लुधियाना के MGM स्कूल में हंगामा:12 अध्यापकों को बिना नोटिस दिए नौकरी से निकाला, छात्रों और परिजनों ने किया विरोध

लुधियाना के MGM स्कूल में हंगामा:12 अध्यापकों को बिना नोटिस दिए नौकरी से निकाला, छात्रों और परिजनों ने किया विरोध

पंजाब के लुधियाना में दुगरी इलाके में MGM स्कूल में जमकर हंगामा हुआ। छात्रों और अध्यापकों ने स्कूल के बाहर रोष प्रदर्शन किया। स्कूल प्रबंधकों का आरोप है कि उन्होंने कुछ अध्यापकों को नौकरी से निकाल दिया था। आज उन्हीं अध्यापकों ने स्कूल में बच्चों को बहला फुसला कर अपने साथ मिलाकर हंगामा करवाया है। बच्चों के परिजनों और कुछ बाहरी लोगों ने भी जमकर स्कूल में शीशे तोड़े। 12 अध्यापकों को नौकरी से निकाला शिक्षिका कनिका ने कहा कि स्कूल के प्रबंधकों ने 12 महिला अध्यापकों को बिना नोटिस दिए नौकरी से निकाल दिया है। अक्सर स्कूल प्रबंधक कुछ दिन अध्यापकों से काम करवाते है, फिर उसे बिना नोटिस पीरियड दिए काम से निकाल देते है। इससे छात्रों की पढ़ाई का भी नुकसान होता है। वहीं अध्यापकों की मानसिक हालत भी खराब होती है। शिक्षिका कनिका ने कहा कि आज छात्र और उनके परिजन भी गुस्से में है और स्कूल प्रबंधकों के खिलाफ रोष मुजाहरा कर रहे है। बच्चों के फाइन एग्जाम नजदीक है। लेकिन स्कूल प्रशासन इस तरफ बिल्कुल ध्यान नहीं दे रहा। शिक्षा विभाग को मैनेजमेंट के खिलाफ एक्शन लेना चाहिए। शिक्षिका रुपिका ने कहा कि मैंने मार्च में डांस टीचर के पद पर नौकरी जॉइन की थी। आज बिना नोटिस दिए प्रबंधकों ने काम से निकाल दिया। आज बच्चे भी अध्यापकों के हक में है। बच्चे चाहते है कि उनके टीचरों को स्कूल से ना निकाला जाए। टीचरों को वापस न लिया तो होगा संघर्ष छात्र अमनजीत सिंह ने कहा कि मैं 9वीं कक्षा का छात्र हूं। स्कूल प्रबंधकों ने बिना किसी बात के 12 टीचरों को स्कूल से निकाल दिया है। सैशन समाप्त होने वाला है। इसके बाद एग्जाम है। यदि टीचरों को वापस न लिया गया तो आने वाले दिनों में संघर्ष तेज किया जाएगा। आज स्कूल प्रबंधकों ने कुछ छात्रों को अंदर दाखिल नहीं होने दिया। जिस कारण स्कूल का गेट फांद कर अंदर घुसना पड़ा। MGM स्कूल के डायरेक्टर गजिंद्र सिंह थिंद बोले… स्कूल के डायरेक्टर गजिंद्र सिंह थिंद ने कहा कि जिन अध्यापकों की कार्यशैली सही नहीं है उन्हें नौकरी से बर्खास्त किया गया है। नौकरी में रखने से पहले उनसे हस्ताक्षर करवाए गए थे, कि यदि उनकी कार्यशैली सही नहीं होगी तो किसी भी समय उन्हें नौकरी से निकाला जा सकता है। जहां तक बात छात्रों की है तो, छात्रों को बहला फुसला कर इन अध्यापकों ने अपने साथ लगा लिया है। किसी छात्र को स्कूल के अंदर दाखिल होने से रोका नहीं गया। छात्रों के परिजन, अध्यापकों और कुछ बाहरी लोगों ने स्कूल में तोड़फोड़ की है। हालात बिगड़ते देख पुलिस को मौके पर बुलाया है। पंजाब के लुधियाना में दुगरी इलाके में MGM स्कूल में जमकर हंगामा हुआ। छात्रों और अध्यापकों ने स्कूल के बाहर रोष प्रदर्शन किया। स्कूल प्रबंधकों का आरोप है कि उन्होंने कुछ अध्यापकों को नौकरी से निकाल दिया था। आज उन्हीं अध्यापकों ने स्कूल में बच्चों को बहला फुसला कर अपने साथ मिलाकर हंगामा करवाया है। बच्चों के परिजनों और कुछ बाहरी लोगों ने भी जमकर स्कूल में शीशे तोड़े। 12 अध्यापकों को नौकरी से निकाला शिक्षिका कनिका ने कहा कि स्कूल के प्रबंधकों ने 12 महिला अध्यापकों को बिना नोटिस दिए नौकरी से निकाल दिया है। अक्सर स्कूल प्रबंधक कुछ दिन अध्यापकों से काम करवाते है, फिर उसे बिना नोटिस पीरियड दिए काम से निकाल देते है। इससे छात्रों की पढ़ाई का भी नुकसान होता है। वहीं अध्यापकों की मानसिक हालत भी खराब होती है। शिक्षिका कनिका ने कहा कि आज छात्र और उनके परिजन भी गुस्से में है और स्कूल प्रबंधकों के खिलाफ रोष मुजाहरा कर रहे है। बच्चों के फाइन एग्जाम नजदीक है। लेकिन स्कूल प्रशासन इस तरफ बिल्कुल ध्यान नहीं दे रहा। शिक्षा विभाग को मैनेजमेंट के खिलाफ एक्शन लेना चाहिए। शिक्षिका रुपिका ने कहा कि मैंने मार्च में डांस टीचर के पद पर नौकरी जॉइन की थी। आज बिना नोटिस दिए प्रबंधकों ने काम से निकाल दिया। आज बच्चे भी अध्यापकों के हक में है। बच्चे चाहते है कि उनके टीचरों को स्कूल से ना निकाला जाए। टीचरों को वापस न लिया तो होगा संघर्ष छात्र अमनजीत सिंह ने कहा कि मैं 9वीं कक्षा का छात्र हूं। स्कूल प्रबंधकों ने बिना किसी बात के 12 टीचरों को स्कूल से निकाल दिया है। सैशन समाप्त होने वाला है। इसके बाद एग्जाम है। यदि टीचरों को वापस न लिया गया तो आने वाले दिनों में संघर्ष तेज किया जाएगा। आज स्कूल प्रबंधकों ने कुछ छात्रों को अंदर दाखिल नहीं होने दिया। जिस कारण स्कूल का गेट फांद कर अंदर घुसना पड़ा। MGM स्कूल के डायरेक्टर गजिंद्र सिंह थिंद बोले… स्कूल के डायरेक्टर गजिंद्र सिंह थिंद ने कहा कि जिन अध्यापकों की कार्यशैली सही नहीं है उन्हें नौकरी से बर्खास्त किया गया है। नौकरी में रखने से पहले उनसे हस्ताक्षर करवाए गए थे, कि यदि उनकी कार्यशैली सही नहीं होगी तो किसी भी समय उन्हें नौकरी से निकाला जा सकता है। जहां तक बात छात्रों की है तो, छात्रों को बहला फुसला कर इन अध्यापकों ने अपने साथ लगा लिया है। किसी छात्र को स्कूल के अंदर दाखिल होने से रोका नहीं गया। छात्रों के परिजन, अध्यापकों और कुछ बाहरी लोगों ने स्कूल में तोड़फोड़ की है। हालात बिगड़ते देख पुलिस को मौके पर बुलाया है।   पंजाब | दैनिक भास्कर