पटियाला के थाना पसियाणा के बठौई गांव में दो भाइयों के बीच मां के गहनों को लेकर झगड़ा हो गया। झगड़े के दौरान बचाव करने आई छोटे भाई की पत्नी पर गुस्से में आकर बड़े भाई ने चाकू से वार कर दिए। जिससे उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान हेमा रानी (28) के तौर पर हुई है। पुलिस ने घटना के बाद मृतक महिला के पति विक्रमजीत की बयान के आधार पर आरोपी जेठ कमलप्रीत कुमार और जेठानी बबीता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। कई माह से चल रहा था झगड़ा घटना के अनुसार मां कुछ समय से छोटे बेटे के साथ रह रही थी। उसके पास तकरीबन 10 तोला सोना था। मां के इन गहनों को लेकर दोनों भाइयों में अक्सर झगड़ा हो जाता था। जिस बात को लेकर घर में अक्सर ही तनाव वाला माहौल रहता था। 14 नवंबर की सुबह 10 बजे के आसपास इन गहनों को लेकर दोनों भाइयों में फिर से बहस शुरू हो गई। इसके बाद आरोपी ने गुस्से में आकर चाकू से हमला कर दिया। हमले में जख्मी महिला को पटियाला के एक प्राइवेट अस्पताल में लेकर गए। जहां पर महिला ने दम तोड़ दिया। मृतक महिला का एक 7 साल का बच्चा भी है। मामले की जांच कर रही पुलिस डकाला पुलिस चौकी के इंचार्ज सब इंस्पेक्टर हरभजन सिंह ने कहा कि केस दर्ज कर लिया है। लेकिन आरोपी अभी अरेस्ट नहीं हुआ है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पटियाला के थाना पसियाणा के बठौई गांव में दो भाइयों के बीच मां के गहनों को लेकर झगड़ा हो गया। झगड़े के दौरान बचाव करने आई छोटे भाई की पत्नी पर गुस्से में आकर बड़े भाई ने चाकू से वार कर दिए। जिससे उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान हेमा रानी (28) के तौर पर हुई है। पुलिस ने घटना के बाद मृतक महिला के पति विक्रमजीत की बयान के आधार पर आरोपी जेठ कमलप्रीत कुमार और जेठानी बबीता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। कई माह से चल रहा था झगड़ा घटना के अनुसार मां कुछ समय से छोटे बेटे के साथ रह रही थी। उसके पास तकरीबन 10 तोला सोना था। मां के इन गहनों को लेकर दोनों भाइयों में अक्सर झगड़ा हो जाता था। जिस बात को लेकर घर में अक्सर ही तनाव वाला माहौल रहता था। 14 नवंबर की सुबह 10 बजे के आसपास इन गहनों को लेकर दोनों भाइयों में फिर से बहस शुरू हो गई। इसके बाद आरोपी ने गुस्से में आकर चाकू से हमला कर दिया। हमले में जख्मी महिला को पटियाला के एक प्राइवेट अस्पताल में लेकर गए। जहां पर महिला ने दम तोड़ दिया। मृतक महिला का एक 7 साल का बच्चा भी है। मामले की जांच कर रही पुलिस डकाला पुलिस चौकी के इंचार्ज सब इंस्पेक्टर हरभजन सिंह ने कहा कि केस दर्ज कर लिया है। लेकिन आरोपी अभी अरेस्ट नहीं हुआ है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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लुधियाना में AAP विधायक के नाम पर अवैध वसूली:सब्जी मंडी में रेहड़ी लगाने के हड़पे 300 रूपए, विरोध के बाद भागे आरोपी
लुधियाना में AAP विधायक के नाम पर अवैध वसूली:सब्जी मंडी में रेहड़ी लगाने के हड़पे 300 रूपए, विरोध के बाद भागे आरोपी पंजाब के लुधियाना शहर की सब्जी मंडी में आम आदमी पार्टी के विधायक के नाम पर रेहड़ी वालों से अवैध वसूली करने का मामला सामने आया है। विधायक के नाम पर 3 दिन लगातार अज्ञात लोगों ने रेहड़ी वालों से रोजाना 300 रूपए अवैध वसूली की। वसूली के विरोध में रेहड़ी यूनियन वालों के रोष प्रदर्शन के बाद मामला अब पुलिस के पास पहुंच चुका है। पुलिस ने शिकायत दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पहले जनरेटर बंद कराया फिर की अवैध सब्जी मंडी में रेहड़ी लगाने वाले राजेश कुमार, पिंटू, नरोत्म और अजय ने बताया कि 3 दिन पहले मंडी में कुछ लोग पहुंचे जो मंडी में चल रहे जनरेटर के पास खड़े होकर उन्होंने पहले “जो बोले सो निहाल” के नारे लगाए। फिर उन्होंने जबरन जनरेटर को बंद कर दिया। हमने सोचा की शायद कोई धार्मिक कार्यक्रम होने जा रहा है, जिस कारण जनरेटर बंद किया होगा। लेकिन जनरेटर बंद करने के बाद वह लोग उनके पास पहुंचे और कहा कि आगे से अगर यहां रेहड़ी लगानी है तो 300 रूपए रोजाना देना होगा। ये विधायक जी का आदेश है। अन्यथा किसी को रेहड़ी नहीं लगाने देंगे। मना करने पर देते थे धमकी रेहड़ी वालों ने बताया कि आप विधायक का उन्होंने नाम तो नहीं बताया लेकिन जब हमने पूछा की कौन से विधायक का आदेश है। तो सवाल पूछने पर वह भड़क गए और चुप रहने तथा रोजाना 300 रूपए देने को कहा। डर के चलते कुछ रेहड़ी लगाने वालों ने तो 2 दिन लगातार उन्हें 300 रूपए रोजाना वसूली देते रहे। फोन पर नकली विधायक से करवाई बात रेहड़ी वालों ने बताया कि जब हमने उन्हें विधायक से बात कराने को बोला तो उन्होंने फोन पर किसी नकली विधायक से बात करवा दी। उन्होंने बताया कि फोन पर बात करने वाला खुद को विधायक बता रहा था, और बोला की ये लोग जो बोल रहे हैं वैसे करो। प्रदर्शन के बाद वहां से भागे लोग बीती शाम को वह लोग दोबारा मंडी में रेहड़ी वालों से अवैध वसूली करने पहुंचे। उनमें एक का नाम संजू था और दूसरा मिट्टू था। उनके साथ 5-7 अज्ञात लोग और भी साथ थे। जब मंडी में सारे लोगों ने इकट्ठा होकर रोष प्रदर्शन करना शुरू किया तो सभी लोग जो वसूली करने पहुंचे थे वह वहां से खिसक गए। इसके बाद पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस ने की शिकायत दर्ज मामला पुलिस के पास पहुंचते ही पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है। पुलिस अधिकारी नेक सिंह ने कहा कि ग्रीनलैंड स्कूल के पास सब्जी मंडी में रेहड़ी वालों से कुछ लोग अवैध वसूली करते थे। जिसकी शिकायत आ चुकी है। उन्होंने बताया कि जांच कर मामला दर्ज किया जाएगा। लोगों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
कनाडा में गिरफ्तार अर्श डल्ला पर भारत में 70 FIR:बदमाश की हत्या कर मोस्ट वांटेड गैंगस्टर-आतंकी बना, राजस्थानी लड़की से पेपर मैरिज कर फरार
कनाडा में गिरफ्तार अर्श डल्ला पर भारत में 70 FIR:बदमाश की हत्या कर मोस्ट वांटेड गैंगस्टर-आतंकी बना, राजस्थानी लड़की से पेपर मैरिज कर फरार खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला इस वक्त पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। ऐसा इसलिए, क्योंकि कनाडा के हॉल्टन में हुई शूटिंग के मामले में उसकी गिरफ्तारी की चर्चा है। हालांकि, इसकी पुष्टि किसी ने नहीं की। अर्श डल्ला आखिरकार है कौन, जिसने भारत सरकार और पंजाब सरकार का सिर दर्द बढ़ाया हुआ है? कैसे गैंगस्टर बना? कैसे विदेश भागा और परिवार क्या करता है? गिरफ्तारी की चर्चा के बाद ये सभी सवाल लोगों के दिमाग में उठ रहे हैं। मोटी-मोटी जानकारी है कि डल्ला ने एक बदमाश की हत्या कर उसकी ID से मोगा से करोड़ों की उगाही की। फिर विदेश में रह रही एक राजस्थानी लड़की के साथ पेपर मैरिज कर विदेश भाग गया और वहां जाकर खालिस्तानी आतंकी संगठनों के साथ जुड़ गया। देश में 70 से ज्यादा केसों में वांटेड 28 साल का अर्श डल्ला शुरू से क्रिमिनल नहीं था, लेकिन आज भारत के मोस्ट वांटेड क्रिमिनल्स में डल्ला का भी नाम आता है। सुरक्षा एजेंसियों ने उसके घर सहित अन्य प्रॉपर्टियां अटैच की हुई हैं। सिलसिलेवार जानिए, अर्श डल्ला कैसे बना भारत का मोस्ट वांटेड आतंकी… खेती करते थे डल्ला के पिता
पंजाब पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार, खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद उसका आतंकी संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) अर्श डल्ला ही चला रहा है। डल्ला का जन्म 1996 में मोगा के गांव डाला में हुआ था। उसके पिता चरणजीत सिंह गिल एक आम किसान थे, जोकि ठेके पर जमीन लेकर खेती करते थे। डल्ला शुरू से आपराधिक संगत में नहीं था। आर्थिक तंगी से प्राइवेट स्कूल छोड़ा
अर्श डल्ला ने अपनी 10वीं तक की पढ़ाई मोगा के सेक्रेड हार्ट स्कूल से की। उसका छोटा भाई भी उसके साथ पढ़ता था। आर्थिक तंगी के चलते 10वीं के बाद 12वीं तक की पढ़ाई डल्ला ने अपने गांव के ही सरकारी स्कूल से की। दोस्तों के साथ झगड़ा करने पर पहली FIR हुई
12वीं के बाद अर्श डल्ला ने भारत में पढ़ाई नहीं की। इस दौरान डल्ला की संगत बुरी हुई तो उसके लड़ाई-झगड़े भी होने लगे। पहली बार अर्श ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर मोगा में एक झगड़ा किया था, जिसमें पुलिस ने केस दर्ज कर लिया था। इसके बाद डल्ला ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। विदेश से लौट मोगा में की गैंगस्टर सुक्खा लम्मा की हत्या
परिवार ने अर्श को किसी तरह से विदेश भेज दिया। जब विदेश गया तो उसकी मोगा के बदमाश सुक्खा लम्मा के साथ किसी बात को लेकर दुश्मनी हो गई। इसके बाद वह विदेश से भारत लौट आया और उसने सुक्खा लम्मा की अपने साथियों के साथ मिलकर हत्या कर दी। सुक्खा अपने एरिया में काफी प्रभाव रखता था। यह पहली हत्या थी, जोकि अर्श द्वारा की गई थी। डल्ला ने लम्मा की हत्या के बाद उसके सोशल मीडिया अकाउंट से कई लोगों से उगाही की और फिरौतियां मांगीं। लम्मा का नाम सुनकर लोगों ने फिरौतियां दी भी। साल 2020 में ही डल्ला दोबारा विदेश भाग गया था। इसके बाद कनाडा से मोगा के चर्चित कारोबारी सुपर शाइन जींस शोरूम के मालिक जितेंद्र उर्फ पिंका (45) की गोली मारकर हत्या करवाई गई थी। इसकी जिम्मेदारी गैंगस्टर सुखप्रीत सिंह लम्मा ने फेसबुक पर ली गई थी। जांच में पता चला कि हत्या अर्श ने करवाई थी, लेकिन जिम्मेदारी लम्मा के अकाउंट से ली गई। राजस्थान की लड़की से पेपर मैरिज कर भागा विदेश
सुक्खा की हत्या के बाद डल्ला की मोगा में दुश्मनी बढ़ गई थी। इसके बाद डल्ला ने उगाही के पैसों से विदेश भागने का प्लान बनाया। विदेश भागने में उसकी मदद खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर के गुर्गों ने की थी। उसने राजस्थान की एक लड़की से पेपर मैरिज की और जालंधर से एक फेक पासपोर्ट बनवाया। पेपर मैरिज के प्रूफ लगाकर वह किसी तरह कनाडा भाग गया और सरे में जाकर शरण ले ली। कनाडा पहुंचते ही वह खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर के संपर्क में आ गया था। बाद में कनाडा के सरे में ही अर्श डल्ला की एक बेटी हुई। वहां से डल्ला ने एक-एक कर पूरे देश में वारदातें करवानी शुरू कीं। इस दौरान अर्श के भाई बलदीप सिंह की भी गिरफ्तारी हुई। जब बलदीप सिंह जमानत पर लौटा तो वह अपनी मां के साथ कनाडा भाग गया और वहां से कभी नहीं लौटा। डल्ला का पिता मोगा में लोगों को धमकाकर मांगता था फिरौती
पंजाब पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार, आतंकी अर्श डल्ला जब विदेश भागा और पूरे देश में उसका नाम टॉप मोस्ट गैंगस्टरों में आने लगा तो उसके पिता चरणजीत सिंह गिल ने इसका फायदा उठाना शुरू कर दिया। चरणजीत सिंह ने मोगा और आसपास के रसूकदारों से उगाही करनी शुरू कर दी। इस बारे में जब पंजाब पुलिस को पता चला तो चरणजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी गिरफ्तारी के बाद उसे जेल भेजा गया और वह इस वक्त पंजाब की संगरूर जेल में बंद है। पंजाब पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार, पूरे देश में डल्ला पर करीब 70 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। इनमें सबसे ज्यादा केस पंजाब में दर्ज हैं, जिसकी गिनती 50 है। केंद्र सरकार ने 2022 में डल्ला को आतंकी घोषित किया
केंद्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने साल 2022 में डल्ला को आतंकी घोषित किया। गैंगस्टर और खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) ऑपरेटिव अर्श डल्ला को देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोपों में आतंकी घोषित किया गया था। गृह मंत्रालय की तरफ से जारी आदेशों के अनुसार, वर्तमान में कनाडा में रह रहे अर्श डल्ला के तार KTF से जुड़े हुए हैं। अर्शदीप NIA द्वारा रजिस्टर्ड और जांच किए गए विभिन्न मामलों में आरोपी पाया जा चुका है। इसके बाद केंद्र सरकार ने अर्श को रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी करवाया था। गैंग में 300 से ज्यादा एक्टिव मेंबर
पंजाब पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार, आतंकी घोषित होने के बाद अर्श के 60 से ज्यादा साथियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इनसे हथियार बरामद किए गए। ज्यादातर हथियारों का लिंक पाकिस्तान से पाया गया। इस वक्त कनाडा से खालिस्तान संगठन ऑपरेट कर रहे अर्श के साथ करीब 300 से ज्यादा एक्टिव मेंबर हैं, जो उसके इशारे पर वारदातें करते हैं। साथ ही निज्जर की मौत के बाद अब KTF का भी सारा कार्यभार अर्श डल्ला देखता है।
अमृतसर में नगर कीर्तन में चली गोली:निहंग सिंह की मौत, घोडे़ पर सवार था मृतक, गली से गुजर रहे थे लोग
अमृतसर में नगर कीर्तन में चली गोली:निहंग सिंह की मौत, घोडे़ पर सवार था मृतक, गली से गुजर रहे थे लोग अमृतसर में बाबा बकाला साहिब में रक्खड़ पुन्या को समर्पित नगर कीर्तन में हादसा हो गया। एक निहंग सिंह के हाथों गलती से चली गोली से नगर कीर्तन में घोड़े पर सवार अन्य निहंग सिंह की मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर छानबीन शुरू कर दी है। मृतक की पहचान तरनतारन के गांव दियाल निवासी बाबा हीरा सिंह उर्फ किल्ली बाबा (50) के तौर पर हुई है। एसएसपी रूरल चरणजीत सिंह ने जानकारी दी कि विभिन्न निहंग जत्थेबंदियों की तरफ से आज बाबा बकाला साहिब में नगर कीर्तन निकाला जा रहा था। इसी दौरान अचानक ये हादसा हो गया। दरअसल, नगर कीर्तन बाबा बकाला साहिब की तंग गलियों में से गुजर रहा था। इसी दौरान गोली की आवाज सुनाई दी। एसएसपी का कहना है कि स्थानीय लोगों की तरफ से दो गोलियां चलने की बात कही गई, जबकि अभी तक एक ही गोली कंफर्म हुई है। गोली घोड़े पर सवार बाबा हीरा सिंह को लगी। एक्सीडेंटल फायरिंग से हुआ हादसा एसएसपी रूरल की तरफ से साझा की गई जानकारी के अनुसार, नगर कीर्तन में बाबा जोगा सिंह व बाबा मेजर सिंह के अलावा कुछ छोटे दल भी हिस्सा बने हुए थे। इसी दौरान अचानक गोली चल गई। पुलिस ने इसकी कंफर्मेशन कर ली है कि कहीं कोई आपसी विवाद तो नहीं है। इसकी पुष्टि डॉक्टर्स से भी कर ली गई है। जिस डायरेक्शन में गोली लगी है, स्पष्ट है कि ये हादसा है। घटना के बाद भी नगर कीर्तन शांतिपूर्वक चल रहा है। मरने वाले बाबा हीरा सिंह बाबा जोगा सिंह दल के सदस्य थे। की जाएगी बनती कार्रवाई गोली किसने चलाई और हादसा कैसे हुआ, इसका पता लगाने के लिए पुलिस जांच कर रही है। एसएसपी रूरल ने बताया कि फिलहाल शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। नगर कीर्तन के बाद चश्मदीदों के बयान लेकर बनती लीगल कार्रवाई की जाएगी।