निर्वाचन आयोग (EC) की तरफ से विधानसभा हलका गिद्दड़बाहा से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों को नोटिस जारी किया गया है। उन्हें 24 घंटे में जवाब दाखिल करने के लिए कहा है। कांग्रेस की तरफ से उनके खिलाफ शिकायत दी गई थी । जबकि भाजपा उम्मीदवार मनप्रीत और कांग्रेस नेता अरमिंदर सिंह राजा वड़िंग ने जारी हुए नोटिसों के लिए जवाब दाखिल कर दिए हैं। राज्य में चार विधानसभा सीटों डेरा बाबा नानक, गिद्दड़बाहा, चब्बेवाल और बरनाला में 20 नवंबर को मतदान है। इन सीटों के विधायकों के सांसद बनने क बाद यह खाली हुई थी। कांग्रेस ने शिकायत में दिया यह तर्क कांग्रेस उम्मीदवार अमृता वड़िंग के चुनाव एजेंट विपन कुमार की तरफ से इस बारे में शिकायत निर्वाचन आयोग को भेजी गई थी। आरोप था कि आप की तरफ से छपवाए गए पोस्टरों में पंजाब कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग व भाजपा नेता मनप्रीत सिंह बादल की फोटो लगाईं गईं हैं। साथ ही इन दोनों के चेहरो पर ब्लैक क्राॅस लगाए हुए हैं। रिटर्निंग अफसर ने नोटिस जारी करते हुए कहा कि मंजूरी के बिना पोस्टरों पर तस्वीर नहीं लगाई जा सकती है। 24 घंटे में ऐसे पोस्टरों को हटाने के लिए कहा गया है। नहीं तो उन पर कार्रवाई की जाएगी। मनप्रीत बादल ने वीडियों में छेड़छाड़ की बात कहीं भाजपा उम्मीदवार मनप्रीत बादल को चुनाव प्रचार के दौरान नौकरियां देने का वायदा करने व कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग को मसजिद में जाकर चुनाव प्रचार करने के लिए नोटिस जारी किया गया था। दोनों की तरफ से अपने जवाब दाखिल कर दिए गए हैं। वडिंग ने जवाब में मस्जिद कमेटी के प्रधान व मौलवी ने बयान दिए हैं। जबकि मनप्रीत बादल की तरफ से जवाब में कहा गया हे कि वह तो नौकरियाें के बारे में सलाह दे रहे थे। वायरल वीडियो से तकनीकी छेड़छाड़ की गई है। दो गवाहाें ने मनप्रीत के पक्ष में जवाब दिया है। निर्वाचन आयोग (EC) की तरफ से विधानसभा हलका गिद्दड़बाहा से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों को नोटिस जारी किया गया है। उन्हें 24 घंटे में जवाब दाखिल करने के लिए कहा है। कांग्रेस की तरफ से उनके खिलाफ शिकायत दी गई थी । जबकि भाजपा उम्मीदवार मनप्रीत और कांग्रेस नेता अरमिंदर सिंह राजा वड़िंग ने जारी हुए नोटिसों के लिए जवाब दाखिल कर दिए हैं। राज्य में चार विधानसभा सीटों डेरा बाबा नानक, गिद्दड़बाहा, चब्बेवाल और बरनाला में 20 नवंबर को मतदान है। इन सीटों के विधायकों के सांसद बनने क बाद यह खाली हुई थी। कांग्रेस ने शिकायत में दिया यह तर्क कांग्रेस उम्मीदवार अमृता वड़िंग के चुनाव एजेंट विपन कुमार की तरफ से इस बारे में शिकायत निर्वाचन आयोग को भेजी गई थी। आरोप था कि आप की तरफ से छपवाए गए पोस्टरों में पंजाब कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग व भाजपा नेता मनप्रीत सिंह बादल की फोटो लगाईं गईं हैं। साथ ही इन दोनों के चेहरो पर ब्लैक क्राॅस लगाए हुए हैं। रिटर्निंग अफसर ने नोटिस जारी करते हुए कहा कि मंजूरी के बिना पोस्टरों पर तस्वीर नहीं लगाई जा सकती है। 24 घंटे में ऐसे पोस्टरों को हटाने के लिए कहा गया है। नहीं तो उन पर कार्रवाई की जाएगी। मनप्रीत बादल ने वीडियों में छेड़छाड़ की बात कहीं भाजपा उम्मीदवार मनप्रीत बादल को चुनाव प्रचार के दौरान नौकरियां देने का वायदा करने व कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग को मसजिद में जाकर चुनाव प्रचार करने के लिए नोटिस जारी किया गया था। दोनों की तरफ से अपने जवाब दाखिल कर दिए गए हैं। वडिंग ने जवाब में मस्जिद कमेटी के प्रधान व मौलवी ने बयान दिए हैं। जबकि मनप्रीत बादल की तरफ से जवाब में कहा गया हे कि वह तो नौकरियाें के बारे में सलाह दे रहे थे। वायरल वीडियो से तकनीकी छेड़छाड़ की गई है। दो गवाहाें ने मनप्रीत के पक्ष में जवाब दिया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
पंजाब में प्रदीप कलेर के इंटरव्यू का विरोध:SAD नेता वल्टोहा ने रखा पक्ष; बोले- बागी पक्ष भाजपा के इशारे पर कर रहा बदनाम
पंजाब में प्रदीप कलेर के इंटरव्यू का विरोध:SAD नेता वल्टोहा ने रखा पक्ष; बोले- बागी पक्ष भाजपा के इशारे पर कर रहा बदनाम पंजाब में बेअदबी की घटनाओं के आरोपी प्रदीप कलेर के एक इंटरव्यू के बाद विरोध शुरू हो गया है। वल्टोहा ने प्रदीप क्लेर के आरोपों का जवाब दिया है, वहीं बागी गुट को भाजपा का समर्थन होने का भी इशारा किया है। वहीं, बेअदबी की घटनाओं में अकाली दल को फंसाने के आरोप सत्ता पार्टी व विरोधी पार्टियों पर लगाए हैं। विरसा सिंह वल्टोहा ने कहा कि जो व्यक्ति 5 बेअदबी के आरोपों में सीधे तौर पर शामिल है, उसे महान शख्सियत के तौर पर पेश किया जा रहा है। जो आरोप लगाए गए हैं, वे सिखों के सर्वोच्च न्यायालय श्री अकाल तख्त साहिब पर विचाराधीन हैं और अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर बादल अपना पक्ष बंद लिफाफे में रख चुके हैं। वल्टोहा ने कहा कि प्रदीप कलेर के कहे अनुसार, सुखबीर बादल डेरा मुखी राम रहीम को मिलने के लिए कभी दिल्ली, कभी जयपुर आया। लेकिन उसे ऐसा बोलने से पहले एक सबूत तो पेश करना चाहिए। अगर ये बात सच होती और डेरा मुखी का समर्थन अकाली दल को मिला होता तो 2007, 20012 और 2017 में अकाली दल डेरा समर्थक हलकों में हारता नहीं। कहां है आज बीबी वरपाल कौर वल्टोहा ने कहा कि पौशाक जो 2007 में डेरे में डाली थी, वे सुखबीर बादल ने भेजी थी। ये बातें करने वाली बीबी वरपाल कौर आज कहां है। जब बीबी वरपाल कौर ने ये आरोप लगाए थे, उसके बाद भाग भी गई थी। बीबी वरपाल के बाद पूर्व डीजीपी शशिकांत ने भी यही आरोप लगाए। लेकिन बाद में वे मुकर गया। प्रदीप कलेर पॉलीटिकल विंग का नहीं है मुखी वल्टोहा ने आरोप लगाया कि प्रदीप कलेर कभी डेरा सच्चा सौदा के पॉलीटिकल विंग का मुखी नहीं है। 2007 में पहली बार इनका पॉलीटिकल विंग बनता है और 2007 में ये कांग्रेस की ओपन स्पोर्ट करते हैं। 2012 में कैप्टन और उनके समर्थक डेरा पहुंचते हैं और समर्थन मांगते हैं। प्रदीप का एक और झूठ कि पॉलीटिकल विंग का हेड है, लेकिन उसका हेड राम सिंह है। वे सिर्फ 45 सदस्यों के बने विंग का सदस्य हैं। वल्टोहा ने बागी गुट पर साधा निशाना वल्टोहा ने कहा कि असल अकाली दल एक ही है। अकाली दल के अंदर कई लोग हैं जो लगातार पार्टी को बदनाम करने की साजिशें रच रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बागी गुट भाजपा के इशारे पर अकाली दल को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है।
जालंधर कांग्रेस के पूर्व MLA बेरी पुलिस हिरासत में:दलबदलू पार्षद के घर धरना देने पहुंचे थे, थाने के बाहर कांग्रेसियों का हंगामा
जालंधर कांग्रेस के पूर्व MLA बेरी पुलिस हिरासत में:दलबदलू पार्षद के घर धरना देने पहुंचे थे, थाने के बाहर कांग्रेसियों का हंगामा पंजाब के जालंधर में नगर निगम चुनाव में बहुमत न मिलने के बाद आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के 2 पार्षदों को पार्टी में शामिल करा लिया। गुस्साए कांग्रेसियों ने वार्ड-47 से पार्षद चुनी गईं मनमीत कौर के घर के बाहर धरना दिया। मनमीत कौर कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीतकर आप में शामिल हो गईं है। धरने के दौरान पुलिस अधिकारियों ने पूर्व विधायक राजिंदर बेरी समेत कई कांग्रेस नेताओं को हिरासत में ले लिया। इससे पहले कल यानी मंगलवार को पूर्व मेयर जगदीश राज राजा की पत्नी अनीता राजा को कांग्रेस की टिकट पर हराने वाले प्रवीण वासन के विजय नगर स्थित आवास के बाहर धरना दिया गया। इस दौरान पुलिस और कांग्रेस नेताओं के बीच काफी हंगामा हुआ। पूर्व विधायक राजिंदर बेरी को हिरासत में लिए जाने पर कांग्रेस नेताओं ने पार्षद मनमीत कौर के घर के बाहर से मार्च निकाला और भार्गव कैंप थाने के बाहर पहुंच गए। इस दौरान कांग्रेसी सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। कांग्रेस के झंडे लेकर खड़े कांग्रेस नेता जब थाने के बाहर पहुंचे तो थाने के दरवाजे बंद थे। सुरिंदर कौर ने कहा- प्रधान के साथ हमें भी गिरफ्तार करो कांग्रेस की जालंधर पश्चिम हलके की प्रभारी सुरिंदर कौर ने कहा- पश्चिम हलके के लोगों ने कांग्रेस में आस्था जताई। लेकिन मनमीत कौर आप में शामिल हो गईं। हम उनसे सिर्फ इस बारे में बात करने आए थे कि किस दबाव में उन्होंने पार्टी छोड़ी। सुरिंदर कौर ने कहा- हमें भी गिरफ्तार करो, क्योंकि आप सिर्फ जिला प्रधान को ही गिरफ्तार नहीं कर सकते थे। सुरिंदर कौर ने कहा- आप तो अगले डेढ़ साल के मेहमान हैं। उसके बाद वे कभी नहीं आएंगे। आपको इसका जवाब देना होगा। सुरिंदर कौर ने कहा- हम सब सरेंडर करने आए हैं। पुलिस स्टेशन सार्वजनिक स्थान है, इसके गेट बंद नहीं किए जा सकते। एसीपी ने अनुमति का पुछा, नहीं दिखा पाए तो हिरासत में लिया मौके पर पहुंचे जालंधर वेस्ट हलके के एसीपी हर्षप्रीत सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और उन्होंने पूर्व विधायक राजिंदर बेरी से पूछा कि आपके पास क्या धरना लगाने की कोई अनुमति हो क्या। बेरी ने जवाब दिया आप हमें अरेस्ट करने आएं हैं क्या। इतने में पुलिस ने कांग्रेसी नेताओं को धरने से उठाना शुरू कर दिया और बेरी का हाथ पकड़ कर साथ ले जाने लगे। मौके पर पंजाब सरकार और आप के खिलाफ की गई नारेबाजी हालांकि जब बेरी को हाथ लगाया गया तो कांग्रेसी ने जमकर पंजाब पुलिस और आम आदमी पार्टी के खिलाफ नारेबाजी की। मगर पुलिस द्वारा अपनी गाड़ी में राजिंदर बेरी और कुछ कांग्रेसी नेताओं को हिरासत में लिया गया और तुरंत थाने के लिए रवाना हो गए। जिसके बाद पैदल ही कांग्रेसी नेता थाना भार्गव कैंप में पहुंच गए। नेताओं का कहना है कि जितनी देर राजिंदर बेरी को रिहा नहीं किया जाता, उतनी देर वह धरना खत्म नहीं करेंगे।
चंडीगढ़ बम ब्लॉस्ट के बाद जम्मू-कश्मीर भागने वाले थे हमलावर:5 लाख रुपए में हुआ था सौदा; पाकिस्तान से आए थे हथियार
चंडीगढ़ बम ब्लॉस्ट के बाद जम्मू-कश्मीर भागने वाले थे हमलावर:5 लाख रुपए में हुआ था सौदा; पाकिस्तान से आए थे हथियार चंडीगढ़ के सेक्टर 10 में हैंड ग्रेनेड फेंकने वाले हमलावर जम्मू-कश्मीर भागने की तैयारी में थे। 6 दिन की रिमांड मिलने के बाद स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (एसएसओसी) ने गिरफ्तार हमलावर से पूछताछ शुरू कर दी है। हमलावर ने पुलिस को कई अहम जानकारियां दी हैं। दूसरा हमलावर विशाल है, जो डेरा बाबा नानक का रहने वाला है। उसे पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है। एसएसओसी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हमलावर रोहन मसीह ने बताया कि उसे विदेश से 5 लाख रुपये ऑफर किए गए थे। लेकिन अभी तक उसे करीब 20 हजार रुपये ही मिले हैं। वारदात को अंजाम देने के बाद वह जम्मू-कश्मीर जाना चाहता था, ताकि चंडीगढ़, पंजाब और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों से बच सके। रोहन ने पूछताछ में बताया कि चंडीगढ़ ब्लास्ट करने के बाद वे दोनों अमृतसर आ गए थे। लेकिन किसी काम से उसे खन्ना जाना पड़ा था। वे अमृतसर लौट आया था, क्योंकि यहां से उसे व विशाल को जम्मू-कश्मीर के लिए निकलना था। वे बस स्टैंड के पास होटल में छिपा हुआ था। जैसे ही वे होटल से निकला, उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पाकिस्तान से आए थे हथियार एसएसओसी अमृतसर ने जिस 55 नंबर एफआईआर में रोहन को अरेस्ट किया है, वे इसी महीने की 8 तारीख को दर्ज की गई थी। 55 नंबर एफआईआर के अनुसार एसएसओसी ने जिस पिस्टल को उससे बरामद किया है, वे पाकिस्तान से ड्रोन के रास्ते आई थी। एसएसओसी पहले ही इस एफआईआर में घरिंडा में रहने वाले आकाशदीप सिंह व अमरजीत सिंह को अरेस्ट कर चुकी है। आकाश व अमरजीत पहले से ही पाक तस्करों के संपर्क में हैं। पुलिस का अनुमान है कि ये हैंड-ग्रेनेड भी पाकिस्तान से ही आया था और पाकिस्तान आर्मी इसका प्रयोग करती है। विशाल को पकड़ने के लिए छापेमारी तेज रोहन ने बताया कि उसका साथी विशाल है, जो गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक का रहने वाला है। वे दोनों जम्मू-कश्मीर भागने वाले थे। जिसके बाद पंजाब पुलिस ने सभी बॉर्डर सील कर दिए हैं और लगातार विशाल को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार विशाल अभी पंजाब में ही है और पुलिस के अलर्ट हो जाने के बाद उसका पंजाब से भागना काफी मुश्किल हो गया है। हैप्पी पाशियां ने उलब्ध करवाया ग्रेनेड रोहन ने बताया कि हैप्पी पाशियां उनके गांव का ही है और उसने आर्थिक मदद करने की बात कही थी। उसके साथ 5 लाख रुपए में बात तय हुई थी और अभी उसे सिर्फ तकरीबन 20 हजार रुपए ही मिले थे। रोहन ने बताया कि उस पर कुछ मामूली झगड़े के ही मुकदमें दर्ज हैं। वे एक तरखान है, जो जम्मू-कश्मीर में अपने भाई जोबन के साथ काम करता था। जम्मू-कश्मीर में उसे पंजाब से दोगुणी देहाड़ी मिलती थी। जम्मू में ही काम करते हुए उसकी दोस्ती रोहन से हो गई थी। हैप्पी पाशियां का काम करने की बात उसने विशाल से की तो वे भी तैयार हो गया था।