पंजाब के फरीदकोट में तीन दिन पहले मंगलवार (18 फरवरी) को एक ट्रक के साथ टक्कर के बाद न्यू दीप कंपनी की बस के सेम नाले में गिरने से एक अध्यापिका समेत 5 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे में 31 यात्री घायल हुए थे। घायलों में शामिल मुक्तसर के रहने इंद्रजीत सिंह पुत्र साधु सिंह की यहां के गुरू गोबिंद सिंह मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई है। जिससे बस हादसे में मरने वालों का आंकड़ा 6 हो गया है। फिलहाल पुलिस द्वारा मृतक के शव का मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के बाद शव को वारिसों के हवाले कर दिया जाएगा। बेटी के पासपोर्ट के लिए गए थे इस संबंध में मृतक के करीबी गुरजिंदर सिंह ने बताया कि इंद्रजीत सिंह पिछले 24-25 सालों से मुक्तसर के गुरुद्वारा साहिब में रोजाना सेवा करते थे। जिनकी दो बेटियां हैं। हादसे वाले दिन वह अपनी बेटी के पासपोर्ट के सिलसिले में अमृतसर पासपोर्ट कार्यालय जा रहे थे और फरीदकोट में उनकी बस हादसाग्रस्त हो गई थी। 5 लोगों की पहले ही हो गई थी मौत उन्होंने बताया कि बस के सेम नाले में गिरने के कारण गंदा पानी उनके पेट के अंदर चला गया था। जिसे डॉक्टरों ने निकाल भी दिया था और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा हुआ था। लेकिन उनकी मौत हो गई। बता दें कि इस भयानक हादसे में 5 लोगों की पहले ही मौत हो गई थी। जिसमें से 4 मुक्तसर जिले के थे, जबकि एक फाजिल्का का रहने वाला था। जांच अधिकारी ने दी जानकारी इस मामले में जांच अधिकारी बेअंत सिंह ने बताया कि मृतक इंद्रजीत सिंह के शव को पोस्टमॉर्टम के बाद शव वारिसों को सौंप दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस मामले में पुलिस द्वारा घटना वाले दिन ही बस ड्राइवर पर केस दर्ज कर लिया था और आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। पंजाब के फरीदकोट में तीन दिन पहले मंगलवार (18 फरवरी) को एक ट्रक के साथ टक्कर के बाद न्यू दीप कंपनी की बस के सेम नाले में गिरने से एक अध्यापिका समेत 5 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे में 31 यात्री घायल हुए थे। घायलों में शामिल मुक्तसर के रहने इंद्रजीत सिंह पुत्र साधु सिंह की यहां के गुरू गोबिंद सिंह मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई है। जिससे बस हादसे में मरने वालों का आंकड़ा 6 हो गया है। फिलहाल पुलिस द्वारा मृतक के शव का मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के बाद शव को वारिसों के हवाले कर दिया जाएगा। बेटी के पासपोर्ट के लिए गए थे इस संबंध में मृतक के करीबी गुरजिंदर सिंह ने बताया कि इंद्रजीत सिंह पिछले 24-25 सालों से मुक्तसर के गुरुद्वारा साहिब में रोजाना सेवा करते थे। जिनकी दो बेटियां हैं। हादसे वाले दिन वह अपनी बेटी के पासपोर्ट के सिलसिले में अमृतसर पासपोर्ट कार्यालय जा रहे थे और फरीदकोट में उनकी बस हादसाग्रस्त हो गई थी। 5 लोगों की पहले ही हो गई थी मौत उन्होंने बताया कि बस के सेम नाले में गिरने के कारण गंदा पानी उनके पेट के अंदर चला गया था। जिसे डॉक्टरों ने निकाल भी दिया था और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा हुआ था। लेकिन उनकी मौत हो गई। बता दें कि इस भयानक हादसे में 5 लोगों की पहले ही मौत हो गई थी। जिसमें से 4 मुक्तसर जिले के थे, जबकि एक फाजिल्का का रहने वाला था। जांच अधिकारी ने दी जानकारी इस मामले में जांच अधिकारी बेअंत सिंह ने बताया कि मृतक इंद्रजीत सिंह के शव को पोस्टमॉर्टम के बाद शव वारिसों को सौंप दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस मामले में पुलिस द्वारा घटना वाले दिन ही बस ड्राइवर पर केस दर्ज कर लिया था और आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। पंजाब | दैनिक भास्कर
