हरियाणा के पानीपत शहर के तहसील कैंप में एक दुकान को पड़ोसियों ने कुछ बदमाशों के साथ मिलकर जमींदोज कर दिया। दुकान में चल रहे रिपेयरिंग के काम का विरोध कर रहे पड़ोसियों ने वारदात को अंजाम दिया। दुकान में रखे सामान को भी तोड़ दिया। मामले की शिकायत पुलिस को दी गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। बेटे के साथ दुकान में था दुकानदार, तभी पहुंचे आरोपी तहसील कैंप थाना पुलिस को दी शिकायत में सतबीर वर्मा ने बताया कि वह प्रकाश नगर तहसील कैंप का रहने वाला है। उसकी 26 साल से राम नगर में पुरानी पुलिस चौकी के पास दुकान व खाली प्लाट है। उसकी दुकान मे रिपेयरिंग का काम चल रहा है। दुकान के सामने रहने वाले लोगों ने इसका विरोध कर रहे है। जान से मारने की दी धमकी 15 नवंबर की दोपहर करीब 12 बजे वह अपने बेटे साहिल के साथ दुकान में मौजूद था। करीब सवा 12 बजे दुकान के पड़ोसी सोनू, ईश्वरदास, बलदेव राज, राजेश, राजेश का बेटा और अन्य 8-10 युवक वहां आए। सभी दो गाड़ियों में सवार होकर वहां पहुंचे थे। उन्होंने वहां आते ही गाली-गलौज करनी शुरू कर दी। इसके बाद मौके पर रखे सरिया उठाकर दुकान का शटर तोड़ दिया। दुकान में रखा सामान बाहर फेंक दिया और सामान तोड़ दिया। इसके बाद सोनू, ईश्वरदास, बलदेवराज, राजेश के लड़के ने उसके रास्ते में रोका और मारपीट की। शोर सुनकर मौके पर स्थानीय लोग जुट गए और तभी आरोपी जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गए। हरियाणा के पानीपत शहर के तहसील कैंप में एक दुकान को पड़ोसियों ने कुछ बदमाशों के साथ मिलकर जमींदोज कर दिया। दुकान में चल रहे रिपेयरिंग के काम का विरोध कर रहे पड़ोसियों ने वारदात को अंजाम दिया। दुकान में रखे सामान को भी तोड़ दिया। मामले की शिकायत पुलिस को दी गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। बेटे के साथ दुकान में था दुकानदार, तभी पहुंचे आरोपी तहसील कैंप थाना पुलिस को दी शिकायत में सतबीर वर्मा ने बताया कि वह प्रकाश नगर तहसील कैंप का रहने वाला है। उसकी 26 साल से राम नगर में पुरानी पुलिस चौकी के पास दुकान व खाली प्लाट है। उसकी दुकान मे रिपेयरिंग का काम चल रहा है। दुकान के सामने रहने वाले लोगों ने इसका विरोध कर रहे है। जान से मारने की दी धमकी 15 नवंबर की दोपहर करीब 12 बजे वह अपने बेटे साहिल के साथ दुकान में मौजूद था। करीब सवा 12 बजे दुकान के पड़ोसी सोनू, ईश्वरदास, बलदेव राज, राजेश, राजेश का बेटा और अन्य 8-10 युवक वहां आए। सभी दो गाड़ियों में सवार होकर वहां पहुंचे थे। उन्होंने वहां आते ही गाली-गलौज करनी शुरू कर दी। इसके बाद मौके पर रखे सरिया उठाकर दुकान का शटर तोड़ दिया। दुकान में रखा सामान बाहर फेंक दिया और सामान तोड़ दिया। इसके बाद सोनू, ईश्वरदास, बलदेवराज, राजेश के लड़के ने उसके रास्ते में रोका और मारपीट की। शोर सुनकर मौके पर स्थानीय लोग जुट गए और तभी आरोपी जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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इस जनसभा का स्थान गांव के स्टेडियम को बनाया गया। जहां शहीद की प्रतिमा लगी थी, मगर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने स्टेडियम में लगी शहीद अजीत सिंह की प्रतिमा पर पोस्टर लगा दिए। जब इस बारे में शहीद के परिजनों को पता चला तो वह भड़क गए। इसी दौरान जब कांग्रेस प्रत्याशी रामनिवास घोड़ेला जनसभा स्थल पर पहुंचे तो शहीद के परिजनों और ग्रामीणों ने घोड़ेला को घेर लिया और नारेबाजी शुरू कर दी। शहीद की मां बोली- पोस्टर लगाकर अपमान कर रहे
शहीद की मां ने रामनिवास घोड़ेला से कहा कि मेरा बेटा देश के लिए शहीद हो गया। तुम उसका सम्मान करने के बजाय उसकी प्रतिमा पर पोस्टर लगाकर अपमान कर रहे हो। इसके बाद बाकी ग्रामीण भी शहीद की मां के साथ विरोध में उतर आए। बाद में दीपेंद्र हुड्डा के आने से पहले शहीद की प्रतिमा से पोस्टर हटा लिए गए ताकि कार्यक्रम में किसी तरह का बवाल ना हो जाए। शहीद की प्रतिमा पर पोस्टर लगाना गलत : पूर्व सरपंच
गांव के पूर्व सरपंच दिलबाग भयाणा ने बताया कि 12 बजे दीपेंद्र हुड्डा का गांव में कार्यक्रम था। मगर कांग्रेस प्रत्याशी रामनिवास घोड़ेला के समर्थकों और कांग्रेस वर्करों ने शहीद अजीत सिंह की प्रतिमा पर पोस्टर लगा दिए जिससे शहीद का अपमान हुआ है। शहीद की मां को जब इसका पता चला तो उसने घोड़ेला से सवाल-जवाब किए। ग्रामीणों ने घोड़ेला को घेर लिया कि ऐसा नहीं होना चाहिए। सबको शहीदों का मान सम्मान करना चाहिए। 2020 में शहीद हुए थे अजीत सिंह
सरसौद गांव के अजीत सिंह भारतीय सेना में थे और 2020 को वह शहीद हो गए थे। उनका जब पार्थिव शरीर गांव पहुंचा था तो पूरा गांव एकत्रित हुआ था। शहीद के परिवार में उनके पत्नी, एक बेटा और एक बेटी है। बेटा विदेश में है और बेटी पढ़ाई कर रही है। उनके परिवार में अजीत सिंह के पिता दलेल सिंह हैं। इनके अलावा 2 भाई हैं। जिनमें एक बीएसएफ में हैं और दूसरे भाई खेती करते हैं। सरंपच किताब सिंह बोले- जो हुआ गलत हुआ
वहीं इस मामले में सरपंच किताब सिंह का कहना है कि शहीद की प्रतिमा पर पोस्टर लगाना गलत है। शहीद की प्रतिमा उस जगह बनी है, जहां उनका अंतिम संस्कार हुआ था। ऐसे में परिवार की भावनाएं प्रतिमाएं और स्थान दोनों से जुड़ी हुई है। जब अजीत सिंह शहीद हुए तो पंचायत ने ही 6 महीने बाद प्रतिमा लगवाई थी।
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गुरुग्राम में महिला ने कराई प्रेमी की हत्या:पति को चल गया था लव स्टोरी का पता; रात को 2 बजे कमरे पर बुलाया हरियाणा के गुरुग्राम में एक महिला ने अपने पति के साथ मिल कर अपने प्रेमी को मौत के घाट उतार दिया। पति को दोनों के बीच चल रहे प्रेम प्रसंग का पता चल गया था। महिला ने देर रात अपने प्रेमी को अपने घर बुलाया और अपने पति के साथ मिलकर हत्या करा दी। इसके बाद शव को बोरे में डालकर गुरुग्राम की धनकोट नहर में फेंक दिया। पुलिस ने 24 घंटे में इस पूरे ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी को सुलझाते हुए महिला व उसके पति को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के अनुसार गुरुग्राम पुलिस को सोमवार को सूचना मिली थी कि धनकोट नहर में एक अज्ञात व्यक्ति का शव जाल में अटका है। धनकोट पुलिस चौकी की टीम मौके पर पहुंची। वहां नहर की सफाई में लगे कर्मचारी ने पुलिस को बताया की 10 जून की सुबह साढ़े 9 बजे नहर के टैलपानी जाल से जब वह कचरा निकाल रहा था तो उसी दौरान उसको एक कट्टा जाल में रुका हुआ दिखाई दिया। फावड़े से उसे हटाने की कोशिश की तो कट्टा खुल गया। उसमें एक अज्ञात व्यक्ति का शव था। हाथ पर गुदे अक्षर से हुई पहचान गुरुग्राम राजेंद्रा पार्क थाना पुलिस ने इस पूरे मामले में 302, 201 IPC के तहत मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की। शव को मोर्चरी में रखवाया गया। पुलिस ने जब मृतक की पहचान के लिए सूचना एकत्रित की तो मालूम हुआ कि गुरुग्राम के सेक्टर 10 थाना एरिया में 9 जून को एक व्यक्ति के गुम होने के संबद्ध में मामला दर्ज करवाया गया था। इसके बाद उसके परिजनों से संपर्क कर धनकोट नहर में मिले अज्ञात शव की शिनाख्त कराई गई। मृतक का चेहरा पहचान की हालात में नही था तो मृतक के हाथ पर गुदे हुए अक्षर (PVKY) से उसके परिजनों ने शव की पहचान कर ली। मृतक 38 वर्षीय पुष्पेंद्र था, जो उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के नंगला लेखराज का रहने वाला था। 24 घंटे में सुलझी ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी पुष्पेंद्र के ब्लाइंड मर्डर के मामले की जांच अपराध शाखा फरुखनगर को सौंपा गयी थी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पुष्पेंद्र की हत्या की इस पूरी वारदात को अंजाम देने वाले पुरुष व महिला को मंगलवार को गुरुग्राम के सरस्वती ऐनक्लेव से गिरफ्तार कर लिया। इनकी पहचान 30 वर्षीय नीलम व 34 वर्षीय राम निवास के रूप में हुई। ये उत्तर प्रदेश के एटा के रहने वाले है और वर्तमान में गुरुग्राम के सरस्वती एनक्लेव में रह रहे थे। कंपनी में काम करने के दौरान हुआ प्यार गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता संदीप के अनुसार आरोपी रामनिवास ऑटो चलाने का काम करता है और उसकी पत्नी नीलम और मृतक पुष्पेंद्र एक ही कंपनी में काम करते थे। इसी दौरान इन दोनों के बीच प्रेम सम्बन्ध बन गए थे। इन दोनों के बीच प्रेम सम्बन्ध का महिला के पति रामनिवास को पता चल गया। नीलम व इसके पति रामनिवास ने पुष्पेन्द्र की हत्या करने की योजना बनाई।
रात को 2 बजे बुलाया, फिर की हत्या योजनानुसार 8 जून को नीलम कंपनी में पुष्पेन्द्र से मिली और उसे 8/9 जून की रात को 2 बजे अपने कमरे पर आने के लिए कहा। नीलम के कहे अनुसार पुष्पेन्द्र बताए गए समय पर नीलम के कमरे पर पहुंच गया। इसके बाद नीलम ने अपने पति रामनिवास के साथ मिलकर पुष्पेन्द्र के मुंह में कपड़ा डालकर व उसका गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। शव को कट्टे में बांध नहर में फेंका हत्या करने के बाद इन्होंने शव को एक कट्टे में बांध दिया, फिर आरोपी रामनिवास शव को अपने ऑटो रिक्शा में रखकर धनकोट नहर पर ले गया और नहर में फेंककर अपने कमरे पर वापस आ गया। पुलिस से बचने के लिए इन्होंने उसी दिन अपना किराये का कमरा भी बदल लिया था।फिलहाल पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है।
करनाल में CIA की बड़ी कार्रवाई, युवक गिरफ्तार:मामा-भांजा मिलकर कर रहे थे अवैध हथियार सप्लाई, 5 पिस्टल और 7 जिंदा कारतूस बरामद
करनाल में CIA की बड़ी कार्रवाई, युवक गिरफ्तार:मामा-भांजा मिलकर कर रहे थे अवैध हथियार सप्लाई, 5 पिस्टल और 7 जिंदा कारतूस बरामद हरियाणा के करनाल में क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (CIA) ने एक युवक को अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस ने रेड के दौरान युवक के घर के बेड से 5 पिस्टल और 7 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। मामा-भांजे की जोड़ी मिलकर अवैध हथियारों का धंधा चला रही थी, जिसमें से भांजे को पकड़ लिया गया है, लेकिन मामा अभी फरार है। मामा-भांजे का अवैध धंधा
गिरफ्तार युवक की पहचान मनोज उर्फ मौजी के रूप में हुई है। वह अपने मामा के साथ मिलकर मध्य प्रदेश से अवैध हथियार लाकर हरियाणा में बेचता था। पुलिस ने बताया कि मनोज को करनाल से ही पकड़ा गया है, जबकि उसका मामा, जो पानीपत का रहने वाला है, फरार है। डीएसपी वीर सिंह ने बताया कि आरोपी मनोज के खिलाफ पहले भी आर्म्स एक्ट के तहत मामले दर्ज हैं। अदालत में पेशी और रिमांड
पुलिस आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी, ताकि उससे गहनता से पूछताछ की जा सके। जांच के दौरान पुलिस यह पता लगाने की कोशिश करेगी कि ये अवैध हथियार किस-किस व्यक्ति को सप्लाई किए जाते थे और इस नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल है। अवैध हथियारों का स्रोत
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मामा-भांजे की जोड़ी मध्य प्रदेश से अवैध हथियार लाकर हरियाणा में बेचती थी। पुलिस फरार मामा की तलाश में जुटी हुई है और उम्मीद है कि जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।