पठानकोट भरमौर नेशनल हाईवे पर दुर्गेठी के पास धाई देवी में एक व्यक्ति की रावी नदी गिरने से मौत हो गई। मृतक व्यक्ति झारखंड निवासी बताया गया है। जानकारी के अनुसार मृतक की पहचान चीनू सरैन निवासी गांव ततैरिया डाकघर डमरुहाट तहसील गोंडा झारखंड के रूप में हुई है। जानकारी के मुताबिक उक्त व्यक्ति यहां पर सड़क निर्माण कार्य में लगा था। मृतक व्यक्ति अपने साथियों सहित पिछले कल काम खत्म होने के बाद अपने क्वार्टर की तरफ जा रहे थे कि अचानक पैर स्लिप होने के कारण सड़क से रावी नदी में जा गिरा। लेकिन इसकी उसके साथियों को कोई भी भनक नहीं लगी। उसके साथियों ने जब कमरे में जाकर देखा तो साथी के वहां न होने पर उन्होंने उसे जगह-जगह तलाश किया लेकिन उसका पता नहीं चला। दोपहर बाद को स्थानीय लोगों ने देखा कि एक व्यक्ति रावी नदी के किनारे गिरा हुआ था। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस व अग्निशमन विभाग को दी। अग्निशमन विभाग की टीम बलिराम की अगुवाई में शव को घटना स्थल से बाहर निकाला। पुलिस में सूचना देने के बाद पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में ले लिया है और पोस्टमार्टम के लिए शव नागरिक अस्पताल भरमौर रख दिया है जहां सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया जाएगा। पठानकोट भरमौर नेशनल हाईवे पर दुर्गेठी के पास धाई देवी में एक व्यक्ति की रावी नदी गिरने से मौत हो गई। मृतक व्यक्ति झारखंड निवासी बताया गया है। जानकारी के अनुसार मृतक की पहचान चीनू सरैन निवासी गांव ततैरिया डाकघर डमरुहाट तहसील गोंडा झारखंड के रूप में हुई है। जानकारी के मुताबिक उक्त व्यक्ति यहां पर सड़क निर्माण कार्य में लगा था। मृतक व्यक्ति अपने साथियों सहित पिछले कल काम खत्म होने के बाद अपने क्वार्टर की तरफ जा रहे थे कि अचानक पैर स्लिप होने के कारण सड़क से रावी नदी में जा गिरा। लेकिन इसकी उसके साथियों को कोई भी भनक नहीं लगी। उसके साथियों ने जब कमरे में जाकर देखा तो साथी के वहां न होने पर उन्होंने उसे जगह-जगह तलाश किया लेकिन उसका पता नहीं चला। दोपहर बाद को स्थानीय लोगों ने देखा कि एक व्यक्ति रावी नदी के किनारे गिरा हुआ था। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस व अग्निशमन विभाग को दी। अग्निशमन विभाग की टीम बलिराम की अगुवाई में शव को घटना स्थल से बाहर निकाला। पुलिस में सूचना देने के बाद पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में ले लिया है और पोस्टमार्टम के लिए शव नागरिक अस्पताल भरमौर रख दिया है जहां सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया जाएगा। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया कि संविधान में एससी, एसटी, ओबीसी, अल्पसंख्यकों को जो सुविधाएं प्रदान करने की बात कही गई है, उनमें से आज के दौर में ज्यादातर को सरकारों के द्वारा पूरा नहीं किया जा रहा है। इससे इस समाज के लोगों में भारी रोष है। इसी के चलते अब अपने हक की लड़ाई को सरकार के खिलाफ लड़ने के लिए एक साझे मंच का गठन किया गया है, जिसका नाम महापंचायत रखा गया है। इसमें सभी संगठनों के लोग मिल जुलकर काम करेंगे। इसमें कोई अध्यक्ष नहीं रहेगा सभी सदस्य होंगे और अपनी बात रखने के लिए सभी को मौका दिया जाएगा। महापंचायत के बैनर तले उठाए जाएंगे समाज के मुद्दे
बैठक उपरांत मीडिया से वार्ता के दौरान हिमाचल प्रदेश कोली समाज के प्रदेश अध्यक्ष अमर चंद सलाट ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में हमारे साथ अनदेखी हो रही है, जबकि देश के करीब पांच राज्यों में कानून बना दिए गए हैं और ऐसे समुदाय के लोगों को बजट का प्रावधान कर सुविधाएं दी जा रही हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में ऐसे समुदाय के लोगों की संख्या करीब पचास प्रतिशत है और ऐसे में उनके हक से खिलवाड़ सही नहीं है। वहीं, महापंचायत के सदस्य रिटायर प्रधानाचार्य प्रकाश चंद ने बताया कि ऐसे वर्गों की महापंचायत बनाई गई है, जिन्हें संविधान में दिए गए प्रावधानों से महरूम रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में महापंचायत के बैनर तले इस समाज के मुद्दों को उठाया जाएगा और उन्हें पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।