BHU के अभिषेक शुक्ला ने इन वजहों से छोड़ी थी पढ़ाई, अब UPSC के ISS परीक्षा में हासिल की रैंक

BHU के अभिषेक शुक्ला ने इन वजहों से छोड़ी थी पढ़ाई, अब UPSC के ISS परीक्षा में हासिल की रैंक

<p style=”text-align: justify;”><strong>Varanasi News:</strong> अक्सर बड़ी सफलता के पहले जीवन में अनेक समस्याएं भी आपकी कठिन परीक्षा लेती है. उसमें सबसे ज्यादा व्यक्ति को धैर्य की आवश्यकता होती है. कुछ ऐसा ही हुआ BHU के होनहार छात्र अभिषेक शुक्ला के साथ, जिन्होंने पढ़ाई के दौरान अचानक आई चुनौतियों से डटकर सामना किया और UPSC परीक्षा में 10 वीं रैंक हासिल कर अपने परिवार और जनपद का गौरव बढ़ा दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कन्नौज के रहने वाले अभिषेक शुक्ला BHU से अपना ग्रेजुएशन पूरा कर रहे थे. &nbsp;परिवार में माता-पिता के अलावा उनके भाई हैं. काशी हिंदू विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करते हुए कोरोना काल के समय पैरालिसिस अटैक की वजह से पिता बेहद गंभीर हालत में बीमार हो गए. हालत इतनी चिंताजनक हो गई कि अभिषेक को पढ़ाई बीच में ही छोड़कर घर वापस लौटना पड़ा. ऐसी स्थिति में पिता के चिकित्सा उपचार के लिए तकरीबन 1 साल से अधिक समय तक अभिषेक उनके साथ ही मौजूद रहे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस दौरान भले ही किसी तरह अभिषेक द्वारा ग्रेजुएशन को पूरा कर लिया गया हो लेकिन अब तो ऐसी स्थिति आ चुकी थी कि उनको अपनी पढ़ाई को ग्रेजुएशन तक ही छोड़ने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा था. पिता की सलाह के बाद उन्होंने दोबारा लखनऊ यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएशन में दाखिला लिया. इसी दौरान उन्होंने सोच लिया कि अब सिर्फ पोस्ट ग्रेजुएशन और पढ़ाई पूरी ही नहीं करनी है बल्कि अगर अब दोबारा पढ़ाई शुरू करने का निर्णय लिया है तो यूपीएससी परीक्षा को पास करना उनका एकमात्र लक्ष्य होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>”BHU, LU शिक्षकों और मित्रों का मिला साथ”</strong><br />अभिषेक शुक्ला ने अपने तीसरे प्रयास में <a title=”UPSC” href=”https://www.abplive.com/topic/upsc” data-type=”interlinkingkeywords”>UPSC</a> के ISS परीक्षा में 10वीं रैंक हासिल की है. दूसरे प्रयास में वह 5 नंबर से फाइनल लिस्ट में जगह बनाने से चूक गए थे. उनकी सफलता को लेकर एबीपी लाइव ने जब उनसे तैयारी के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि – अगर जीवन में आपके अचानक कोई बड़ी समस्या आती है तो मान कर चलिए कि अगले पड़ाव पर आपका सफलता इंतजार कर रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रतियोगी परीक्षा के लिए धैर्य, एकाग्रचित के साथ नकारात्मक विषयों से दूरी बहुत मददगार साबित होती है. हमारी सफलता में BHU और लखनऊ विश्वविद्यालय के गुरुजनों, मित्रों का बहुत सहयोग मिला, और अपनी इस सफलता को अपने पिता को समर्पित करना चाहूंगा. इसके अलावा उन्होंने उत्तर प्रदेश कैडर को प्राथमिकता बताते हुए कहा कि – देश की नीतियों से जुड़े &nbsp;सांख्यिकी आंकड़ों में सुधार को लेकर कार्य करने का निरंतर प्रयास रहेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/pickup-overturned-out-of-control-on-purvanchal-expressway-in-amethi-ann-2842180″><strong>Road Accident: पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर मजदूरों से भरी पिकअप पलटी, एक व्यक्ति की मौत, चार घायल</strong></a></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Varanasi News:</strong> अक्सर बड़ी सफलता के पहले जीवन में अनेक समस्याएं भी आपकी कठिन परीक्षा लेती है. उसमें सबसे ज्यादा व्यक्ति को धैर्य की आवश्यकता होती है. कुछ ऐसा ही हुआ BHU के होनहार छात्र अभिषेक शुक्ला के साथ, जिन्होंने पढ़ाई के दौरान अचानक आई चुनौतियों से डटकर सामना किया और UPSC परीक्षा में 10 वीं रैंक हासिल कर अपने परिवार और जनपद का गौरव बढ़ा दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कन्नौज के रहने वाले अभिषेक शुक्ला BHU से अपना ग्रेजुएशन पूरा कर रहे थे. &nbsp;परिवार में माता-पिता के अलावा उनके भाई हैं. काशी हिंदू विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करते हुए कोरोना काल के समय पैरालिसिस अटैक की वजह से पिता बेहद गंभीर हालत में बीमार हो गए. हालत इतनी चिंताजनक हो गई कि अभिषेक को पढ़ाई बीच में ही छोड़कर घर वापस लौटना पड़ा. ऐसी स्थिति में पिता के चिकित्सा उपचार के लिए तकरीबन 1 साल से अधिक समय तक अभिषेक उनके साथ ही मौजूद रहे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस दौरान भले ही किसी तरह अभिषेक द्वारा ग्रेजुएशन को पूरा कर लिया गया हो लेकिन अब तो ऐसी स्थिति आ चुकी थी कि उनको अपनी पढ़ाई को ग्रेजुएशन तक ही छोड़ने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा था. पिता की सलाह के बाद उन्होंने दोबारा लखनऊ यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएशन में दाखिला लिया. इसी दौरान उन्होंने सोच लिया कि अब सिर्फ पोस्ट ग्रेजुएशन और पढ़ाई पूरी ही नहीं करनी है बल्कि अगर अब दोबारा पढ़ाई शुरू करने का निर्णय लिया है तो यूपीएससी परीक्षा को पास करना उनका एकमात्र लक्ष्य होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>”BHU, LU शिक्षकों और मित्रों का मिला साथ”</strong><br />अभिषेक शुक्ला ने अपने तीसरे प्रयास में <a title=”UPSC” href=”https://www.abplive.com/topic/upsc” data-type=”interlinkingkeywords”>UPSC</a> के ISS परीक्षा में 10वीं रैंक हासिल की है. दूसरे प्रयास में वह 5 नंबर से फाइनल लिस्ट में जगह बनाने से चूक गए थे. उनकी सफलता को लेकर एबीपी लाइव ने जब उनसे तैयारी के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि – अगर जीवन में आपके अचानक कोई बड़ी समस्या आती है तो मान कर चलिए कि अगले पड़ाव पर आपका सफलता इंतजार कर रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रतियोगी परीक्षा के लिए धैर्य, एकाग्रचित के साथ नकारात्मक विषयों से दूरी बहुत मददगार साबित होती है. हमारी सफलता में BHU और लखनऊ विश्वविद्यालय के गुरुजनों, मित्रों का बहुत सहयोग मिला, और अपनी इस सफलता को अपने पिता को समर्पित करना चाहूंगा. इसके अलावा उन्होंने उत्तर प्रदेश कैडर को प्राथमिकता बताते हुए कहा कि – देश की नीतियों से जुड़े &nbsp;सांख्यिकी आंकड़ों में सुधार को लेकर कार्य करने का निरंतर प्रयास रहेगा.</p>
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