<p style=”text-align: justify;”><strong>BJP On AAP Councillors Resigns:</strong> दिल्ली की सियासत में शनिवार (17 मई) को हलचल हो गई जब आम आदमी पार्टी के 15 पार्षदों ने एक साथ अपने इस्तीफा की घोषणा कर दी. इतना ही नहीं एक थर्ड फ्रंट बनाने की भी बात सामने रखी. वहीं इस पर बीजेपी की प्रतिक्रिया सामने आई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली नगर निगम में हाल ही में फिर एक बार सत्ता में आई बीजेपी से मेयर राजा इकबाल सिंह ने आप पार्षदों के इस्तीफे और नए दल के गठन को लेकर आम आदमी पार्टी में भ्रष्टाचार और तानाशाही को जिम्मेदार बताया. उन्होंने कहा, “2022 में जब दिल्ली नगर निगम के चुनाव हुए तो आप ने 10 झूठी गारंटी देकर जनता को भ्रमित करने का कार्य किया. इससे जनता ने आप के झांसे में आकर उसको निगम की सत्ता पर बैठा दिया.” </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’निगम में नहीं हुआ कोई काम'</strong><br />उन्होंने आगे कहा, “जब निगम में 10 गारंटी में से एक भी गारंटी पर कोई काम नहीं हुआ तो जनता को ठगा हुआ महसूस कर ही रही थी बल्कि आप के नेतृत्व द्वारा पार्षदों को निर्णय न लेने देने की आजादी बंद करने से आप पार्षदों का दम घुट रहा था. क्योंकि पूरा आप नेतृत्व निगम में भ्रष्टाचार कर रहा था. जिसकी वजह से दिल्ली की जनता को सेवा नहीं मिल रही थी लेकिन आप के नेताओं की जेब जरुर गर्में हो रही थी.” </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’पार्षदों पर रहता है वसूली की दबाव'</strong><br />मेयर राजा इकबाल सिंह ने दावा किया, “चर्चा तो यहां तक है कि आप नेतृत्व का पार्षदों पर दवाब रहता है कि वह पार्षद वसूली करके आप नेताओं को निजी तौर पर हर महीने पैसा पहुंचाएं. जो पार्षद ऐसा नहीं करता है उसे परेशान भी किया जाता है. जिसका परिणाम आप के पार्षदों द्वारा आप से इस्तीफा देकर नए दल के गठन के रूप में सामने आया है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’भ्रष्टाचार और काम की कमी'</strong><br />महापौर ने यह भी कहा, “भ्रष्टाचार ही कारण है कि न को दिल्ली में आप सरकार ने कोई नया पार्क बनाया और न ही कोई स्कूल. जो कार्य हो रहे थे वह पूर्वकालिक निगम में बीजेपी सरकार द्वारा शुरू किए गए थे. जिनका फीता काटने का काम आप नेता कर रहे थे. अपने आप को आम आदमी कहने वाले नेता अब बड़ी-बड़ी गाड़ियों में घूमते हैं और बड़े-बड़े घर भी बना रखे हैं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’AAP ने दिल्ली नगर निगम को किया बर्बाद'</strong><br />वहीं इस पर दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, “साल 2022 के एमसीडी चुनाव के बाद आप ने न तो निगम प्रशासन को ठीक करने की कोशिश की और न ही अपने पार्षदों से कोई तालमेल बनाया. आप के हारे-हताश नेता अब पार्षदों के बगावत के लिए बीजेपी पर इल्जाम लगा रहे हैं, जबकि सच यह है कि आप के 10 साल के शासन में भ्रष्टाचार, घोटाले और विकास का विनाश ही हुआ है.” </p>
<p style=”text-align: justify;”>सचदेवा ने कहा, “आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल की हठधर्मिता के चलते निगम की स्थायी समिति का गठन नहीं हुआ, जिससे पार्षद कोई विकास कार्य शुरू नहीं कर पाए. इससे डरकर 15 पार्षदों ने अलग पार्टी बनाने का फैसला लिया.”</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>BJP On AAP Councillors Resigns:</strong> दिल्ली की सियासत में शनिवार (17 मई) को हलचल हो गई जब आम आदमी पार्टी के 15 पार्षदों ने एक साथ अपने इस्तीफा की घोषणा कर दी. इतना ही नहीं एक थर्ड फ्रंट बनाने की भी बात सामने रखी. वहीं इस पर बीजेपी की प्रतिक्रिया सामने आई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली नगर निगम में हाल ही में फिर एक बार सत्ता में आई बीजेपी से मेयर राजा इकबाल सिंह ने आप पार्षदों के इस्तीफे और नए दल के गठन को लेकर आम आदमी पार्टी में भ्रष्टाचार और तानाशाही को जिम्मेदार बताया. उन्होंने कहा, “2022 में जब दिल्ली नगर निगम के चुनाव हुए तो आप ने 10 झूठी गारंटी देकर जनता को भ्रमित करने का कार्य किया. इससे जनता ने आप के झांसे में आकर उसको निगम की सत्ता पर बैठा दिया.” </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’निगम में नहीं हुआ कोई काम'</strong><br />उन्होंने आगे कहा, “जब निगम में 10 गारंटी में से एक भी गारंटी पर कोई काम नहीं हुआ तो जनता को ठगा हुआ महसूस कर ही रही थी बल्कि आप के नेतृत्व द्वारा पार्षदों को निर्णय न लेने देने की आजादी बंद करने से आप पार्षदों का दम घुट रहा था. क्योंकि पूरा आप नेतृत्व निगम में भ्रष्टाचार कर रहा था. जिसकी वजह से दिल्ली की जनता को सेवा नहीं मिल रही थी लेकिन आप के नेताओं की जेब जरुर गर्में हो रही थी.” </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’पार्षदों पर रहता है वसूली की दबाव'</strong><br />मेयर राजा इकबाल सिंह ने दावा किया, “चर्चा तो यहां तक है कि आप नेतृत्व का पार्षदों पर दवाब रहता है कि वह पार्षद वसूली करके आप नेताओं को निजी तौर पर हर महीने पैसा पहुंचाएं. जो पार्षद ऐसा नहीं करता है उसे परेशान भी किया जाता है. जिसका परिणाम आप के पार्षदों द्वारा आप से इस्तीफा देकर नए दल के गठन के रूप में सामने आया है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’भ्रष्टाचार और काम की कमी'</strong><br />महापौर ने यह भी कहा, “भ्रष्टाचार ही कारण है कि न को दिल्ली में आप सरकार ने कोई नया पार्क बनाया और न ही कोई स्कूल. जो कार्य हो रहे थे वह पूर्वकालिक निगम में बीजेपी सरकार द्वारा शुरू किए गए थे. जिनका फीता काटने का काम आप नेता कर रहे थे. अपने आप को आम आदमी कहने वाले नेता अब बड़ी-बड़ी गाड़ियों में घूमते हैं और बड़े-बड़े घर भी बना रखे हैं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’AAP ने दिल्ली नगर निगम को किया बर्बाद'</strong><br />वहीं इस पर दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, “साल 2022 के एमसीडी चुनाव के बाद आप ने न तो निगम प्रशासन को ठीक करने की कोशिश की और न ही अपने पार्षदों से कोई तालमेल बनाया. आप के हारे-हताश नेता अब पार्षदों के बगावत के लिए बीजेपी पर इल्जाम लगा रहे हैं, जबकि सच यह है कि आप के 10 साल के शासन में भ्रष्टाचार, घोटाले और विकास का विनाश ही हुआ है.” </p>
<p style=”text-align: justify;”>सचदेवा ने कहा, “आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल की हठधर्मिता के चलते निगम की स्थायी समिति का गठन नहीं हुआ, जिससे पार्षद कोई विकास कार्य शुरू नहीं कर पाए. इससे डरकर 15 पार्षदों ने अलग पार्टी बनाने का फैसला लिया.”</p> दिल्ली NCR सपा सरकार में होती थी बिजली की चोरी? शिवपाल यादव के बेटे आदित्य ने खोल दी अपनी ही पार्टी की पोल!
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