हरियाणा के गुरुग्राम में गो-तस्करों की पिकअप गाड़ी पलट गई। तस्कर पुलिस को देख तेज गति में गाड़ी को भगाने लगे। पंचगांव चौक पर जाम के चलते जब पुलिस से घिरते देखा तो आरोपियों ने हाइवे के डिवाइडर से गाड़ी को रॉन्ग साइड कूदाने की कोशिश, जिसके चलते गाड़ी पलट गई। हादसे में एक गो-तस्कर की जान चली गई, जबकि 6 घायल हुए हैं। पुलिस पूछताछ में आरोपियों का क्रिमिनल रिकॉर्ड मिला है। इतना ही नहीं गाड़ी में गाय भी बंधी हुई मिली। गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता के मुताबकि, गुरुवार को कॉव-प्रोटेक्शन-सेल और गुरुग्राम की पुलिस टीम को गश्त के दौरान बस स्टैंड मानेसर के पास सड़क के किनारे कुछ व्यक्ति एक पिकअप गाड़ी गायों को भरते हुए दिखाई दिए। तस्करों ने पुलिस की गाड़ी को देखते ही अपनी पिकअप गाड़ी पंचगांव-बिलासपुर की तरफ भगा ली। पुलिस टीम द्वारा जब उस गाड़ी का पीछा किया तब तक वह काफी आगे निकल चुकी थी। लेकिन पंचगांव चौक पर जाम होने के कारण पुलिस टीम को वह गाड़ी फिर से मिल गई। डिवाइडर पर चढ़कर पलटी गाड़ी पिकअप चालक द्वारा पुलिस टीम को पीछे आता देखकर उसने अपनी गाड़ी को तेज रफ्तार भगा कर रॉन्ग साइड में डिवाइडर पर चढ़ाकर कूदाने की कोशिश की तो गाड़ी डिवाइडर पर पलट गई। पुलिस ने तुरंत गाड़ी में बैठे तस्करों को काबू कर लिया। पुलिस टीम द्वारा पूछने पर उन्होंने अपना नाम मुन्ना निवासी गांव आकेड़ा, नूंह, माफिक अली निवासी गांव सुडाका, नूंह, मुबारिक उर्फ उटावड़िया निवासी गांव सुडाका, नूंह, शौकिन उर्फ सुंडा निवासी गांव सालाहेड़ी, नूंह, इरशाद उर्फ लंगड़ा निवासी गांव रहणा, नूंह तथा सलाम निवासी गांव जवाहर, जिला अलीगढ (उत्तर-प्रदेश) के रूप में बताया। शहजाद की मौत, बाकी को लगी चोटें पुलिस टीम द्वारा जब पिकअप गाड़ी को चेक किया तो एक व्यक्ति गाड़ी के नीचे दबा हुआ मृत अवस्था में मिला। आरोपियों से जब मृत व्यक्ति के बारे में पूछताछ की तो उन्होंने उसका नाम शहजाद निवासी गांव सालाहेड़ी, नूंह बताया। पलटी हुई गाड़ी में 4 गाय बंधी हुई मिली। जिन्हें गो-तस्करों द्वारा गाड़ी में बेरहमी से ठूंसकर भरा हुआ था। मानेसर पुलिस ने दर्ज की FIR इस संबंध में मानेसर थाना में आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर सभी 6 आरोपी मुन्ना, माफिक, मुबारिक उर्फ उटावड़िया, शौकिन उर्फ सुंडा (पिकअप चालक), इरशाद उर्फ लंगड़ा तथा सलाम को उपचार कराने के बाद गिरफ्तार कर लिया है। इस केस में मृतक शहजाद का पुलिस टीम द्वारा पोस्टमार्टम करवाकर शव उसके परिजनों को सौंप दिया गया है। आरोपियों पर कई केस दर्ज मिले पुलिस टीम ने आरोपियों के अपराधिक रिकॉर्ड चेक किया तो मृतक आरोपी शहजाद के खिलाफ हत्या करने का प्रयास व गो-तस्करी करने के 2 केस गुरुग्राम में तथा 3 जिला नूंह में दर्ज मिले। शौकिन उर्फ सुंडा के खिलाफ रेवाड़ी, नूंह, गुरुग्राम व रोहतक के विभिन्न थानों में हत्या का प्रयास, गो-तस्करी, पोक्सो अधिनियम, चोरी आदि 18 मामले दर्ज मिले। जिनमें 2 मामलों में इसे कोर्ट ने पीओ घोषित किया हुआ था। आरोपी इरशाद के खिलाफ गो-तस्करी, मारपीट करने व धमकी देने के गुरुग्राम व जिला नूंह में कुल 3 केस मिले। आरोपी माफिक अली व आरोपी मुबारिक के खिलाफ जिला नूंह में 1-1 केस दर्ज मिला है। हरियाणा के गुरुग्राम में गो-तस्करों की पिकअप गाड़ी पलट गई। तस्कर पुलिस को देख तेज गति में गाड़ी को भगाने लगे। पंचगांव चौक पर जाम के चलते जब पुलिस से घिरते देखा तो आरोपियों ने हाइवे के डिवाइडर से गाड़ी को रॉन्ग साइड कूदाने की कोशिश, जिसके चलते गाड़ी पलट गई। हादसे में एक गो-तस्कर की जान चली गई, जबकि 6 घायल हुए हैं। पुलिस पूछताछ में आरोपियों का क्रिमिनल रिकॉर्ड मिला है। इतना ही नहीं गाड़ी में गाय भी बंधी हुई मिली। गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता के मुताबकि, गुरुवार को कॉव-प्रोटेक्शन-सेल और गुरुग्राम की पुलिस टीम को गश्त के दौरान बस स्टैंड मानेसर के पास सड़क के किनारे कुछ व्यक्ति एक पिकअप गाड़ी गायों को भरते हुए दिखाई दिए। तस्करों ने पुलिस की गाड़ी को देखते ही अपनी पिकअप गाड़ी पंचगांव-बिलासपुर की तरफ भगा ली। पुलिस टीम द्वारा जब उस गाड़ी का पीछा किया तब तक वह काफी आगे निकल चुकी थी। लेकिन पंचगांव चौक पर जाम होने के कारण पुलिस टीम को वह गाड़ी फिर से मिल गई। डिवाइडर पर चढ़कर पलटी गाड़ी पिकअप चालक द्वारा पुलिस टीम को पीछे आता देखकर उसने अपनी गाड़ी को तेज रफ्तार भगा कर रॉन्ग साइड में डिवाइडर पर चढ़ाकर कूदाने की कोशिश की तो गाड़ी डिवाइडर पर पलट गई। पुलिस ने तुरंत गाड़ी में बैठे तस्करों को काबू कर लिया। पुलिस टीम द्वारा पूछने पर उन्होंने अपना नाम मुन्ना निवासी गांव आकेड़ा, नूंह, माफिक अली निवासी गांव सुडाका, नूंह, मुबारिक उर्फ उटावड़िया निवासी गांव सुडाका, नूंह, शौकिन उर्फ सुंडा निवासी गांव सालाहेड़ी, नूंह, इरशाद उर्फ लंगड़ा निवासी गांव रहणा, नूंह तथा सलाम निवासी गांव जवाहर, जिला अलीगढ (उत्तर-प्रदेश) के रूप में बताया। शहजाद की मौत, बाकी को लगी चोटें पुलिस टीम द्वारा जब पिकअप गाड़ी को चेक किया तो एक व्यक्ति गाड़ी के नीचे दबा हुआ मृत अवस्था में मिला। आरोपियों से जब मृत व्यक्ति के बारे में पूछताछ की तो उन्होंने उसका नाम शहजाद निवासी गांव सालाहेड़ी, नूंह बताया। पलटी हुई गाड़ी में 4 गाय बंधी हुई मिली। जिन्हें गो-तस्करों द्वारा गाड़ी में बेरहमी से ठूंसकर भरा हुआ था। मानेसर पुलिस ने दर्ज की FIR इस संबंध में मानेसर थाना में आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर सभी 6 आरोपी मुन्ना, माफिक, मुबारिक उर्फ उटावड़िया, शौकिन उर्फ सुंडा (पिकअप चालक), इरशाद उर्फ लंगड़ा तथा सलाम को उपचार कराने के बाद गिरफ्तार कर लिया है। इस केस में मृतक शहजाद का पुलिस टीम द्वारा पोस्टमार्टम करवाकर शव उसके परिजनों को सौंप दिया गया है। आरोपियों पर कई केस दर्ज मिले पुलिस टीम ने आरोपियों के अपराधिक रिकॉर्ड चेक किया तो मृतक आरोपी शहजाद के खिलाफ हत्या करने का प्रयास व गो-तस्करी करने के 2 केस गुरुग्राम में तथा 3 जिला नूंह में दर्ज मिले। शौकिन उर्फ सुंडा के खिलाफ रेवाड़ी, नूंह, गुरुग्राम व रोहतक के विभिन्न थानों में हत्या का प्रयास, गो-तस्करी, पोक्सो अधिनियम, चोरी आदि 18 मामले दर्ज मिले। जिनमें 2 मामलों में इसे कोर्ट ने पीओ घोषित किया हुआ था। आरोपी इरशाद के खिलाफ गो-तस्करी, मारपीट करने व धमकी देने के गुरुग्राम व जिला नूंह में कुल 3 केस मिले। आरोपी माफिक अली व आरोपी मुबारिक के खिलाफ जिला नूंह में 1-1 केस दर्ज मिला है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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पौधे लगाने के साथ उसकी सुरक्षा भी जरूरी: विशाल झज्जर|स्पेशल बच्चों के स्कूल सवेरा के परिसर में पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्य न्यायिक न्यायाधीश विशाल, प्लाईवुड कंपनी के मानव संसाधन प्रमुख सुशांत शेखर झा, मान सिंह शेखावत और अरुण ओझा ने पौधे लगाए। उन्होंने कहा कि पेड़ हमें जीवन देते हैं, पेड़ लगाने के साथ-साथ उसकी सुरक्षा भी जरूरी है। जिला बाल कल्याण अधिकारी सोमदत्त खुंडिया ने सभी अतिथियों का धन्यवाद किया और स्कूल स्टाफ को अधिक पेड़ लगाने के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर रितु धनखड़, प्रधानाचार्य लवकेश और अन्य स्टाफ भी मौजूद रहे।
हरियाणा की सरकारी नौकरियों में अग्निवीरों को 10% आरक्षण:CM सैनी ने घोषणा की; बिना ब्याज के 5 लाख रुपए तक लोन भी देगी सरकार
हरियाणा की सरकारी नौकरियों में अग्निवीरों को 10% आरक्षण:CM सैनी ने घोषणा की; बिना ब्याज के 5 लाख रुपए तक लोन भी देगी सरकार हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अग्निवीरों को राज्य की सरकारी नौकरियों में 10 फीसदी आरक्षण देने का ऐलान किया है। CM सैनी ने कहा कि हमारी सरकार हरियाणा में अग्निवीरों को पुलिस कांस्टेबल, माइनिंग गार्ड, फॉरेस्ट गार्ड, जेल वार्डन और SPO की सीधी भर्ती में 10 फीसदी आरक्षण देगी। बुधवार को चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस में CM सैनी ने कहा कि हमने इन अग्निवीरों को ग्रुप डी और सी में सरकारी पदों के लिए निर्धारित अधिकतम आयु में 3 साल की छूट देने का भी फैसला किया है। पहले बैच के अग्निवीरों को आयु में 5 साल की छूट मिलेगी। सरकार ग्रुप-C में सिविल पदों में सीधी भर्ती में अग्निवीरों के लिए 5 फीसदी आरक्षण और ग्रुप डी में एक फीसदी आरक्षण देगी। प्राइवेट औद्योगिक इकाइयों को सब्सिडी
CM सैनी ने कहा कि अगर कोई औद्योगिक इकाई प्रतिमाह 30 हजार रुपए से ज्यादा वेतन देती है तो हरियाणा सरकार उस औद्योगिक इकाई को 60 हजार रुपए वर्ष की सब्सिडी देगी। इसके साथ ही राज्य सरकार ने ग्रुप सी पदों पर भर्ती में अग्निवीर के लिए 5 फीसदी आरक्षण की घोषणा की है। खुद का काम शुरू करने में भी मदद
CM सैनी ने कहा कि हरियाणा सरकार अग्निवीरों को अपना काम शुरू करने में भी मदद देगी। इसके लिए सरकार ने फैसला किया है कि जो अग्निवीर अपना काम करना चाहते हैं, उन्हें बिना ब्याज लोन दिया जाएगा। उन्हें काम शुरू करने के लिए 5 लाख रुपए तक का बिना ब्याज के लोन दिया जाएगा। CISF और BSF ने अग्निवीरों को 10% आरक्षण देने का ऐलान किया है
मालूम हो कि CISF और BSF ने 12 जुलाई को पूर्व अग्निवीरों को 10% आरक्षण देने का ऐलान किया। इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। जल्द ही नियम लागू किए जाएंगे। अग्निवीर पर केंद्र सरकार ने यह फैसला 2 साल पहले किया था। BSF डीजी नितिन अग्रवाल और CISF डीजी नीना सिंह ने यह जानकारी दी। दरअसल 18 जून 2022 को गृह मंत्रालय ने इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी किया था। इसमें कहा था कि CAPF और असम राइफल्स में पूर्व अग्निवीरों को 10% आरक्षण दिया जाएगा। CAPF के अंतर्गत BSF, CRPF, ITBP, SSB और CISF ऑर्म्ड आती हैं। CISF बोली, पहले बैच में 5 साल तो अगले बैच में 3 साल की छूट जानिए क्या है अग्निपथ स्कीम…
सरकार ने 2022 में अग्निपथ स्कीम लॉन्च की थी। इसके तहत आर्मी, नेवी और एयर फोर्स में चार साल के लिए नौजवानों को कॉन्ट्रैक्ट पर भर्ती किया जाता है। 4 साल में छह महीने की ट्रेनिंग भी शामिल है। चार साल बाद अग्निवीरों को उनकी कार्यक्षमता के आधार पर रेटिंग दी जाएगी। इसी मेरिट के आधार पर 25% अग्निवीरों को परमानेंट सर्विस में लिया जाएगा। बाकी लोग वापस सिविल दुनिया में आ जाएंगे। इस स्कीम में ऑफिसर रैंक के नीचे के सैनिकों की भर्ती होगी। यानी इनकी रैंक पर्सनल बिलो ऑफिसर रैंक यानी PBOR के तौर पर होगी। इन सैनिकों की रैंक सेना में अभी होने वाली कमीशंड ऑफिसर और नॉन-कमीशंड ऑफिसर की नियुक्ति से अलग होगी। साल में दो बार रैली के जरिए भर्ती की जाएगी। अग्निवीर बनने के लिए 17.5 साल से 21 साल का होना जरूरी है। साथ ही कम से कम 10वीं पास होना जरूरी है। 10वीं पास भर्ती होने वाले अग्निवीरों को 4 साल की सेवा पूरी करने के बाद 12वीं के समकक्ष सर्टिफिकेट दिया जाएगा। ये खबर भी पढ़ें…… अग्निवीर अपनी मर्जी से नहीं छोड़ पाएंगे नौकरी…5 सवालों के जवाब 14 जून को अग्निपथ स्कीम की घोषणा हुई। ऐलान होते ही ये स्कीम सवालों के घेरे में आ गई। सेना भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं ने विरोध शुरू कर दिया। अभी भी उनके मन में इस स्कीम को लेकर कई कंफ्यूजन रहे थे।
हमने सोशल मीडिया से युवाओं के 5 सबसे ज्यादा पूछे गए सवाल निकाले हैं। आइए उन पांचों सवालों के जवाब जानते हैं। पूरी खबर पढ़ें…
करनाल में विदेश भेजने के नाम पर 19.56 लाख ठगे:आरोपी ने दिया फर्जी वीजा, पैसे लौटाने का वादा किया, नहीं लौटाए
करनाल में विदेश भेजने के नाम पर 19.56 लाख ठगे:आरोपी ने दिया फर्जी वीजा, पैसे लौटाने का वादा किया, नहीं लौटाए हरियाणा में करनाल के इंद्री में एक व्यक्ति के साथ ऑस्ट्रेलिया भेजने के नाम पर 19.56 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। आरोप है कि आरोपी व्यक्ति ने वर्क परमिट दिलाने का वादा करके यह रकम ली, लेकिन तय समय पर न तो विदेश भेजा और न ही पैसे लौटाए। शिकायतकर्ता का दावा है कि आरोपी ने फर्जी वीजा बनाकर गुमराह किया और पैसे मांगने पर धमकी दी। मामले में डीएसपी कार्यालय में शिकायत दर्ज की गई है, जिसके आधार पर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। तीन महीने में भेजने का किया वादा इंद्री के गुमटो निवासी राजेश कुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि आरोपी मनमीत सिंह ने यह रकम आरटीजीएस के जरिए ली। रकम की सिक्योरिटी के लिए उसने एक चेक भी दिया और वादा किया कि तीन महीने में उनके बेटे आशीष को ऑस्ट्रेलिया भेज दिया जाएगा। तय समय सीमा समाप्त होने पर जब कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो शिकायतकर्ता ने मनमीत सिंह से संपर्क किया। धमकी देकर किया गुमराह शिकायत के अनुसार, आरोपी ने गुमराह करने के लिए फर्जी वीजा भी दिया। जब पता चला कि यह फर्जी वीजा है तो उसका विश्वास उठ गया और उसने अने पैसे मांगे और सवाल किए तो टालमटोल करने लगा। आरोपी की मंशा पैसे लौटाने की नहीं है और वह देश छोड़ने की फिराक में है। आरोपी ने धमकी दी कि यदि पुलिस में शिकायत दी तो वह पैसे वापिस नहीं करेगा। एफिडेविट के बावजूद नहीं मिले पैसे
शिकायतकर्ता ने बताया कि बीती 9 नवंबर को डीएसपी कार्यालय में शिकायत दी गई थी। इसके बाद आरोपी ने अपने पिता बलवंत सिंह के साथ एफिडेविट दिया और रकम लौटाने का वादा किया। उसने कहा था कि 27 नवंबर को 10 लाख रुपये लौटाएगा और सुरक्षा के लिए एक और चेक दिया। लेकिन आज तक कोई भी राशि वापस नहीं की गई। आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज डीएसपी कार्यालय से मिली जांच रिपोर्ट के आधार पर आरोपी के खिलाफ थाना इन्द्री में मुकदमा दर्ज किया है। जिसकी जांच एसआई लखबीर कर रहे है। शिकायतकर्ता ने पुलिस से मांग की है कि आरोपी के पासपोर्ट और अन्य जरूरी दस्तावेज जब्त किए जाएं ताकि वह देश छोड़कर भाग न सके। साथ ही, आरोपी के पिता बलवंत सिंह को भी इस मामले में गारंटर बनाया गया है।