<p style=”text-align: justify;”><strong>Arvind Kejriwal Bail:</strong> दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जमानत मिलने पर एनसीपी (एसपी) के प्रमुख शरद पवार ने कहा कि एक बात तो साफ हो गई कि देश में लोकतंत्र की नींव आज भी मजबूत है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा, ”केजरीवाल को जमानत मिलने से ये साबित होता कि किसी को अपदस्थ करने की साजिश लोकतांत्रिक देश में कभी सफल नहीं होगी.”</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Arvind Kejriwal Bail:</strong> दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जमानत मिलने पर एनसीपी (एसपी) के प्रमुख शरद पवार ने कहा कि एक बात तो साफ हो गई कि देश में लोकतंत्र की नींव आज भी मजबूत है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा, ”केजरीवाल को जमानत मिलने से ये साबित होता कि किसी को अपदस्थ करने की साजिश लोकतांत्रिक देश में कभी सफल नहीं होगी.”</p> महाराष्ट्र सीएम अरविंद केजरीवाल को जमानत मिलने पर भगवंत मान क्या बोले?
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हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख पर आज फैसला:आयोग की मीटिंग, 7-8 अक्टूबर तक होने के आसार; छुटि्टयां-बिश्नोई समाज के कार्यक्रम का हवाला
हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख पर आज फैसला:आयोग की मीटिंग, 7-8 अक्टूबर तक होने के आसार; छुटि्टयां-बिश्नोई समाज के कार्यक्रम का हवाला हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तारीख बदलने पर आज फैसला हो सकता है। इस मामले को लेकर चुनाव आयोग ने दिल्ली में बैठक बुलाई है। जिसमें सभी बिंदुओं पर चर्चा के बाद नई तारीख का ऐलान हो सकता है। भाजपा और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ने चुनाव आयोग को चिट्ठी भेजकर छुटि्टयों और बिश्नोई समाज के धार्मिक कार्यक्रम का हवाला देकर तारीख बदलने की मांग की थी। संभावना है कि चुनाव आयोग हरियाणा में 1 अक्टूबर के बजाय 7 या 8 अक्टूबर को वोटिंग कराए। ऐसा होने पर जम्मू-कश्मीर की मतगणना की तारीख भी बदल सकती है, क्योंकि जम्मू-कश्मीर और हरियाणा की मतगणना की तारीख 4 अक्टूबर तय की गई है। भाजपा, इनेलो और बिश्नोई महासभा की तारीख बदलने की मांग 1. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली
25 अक्टूबर को भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने चुनाव आयोग को लेटर भेजा था। जिसमें उन्होंने लिखा कि 28 और 29 सितंबर को शनिवार-रविवार है। 1 अक्टूबर को वोटिंग होगी, जबकि 2 अक्टूबर को गांधी जयंती और 3 अक्टूबर को अग्रसेन जयंती की छुट्टी है। इतनी लंबी छुट्टियों में वोटर बाहर घूमने निकल जाएंगे। इससे वोटिंग कम हो सकती है। बड़ौली ने लेटर में यह भी बताया कि 2 अक्टूबर को राजस्थान में मुकाम धाम में आसोज का मेला शुरू होगा। यह बिश्नोई समाज का बड़ा धार्मिक कार्यक्रम है। इस मेले में राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, दिल्ली से लोग पहुंचते हैं। हरियाणा में बिश्नोई समाज की जनसंख्या अधिक है। इसका असर भी वोटिंग पर हो सकता है। 2. INLD के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला
इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर 1 अक्टूबर को होने वाले मतदान की तारीख को आगे बढ़ाने की BJP की मांग का समर्थन किया। उन्होंने लेटर में लिखा कि लोग आमतौर पर वीकेंड पर छुट्टियों पर जाते हैं, इसलिए यह निश्चित रूप से मतदान को प्रभावित करेगा। मत प्रतिशत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा और मतदान प्रतिशत में 15 से 20 प्रतिशत की कमी होने की संभावना है। इसके अलावा चुनाव के लिए कर्मचारियों के प्रशिक्षण के साथ-साथ चुनाव की तैयारी पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। हरियाणा में मतदाताओं की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने और मतदान प्रतिशत को अधिकतम करने के लिए मतदान की तारीख/दिन को एक या दो सप्ताह तक आगे बढ़ाया जाए। 3. अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा
अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा ने भी मुख्य चुनाव आयुक्त को चुनाव की तारीख बदलने के लिए लेटर लिखा। महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बुडिया ने कहा कि एक अक्टूबर को राजस्थान के बीकानेर में बड़े मेले का आयोजन होगा। इसमें बिश्नोई समाज के काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। ऐसे में चुनाव की डेट बदली जाए। राजस्थान के बीकानेर में मुकाम धाम स्थित है, जहां आसोज अमावस्या पर मेला लगता है। इस बार आसोज अमावस्या एक अक्टूबर को रात 9.39 बजे शुरू होगी और 3 अक्टूबर को 12:18 बजे समाप्त होगी। चुनाव की तारीख बदलने के विरोध में कांग्रेस-जेजेपी 1. हरियाणा कांग्रेस बोली- BJP को हार का डर
हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कहा कि भाजपा में मुख्यमंत्री से लेकर भूतपूर्व प्रदेश अध्यक्ष तक, हार से कोई अछूता नहीं है। इनके मुख्यमंत्री अपने बूथ और विधानसभा में हार गए। इनके पूर्व प्रदेशाध्यक्ष धनखड़ चुनाव हार गए थे। सुभाष बराला तक चुनाव हार गए थे। इसलिए भाजपा छुट्टियों का बहाना बनाकर चुनाव टालना चाहती है, जबकि सच यह है कि हरियाणा की जनता ने भाजपा की छुट्टी करने का फैसला कर लिया है। 2. दुष्यंत चौटाला ने कहा- भाजपा का जनाधार गिरा
हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री और JJP नेता दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि प्रदेश में समय से पहले मतदान की घोषणा होने से भाजपा बुरी तरह से घबरा गई है और इसी के चलते बीजेपी मतदान की तारीख को आगे बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग के दरबार में पहुंची। भाजपा को इस चुनाव में हार का डर स्पष्ट सता रहा है, क्योंकि अब भाजपा का जनाधार प्रदेश में गिर चुका है और इसके चलते वह 20 सीट भी नहीं जीत पा रही। उन्होंने कहा कि हमें नहीं लगता कि मतदान की तारीख घोषित करने के बाद बीजेपी के इस पत्र पर आयोग विचार करेगा। बिश्नोई समाज का 11 विधानसभा क्षेत्रों में असर
बिश्नोई समाज की वेबसाइट से मिली जानकारी के मुताबिक भिवानी, हिसार, सिरसा और फतेहाबाद जिलों में बिश्नोई बाहुल्य गांव हैं। इनका असर करीब 11 विधानसभा क्षेत्रों में है। जिनमें करीब डेढ़ लाख वोट है। इसमें आदमपुर, उकलाना, नलवा, हिसार, बरवाला, फतेहाबाद, टोहाना, सिरसा, डबवाली, ऐलनाबाद, लोहारू विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। कब-कहां तारीख बदली गई, वहां क्या रही वजह? राजस्थान : साल 2023 के अंत में राजस्थान में विधानसभा चुनाव हुए। यहां चुनाव आयोग ने 23 नवंबर को एक चरण में चुनाव की घोषणा की थी, लेकिन इस दिन बड़े स्तर पर विवाह समारोह होने के कारण इसे आयोग 25 नवंबर कर दिया था। मिजोरम : यहां चुनाव मतगणना की डेट में आयोग ने बदलाव किया था। पहले 3 दिसंबर को यहां वोटों की गिनती की जानी थी, लेकिन बाद में इसे 4 अक्टूबर कर दिया था। इसकी वजह यही रही कि यहां इस दिन ईसाइयों का पवित्र दिन था। काउंटिंग डेट बदले जाने को लेकर सभी राजनीतिक दल भी एकमत थे। इसके बाद आयोग ने यह डेट चेंज की थी। सिक्किम-अरुणाचल प्रदेश : इन दोनों राज्यों के विधानसभा चुनाव की वोटिंग की डेट में बदलाव किया गया था। आयोग ने यहां मतगणना की तारीख 4 जून से बदलकर 2 जून कर दी थी।
फ़रीदाबाद NHM कर्मचारियों हड़ताल जारी:आदेशों की जलाई प्रतियां, मांग पूरी नहीं होने पर सरकार के विरुद्ध वोट की ली शपथ
फ़रीदाबाद NHM कर्मचारियों हड़ताल जारी:आदेशों की जलाई प्रतियां, मांग पूरी नहीं होने पर सरकार के विरुद्ध वोट की ली शपथ हरियाणा के फरीदाबाद जिले में नेशनल हेल्थ मिशन के कर्मचारियों की हड़ताल आज छठे दिन भी जारी रही। जहां एक तरफ सरकार से कर्मचारियों को कोई आश्वासन नहीं मिल रहा। वहीं कर्मचारी भी दृढ़ता के साथ एकजुट होकर हड़ताल जारी रखे हुए हैं। इन कर्मचारियों की मुख्य मांग उन्हें नियमित करने की है। इसके अलावा वह कोई समझौता नहीं करना चाहते। जिसके चलते आज उन्होंने 2017 सर्विस रूल के आदेशों की प्रतियों को जलाया वहीं उन्होंने सामूहिक रूप से शपथ भी ली। सरकार के विरूद्ध वोट डालने की ली शपथ हड़ताल पर बैठे एनएचएम कर्मचारियों ने कहा यदि सरकार ने उन्हें नियमित नहीं किया तो आने वाले विधानसभा चुनाव में अपने परिवार और रिश्तेदारों समेत 10 लाख का वोट बैंक रखने वाले 18000 कर्मचारी सरकार के विरुद्ध वोट करेंगे। वहीं उन्होंने अपनी शपथ में यह भी कहा कि यदि सरकार उन्हें नियमित करने की मांग मान लेती है तो वह सरकार को तीसरी बार वापस लाने के लिए जी जान से मेहनत करेंगे। सभी NHM पिछले 3 साल से अपनी मांगों को लेकर के सीएमओ दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं। लेकिन उनकी तरफ से कोई संतुष्टि वाला जवाब नहीं मिला। जब तक सरकार हमारी मांगों को लिखित में पूरा करने की बात नही कहती तब तक हड़ताल खत्म नहीं होगा। क्योंकि पिछले 3 साल से NHM कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा था।
राज ठाकरे के ऐलान पर शरद पवार गुट ने कहा, ‘वह क्या करेंगे उनके परिवार को भी…’
राज ठाकरे के ऐलान पर शरद पवार गुट ने कहा, ‘वह क्या करेंगे उनके परिवार को भी…’ <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra News:</strong> राज ठाकरे (Raj Thackeray) की पार्टी एमएनएस ने विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया है. इस पर शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र अव्हाड (Jitendra Awhad) ने कहा कि राज ठाकरे कैलकुलेशन करके नहीं बोलते हैं. वह क्या करेंगे, वह उनके परिवार को ही नहीं पता होता. वह अपनी भूमिका बदलते रहते हैं और उन्हें एक विचारधार पर चलने की आदत नहीं हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>जितेंद्र अव्हाड ने कहा, ”राज ठाकरे कब भूमिका बदलेंगे, ये तो उनके घर के लोग भी नहीं बता सकते. फिर हम कैसे बताएंगे. उनकी एक भूमिका एक साल रही है. 1997 में एक भूमिका ली, 98 तक रही, 1998 के छठवें महीने में भूमिका बदल दी. भूमिका बदलना उनका शौक है. वह बहुत शौकीन हैं. फिल्में बहुत देखते हैं. दीवार पिक्चर के अमिताभ बच्चन का रोल, शोले का रोल, कालिया का रोल वह सब रोल करते हैं. उनको आदत सी हो गई है.”</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”en”><a href=”https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#WATCH</a> | MNS Chief Raj Thackeray announces to go solo in Maharashtra Assembly elections, says “Will fight 200 to 250 seats”<br /><br />NCP-SCP leader Jitendra Awhad says, “Even the members of his family can’t say for certain when Raj Thackeray will change his role…He watches a lot of… <a href=”https://t.co/cDRDaTC1W0″>pic.twitter.com/cDRDaTC1W0</a></p>
— ANI (@ANI) <a href=”https://twitter.com/ANI/status/1816427262754848810?ref_src=twsrc%5Etfw”>July 25, 2024</a></blockquote>
<p style=”text-align: justify;”>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>10 बार भूमिका बदलने वाला बदल सकता है बयान- अव्हाड</strong><br />राज ठाकरे पर चुटकी लेते हुए जितेंद्र अव्हाड ने कहा, ”राज ठाकरे का कोई भी स्टेटमेंट बिना कैलकुलेशन के होता है. जो व्यक्ति 10 भूमिका बदल सकता है वह 10 बयान बदल सकता है. एक विचारधारा पर चलने की उन्हें आदत नहीं है. यह उनके स्वभाव में नहीं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>क्या उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे को साथ आना चाहिए? इस सवाल पर जितेंद्र अव्हाड ने कहा, ”हमको भी अच्छा लगता दोनों भाई साथ आते. अच्छी बातें करते. दादर से आकर बांद्रा आकर मिल लेंगे तो अच्छा लगेगा.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि राज ठाकरे ने गुरुवार को अपनी पार्टी की बैठक बुलाई जिसमें उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी 225-250 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी. इस भ्रम में नहीं पड़ना है कि किसके साथ गठबंधन होगा. उन्होंने पार्टी नेताओं को यह चेताया कि जो ज्यादा ऊंची आवाज में बोलेगा, उससे यह तय नहीं होगा कि उसे टिकट मिलेगा. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें- <a title=”Maharashtra Elections 2024: राज ठाकरे के अकेले चुनाव लड़ने के फैसले पर उद्धव गुट ने कहा, ‘आखिर वो…'” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/shivsena-ubt-reaction-after-raj-thackeray-announced-to-field-candidates-on-250-seats-in-assembly-election-ann-2745664″ target=”_self”>Maharashtra Elections 2024: राज ठाकरे के अकेले चुनाव लड़ने के फैसले पर उद्धव गुट ने कहा, ‘आखिर वो…'</a></strong></p>