लखनऊ के बाबा साहब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय में मंगलवार को नए कार्यकारी कुलसचिव ने पदभार ग्रहण कर लिया। इस दौरान कई फैकल्टी मेंबर भी मौजूद रहे। इस बीच स्टूडेंट्स ने कुलसचिव के खिलाफ हुई कार्रवाई को लेकर खुशी जताते हुए जमकर नारेबाजी भी की। एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर स्टूडेंट्स ने कार्रवाई के पक्ष में आवाज बुलंद की। इस डिपार्टमेंट की रही HOD प्रो.यू.वी. किरण विश्वविद्यालय के मानव विकास व परिवार अध्ययन विभाग की विभागाध्यक्ष भी रह चुकीं हैं। इसके अलावा विश्वविद्यालय से जुड़ी विभिन्न समितियों के अध्यक्ष और सक्रिय सदस्य के पद पर भी काम किया है। लखनऊ के बाबा साहब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय में मंगलवार को नए कार्यकारी कुलसचिव ने पदभार ग्रहण कर लिया। इस दौरान कई फैकल्टी मेंबर भी मौजूद रहे। इस बीच स्टूडेंट्स ने कुलसचिव के खिलाफ हुई कार्रवाई को लेकर खुशी जताते हुए जमकर नारेबाजी भी की। एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर स्टूडेंट्स ने कार्रवाई के पक्ष में आवाज बुलंद की। इस डिपार्टमेंट की रही HOD प्रो.यू.वी. किरण विश्वविद्यालय के मानव विकास व परिवार अध्ययन विभाग की विभागाध्यक्ष भी रह चुकीं हैं। इसके अलावा विश्वविद्यालय से जुड़ी विभिन्न समितियों के अध्यक्ष और सक्रिय सदस्य के पद पर भी काम किया है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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पंजाब प्रोविडेंड फंड घोटाले में 3-डॉक्टरों सहित 6-को सजा हुई:पूर्व ED अधिकारी निरंजन सिंह ने की जांच; बोले-कर्मचारियों के पैसों से बनाई संपत्ति
पंजाब प्रोविडेंड फंड घोटाले में 3-डॉक्टरों सहित 6-को सजा हुई:पूर्व ED अधिकारी निरंजन सिंह ने की जांच; बोले-कर्मचारियों के पैसों से बनाई संपत्ति पंजाब में साल 2012 में हुए प्रोविडेंड फंड घोटाले मामले में ईडी द्वारा जांच की जा रही थी, इसे लेकर आज कोर्ट ने तीन डॉक्टरों सहित 6 लोगों को सजा सुना दी है। इसी जानकारी एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) जालंधर के पूर्व अधिकारी निरंजन सिंह ने दी है। आखिरी कोर्ट हेयरिंग के दिन निरंजन सिंह आरोपियों को सजा करवाने के लिए जालंधर सेशन कोर्ट पहुंचे थे। जालंधर सेशन कोर्ट ने मुख्यारोपी करमपाल गोयल को पांच साल शैलेंद्र सिंह को 4 साल और तीन डॉक्टरों को तीन तीन साल की सजा सुनाई गई है। डॉक्टर की पहचान युवराज सिंह, कृष्ण लाल, हरदेव सिंह के रूप में हुई है। वहीं केस में हरदेव सिंह की पत्नी निर्मला देवी को भी चार साल की सजा हुई है। निरंजन सिंह बोले- केस में सभी आरोपियों को सजा हुई पूर्व ईडी अधिकारी निरंजन सिंह ने कहा- साल 2012 में हमारी टीम ने एक चार्जशीट फाइल की थी। इस केस में पंजाब सरकार के अधिकारी और कुछ डॉक्टर शामिल थे। सभी आरोपियों ने हम सलाह होकर खुद के ही कर्मचारियों और अधिकारियों का प्रोविडेंड फंड (EPFO) को बताए बिना विड्राल किया और उन पैसों की संपत्ति बनाई गई। इस केस में आज यानी 24 अक्टूबर को कोर्ट ने फैसला सुनाया है और जो लोग इस केस में शामिल थे, उन्हें सजा हो गई है। कुछ आरोपी कस्टडी में, अब वे जेल जाएंगे निरंजन सिंह ने आगे कहा- जो संपत्ति केस में अटैच की गई थी, वो अभी भी अटैच है। केस में नामजद हुए डॉक्टर उस वक्त के अस्पतालों को इंचार्ज थे। डॉक्टर युवराज सिंह, कृष्ण लाल, हरदेव सिंह और हरदेव सिंह की पत्नी निर्मला देवी को भी केस में सजा हुई है। आगे निरंजन सिंह कहा- फिलहाल सभी आरोप पैरोल पर बाहर थे और जिन्हें तीन से ज्यादा सजा हुई है, पहले ही कस्टडी में हैं और वह अब जेल जाएंगे। इस केस में कुछ 6 आरोपियों की भूमिका सबसे मुख्य पाई गई थी। सभी को कोर्ट ने एविडेंस के आधार पर सजा दी है। निरंजन सिंह ने आगे बताया कि आरोपियों ने कई जगह पर प्लाट और घर बनवाए हुए थे। बैकों में भी इनकम से ज्यादा अमाउंट आता जाता था और इनके कई बैंक खाते भी थे। ऐसे में उन्होंने पैसा खर्च भी बहुत किया। सभी आरोपी केस में नवांशहर जिले में तैनात थे।
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अबोहर में ट्रक ने मारी दंपती को टक्कर:बठिंडा ले जाते हुए तोड़ा दम, कोठी की चौकीदारी कर लौट रहे थे घर अबोहर के मलोट हनुमानगढ रोड पर आज सुबह एक तेज रफ्तार ट्रक ने साइकिल रेहड़े पर पर सवार होकर घर लौट रहे वृद्ध दंपती को टक्कर मार दी, जिससे दोनों की मौत हो गई। घटना के बाद टक्कर मारने वाला ट्रक मौके से फरार हो गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जानकारी के अनुसार ढाणी विशेषरनाथ निवासी 55 वर्षीय रामबरन और उसकी 50 वर्षीय पत्नी मूर्ति देवी सीतो रोड पर बनी एक कोठी में चौकीदारी करते थे। आज सुबह करीब 6 बजे वहां से साइकिल रेहडे़ पर सवार होकर वापस अपने घर आ रहे थे कि गलत दिशा से आ रहे एक ट्रक ने साइकिल रेहडे़ को टक्कर मार दी और फरार हो गया। बठिंडा ले जाते वक्त हुई मौत घटनास्थल पर घायलों को तडपता देख राहगीरों ने इसकी सूचना उनके परिजनों को दी। घटना स्थल पर पहुंचे परिजनों ने दोनों को अस्पताल पहुंचाया, जहां पर प्राथमिक इलाज के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया। दोनों को बठिंडा ले जाते समय दोनों मौत हो गई। पुलिस ने लिया घटनास्थल का जायजा इधर, संबंधित पुलिस थाने की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटना का जायजा लिया और मौके से टूटे हुए रेहड़े व अन्य सामान कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी। बताया जाता है कि यह घटना इस रोड पर लगे सीसीटीवी कैमरों में भी कैद हो गई।
धौलपुर में अज्ञात बीमारी से 2 बच्चों की मौत से हड़कंप, आधे दर्जन से अधिक बीमार, मेडिकल टीम जांच में जुटी
धौलपुर में अज्ञात बीमारी से 2 बच्चों की मौत से हड़कंप, आधे दर्जन से अधिक बीमार, मेडिकल टीम जांच में जुटी <p style=”text-align: justify;”><strong>Dholpur News Today:</strong> राजस्थान के धौलपुर जिले में उल्टी दस्त की वजह से दो बच्चों की मौत हो गई और लगभग आधा दर्जन से अधिक बच्चे बीमार हो गए है. इस घटना के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया है. बीमार बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जबकि 4 बच्चों का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>यह घटना धौलपुर जिले मनिया थाना क्षेत्र के गांव कोटपुरा का है, जहां उल्टी दस्त की बीमारी की वजह से दो बच्चों की मौत हो गई. ग्रामीणों के अनुसार, गांव में अज्ञात बीमारी से शनिवार (24 अगस्त) को तीन बच्चों ने अचानक उल्टी- दस्त की शिकायत की. इसके बाद उन्हें इलाज के लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मेडिक टीम जांच में जुटी</strong><br />इसके बाद गांव के अन्य अलग-अलग घरों में बच्चों को उल्टी- दस्त पीड़ित हो गए. उल्टी- दस्त की शिकायत होने पर बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां दो बच्चों की मौत हो गई. गांव में मेडिकल की टीम को भेजा गया है और जांच की जा रही है कि आखिर इतनी बड़ी संख्या उल्टी दस्त से कैसे पीड़ित हो गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जिला कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश </strong><br />धौलपुर जिला कलेक्टर श्रीनिधि बीटी के जरिये गांव में मेडिकल टीम को भेजा गया है और जांच की जा रही है. बच्चों के बीमार होने के कारणों का पता लगाने में जुटी है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>जिला कलेक्टर श्रीनिधि बीटी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम और पीएचडी की टीम के साथ पानी के सैंपल लेने के लिए भेजी गई है, जिससे बच्चों के बीमार होने की वजह का पता चल सके. उन्होंने बताया कि अस्पताल में भर्ती बच्चों का इलाज सीनियर डॉक्टरों की देखरेख में चल रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सभी बच्चे खतरे से बाहर</strong><br />जिला कलेक्टर के निर्देश पर अस्पताल में पहुंचे डॉक्टर धर्म सिंह मैनावत ने बताया कि शहर के निजी अस्पताल में बीमार बच्चों के भर्ती होने की सूचना मिली थी. जिला कलेक्टर के निर्देश के बाद इन बच्चों के स्वास्थ्य का परीक्षण किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>डॉक्टर धर्म सिंह मैनावत ने बताया कि फिलहाल सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं. उन्होंने बताया कि बच्चों के बीमार होने की वजह प्रथम दृष्टया पानी के सोर्सेज को माना जा रहा है, लेकिन लैब की रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि बच्चों में बीमारी फैलने के क्या वजह है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”राजस्थान में सड़क निर्माण और कायाकल्प के लिए करोड़ों रुपये की बजट को मंजूरी, किन जिलों को मिली सौगात?” href=”https://www.abplive.com/states/rajasthan/rajasthan-deputy-cm-diya-kumari-issue-332-km-long-road-construction-budget-ann-2768800″ target=”_blank” rel=”noopener”>राजस्थान में सड़क निर्माण और कायाकल्प के लिए करोड़ों रुपये की बजट को मंजूरी, किन जिलों को मिली सौगात?</a></strong></p>