हरियाणा में गाड़ी ने पुलिस को चौंकाया:जिसे थार समझकर रोका, वह 19 साल पुरानी बोलेरो निकली; चालान काट थाने में खड़ी की

हरियाणा में गाड़ी ने पुलिस को चौंकाया:जिसे थार समझकर रोका, वह 19 साल पुरानी बोलेरो निकली; चालान काट थाने में खड़ी की

हरियाणा के कैथल में पुलिस ने एक 24 इंच चौड़े टायर वाली जीप को रोक कर जांच की। गाड़ी का रिकॉर्ड सामने आया तो पुलिस अधिकारी चौंक गए। गाड़ी थार जैसी दिख रही थी, लेकिन असल में वह कोई थार नहीं, बल्कि 19 साल पुरानी बोलेरो गाड़ी थी। पुरानी गाड़ी को मॉडिफाई करवाकर थार का रूप दिया गया था। पुलिस ने इसके मालिक का 23 हजार रुपए का चालान काटा और गाड़ी को भी जब्त कर लिया। जांच के दौरान गाड़ी का ड्राइवर कोई रजिस्ट्रेशन कागजात नहीं दिखा पाया। पुलिस ने देखा कि गाड़ी को ट्रैफिक नियमों के खिलाफ जाकर मोडिफाइड करवाया गया था। मॉल के पास जांच कर रही थी पुलिस, 2 फुट चौड़े टायर लगे थे
कैथल में पदमा सिटी मॉल के पास वाहनों की जांच के दौरान पुलिस ने देखा कि गाड़ी में लगभग 2 फुट चौड़े टायर लगे थे। आगे पीछे मोटे मोटे अक्षरों में प्रभावशाली जातिसूचक शब्द लिखे हुए थे। इसके अलावा भी बहुत सी ऐसी चीजें गाड़ी में लगी मिली, जो ट्रैफिक नियमों के खिलाफ थी। पुलिस ने चालान काटने के बाद गाड़ी को भी जब्त कर थाने में खड़ा कर दिया। रिकॉर्ड खंगालने पर पता चला, थार नहीं बोलेरो है
पुलिस कार्रवाई में यहां तक तो सब कुछ ठीक था। असल बात तब निकलकर सामने आई जब चालान करने के बाद मोडिफाइड थार को पुलिस थाने ले जाकर इसका रिकॉर्ड खंगाला गया। असल में ये कोई थार जीप नहीं थी, बल्कि बोलेरो गाड़ी थी। जो 19 साल पुरानी थी। इस बोलेरो गाड़ी का सिरसा के डबवाली शहर में एक्सीडेंट हुआ था। इसके बाद इसे कबाड़ी को बेच दिया गया। युवक ने कबाड़ी से बोलेरो को खरीदकर इसे नई थार गाड़ी के रूप में मोडिफाइड करा दिया। जिसके बाद ये सड़क पर फर्राटे भर रही थी। DSP बोले- मोडिफिकेशन गलत
कैथल ट्रैफिक पुलिस के डीएसपी सुशील प्रकाश ने बताया कि एक मोडिफाइड थार जीप का चालान काटकर इंपाउंड किया गया है। एजेंसी से जो गाड़ियां या बाइक आते हैं, वो ट्रैफिक नियमों के मानकों के अनुसार होते हैं। उनकी मॉडिफिकेशन करवाना ट्रैफिक नियमों के बिल्कुल खिलाफ है। हरियाणा के कैथल में पुलिस ने एक 24 इंच चौड़े टायर वाली जीप को रोक कर जांच की। गाड़ी का रिकॉर्ड सामने आया तो पुलिस अधिकारी चौंक गए। गाड़ी थार जैसी दिख रही थी, लेकिन असल में वह कोई थार नहीं, बल्कि 19 साल पुरानी बोलेरो गाड़ी थी। पुरानी गाड़ी को मॉडिफाई करवाकर थार का रूप दिया गया था। पुलिस ने इसके मालिक का 23 हजार रुपए का चालान काटा और गाड़ी को भी जब्त कर लिया। जांच के दौरान गाड़ी का ड्राइवर कोई रजिस्ट्रेशन कागजात नहीं दिखा पाया। पुलिस ने देखा कि गाड़ी को ट्रैफिक नियमों के खिलाफ जाकर मोडिफाइड करवाया गया था। मॉल के पास जांच कर रही थी पुलिस, 2 फुट चौड़े टायर लगे थे
कैथल में पदमा सिटी मॉल के पास वाहनों की जांच के दौरान पुलिस ने देखा कि गाड़ी में लगभग 2 फुट चौड़े टायर लगे थे। आगे पीछे मोटे मोटे अक्षरों में प्रभावशाली जातिसूचक शब्द लिखे हुए थे। इसके अलावा भी बहुत सी ऐसी चीजें गाड़ी में लगी मिली, जो ट्रैफिक नियमों के खिलाफ थी। पुलिस ने चालान काटने के बाद गाड़ी को भी जब्त कर थाने में खड़ा कर दिया। रिकॉर्ड खंगालने पर पता चला, थार नहीं बोलेरो है
पुलिस कार्रवाई में यहां तक तो सब कुछ ठीक था। असल बात तब निकलकर सामने आई जब चालान करने के बाद मोडिफाइड थार को पुलिस थाने ले जाकर इसका रिकॉर्ड खंगाला गया। असल में ये कोई थार जीप नहीं थी, बल्कि बोलेरो गाड़ी थी। जो 19 साल पुरानी थी। इस बोलेरो गाड़ी का सिरसा के डबवाली शहर में एक्सीडेंट हुआ था। इसके बाद इसे कबाड़ी को बेच दिया गया। युवक ने कबाड़ी से बोलेरो को खरीदकर इसे नई थार गाड़ी के रूप में मोडिफाइड करा दिया। जिसके बाद ये सड़क पर फर्राटे भर रही थी। DSP बोले- मोडिफिकेशन गलत
कैथल ट्रैफिक पुलिस के डीएसपी सुशील प्रकाश ने बताया कि एक मोडिफाइड थार जीप का चालान काटकर इंपाउंड किया गया है। एजेंसी से जो गाड़ियां या बाइक आते हैं, वो ट्रैफिक नियमों के मानकों के अनुसार होते हैं। उनकी मॉडिफिकेशन करवाना ट्रैफिक नियमों के बिल्कुल खिलाफ है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर