<p>BPSC 70वी पीटी परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर आज पप्पू यादव ने बिहार बंद बुलाया है…इस दौरान पटना में बंद समर्थकों ने हंगामा किया…बिहार में बंद का AIMIM और आजाद समाज पार्टी ने भी समर्थन किया है….हालांकि पप्पू यादव ने महागठबंधन के दलों से बंद के लिए समर्थन मांगा था लेकिन, महागठबंधन के दल के नेता इस दौरान प्रदर्शन में नजर नहीं आए…. बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं पीटी परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव की तरफ से आज (12 जनवरी) को बिहार बंद का आह्वान किया गया है. बंद के दौरान पटना के अशोक राजपथ पर पप्पू यादव के समर्थकों ने जाम लगा दिया है. साइंस कॉलेज के पास सड़क पर आगजनी कर रास्ते को बंद किया गया है. सड़क पर जमकर नारेबाजी की जा रही है. काम पर जा रहे लोगों को रोककर वापस भेजा जा रहा है.</p> <p>BPSC 70वी पीटी परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर आज पप्पू यादव ने बिहार बंद बुलाया है…इस दौरान पटना में बंद समर्थकों ने हंगामा किया…बिहार में बंद का AIMIM और आजाद समाज पार्टी ने भी समर्थन किया है….हालांकि पप्पू यादव ने महागठबंधन के दलों से बंद के लिए समर्थन मांगा था लेकिन, महागठबंधन के दल के नेता इस दौरान प्रदर्शन में नजर नहीं आए…. बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं पीटी परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव की तरफ से आज (12 जनवरी) को बिहार बंद का आह्वान किया गया है. बंद के दौरान पटना के अशोक राजपथ पर पप्पू यादव के समर्थकों ने जाम लगा दिया है. साइंस कॉलेज के पास सड़क पर आगजनी कर रास्ते को बंद किया गया है. सड़क पर जमकर नारेबाजी की जा रही है. काम पर जा रहे लोगों को रोककर वापस भेजा जा रहा है.</p> राज्य ‘हर मस्जिद में मंदिर मत खोजो’, RSS चीफ मोहन भागवत के बयान से सहमत हैं अनिरुद्धाचार्य महाराज?
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Delhi Election 2025: दिल्ली में यमुना की सफाई करवाने में कौन है सक्षम? प्रियंका चतुर्वेदी ने लिया यह नाम
Delhi Election 2025: दिल्ली में यमुना की सफाई करवाने में कौन है सक्षम? प्रियंका चतुर्वेदी ने लिया यह नाम <p style=”text-align: justify;”><strong>Priyanka Chaturvedi on Delhi Yamuna Water Row:</strong> दिल्ली विधानसभा चुनाव में शिवसेना-यूबीटी ने आम आदमी पार्टी को समर्थन देने का ऐलान किया है. वहीं, सांसद प्रियंका चतुर्वेदी (Priyanka Chaturvedi) का कहना है कि दिल्ली की जनता से जो वादे किए गए हैं उन्हें पूरा करने में केवल अरविंद केजरीवाल ही सक्षम है क्योंकि बीजेपी सत्ता में आने के बाद अपने वादे भूल जाती है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, ”अरविंद केजरीवाल जी दो कार्यकाल से सत्ता में हैं, दिल्ली की जनता ने उनपर भरोसा जाताया है. हम यह मानते हैं कि आने वाले समय में दिल्ली की जनता से जो भी वादे किए गए हैं, उन्हें पूरा करने में केवल अरविंद केजरीवाल ही सक्षम हैं.”</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”hi”><a href=”https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#WATCH</a> दिल्ली: शिवसेना(UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, “अरविंद केजरीवाल दो कार्यकाल से सत्ता में हैं। हम उम्मीद कर रहे हैं कि आने वाले समय में दिल्ली की जनता से जो भी वादे किए गए हैं, उन्हें पूरा करने में सक्षम व्यक्ति अरविंद केजरीवाल हैं। जहां तक यमुना की सफाई और वायु… <a href=”https://t.co/P3SmACxOTe”>pic.twitter.com/P3SmACxOTe</a></p>
— ANI_HindiNews (@AHindinews) <a href=”https://twitter.com/AHindinews/status/1885184165496361401?ref_src=twsrc%5Etfw”>January 31, 2025</a></blockquote>
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<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
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<p style=”text-align: justify;”><strong>प्रियंका चतुर्वेदी ने बीजेपी को लिया निशाने पर</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, ”जहां तक यमुना की सफाई और वायु गुणवत्ता का सवाल है, मुझे पूरा विश्वास है कि अरविंद केजरीवाल इन मुद्दों को हल करने में सक्षम होंगे.” वायु प्रदूषण और यमुना की सफाई ऐसा मुद्दा है जिसे बीजेपी और कांग्रेस चुनाव प्रचार में जोर-शोर से उठा रही हैं. बीजेपी को निशाने पर लेते हुए प्रियंका चतुर्वेदी ने आगे कहा, ”बीजेपी लगातार वादा करती है लेकिन जैसे ही वह सत्ता में आती है अपने संकल्प को भूल जाती है.” </p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 5 फरवरी को कराए जाने हैं. चुनाव प्रचार की अवधि 3 फरवरी की शाम को समाप्त हो जाएगी. मतगणना 8 फरवरी को कराई जाएगी. बीजेपी, कांग्रेस और आप के अलावा दिल्ली में कई क्षेत्रीय पार्टियां भी दांव आजमा रही हैं. हालांकि मुख्य मुकाबला इन्हीं तीन पार्टियों के बीच है. यहां की नई दिल्ली, कालकाजी, ग्रेटर कैलाश, जंगपुरा, करावल नगर, ओखला और मुस्तफाबाद सीट पर खास निगाहें हैं. नई दिल्ली सीट से पूर्व सीएम केजरीवाल और कालकाजी से सीएम <a title=”आतिशी” href=”https://www.abplive.com/topic/atishi” data-type=”interlinkingkeywords”>आतिशी</a> प्रत्याशी हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें- <a title=”महाराष्ट्र चुनाव नतीजों के 2 महीने बाद राज ठाकरे ने उठाए सवाल, बोले- ‘शरद पवार को सिर्फ…'” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/mns-raj-thackeray-questions-maharashtra-assembly-election-results-2024-evm-bjp-ncp-shiv-sena-2874202″ target=”_self”>महाराष्ट्र चुनाव नतीजों के 2 महीने बाद राज ठाकरे ने उठाए सवाल, बोले- ‘शरद पवार को सिर्फ…'</a></strong></p>

‘केजरीवाल के बंगले से जुड़ी कैग रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग’, वीरेंद्र सचदेवा ने किया हमला
‘केजरीवाल के बंगले से जुड़ी कैग रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग’, वीरेंद्र सचदेवा ने किया हमला <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Election 2025:</strong> दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने आम आदमी पार्टी पर हमला बोला है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली सरकार सीएजी की रिपोर्ट को दबाकर रखना चाहती है. उन्होंने पूछा कि विधानसभा के पटल पर रिपोर्ट को पेश क्यों नहीं किया जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सचदेवा ने कहा, “कोर्ट की फटकार के बाद कैग रिपोर्ट को विधानसभा में पेश नहीं करने से स्पष्ट है कि अरविंद केजरीवाल डर रहे हैं. सीएजी की रिपोर्ट बताती है कि आप सरकार ने चार योजनाओं के प्रचार में धन का दुरुपयोग किया.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कैग रिपोर्ट पर घमासान</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने मुख्यमंत्री <a title=”आतिशी” href=”https://www.abplive.com/topic/atishi” data-type=”interlinkingkeywords”>आतिशी</a>, अरविंद केजरीवाल, संजय सिंह को कल विधानसभा की बैठक बुलाकर कैग रिपोर्ट पर बहस की चुनौती दी. वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि दिल्ली उम्मीद करती है कि अरविंद केजरीवाल बीजेपी के सवालों का जवाब देंगे. उन्होंने कहा कि केंद्र या राज्य के खर्च तर्कसंगत होने चाहिए. सुप्रीम कोर्ट का भी निर्देश है कि सरकारी विज्ञापन पर खर्च जनता को जागरूक करने के लिए किया जाना चाहिए. जनता के टैक्स की बर्बादी नही होनी चाहिए. विज्ञापन पर खर्च मूल खर्च से अधिक नहीं होना चाहिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या बोले वीरेंद्र सचदेवा?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>सचदेवा ने अरविंद केजरीवाल से वित्त वर्ष 2021-22 की कैग रिपोर्ट के हवाले से जवाब मांगा. उन्होंने कहा कि 4 योजनाओं के प्रचार पर मूल से 31 गुना अधिक खर्च कर डाला गया. उन्होंने अरविंद केजरीवाल के बंगले से जुड़ी कैग रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग की. बीजेपी अध्यक्ष ने आप सांसद संजय सिंह के कैग रिपोर्ट को फर्जी बताने पर आड़े हाथों लिया. उन्होंने जानना चाहा कि सीएजी रिपोर्ट फर्जी थी तो असली में क्या लिखा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें-</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”दिल्ली में कितने और किन सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी AIMIM? ओवैसी की पार्टी ने साफ की तस्वीर” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/asaduddin-owaisi-aimim-to-fight-12-seats-in-delhi-assembly-election-2025-2858209″ target=”_self”>दिल्ली में कितने और किन सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी AIMIM? ओवैसी की पार्टी ने साफ की तस्वीर</a></strong></p>
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पहलगाम की दरगाह पर मशालें लेकर क्यों जमा होते हैं हजारों लोग? जानें क्या है परंपरा
पहलगाम की दरगाह पर मशालें लेकर क्यों जमा होते हैं हजारों लोग? जानें क्या है परंपरा <p style=”text-align: justify;”><strong>Jammu Kashmir News:</strong> कश्मीर के पहलगाम के पास ऐशमुकाम में हजरत जैन-उद-दीन वली की प्रसिद्ध दरगाह पर हजारों श्रद्धालु वार्षिक मशाल उत्सव मनाने के लिए जमा हुए. इसे स्थानीय भाषा में ‘जूल’ कहा जाता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बैसाख के 13वें दिन आयोजित होने वाली सदियों पुरानी परंपरा, 15वीं शताब्दी के सूफी संत के उर्स (पुण्यतिथि) का प्रतीक है. यह त्यौहार अपने भव्य मशाल जुलूस के लिए जाना जाता है, जहाँ तीर्थयात्री जलती हुई मशालें लेकर पहाड़ी की चोटी पर चढ़ते हैं, प्रार्थना करते हैं और आशीर्वाद मांगते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पहलगाम के प्रसिद्ध पहाड़ी रिसॉर्ट से लगभग 20 किलोमीटर पहले हजरत जैन-उद-दीन वली की दरगाह, खिलते हुए सरसों के खेतों से घिरी एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है. यह दरगाह सभी के लिए खुली है. हिंदू, मुस्लिम, सिख, जैन और ईसाई, कोई भी व्यक्ति जो शांति, उपचार या आशा की तलाश में है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मशालों से रौशन होती है दरगाह</strong><br />जैसे-जैसे रात ढलती गई, चमकती मशालों ने दरगाह और आस-पास के वातावरण को रोशन कर दिया, जिससे एक गहरा आध्यात्मिक दृश्य बन गया, क्योंकि लोगों ने संत की शांति, भाईचारे और एकता की शिक्षाओं को याद किया. मशाल उत्सव कश्मीर में कृषि मौसम की शुरुआत का भी संकेत देता है, जो इसे स्थानीय समुदाय के लिए एक धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम बनाता है. विभिन्न धार्मिक पृष्ठभूमि के लोग उत्सव में शामिल हुए, जो कश्मीर के सांप्रदायिक सद्भाव और साझा परंपराओं के समृद्ध इतिहास को दर्शाता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’सभी के लिए खुले दरवाजे'</strong><br />मशालवाहकों में से एक 70 वर्षीय जलालदीन साका हैं, जो पचास वर्षों से मशाल को संभाल रहे हैं. उन्होंने कहा, “हम हर आने वाले के साथ परिवार की तरह व्यवहार करते हैं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप अजनबी हैं. हम सभी का खुले दिल से स्वागत करते हैं.” </p>
<p style=”text-align: justify;”>त्योहार शुरू होने से पहले, स्थानीय लोग तीन दिनों तक मांस नहीं खाते या बेचते हैं. यह पवित्र रात के लिए आध्यात्मिक रूप से तैयारी करने का एक तरीका है. मशाल आस-पास के जंगलों से एकत्र की गई विशेष लकड़ी से बनाई जाती हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जो चीज जूल को वास्तव में खास बनाती है, वह है इसके पीछे की पुरानी कहानी, जो एक पवित्र कहानी की तरह आगे बढ़ती है. बहुत पहले, आशुशाह बादशाह नामक राजा के शासन के दौरान, एक भयानक राक्षस ने ऐशमुकाम के लोगों को डरा दिया था. गांव वाले इतने डरे हुए थे कि वे हर दिन राक्षस को खाना खिलाने के लिए तैयार हो गए, यहां तक कि एक-एक करके अपनी जान भी दे दी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है पंरपरा?</strong><br />एक दिन, बुमिसाद की बारी आई- एक बहादुर युवा गुज्जर लड़का जिसकी उस दिन शादी होनी थी. लेकिन भागने के बजाय, उसने हिम्मत से राक्षस का सामना किया. उसने राक्षस के खाने में से खाया और हिम्मत से कहा, मैं जो भी खाऊंगा, वह तुम्हारे पास पहुंचेगा. इससे क्रोधित होकर, राक्षस जो शाहमार नामक एक विशाल सांप में बदल गया था, उसने सात दिन और रात तक बुमिसाद से लड़ाई की. अंत में, बुमिसाद ने राक्षस को हरा दिया और गांव को भय से मुक्त कर दिया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके बाद लोग बुमिसाद के इतने आभारी थे कि उन्होंने मशालें जलाईं और एक भव्य उत्सव मनाया. आशा और बहादुरी की वह आग हर साल जूल उत्सव के दौरान जलती रहती है, जो सभी को विश्वास, एकता और प्रकाश की याद दिलाती है.</p>