पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान पर भारत की एयर स्ट्राइक के बाद पंचकूला में तैयारियां शुरू हो गई हैं। आज छह सेगमेंट में अलग-अलग स्थानों पर मॉक ड्रिल की जाएगी। इसके अलावा ब्लैक आउट की भी रिहर्सल की जाएगी। पंचकूला की डीसी मोनिका गुप्ता ने बताया कि आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए शाम 4 बजे विभिन्न स्थानों पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा, जिसमें विभिन्न सरकारी और निजी एजेंसियों के कर्मचारी भाग लेंगे। यह मॉक ड्रिल मुख्य रूप से सिविल डिफेंस, आपातकालीन प्रबंधन और प्राकृतिक आपदाओं के प्रभावी प्रबंधन पर आधारित होगी। इन तैयारियों की समीक्षा गांव स्तर तक की जाएगी। इन सेगमेंट अलग-अलग जगहों पर होगी मॉक ड्रिल पंचकूला में मॉक ड्रिल अलग-अलग स्थानों पर होगी। ये मॉक ड्रिल एयर रेड, ब्लैकआउट, आगजनी, सिविल डिफेन्स, सर्च व रेस्क्यू , ऑपरेशन से संबंधित होगी। डीसी मोनिका ने बताया कि इसको लेकर आज मीटिंग बुलाई गई है। इस मीटिंग में इसको लेकर विस्तृत चर्चा की जाएगी। इस मीटिंग में प्रदेश के मुख्य सचिव आवश्यक दिशा निर्देश देंगे। सायरन बजते ही लाइटें बंद हो जाएंगी डीसी मोनिका गुप्ता ने लोगों से अपील की कि जैसे ही मॉक ड्रिल का सायरन बजे वैसे ही सभी नागरिक अपने घर का कार्य स्थल आदि की सभी लाइटें बंद कर दें और सभी कमरों के दरवाजे और पर्दे बंद कर दें और ऐसे कमरे में चले जाएं जिसमें खिड़की आदि ना हो उन्होंने कहा कि इस प्रकार की मॉक ड्रिल के दौरान सभी नागरिकों से अपील है कि वह मॉक दिल के प्रोटोकॉल का पालन करें। इस दौरान बिना फोन के संचार सेवाएं जारी रखने, आपातकालीन सेवा जैसे अस्पताल के लिए पावर सप्लाई बैकअप, ग्रामीण स्तर तक हूटर या (सायरन) के जरिए आपातकाल जैसी स्थिति की जानकारी का अलर्ट पहुंचाने संबंधित तैयारियों को परखा जाएगा। इस दौरान जिला मुख्यालय, उपमंडल व पुलिस स्तर तक कंट्रोल रूम की वर्किंग जांची जाएगी। इसलिए की जाएगी मॉक ड्रिल मॉक ड्रिल का उद्देश्य नागरिक सुरक्षा तंत्र की तत्परता को परखना और विभिन्न आपातकालीन परिस्थितियों के दौरान प्रतिक्रिया समय (रिस्पॉन्स टाइम) और कार्यप्रणाली का परीक्षण करना है। यह अभ्यास उन परिस्थितियों में टीमवर्क, समन्वय और सुरक्षा प्रक्रियाओं की दक्षता का मूल्यांकन करेगा, जिनमें तत्काल निर्णय लेने की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि मॉक ड्रिल में अग्नि, भूकम्प, बाढ़ और आतंकवादी हमले जैसी विभिन्न आपातकालीन परिस्थितियों का सामना करने के लिए तैयारियां परखी जाएंगी। विशेष रूप से, यह ड्रिल सुरक्षा बलों, चिकित्सा टीमों, नागरिक प्रशासन और स्थानीय नागरिकों के बीच समन्वय को मजबूत करने के लिए आयोजित की जा रही है। अफवाहों से बचें आधिकारिक सूचनाओं पर ही करें भरोसा डीसी मोनिका गुप्ता ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि आपातकालीन स्थिति में जरूरी है कि लोग अफवाहों पर ध्यान न दे और आधिकारिक पुष्टि के बाद ही किसी सूचना पर भरोसा जताए। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के दौर में बहुत तेजी से सूचनाएं आप तक पहुंच सकती है, लेकिन लोग यह सुनिश्चित करे कि सूचना का स्तोत्र आधिकारिक व विश्वसनीय हो। इस से सही समय पर जरूरतमंद तक तथ्यपरक जानकारी पहुंचाने में मदद मिलती है और संबंधित की सहायता की जा सकती है। पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान पर भारत की एयर स्ट्राइक के बाद पंचकूला में तैयारियां शुरू हो गई हैं। आज छह सेगमेंट में अलग-अलग स्थानों पर मॉक ड्रिल की जाएगी। इसके अलावा ब्लैक आउट की भी रिहर्सल की जाएगी। पंचकूला की डीसी मोनिका गुप्ता ने बताया कि आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए शाम 4 बजे विभिन्न स्थानों पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा, जिसमें विभिन्न सरकारी और निजी एजेंसियों के कर्मचारी भाग लेंगे। यह मॉक ड्रिल मुख्य रूप से सिविल डिफेंस, आपातकालीन प्रबंधन और प्राकृतिक आपदाओं के प्रभावी प्रबंधन पर आधारित होगी। इन तैयारियों की समीक्षा गांव स्तर तक की जाएगी। इन सेगमेंट अलग-अलग जगहों पर होगी मॉक ड्रिल पंचकूला में मॉक ड्रिल अलग-अलग स्थानों पर होगी। ये मॉक ड्रिल एयर रेड, ब्लैकआउट, आगजनी, सिविल डिफेन्स, सर्च व रेस्क्यू , ऑपरेशन से संबंधित होगी। डीसी मोनिका ने बताया कि इसको लेकर आज मीटिंग बुलाई गई है। इस मीटिंग में इसको लेकर विस्तृत चर्चा की जाएगी। इस मीटिंग में प्रदेश के मुख्य सचिव आवश्यक दिशा निर्देश देंगे। सायरन बजते ही लाइटें बंद हो जाएंगी डीसी मोनिका गुप्ता ने लोगों से अपील की कि जैसे ही मॉक ड्रिल का सायरन बजे वैसे ही सभी नागरिक अपने घर का कार्य स्थल आदि की सभी लाइटें बंद कर दें और सभी कमरों के दरवाजे और पर्दे बंद कर दें और ऐसे कमरे में चले जाएं जिसमें खिड़की आदि ना हो उन्होंने कहा कि इस प्रकार की मॉक ड्रिल के दौरान सभी नागरिकों से अपील है कि वह मॉक दिल के प्रोटोकॉल का पालन करें। इस दौरान बिना फोन के संचार सेवाएं जारी रखने, आपातकालीन सेवा जैसे अस्पताल के लिए पावर सप्लाई बैकअप, ग्रामीण स्तर तक हूटर या (सायरन) के जरिए आपातकाल जैसी स्थिति की जानकारी का अलर्ट पहुंचाने संबंधित तैयारियों को परखा जाएगा। इस दौरान जिला मुख्यालय, उपमंडल व पुलिस स्तर तक कंट्रोल रूम की वर्किंग जांची जाएगी। इसलिए की जाएगी मॉक ड्रिल मॉक ड्रिल का उद्देश्य नागरिक सुरक्षा तंत्र की तत्परता को परखना और विभिन्न आपातकालीन परिस्थितियों के दौरान प्रतिक्रिया समय (रिस्पॉन्स टाइम) और कार्यप्रणाली का परीक्षण करना है। यह अभ्यास उन परिस्थितियों में टीमवर्क, समन्वय और सुरक्षा प्रक्रियाओं की दक्षता का मूल्यांकन करेगा, जिनमें तत्काल निर्णय लेने की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि मॉक ड्रिल में अग्नि, भूकम्प, बाढ़ और आतंकवादी हमले जैसी विभिन्न आपातकालीन परिस्थितियों का सामना करने के लिए तैयारियां परखी जाएंगी। विशेष रूप से, यह ड्रिल सुरक्षा बलों, चिकित्सा टीमों, नागरिक प्रशासन और स्थानीय नागरिकों के बीच समन्वय को मजबूत करने के लिए आयोजित की जा रही है। अफवाहों से बचें आधिकारिक सूचनाओं पर ही करें भरोसा डीसी मोनिका गुप्ता ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि आपातकालीन स्थिति में जरूरी है कि लोग अफवाहों पर ध्यान न दे और आधिकारिक पुष्टि के बाद ही किसी सूचना पर भरोसा जताए। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के दौर में बहुत तेजी से सूचनाएं आप तक पहुंच सकती है, लेकिन लोग यह सुनिश्चित करे कि सूचना का स्तोत्र आधिकारिक व विश्वसनीय हो। इस से सही समय पर जरूरतमंद तक तथ्यपरक जानकारी पहुंचाने में मदद मिलती है और संबंधित की सहायता की जा सकती है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
