यूपी बोर्ड ने हाई स्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा की डेटशीट जारी कर दी है। हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षाएं 24 फरवरी से 12 मार्च तक चलेंगी। माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव भगवती सिंह ने सोमवार शाम परीक्षा का कार्यक्रम जारी किया। भगवती सिंह ने बताया- हाई स्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में 54 लाख 35 हजार विद्यार्थी एग्जाम देंगे। 17 दिन में परीक्षा सम्पन्न कराई जाएगी। हाई स्कूल बोर्ड परीक्षा में 29 लाख से अधिक विद्यार्थी हैं। हाई स्कूल बोर्ड परीक्षा में 29 लाख से अधिक विद्यार्थी हैं। इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा मे 24 लाख से अधिक परीक्षार्थी शामिल होंगे। बोर्ड परीक्षा के लिए प्रदेश भर में 7800 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। खबर अपडेट की जा रही है… यूपी बोर्ड ने हाई स्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा की डेटशीट जारी कर दी है। हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षाएं 24 फरवरी से 12 मार्च तक चलेंगी। माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव भगवती सिंह ने सोमवार शाम परीक्षा का कार्यक्रम जारी किया। भगवती सिंह ने बताया- हाई स्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में 54 लाख 35 हजार विद्यार्थी एग्जाम देंगे। 17 दिन में परीक्षा सम्पन्न कराई जाएगी। हाई स्कूल बोर्ड परीक्षा में 29 लाख से अधिक विद्यार्थी हैं। हाई स्कूल बोर्ड परीक्षा में 29 लाख से अधिक विद्यार्थी हैं। इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा मे 24 लाख से अधिक परीक्षार्थी शामिल होंगे। बोर्ड परीक्षा के लिए प्रदेश भर में 7800 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। खबर अपडेट की जा रही है… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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फाजिल्का में सट्टा कारोबारियों में झगड़ा:चोट लगने से एक युवक गंभीर घायल, पुरानी रंजिश के चलते बोला हमला, 3 गिरफ्तार फाजिल्का के धोबीघाट में सट्टा कारोबारियों में झगड़े का मामला सामने आया है l इस दौरान एक नौजवान बुरी तरह से जख्मी कर दिया गया l जिसकी हालत गंभीर है और इलाज के लिए उसे फरीदकोट मेडिकल कालेज रेफर किया गया है l हालांकि इस मामले पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए करीब 17 लोगों के खिलाफ धारा 307 के तहत केस दर्ज किया है l मामले में तफ्तीश की जा रही है l पुलिस के मुताबिक झगड़े की वजह पुरानी रंजिश है l फाजिल्का सिटी थाना के एसएचओ लेख राज ने जानकारी देते हुए बताया कि झगड़े के मामले में घायल हुए धोबीघाट निवासी रिंकू की एमएलआर मिलने पर जख्मी नौजवान के बयान दर्ज कर करीब 17 लोगों के खिलाफ धारा 307 के तहत केस दर्ज किया गया है l एसएचओ का कहना है कि कुछ दिन पहले इन लोगों की लड़ाई हुई थी और उसी रंजिश के चलते फिर से झगड़ा हुआ है l जिस पर पुलिस ने एक्शन लेते हुए नौजवान पर जानलेवा हमला करने के आरोप में 17 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है l पुलिस के मुताबिक इस मामले में संजीव शर्मा, सोनू पुलसिया,निंजा,लवली बत्रा,बलकार,राजू,अरविंद शर्मा, नन्नू मदान, गग्गू, गोरा, इकबाल फाइटर, मुकेश चिट्टे वाला, दीपक छाबड़ा, गामा, परमोद शर्मा, काका और जग्गी इन 17 लोगों पर पर्चा दर्ज किया गया है l जिनमें से तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि बाकी आरोपियों की तलाश जारी है l एसएचओ का कहना है इन लोगों के शामिल कुछ पर पहले हुई लड़ाई झगड़े के मुकदमे दर्ज है l बता दें कि झगड़ा करने वाले सट्टा कारोबारी बताए जा रहे हैं l
Pune Porsche Accident Case: ‘केस से जुड़े गवाहों को…’, पुणे पोर्श कार एक्सीडेंट में पीड़ित परिजनों ने पुलिस से की ये मांग
Pune Porsche Accident Case: ‘केस से जुड़े गवाहों को…’, पुणे पोर्श कार एक्सीडेंट में पीड़ित परिजनों ने पुलिस से की ये मांग <p style=”text-align: justify;”><strong>Pune Hit and Run Case:</strong> पुणे के बहुचर्चित हिट एंड रन केस में मृत मध्य प्रदेश के जबलपुर की सॉफ्टवेयर इंजीनियर अश्विनी कोष्टा के पिता सुरेश कोष्टा ने पुलिस से की मांग की कि एक्सीडेंट से जुड़े गवाहों और प्रत्यक्ष दर्शियों को पुलिस प्रोटेक्शन मिले. लड़की के पिता ने ड्राइवर गंगाराम को धमकी देने और उसे झूठा दावा करने के लिए मजबूर करने के बाद ये मांग की है. अश्विनी के पिता ने कहा कि आरोपी का परिवार जिस तरह से चालाकी कर रहा है, उसको देखते हुए गवाहों और प्रत्यक्षदर्शियों के लिए पुलिस सुरक्षा बेहद जरूरी है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मृतक के पिता ने क्या कहा?</strong><br />अश्विनी कोष्टा के पिता ने आगे कहा कि केस के ट्रायल के दौरान किसी प्रकार की परेशानी न हो. इसके लिए गवाहों और प्रत्यक्षदर्शियों को सुरक्षा देना जरूरी है. बता दें पोर्श कार हादसे के कारण सुरेंद्र अग्रवाल को उनके ड्राइवर गंगाराम को धमकी देने और उसे झूठा दावा करने के लिए मजबूर करने के आरोप में अरेस्ट किया गया कि हादसे के वक्त वह कार चला रहा था. कथित तौर पर गंगाराम को 2 दिन तक सुरेंद्र अग्रवाल ने अपने आवास पर रखा था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है पूरा मामला?<br /></strong>19 मई 2024 को महाराष्ट्र के पुणे महानगर के कल्याणी नगर में रविवार तड़के कथित तौर पर पोर्श कार चला रहे नाबालिग ने मोटरसाइकिल से जा रहे दो सॉफ्टवेयर इंजीनियर को कुचल दिया था. इस घटना में दोनों की मौत हो गई थी. प्रत्यक्षदर्शियों ने मौके पर आरोपी नाबालिक को पकड़ पिटाई की और पुलिस के हवाले कर दिया था. इस मामले में मृतक के परिजनों से सख्त कार्रवाई की मांग की थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>नाबालिक आरोपी इस समय न्यायिक हिरासत में है. पुणे पुसिल ने आरोपी को गिरफ्तार के साथ पोर्शे कार एक्सीडेंट केस में नाबालिग के दादा को भी गिरफ्तार किया है. जबकि नाबालिग के पिता की पहले ही गिरफ्तारी हो चुकी है. पोर्शे कार घटना के बाद पुलिस की ओर से दावा किया गया कि नाबालिग ने नशे की हालत में दुर्घटना की. </p>
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<p><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”पानी की कमी पर VIT में प्रदर्शन के बाद मैनेजमेंट ने जारी किया सर्कुलर, छात्रों को दी ये अजीब सलाह” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/sehore-vit-college-water-crisis-students-protest-management-circular-asks-to-eat-less-spicy-food-ann-2699034″ target=”_blank” rel=”noopener”>पानी की कमी पर VIT में प्रदर्शन के बाद मैनेजमेंट ने जारी किया सर्कुलर, छात्रों को दी ये अजीब सलाह</a></strong></p>
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गाजीपुर लोकसभा सीट पर कितना कारगर होगा अफजाल अंसारी का प्लान B? जानें- इस सीट के जातीय समीकरण
गाजीपुर लोकसभा सीट पर कितना कारगर होगा अफजाल अंसारी का प्लान B? जानें- इस सीट के जातीय समीकरण <p style=”text-align: justify;”>Ghazipur पूर्वांचल की वो हाईप्रोफाइल सीट है जहां धर्म और जाति के समीकरण की चुनावी लड़ाई है. वहां दिग्गजों ने फिर हुंकार भर दी है. एक तरफ मौजूदा सांसद अफजाल अंसारी हैं तो दूसरी तरफ पीएम नरेंद्र मोदी के सिपाही के रूप में ताल ठोक रहे हैं पारसनाथ राय. अफजाल अंसारी के लिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव चुनाव प्रचार करने गाजीपुर पहुंचे और दावा कर दिया कि पूर्वांचल की हवा बदल चुकी है. अखिलेश यादव ने कहा कि पूर्वांचल ने जो उम्मीद दिया है छठवें चरण में, मैं कह सकता हूं ये जो भाषण बदल रहे हैं, व्यवहार बदल रहे हैं जनता वोट देकर के इन्हें 7 समंदर पार फेंक देगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अखिलेश यादव ने सोमावर को रैली की तो कुछ एक दिन पहले रविवार को प्रधानमंत्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> भी गाजीपुर पहुंचे थे पारसनाथ राय के लिए वोट मांगे और पूरे पूर्वांचल को संदेश दिया था. गाजीपुर वो लोकसभा सीट है जिसे बीजेपी ने 2014 की मोदी लहर में जीत लिया था लेकिन 2019 में सपा-बसपा साथ आए तो खेल पलट गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>साल 2019 में बीजेपी प्रत्याशी मनोज सिन्हा को 4 लाख 46 हजार वोट मिले जबकि सपा-बसपा के संयुक्त प्रत्याशी अफजाल अंसारी को 5 लाख 66 हजार वोट मिलेयानि अफजाल अंसारी 1 लाख 20 हजार के भारी भरकम वोटों के अंतर से चुनाव जीत गए थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मौजूदा चुनाव में बदले हुए हैं समीकरण?</strong><br />हालांकि मौजूदा चुनाव में समीकरण बदले हुए हैं. समाजवादी पार्टी के साथ कांग्रेस का गठबंधन है और बसपा अलग चुनाव लड़ रही है तो क्या ये समीकरण परिणाम बदल देगा ? क्या बीजेपी 2014 वाला इतिहास दोहरा देगी? बीजेपी प्रत्याशी पारसनाथ राय का दावा है कि बीजेपी गाजीपुर सीट पर फिर से जीत हासिल करेगी.उधर, बीजेपी प्रत्याशी का दावा एक तरफ और गाजीपुर के सियासी समीकरण दूसरी तरफ क्योंकि अफजाल अंसारी को अगर अपनी जीत का भरोसा है तो इसके पीछे गाजीपुर का जातीय और धार्मिक समीकरण ही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>गाजीपुर में अंसारी परिवार की सियासत अगर परवान चढ़ी तो इसके पीछे यहां का जातीय और धार्मिक समीकरण ही है. यहां मुस्लिम आबादी 2.70 लाख तो दलित मतदाता 4 लाख के आस-पास है. यादव वोटर 4.50 लाख के करीब है जो बाकी के OBC वोटर भी 4 लाख के करीब हैं. इसी समीकरण के सहारे 2004 में भी अफजाल अंसारी समाजवादी पार्टी के टिकट पर गाजीपुर से चुनाव जीते थे और एक बार फिर प्रबल दावेदार हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मौजूदा चुनाव पर अफजाल ने कहा कि जनता एक बार फिर उन्हें अपना जनप्रतिनिधि चुनेगी और भारतीय जनता पार्टी को हार का सामना करना पड़ेगा.अफजाल अंसारी 5 बार विधायक भी रह चुके हैं 2 बार के सांसद हैं और तीसरी बार दिल्ली जाने की तैयारी में हैं लेकिन सामने है बीजेपी का बैरियर जिसे पार करना इस बार बड़ी चुनौती है बीजेपी के साथ-साथ उसके सहयोगी दल भी गाजीपुर में कमल खिलाने की कोशिश कर रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>वक्त-वक्त पर बदलता रहा है जनता का मिजाज</strong><br />गाजीपुर वो लोकसभा सीट है जहां जनता का मिजाज वक्त-वक्त पर बदलता रहा है. इस सीट पर कभी ऐसा नहीं हुआ कि कोई सांसद लगातार दो बार चुनाव जीता हो अगर अफजाल अंसारी इस बार चुनाव जीतते हैं तो ये गाजीपुर के लिए नया रिकॉर्ड होगा और इसका फैसला करेगी गाजीपुर की जनता. इस सीट पर लड़ाई कांटे की मानी जा रही है. अफजाल के समर्थक भले उत्साहित हों लेकिन 1 जून को होने वाली वोटिंग के लिए रास्ता अभी भी साफ नहीं है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मुख्तार का प्लान बी</strong><br />गैंगस्टर मामले में अफजाल अंसारी को MP-MLA कोर्ट 4 साल की सजा मिली थी इस हिसाब से वो चुनाव नहीं लड़ सकते हैं लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उनकी दोषसिद्धि पर रोक लगा दी और इलाहाबाद हाईकोर्ट से कहा था कि 30 जून से पहले फैसला सुनाया जाए.इस मामले में हाईकोर्ट में सुनवाई सोमवार को पूरी हो गई लेकिन अभी फैसला नहीं आया है. इस बीच अफजाल ने हाईकोर्ट से 5 दिन की मोहलत मांगी है.अफजाल चाहते हैं कि 1 जून को वोटिंग के बाद ही इस केस में कोर्ट कोई फैसला सुनाए.अपनी याचिका में अफजाल अंसारी ने गैंगस्टर केस में मिली सजा को रद्द करने की मांग की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अब अगर अफजाल अंसारी को हाईकोर्ट से राहत मिल गई तब तो उनके लिए ठीक नहीं तो नहीं उन्होंने अपनी बेटी से भी निर्दलीय नामांकन भरवाया है जो उनकी जगह पर चुनाव लड़ेंगी कुल मिलाकर गाजीपुर की लड़ाई इस वक्त ऐसे दोराहे पर खड़ी है जहां से कुछ भी संभव नजर आ रहा है.</p>