पंचकूला में पंचकूला-यमुनानगर हाईवे पर पुलिस कर्मियों की चालान वसूली का बड़ा घोटाला उजागर हुआ है। विजिलेंस जांच में पता चला कि ट्रैफिक पुलिसकर्मी चालान की राशि हरियाणा पुलिस के खाते में जमा करवाने के बजाय एक मिठाई की दुकान के खाते में ट्रांसफर करवा रहे थे। इस फर्जीवाड़े के आरोप में रविवार को 3 पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है। विजिलेंस की जांच में सामने आया कि चालान राशि ऑनलाइन जमा करने के लिए जिस स्कैनर का उपयोग किया जा रहा था, वह हरियाणा पुलिस के खाते का नहीं बल्कि पंचकूला के ओल्ड लाइट प्वाइंट पर स्थित एक मिठाई की दुकान का था। इस साजिश के तहत चालान की राशि सीधे मिठाई की दुकान के मालिक यशपाल सचदेवा के खाते में भेजी जा रही थी। घोटाले का खुलासा कैसे हुआ?
एडिशनल डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी (एडीए) रोहित सिंगला ने अगस्त 2023 में विजिलेंस को शिकायत दी। उन्होंने बताया कि हाईवे पर जलौली टोल प्लाजा के पास ट्रैफिक पुलिस ने स्पीड का चालान काटा और ऑनलाइन भुगतान के लिए स्कैनर का इस्तेमाल किया। चालान की राशि जमा होने के बावजूद उन्हें कोई रसीद नहीं दी गई। बाद में जांच में पता चला कि यह राशि हरियाणा पुलिस के खाते में नहीं पहुंची। विजिलेंस ब्यूरो ने जांच में पाया कि इस साजिश में एएसआई ओम प्रकाश, होमगार्ड जवान सचिन और एसपीओ सुरेंद्र सिंह शामिल थे। इन पुलिसकर्मियों ने चालान की राशि को पुलिस खाते में जमा करवाने के बजाय मिठाई की दुकान के खाते में ट्रांसफर करवा रहे थे। विजिलेंस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। एंटी करप्शन ब्यूरो ने कहा है कि इस मामले में शामिल अन्य आरोपियों की भी जांच की जा रही है। पंचकूला में पंचकूला-यमुनानगर हाईवे पर पुलिस कर्मियों की चालान वसूली का बड़ा घोटाला उजागर हुआ है। विजिलेंस जांच में पता चला कि ट्रैफिक पुलिसकर्मी चालान की राशि हरियाणा पुलिस के खाते में जमा करवाने के बजाय एक मिठाई की दुकान के खाते में ट्रांसफर करवा रहे थे। इस फर्जीवाड़े के आरोप में रविवार को 3 पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है। विजिलेंस की जांच में सामने आया कि चालान राशि ऑनलाइन जमा करने के लिए जिस स्कैनर का उपयोग किया जा रहा था, वह हरियाणा पुलिस के खाते का नहीं बल्कि पंचकूला के ओल्ड लाइट प्वाइंट पर स्थित एक मिठाई की दुकान का था। इस साजिश के तहत चालान की राशि सीधे मिठाई की दुकान के मालिक यशपाल सचदेवा के खाते में भेजी जा रही थी। घोटाले का खुलासा कैसे हुआ?
एडिशनल डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी (एडीए) रोहित सिंगला ने अगस्त 2023 में विजिलेंस को शिकायत दी। उन्होंने बताया कि हाईवे पर जलौली टोल प्लाजा के पास ट्रैफिक पुलिस ने स्पीड का चालान काटा और ऑनलाइन भुगतान के लिए स्कैनर का इस्तेमाल किया। चालान की राशि जमा होने के बावजूद उन्हें कोई रसीद नहीं दी गई। बाद में जांच में पता चला कि यह राशि हरियाणा पुलिस के खाते में नहीं पहुंची। विजिलेंस ब्यूरो ने जांच में पाया कि इस साजिश में एएसआई ओम प्रकाश, होमगार्ड जवान सचिन और एसपीओ सुरेंद्र सिंह शामिल थे। इन पुलिसकर्मियों ने चालान की राशि को पुलिस खाते में जमा करवाने के बजाय मिठाई की दुकान के खाते में ट्रांसफर करवा रहे थे। विजिलेंस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। एंटी करप्शन ब्यूरो ने कहा है कि इस मामले में शामिल अन्य आरोपियों की भी जांच की जा रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर