अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में स्वतंत्रता दिवस पर छात्रों ने जमकर हंगामा किया। छात्र 15 अगस्त के मौके पर एएमयू परिसर में एक डिबेट कराना चाहते थे। लेकिन उनके पास यह डिबेट कराने की अनुमति नहीं थी। जैसे ही छात्रों ने कार्यक्रम की तैयारी शुरू की, तो प्रॉक्टोरियल टीम ने उन्हें रोक दिया। जब एएमयू की प्रॉक्टोरियल टीम ने छात्रों को रोका तो छात्र टीम से भिड़ गए और दोनों पक्षों में जमकर नोंकझोंक हुई। इस दौरान छात्रों और प्रॉक्टोरियल टीम के बीच धक्का-मुक्की भी हुई और घंटों तक विवाद चलता रहा। जब यूनिवर्सिटी के अधिकारियों को मामले की जानकारी हुई तो प्रॉक्टर, डिप्टी प्रॉक्टर और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले को शांत कराया। पार्लियामेंट्री सेशन था डिबेट का विषय एएमयू के छात्रों ने गणित विभाग के लॉन में अपना डिबेट का कार्यक्रम रखा था। स्वतंत्रता दिवस का उत्सव समाप्त होने के बाद वह अपना कार्यक्रम शुरू करने जा रहे थे। जैसे ही उन्होंने तैयारियां शुरू की, प्रॉक्टोरियल टीम वहां आ गई और उन्हें रोक दिया। छात्रों का कहना था कि उन्होंने प्रॉक्टर से इसकी अनुमति ली है और फोन पर बात की है। लेकिन टीम का कहना था कि इस कार्यक्रम की कोई अनुमति नहीं है और छात्र इस आयोजन को नहीं करा सकते हैं। जिसके बाद मामले की बहस होने लगी और हंगामा शुरू हो गया। टीम ने फेंके छात्रों के फ्लैक्स-बैनर छात्रों ने अपने डिबेट कार्यक्रम के लिए यूनिवर्सिटी कैंपस में फ्लैक्स और बैनर लगाए थे। जब प्रॉक्टोरियल टीम ने यह देखा तो उन्होंने तत्काल इन्हें उखाड़कर फेंक दिया। जिसके बाद छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया। उनका कहना था कि उनके अधिकारों का हनन किया जा रहा है और जबरन यूनिवर्सिटी के अधिकारी उनके ऊपर दबाव बना रहे हैं। प्रॉक्टर बोले, छात्रों को दिया जाएगा नोटिस एएमयू के प्रॉक्टर प्रो. वसीम अली ने बताया कि छात्रों के आधार पूरी तरह से निराधार हैं। उन्हें किसी तरह की कोई परमिशन देने की बात नहीं कही गई थी। प्रॉक्टर ने बताया कि 15 अगस्त के दिन सिर्फ स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम ही यूनिवर्सिटी में आयोजित किए जाते हैं। इस दिन प्रशासनिक, एडमिशन या किसी तरह की कोई गतिविधि यूनिवर्सिटी में नहीं होती है। छात्र संसद के सेशन विषय पर डिबेट करना चाहते थे, जो कि स्वतंत्रता दिवस से बिल्कुल अलग था और इसीलिए उन्हें रोका गया है। उन्हें नोटिस भी दिया जाएगा और जवाब तलब किया जाएगा। उन्होंने बताया कि संतोष जनक जवाब न होने पर उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में स्वतंत्रता दिवस पर छात्रों ने जमकर हंगामा किया। छात्र 15 अगस्त के मौके पर एएमयू परिसर में एक डिबेट कराना चाहते थे। लेकिन उनके पास यह डिबेट कराने की अनुमति नहीं थी। जैसे ही छात्रों ने कार्यक्रम की तैयारी शुरू की, तो प्रॉक्टोरियल टीम ने उन्हें रोक दिया। जब एएमयू की प्रॉक्टोरियल टीम ने छात्रों को रोका तो छात्र टीम से भिड़ गए और दोनों पक्षों में जमकर नोंकझोंक हुई। इस दौरान छात्रों और प्रॉक्टोरियल टीम के बीच धक्का-मुक्की भी हुई और घंटों तक विवाद चलता रहा। जब यूनिवर्सिटी के अधिकारियों को मामले की जानकारी हुई तो प्रॉक्टर, डिप्टी प्रॉक्टर और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले को शांत कराया। पार्लियामेंट्री सेशन था डिबेट का विषय एएमयू के छात्रों ने गणित विभाग के लॉन में अपना डिबेट का कार्यक्रम रखा था। स्वतंत्रता दिवस का उत्सव समाप्त होने के बाद वह अपना कार्यक्रम शुरू करने जा रहे थे। जैसे ही उन्होंने तैयारियां शुरू की, प्रॉक्टोरियल टीम वहां आ गई और उन्हें रोक दिया। छात्रों का कहना था कि उन्होंने प्रॉक्टर से इसकी अनुमति ली है और फोन पर बात की है। लेकिन टीम का कहना था कि इस कार्यक्रम की कोई अनुमति नहीं है और छात्र इस आयोजन को नहीं करा सकते हैं। जिसके बाद मामले की बहस होने लगी और हंगामा शुरू हो गया। टीम ने फेंके छात्रों के फ्लैक्स-बैनर छात्रों ने अपने डिबेट कार्यक्रम के लिए यूनिवर्सिटी कैंपस में फ्लैक्स और बैनर लगाए थे। जब प्रॉक्टोरियल टीम ने यह देखा तो उन्होंने तत्काल इन्हें उखाड़कर फेंक दिया। जिसके बाद छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया। उनका कहना था कि उनके अधिकारों का हनन किया जा रहा है और जबरन यूनिवर्सिटी के अधिकारी उनके ऊपर दबाव बना रहे हैं। प्रॉक्टर बोले, छात्रों को दिया जाएगा नोटिस एएमयू के प्रॉक्टर प्रो. वसीम अली ने बताया कि छात्रों के आधार पूरी तरह से निराधार हैं। उन्हें किसी तरह की कोई परमिशन देने की बात नहीं कही गई थी। प्रॉक्टर ने बताया कि 15 अगस्त के दिन सिर्फ स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम ही यूनिवर्सिटी में आयोजित किए जाते हैं। इस दिन प्रशासनिक, एडमिशन या किसी तरह की कोई गतिविधि यूनिवर्सिटी में नहीं होती है। छात्र संसद के सेशन विषय पर डिबेट करना चाहते थे, जो कि स्वतंत्रता दिवस से बिल्कुल अलग था और इसीलिए उन्हें रोका गया है। उन्हें नोटिस भी दिया जाएगा और जवाब तलब किया जाएगा। उन्होंने बताया कि संतोष जनक जवाब न होने पर उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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