उद्धव गुट के मुस्लिम उम्मीदवार हारून खान ने मंदिर में की पूजा, शिवलिंग पर चढ़ाया जल

उद्धव गुट के मुस्लिम उम्मीदवार हारून खान ने मंदिर में की पूजा, शिवलिंग पर चढ़ाया जल

<p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Assembly Election 2024:</strong> महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच शिवसेना (यूबीटी) के इकलौते मुस्लिम उम्मीदवार हारून खान ने रविवार (17 नवंबर) को मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना की. उन्होंने शिवलिंग पर जल चढ़ाकर भगवान की आरती उतारी. इस दौरान, पुजारी ने उनके माथे पर टीका भी लगाया. उन्होंने मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद अपने समर्थकों के साथ आसपास के इलाकों का दौरा कर लोगों से संवाद भी स्थापित किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस बीच, उन्होंने लोगों का अभिवादन भी किया. महाराष्ट्र के चुनावी माहौल के बीच हारून खान के मंदिर जाने ने सूबे में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. हारून खान के बारे में बताया जाता है कि वो गणपति की आरती भी करते हैं और संस्कृत के श्लोक का उच्चारण भी करते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>वर्सोवा से हैं उम्मीदवार</strong><br />शिवसेना (यूबीटी) ने इस बार उन्हें वर्सोवा से चुनावी मैदान में उतारा है. राजनीतिक दृष्टिकोण से वर्सोवा हाईप्रोफाइल सीट है. यहां सिर्फ मुस्लिमों को रिझाकर जीत का परचम लहरा पाना मुश्किल है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उद्धव ठाकरे ने हारून को अपने आवास मातोश्री बुलाकर उन्हें उम्मीदवार बनाने का फैसला किया. बीते दिनों ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड ने महाविकास अघाड़ी को <a title=”महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/maharashtra-assembly-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव</a> में मुस्लिम समुदाय को टिकट देने को कहा था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>उद्धव ठाकरे के करीबी हैं हारून</strong><br />हारून खान उद्धव ठाकरे के बेहद करीबी और विश्वासपात्र माने जाते हैं. यह उसी का फल है कि उद्धव ठाकरे ने इस बार महाराष्ट्र के चुनावी दंगल में हारून खान को अपना जौहर दिखाने का मौका दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>30 साल से शिवसेना में हैं हारून खान</strong><br />वर्सोवा में करीब 1 लाख 10 हजार मतदाता हैं. ऐसे में उद्धव ठाकरे ने एआईएमआईएम और बीजेपी की रणनीति को भेदते हुए हारून खान पर दांव चला है. हारून पिछले 30 सालों से शिवसेना के लिए निष्ठापूर्वक काम कर रहे हैं. <a title=”एकनाथ शिंदे” href=”https://www.abplive.com/topic/eknath-shinde” data-type=”interlinkingkeywords”>एकनाथ शिंदे</a> द्वारा बगावत का बिगुल फूंके जाने के बावजूद वो उद्धव ठाकरे के साथ ही खड़े रहे.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Assembly Election 2024:</strong> महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच शिवसेना (यूबीटी) के इकलौते मुस्लिम उम्मीदवार हारून खान ने रविवार (17 नवंबर) को मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना की. उन्होंने शिवलिंग पर जल चढ़ाकर भगवान की आरती उतारी. इस दौरान, पुजारी ने उनके माथे पर टीका भी लगाया. उन्होंने मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद अपने समर्थकों के साथ आसपास के इलाकों का दौरा कर लोगों से संवाद भी स्थापित किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस बीच, उन्होंने लोगों का अभिवादन भी किया. महाराष्ट्र के चुनावी माहौल के बीच हारून खान के मंदिर जाने ने सूबे में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. हारून खान के बारे में बताया जाता है कि वो गणपति की आरती भी करते हैं और संस्कृत के श्लोक का उच्चारण भी करते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>वर्सोवा से हैं उम्मीदवार</strong><br />शिवसेना (यूबीटी) ने इस बार उन्हें वर्सोवा से चुनावी मैदान में उतारा है. राजनीतिक दृष्टिकोण से वर्सोवा हाईप्रोफाइल सीट है. यहां सिर्फ मुस्लिमों को रिझाकर जीत का परचम लहरा पाना मुश्किल है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उद्धव ठाकरे ने हारून को अपने आवास मातोश्री बुलाकर उन्हें उम्मीदवार बनाने का फैसला किया. बीते दिनों ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड ने महाविकास अघाड़ी को <a title=”महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/maharashtra-assembly-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव</a> में मुस्लिम समुदाय को टिकट देने को कहा था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>उद्धव ठाकरे के करीबी हैं हारून</strong><br />हारून खान उद्धव ठाकरे के बेहद करीबी और विश्वासपात्र माने जाते हैं. यह उसी का फल है कि उद्धव ठाकरे ने इस बार महाराष्ट्र के चुनावी दंगल में हारून खान को अपना जौहर दिखाने का मौका दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>30 साल से शिवसेना में हैं हारून खान</strong><br />वर्सोवा में करीब 1 लाख 10 हजार मतदाता हैं. ऐसे में उद्धव ठाकरे ने एआईएमआईएम और बीजेपी की रणनीति को भेदते हुए हारून खान पर दांव चला है. हारून पिछले 30 सालों से शिवसेना के लिए निष्ठापूर्वक काम कर रहे हैं. <a title=”एकनाथ शिंदे” href=”https://www.abplive.com/topic/eknath-shinde” data-type=”interlinkingkeywords”>एकनाथ शिंदे</a> द्वारा बगावत का बिगुल फूंके जाने के बावजूद वो उद्धव ठाकरे के साथ ही खड़े रहे.</p>  महाराष्ट्र Jharkhand: ‘बंटेंगे तो कटेंगे, एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे’ नारे पर क्या है चंपई सोरेन का स्टैंड, साफ किया रुख