गोरखपुर में 4 महीने में 5 महिलाओं पर हमला हुआ। अटैक का पैटर्न एक जैसा। महिलाओं को काले लिबास में कोई शख्स दिखता, जो उनके सिर पर हमला कर देता। घरों में घुसने वाला यह शख्स नंगे पांव आता था। 1 महिला की इलाज के दौरान मौत भी हो गई। जबकि 4 महिलाओं को बचा लिया गया। आखिरकार गोरखपुर पुलिस ने हमला करने वाले को अरेस्ट कर लिया। अजय निषाद को मीडिया के सामने लाया गया। वह राजधानी गांव के मंगलपुर टोला में रहता है। अजय ने कहा – मुझे चीखती हुई महिलाएं अच्छी लगती थी। उनका खून देखकर मजा आता था। घर में अगर कुछ पसंद आ जाता तो उठा लाता था। कैसे पकड़ा गया यह साइको किलर?
चार महीने तक पुलिस को चकमा देने वाला यह अपराधी बेहद शातिर था। रात के 1 से 4 बजे के बीच यह काले कपड़ों में नंगे पांव वारदात को अंजाम देता था, ताकि उसे पहचानना मुश्किल हो। पुलिस की तमाम कोशिशों के बावजूद वह बार-बार बच निकलता था। आखिरकार, CCTV कैमरे की मदद से पुलिस लोकेशन ट्रेस करने में कामयाब रही और अरेस्ट कर लिया। जेल से छूटने के बाद बना महिलाओं का दुश्मन
पूछताछ में खुलासा हुआ कि अजय निषाद 2022 में एक रेप केस में जेल गया था। जमानत पर छूटने के बाद उसने सूरत (गुजरात) में कुछ समय बिताया। वहां नौकरी नहीं मिली, तो गोरखपुर लौट आया। रेप केस में जेल जाने की वजह से वह महिलाओं से नफरत करने लगा। जेल में बिताए अपने समय के बाद वह महिलाओं पर हमला करने की दिशा में आगे बढ़ गया। हमलों का तरीका और बरामदगी
अजय ने बताया कि वह चोरी करने के लिए ऐसे घरों को चुनता था, जिसमें महिला अकेली हो। घर में मौजूद महिलाओं को जानलेवा हमले करता। वह सब चीखती-चिल्लाती, तो वही बैठकर उन्हें देखता रहता। जब उससे पूछा गया कि हमला किस चीज से करते थे। उसने कहा कि वही घर से कुछ उठा लेता था। कभी लोहे की रॉड, कभी चारपाई का पाया। भागने से पहले महिलाओं के जेवर छीन लेता था। उन्हीं को बाद में बेच देता था। अब साइको किलर के हमले के 4 केस पढ़िए… चार महीने तक खौफ में था शहर
इस साइको किलर की वजह से गोरखपुर और आसपास के इलाकों में महिलाएं और युवतियां रात में सोने से डरने लगी थीं। आरोपी के पकड़े जाने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली है। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने अब तक पांच महिलाओं को शिकार बनाया, जिसमें एक युवती की जान चली गई। SSP डॉ. गौरव ग्रोवर ने कहा- यह मामला बेहद चुनौतीपूर्ण था। आरोपी न केवल शातिर था, बल्कि पुलिस की हर हरकत पर नजर रखता था। झंगहा पुलिस और तकनीकी टीम की मेहनत से इसे अरेस्ट किया गया है। अब इस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी, ताकि यह दोबारा अपराध न कर सके। गोरखपुर पुलिस ने इस मामले के बाद महिलाओं और युवतियों से सतर्क रहने की अपील की है। साथ ही भरोसा दिलाया है कि शहर को अपराध मुक्त बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। गोरखपुर में 4 महीने में 5 महिलाओं पर हमला हुआ। अटैक का पैटर्न एक जैसा। महिलाओं को काले लिबास में कोई शख्स दिखता, जो उनके सिर पर हमला कर देता। घरों में घुसने वाला यह शख्स नंगे पांव आता था। 1 महिला की इलाज के दौरान मौत भी हो गई। जबकि 4 महिलाओं को बचा लिया गया। आखिरकार गोरखपुर पुलिस ने हमला करने वाले को अरेस्ट कर लिया। अजय निषाद को मीडिया के सामने लाया गया। वह राजधानी गांव के मंगलपुर टोला में रहता है। अजय ने कहा – मुझे चीखती हुई महिलाएं अच्छी लगती थी। उनका खून देखकर मजा आता था। घर में अगर कुछ पसंद आ जाता तो उठा लाता था। कैसे पकड़ा गया यह साइको किलर?
चार महीने तक पुलिस को चकमा देने वाला यह अपराधी बेहद शातिर था। रात के 1 से 4 बजे के बीच यह काले कपड़ों में नंगे पांव वारदात को अंजाम देता था, ताकि उसे पहचानना मुश्किल हो। पुलिस की तमाम कोशिशों के बावजूद वह बार-बार बच निकलता था। आखिरकार, CCTV कैमरे की मदद से पुलिस लोकेशन ट्रेस करने में कामयाब रही और अरेस्ट कर लिया। जेल से छूटने के बाद बना महिलाओं का दुश्मन
पूछताछ में खुलासा हुआ कि अजय निषाद 2022 में एक रेप केस में जेल गया था। जमानत पर छूटने के बाद उसने सूरत (गुजरात) में कुछ समय बिताया। वहां नौकरी नहीं मिली, तो गोरखपुर लौट आया। रेप केस में जेल जाने की वजह से वह महिलाओं से नफरत करने लगा। जेल में बिताए अपने समय के बाद वह महिलाओं पर हमला करने की दिशा में आगे बढ़ गया। हमलों का तरीका और बरामदगी
अजय ने बताया कि वह चोरी करने के लिए ऐसे घरों को चुनता था, जिसमें महिला अकेली हो। घर में मौजूद महिलाओं को जानलेवा हमले करता। वह सब चीखती-चिल्लाती, तो वही बैठकर उन्हें देखता रहता। जब उससे पूछा गया कि हमला किस चीज से करते थे। उसने कहा कि वही घर से कुछ उठा लेता था। कभी लोहे की रॉड, कभी चारपाई का पाया। भागने से पहले महिलाओं के जेवर छीन लेता था। उन्हीं को बाद में बेच देता था। अब साइको किलर के हमले के 4 केस पढ़िए… चार महीने तक खौफ में था शहर
इस साइको किलर की वजह से गोरखपुर और आसपास के इलाकों में महिलाएं और युवतियां रात में सोने से डरने लगी थीं। आरोपी के पकड़े जाने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली है। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने अब तक पांच महिलाओं को शिकार बनाया, जिसमें एक युवती की जान चली गई। SSP डॉ. गौरव ग्रोवर ने कहा- यह मामला बेहद चुनौतीपूर्ण था। आरोपी न केवल शातिर था, बल्कि पुलिस की हर हरकत पर नजर रखता था। झंगहा पुलिस और तकनीकी टीम की मेहनत से इसे अरेस्ट किया गया है। अब इस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी, ताकि यह दोबारा अपराध न कर सके। गोरखपुर पुलिस ने इस मामले के बाद महिलाओं और युवतियों से सतर्क रहने की अपील की है। साथ ही भरोसा दिलाया है कि शहर को अपराध मुक्त बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर