो गई है। कार में 5 लोग सवार थे। घर पहुंचने से 3 किलोमीटर पहले हादसा
दरअसल, सुरेश चंद्र निषाद पत्नी, बेटे और भतीजे के साथ XUV-700 (यूपी 35 एडी 3224) से उन्नाव के 5/ 27 तुलसा सदन राजधानी मार्ग शुक्ला गंज के रहने वाले हैं। वह परिवार के साथ अपने बेटे के घर गोमती नगर आ रहे थे। तभी 3 किलोमीटर पहले कार आग के हवाले हो गई। खबर अपडेट की जा रही है…। लखनऊ में चलती कार में आग लग गई। घटना किसान पथ पर मोहिद्दीनपुर गांव के पास हुई है। बताया जा रहा है कि कार के बोनट से अचानक धुआं उठा तो ड्राइवर ने कार को साइड पर लगाया और सभी कार से कूद गए। राहगीरों ने पीजीआई पुलिस और फायर टीम को सूचना दी। मौके पर फायर बिग्रेड की टीम पहुंची है। आग पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि कार पूरी तरह से जलकर खाक हो गई है। कार में 5 लोग सवार थे। घर पहुंचने से 3 किलोमीटर पहले हादसा
दरअसल, सुरेश चंद्र निषाद पत्नी, बेटे और भतीजे के साथ XUV-700 (यूपी 35 एडी 3224) से उन्नाव के 5/ 27 तुलसा सदन राजधानी मार्ग शुक्ला गंज के रहने वाले हैं। वह परिवार के साथ अपने बेटे के घर गोमती नगर आ रहे थे। तभी 3 किलोमीटर पहले कार आग के हवाले हो गई। खबर अपडेट की जा रही है…। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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उमर अब्दुल्ला ने BJP को बताया ‘मुस्लिम विरोधी’, बोले- आजादी के बाद पहली बार एक भी मुस्लिम मंत्री नहीं
उमर अब्दुल्ला ने BJP को बताया ‘मुस्लिम विरोधी’, बोले- आजादी के बाद पहली बार एक भी मुस्लिम मंत्री नहीं <p style=”text-align: justify;”><strong>Jammu Kashmir Assembly Election 2024:</strong> नेशनल कांफ्रेंस (NC) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने केंद्र की बीजेपी नीत सरकार को ‘मुसलमान-विरोधी’ करार देते हुए कहा, “आजादी के बाद यह पहली ऐसी सरकार है, जिसमें देश में 14 प्रतिशत मुस्लिम आबादी होने के बाद भी एक भी मुस्लिम मंत्री नहीं है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>उमर अब्दुल्ला ने नेशनल कांफ्रेंस के ‘नरम अलगाववादी’ होने के बीजेपी के आरोप पर पलटवार करते हुए सवाल किया, “तो फिर क्यों पिछले 35 सालों में उनके पार्टी के 4000 से 4500 कार्यकर्ताओं, पार्टी पदाधिकारियों, विधायकों एवं विधानपरिषद सदस्यों की जान गई?”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>‘पहली ऐसी सरकार जिसमें कोई मुस्लिम मंत्री’</strong><br />जम्मू कश्मीर के मेंढर में अपनी पार्टी के प्रत्याशी जावेद राणा के पक्ष में प्रचार करते हुए एक जनसभा में अब्दुल्ला ने कहा आज़ादी के बाद से यह पहली ऐसी सरकार है जिसमें कोई मुस्लिम मंत्री नहीं है, जबकि भारत की जनसंख्या में मुसलमान 14 प्रतिशत हैं. गृह मंत्री जो यहां आकर मुसलमानों से वोट मांगेंगे, उनसे पूछा जाना चाहिए कि केंद्र सरकार में हमारा कोई प्रतिनिधि क्यों नहीं है? </p>
<p style=”text-align: justify;”>बीजेपी पर प्रहार जारी रखते हुए अब्दुल्ला ने कहा दो प्रतिशत आबादी वाले सिख समुदाय का सरकार में एक प्रतिनिधि है, जबकि 14 प्रतिशत आबादी वाले मुसलमानों को वही अधिकार नहीं दिया गया है. उन्होंने कहा आपको हमारा प्रतिनिधित्व करने के लिए एक भी मुस्लिम चेहरा नहीं मिल सका. क्या हम इस बीजेपी को वोट देंगे जो हमारी मस्जिदों, विद्यालयों और मदरसों पर ताला लगा रही है, उत्तर प्रदेश में मुसलमानों की दुकानें को गिरा रही है और हमारी लड़कियों से स्कूल में आने से पहले हिजाब हटाने को कह रही है. उन्होंने कहा क्या बीजेपी इसके लिए वोट मांगेगी. उसने हमारे लिया क्या किया है?</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीजेपी के आरोपों पर बोले अब्दुल्ला</strong><br />जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने बीजेपी द्वारा नेशनल कांफ्रेंस को ‘नरम अलगाववादी’ करार देने पर भी जवाब दिया. उन्होंने कहा यदि वह हमें नरम अलगाववादी कहना चाहती है तो ठीक है. लेकिन पिछले 35 साल में हमारे 4,000 से 4,500 कार्यकर्ता, पदाधिकारी, विधायक और विधानपरिषद सदस्य क्यों मारे गए? अगर हम पाकिस्तानी या आतंकी एजेंडे पर चल रहे थे और देश को कमजोर कर रहे थे, तो इन 4,500 लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन है?</p>
<p style=”text-align: justify;”>आतंकवादियों और पाकिस्तान के एजेंडे पर नेकां के चलने के बीजेपी के आरोपों पर अब्दुल्ला ने बीजेपी के दावे और जमीनी हकीकत के बीच फर्क बताया. विकास प्रयासों में ‘कमी’ को लेकर बीजेपी की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी द्वारा ‘डबल इंजन सरकार’ की शेखी बघारने को लेकर वह वह गृह मंत्री से सवाल करना चाहते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>नेशनल कांफ्रेंस उपाध्यक्ष ने कहा कि पार्टी जम्मू-कश्मीर में विकास चाहती है, लेकिन 10 साल तक यहां डबल इंजन की सरकार रही है. पहले मुफ्ती मोहम्मद सईद, फिर महबूबा मुफ्ती और अब राज्यपाल और उपराज्यपाल के अधीन लेकिन मेंढर में कोई प्रगति नहीं दिखी. अब्दुल्ला ने कहा कि चुनाव का पहला चरण पूरा हो चुका है और दावा किया कि रिपोर्टों से पता चलता है कि नेकां और कांग्रेस के उम्मीदवार जीत दर्ज कर रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a title=”‘PM मोदी और भारत को अब्दुल्ला खानदान का शुक्रगुजार रहना चाहिए’, महबूबा मुफ्ती ने क्यों कही ये बात?” href=”https://www.abplive.com/states/jammu-and-kashmir/jammu-kashmir-assembly-election-2024-pdp-chief-mehbooba-mufti-attacks-on-pm-narendra-modi-statement-sheikh-abdullah-2787515″ target=”_blank” rel=”noopener”>’PM मोदी और भारत को अब्दुल्ला खानदान का शुक्रगुजार रहना चाहिए’, महबूबा मुफ्ती ने क्यों कही ये बात?</a></strong></p>
कानपुर के CSA में रैगिंग:हॉस्टल में रात 2:30 बजे गाली-गलौज, बीयर पिलाने की कोशिश; लड़के बोले- जबरन मुंह में लगा रहे सिगरेट
कानपुर के CSA में रैगिंग:हॉस्टल में रात 2:30 बजे गाली-गलौज, बीयर पिलाने की कोशिश; लड़के बोले- जबरन मुंह में लगा रहे सिगरेट कानपुर के HBTU में रैगिंग के बाद अब CSA (चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय) से भी रैगिंग का वीडियो सामने आया है। यह 3 अक्टूबर की रात का बताया जा रहा है, इसमें जूनियर छात्रों को घेरे सीनियर छात्र दिख रहे हैं। कुछ छात्रों ने छिपकर इसका वीडियो बनाया है। डरे-सहमे छात्रों ने बताया कि रात 2:30 बजे सीनियर्स हॉस्टल में घुस आए। गाली-गलौज करते हुए कमरे के अंदर कुछ जूनियर्स को जबरन बीयर और सिगरेट पिलाने लगे। जिन्होंने विरोध किया, उनकी पिटाई हुई। छात्रों की परेशानी समझने के लिए भास्कर टीम CSA के अब्दुल कलाम हॉस्टल पहुंची, पढ़िए रिपोर्ट… MBA के 100 से ज्यादा स्टूडेंट खौफ में
CSA कैंपस में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम हॉस्टल में रहने वाले कृषि व्यवसाय प्रबंधन (MBA) के 100 से ज्यादा स्टूडेंट खौफ में हैं। उन्होंने बताया कि आए दिन सीनियर्स रैगिंग के नाम पर परेशान करते हैं। 3 अक्टूबर की रात को भी 6 से ज्यादा सीनियर्स ने हॉस्टल में धावा बोल दिया। गाली-गलौज करते हुए दरवाजे में लात मारकर गेट खुलवाया। इसके बाद कमरे में घुस गए और कहा कि कभी हम भी इसी हॉस्टल के कमरे में रहते थे, यहां का कूलर कहां गया? ये सामान क्यों हटा दिया? गाली-गलौज करते हुए परेशान करना शुरू कर दिया। एक के बाद एक हॉस्टल के पहली मंजिल पर बने MBA स्टूडेंट के कमरों को खुलवाया। रात में 2:30 बजे अचानक से धड़धड़ाहट के साथ सीनियर्स का धावा और गाली-गलौज सुनकर MBA के स्टूडेंट सहम गए। उन्हें लगा कि किसी ने हमला कर दिया। इसके बाद जूनियरों को जबरन हाथ में बीयर थमा दी और मुंह में सिगरेट लगा दी। इसके बाद धमकाते हुए चले गए। छात्र बोले – HOD और DSW ने मामला दबा दिया छात्रों ने कहा- सीनियर्स हॉस्टल में घुसकर जब गाली-गलौज और गुंडागर्दी कर रहे थे तो इस दौरान उन्होंने चोरी-छिपे कुछ वीडियो बना लिए थे। जिसमें सीनियर साफ तौर पर गाली-गलौज करते हुए नशे की हालत में दिख रहे हैं। सीनियर गुंडों की तहर गाली-गलौज करने के साथ एक-एक को समझ लेने की धमकी दे रहा है। छात्रों ने बताया कि यह वीडियो डीएसडब्ल्यू डॉ. मुनीश गंगवार और एचओडी डॉ. मुकेश श्रीवास्तव को दिखाने के साथ पूरे मामले की शिकायत की, आरोप है कि डॉ. मुनीश और डॉ. मुकेश ने मामले में कार्रवाई करने की बजाए पीड़ित एमबीए स्टूडेंट को ही फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि कल तुम भी सीनियर बनोगे। इसके बाद मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है। इसके बाद हमने अधिकारियों से बात की… अधिकारियों ने कहा- हमें इस बारे में कुछ पता नहीं इस मामले में CSA के DSW डॉ. मुनीष गंगवार और HOD मुकेश श्रीवास्तव से बात की गई। HOD मुकेश श्रीवास्तव ने बताया कि इस तरह का कोई मामला उनके संज्ञान में नहीं है। इस मामले की जानकारी के लिए DSW से बात करें। इसके बाद डॉ. मुनीष गंगवार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस तरह का कुछ भी हॉस्टल में नहीं हुआ है। छात्र झूठे आरोप लगा रहे हैं। VC ने कहा- आरोपियों पर कड़ा एक्शन लेंगे
CSA के VC डॉ. एके सिंह ने कहा – इस मामले की उनके पास कोई जानकारी नहीं है। यूनिवर्सिटी के एक कार्यक्रम में व्यस्त हैं। जल्द ही पूरे मामले की वह उच्च स्तरीय जांच करेगे। इसके साथ ही MBA स्टूडेंट से स्वयं पूछताछ करके पूरे मामले की जांच करेंगे। छात्र या प्रोफेसर जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ा एक्शन लेंगे। इस तरह के मामलों में उन्होंने सख्त कार्रवाई का निर्देश भी दिए हैं। ————————————– यह भी पढ़े : कपड़े ना उतारने पर लोहे की रॉड से पीटा, कानपुर के HBTU में जूनियर स्टूडेंट्स से रैगिंग, बर्थडे के बहाने बुलाया; 8 पर FIR कानपुर में हरकोर्ट बटलर टेक्निकल यूनिवर्सिटी (HBTU) में रैगिंग का विरोध करने पर सीनियर्स ने छात्रों की पिटाई कर दी। आरोप है कि सीनियर्स ने जूनियर छात्रों को बर्थ-डे पार्टी के बहाने बुलाया। कहा-‘पूरे कपड़े उतारो’। मना करने पर लाठी-डंडे से पीटा। पढ़िए पूरी खबर..
विनेश को पहले से थी ओलिंपिक में गड़बड़ी की आशंका:फोगाट ने लिखा था- मुझे फंसाने की साजिश संभव, पानी में कुछ मिला सकते हैं
विनेश को पहले से थी ओलिंपिक में गड़बड़ी की आशंका:फोगाट ने लिखा था- मुझे फंसाने की साजिश संभव, पानी में कुछ मिला सकते हैं अपने वजन को लेकर पेरिस ओलिंपिक 2024 में गोल्ड मेडल की दौड़ से बाहर हुई हरियाणा की रेसलर विनेश फोगाट का पुराना बयान वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया (X) में विनेश ने संदेह जताया था कि उनके साथ पेरिस ओलिंपिक में कुछ गलत होने वाला है। उन्होंने इस पोस्ट में भारत सरकार, SAI और TOPS से कोच की मान्यता को लेकर अपना गुस्सा जाहिर किया था। वह अपने कोच और फिजियो की मान्यता नहीं दिए जाने को लेकर परेशान थी। इन दोनों की मान्यता को लेकर उनके द्वारा कई बार रिक्वेस्ट डाली गई, लेकिन इस पर कोई सुनवाई नहीं हुई थी। इसके बाद उन्होंने इस पोस्ट के जरिए अपनी इस परेशानी को सार्वजनिक किया था। अब यहां पढ़िए विनेश ने क्यों डाली थी ये पोस्ट…
पेरिस में होने वाले ओलिंपिक से पहले 19 अप्रैल को एशियन ओलिंपिक क्वालीफाई टूर्नामेंट होने थे, इसके लिए उन्हें अपने कोच और फिजियो की मान्यता लेनी जरूरी थी। इसके लिए उनके द्वारा केंद्र सरकार, SAI, TOPS को रिक्वेस्ट डाली गई, लेकिन कोच और फिजियो की मान्यता नहीं मिली। बिना मान्यता के वह क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में किसी खिलाड़ी का शामिल होना बहुत मुश्किल होता है। पोस्ट में विनेश की कहीं 3 अहम बातें… 1. क्वालीफाई टूर्नामेंट के 8 दिन पहले डाली पोस्ट
विनेश ने 12 अप्रैल को डाली गई अपनी पोस्ट में लिखा, “19 अप्रैल को एशियन ओलम्पिक क्वालीफाई टूर्नामेंट शुरू होने जा रहा है। मेरे द्वारा लगातार एक महीने से भारत सरकार (SAI,TOPS) सभी से मेरे कोच और फिजियो की एक्रीडेशन (मान्यता) के लिए रिक्वेस्ट की जा रही है। एक्रीडेशन के बिना मेरे कोच और फिजियो का मेरे साथ कॉम्पिटिशन एरीना में जाना संभव नहीं है। लेकिन बार-बार रिक्वेस्ट करने पर भी कहीं से भी कोई ठोस जवाब नहीं मिल रहा है। कोई भी मदद करने को तैयार नहीं है। क्या हमेशा ऐसे ही खिलाड़ियों के भविष्य के साथ खेला जाता रहेगा। 2. बृजभूषण को लेकर लगाए कई आरोप
विनेश फोगाट ने अपनी इस पोस्ट में बृजभूषण को लेकर कई आरोप लगाए थे। उन्होंने लिखा कि, “बृजभूषण और उसके द्वारा बैठाया गया डमी संजय सिंह हर तरीक़े से प्रयास कर रहे है कि कैसे मुझे ओलिंपिक्स में खेलने से रोका जा सके, जो टीम के साथ कोच लगाए गए हैं वे सभी बृजभूषण और उसकी टीम के चहेते हैं, तो इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि वो मेरे मैच के दौरान मुझे मेरे पानी में कुछ मिला के ना पिला दे?? अगर मैं ऐसा कहूं कि मुझे डोप में फंसाने की साजिश हो सकती है तो गलत नहीं होगा। हमें मानसिक रूप से प्रताड़ित करने की कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही। 3. कॉम्पिटिशन को बताया था बेहद जरूरी
विनेश ने यह भी लिखा था कि, ‘इतने महत्वपूर्ण कॉम्पिटिशन से पहले ऐसे हमारे साथ मानसिक टॉर्चर कहां तक जायज़ है। क्या अब देश के लिए खेलने जाने से पहले भी हमारे साथ राजनीति ही होगी क्योंकि हमने सेक्सुअल हैरेसमेंट के खिलाफ आवाज उठाई?? क्या हमारे देश में गलत के खिलाफ आवाज उठाने की यही सजा है? उम्मीद करती हूं हमें देश के लिए खेलने जाने से पहले तो न्याय मिलेगा.. जय हिंद। विनेश फोगाट की पूरी पोस्ट पढ़ें… WFI अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा- कोच-न्यूट्रिशनिस्ट ही बता पाएंगे
विनेश के अयोग्य करार दिए जाने के बाद रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा था कि इसका सही जवाब विनेश के न्यूट्रिशनिस्ट और उनके कोच ही दे पाएंगे। खाने-पीने की आदतों से जुड़े सलाह देने वाले पेशेवर व्यक्ति को न्यूट्रिशनिस्ट या आहार विशेषज्ञ कहते हैं। विनेश 50 किलोग्राम वर्ग के इवेंट में फाइनल में पहुंचीं थीं, लेकिन मुकाबले से पहले उनका वजन तय मानकों से ज्यादा पाया गया। विनेश फोगाट से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें…