<p style=”text-align: justify;”><strong>Bihar News:</strong> बिहार के मधेपुरा जिला के सिंहेश्वर धाम एवं बाबा विशु राउत मेले को ‘राजकीय मेला’ का दर्जा मिल गया है. इसकी घोषणा राजस्व और भूमि सुधार मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल ने गुरुवार को सिंहेश्वर धाम पहुंचने पर की.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दिलीप जायसवाल सिंहेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना में शामिल हुए. उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि सिंहेश्वर मेला एवं बाबा विशु राउत मेला को ‘राजकीय मेला’ का दर्जा दे दिया गया है. राजस्व विभाग ने राजकीय मेला घोषित कर कुल 19.50 लाख रुपये का आवंटन किया है. सिंहेश्वर स्थान में श्रावणी मेला के लिए 15 लाख और बाबा विशु राउत धाम चौसा के लिए 4.50 लाख रुपए राशि का आवंटन किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सिंहेश्वर धाम पहुंचे थे मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल ने कहा कि झारखंड अलग होने के बाद सिंहेश्वर धाम मंदिर का अपना अलग महत्व है. बिहार के लिए सिंहेश्वर दूसरा बैद्यनाथ धाम मंदिर माना जाता है. राजस्व विभाग ने श्रावणी मेले को लेकर बिहार के कुछ बाबा के धाम के लिए स्पेशल पैकेज की घोषणा की थी, जो सरकार की सूची में दर्ज है. इसके बाद उन्हें मालूम हुआ कि इसमें सिंहेश्वर स्थान का नाम नहीं है. इसके लिए कई लोगों ने मांग की थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सिंहेश्वर धाम को लेकर है प्राचीन मान्यता </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि मधेपुरा जिला अंतर्गत सिंहेश्वर में महादेव का एक अति प्राचीन मंदिर है. मान्यता है कि सिंहेश्वर को स्वयं भगवान विष्णु ने स्थापित किया था.वहीं, इससे पहले राज्य में 14 जगहों पर लगाए जाने वाले श्रावणी मेले की सूची जारी की गई थी, जिसमें सिंहेश्वर धाम का नाम नहीं था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/muzaffarpur-flood-due-to-increased-water-level-of-gandak-and-bagmati-rivers-due-to-rain-in-nepal-ann-2735358″>Bihar Flood: नेपाल में हुई बारिश से कई नदियों में बढ़ा जलस्तर, मुजफ्फरपुर में लोग कर रहे हैं पलायन की तैयारी</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Bihar News:</strong> बिहार के मधेपुरा जिला के सिंहेश्वर धाम एवं बाबा विशु राउत मेले को ‘राजकीय मेला’ का दर्जा मिल गया है. इसकी घोषणा राजस्व और भूमि सुधार मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल ने गुरुवार को सिंहेश्वर धाम पहुंचने पर की.</p>
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<p style=”text-align: justify;”><strong>सिंहेश्वर धाम पहुंचे थे मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल ने कहा कि झारखंड अलग होने के बाद सिंहेश्वर धाम मंदिर का अपना अलग महत्व है. बिहार के लिए सिंहेश्वर दूसरा बैद्यनाथ धाम मंदिर माना जाता है. राजस्व विभाग ने श्रावणी मेले को लेकर बिहार के कुछ बाबा के धाम के लिए स्पेशल पैकेज की घोषणा की थी, जो सरकार की सूची में दर्ज है. इसके बाद उन्हें मालूम हुआ कि इसमें सिंहेश्वर स्थान का नाम नहीं है. इसके लिए कई लोगों ने मांग की थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सिंहेश्वर धाम को लेकर है प्राचीन मान्यता </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि मधेपुरा जिला अंतर्गत सिंहेश्वर में महादेव का एक अति प्राचीन मंदिर है. मान्यता है कि सिंहेश्वर को स्वयं भगवान विष्णु ने स्थापित किया था.वहीं, इससे पहले राज्य में 14 जगहों पर लगाए जाने वाले श्रावणी मेले की सूची जारी की गई थी, जिसमें सिंहेश्वर धाम का नाम नहीं था.</p>
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