<p style=”text-align: justify;”><strong>Eknath Shinde on Caste Survey:</strong> प्रधानमंत्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने जातिगत जनगणना का फैसला लिया है. इस बात की जानकारी केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी. जनगणना के फॉर्म में ही जाति का भी कॉलम रखा जाएगा. इस फैसले पर अब महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे की प्रतिक्रिया आई है. शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे का कहना है कि मोदी सरकार का यह निर्णय ऐतिहासिक है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एकनाथ शिंदे ने कहा, “यह खबर महाराष्ट्र दिवस की पूर्व संध्या पर सामने आई. एक तरह से देखा जाए तो यह मोदी सरकार की ओर से देश को सामाजिक न्याय की सौगात ही कही जा सकती है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’कांग्रेस की हालत सह भी नहीं सकते वाली’- एकनाथ शिंदे</strong><br />वहीं, कांग्रेस पर निशाना साधते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा, “‘संविधान बचाओ’ की ऊटपटांग बातें करने वाली कांग्रेस की हालत अब ‘सह भी नहीं सकते, और कह भी नहीं सकते’ जैसी हो गई है. जाति आधारित जनगणना की केवल दिखावटी मांग करने वाले इस दल ने अपनी सरकार में कभी इस पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया बल्कि, अपनी वोटबैंक की राजनीति के चलते ऐसी जनगणना को कभी होने ही नहीं दिया.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’PM मोदी ऐतिहासिक निर्णय लेने से कभी पीछे नहीं हटे’- एकनाथ शिंदे</strong><br />वहीं, राहुल गांधी और अन्य कांग्रेस नेताओं पर संविधान की कॉपी लिए जाने पर एकनाथ शिंदे ने कहा, “हाथ में खाली लाल डायरी लेकर ‘संविधान बचाओ’ के नारे लगाना आसान है, लेकिन कठोर निर्णय लेना हर किसी के बस की बात नहीं. मोदी ने कभी भी ऐसे निर्णय लेने से पीछे हटने का काम नहीं किया है, और यह उसका ताजा प्रमाण है. परमपूज्य महामानव डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के सपनों का भारत अब भविष्य में आकार लेता दिखाई देगा.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा’- एकनाथ शिंदे</strong><br /><a title=”एकनाथ शिंदे” href=”https://www.abplive.com/topic/eknath-shinde” data-type=”interlinkingkeywords”>एकनाथ शिंदे</a> ने कहा, “जाति आधारित जनगणना से ‘दूध का दूध, पानी का पानी’ होगा और यह स्पष्ट हो जाएगा कि इस देश की बुनियाद किन धागों से बुनी गई है. ऐसे निर्णय लेने के लिए साहस चाहिए होता है, लेकिन मोदी ने चुनाव, वोट आदि की परवाह किए बिना सामाजिक न्याय के लिए लगातार साहसी कदम उठाए हैं.” </p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने आगे कहा, “अनुच्छेद 370, नारी शक्ति वंदन, वक्फ बोर्ड सुधार कानून के बाद अब जातिगत जनगणना का निर्णय लिया गया है. शिवसेना की ओर से हम मोदी सरकार का हृदय से अभिनंदन करते हैं, उनका आभार व्यक्त करते हैं और इस निर्णय का पूर्ण समर्थन करते हैं.”</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Eknath Shinde on Caste Survey:</strong> प्रधानमंत्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने जातिगत जनगणना का फैसला लिया है. इस बात की जानकारी केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी. जनगणना के फॉर्म में ही जाति का भी कॉलम रखा जाएगा. इस फैसले पर अब महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे की प्रतिक्रिया आई है. शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे का कहना है कि मोदी सरकार का यह निर्णय ऐतिहासिक है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एकनाथ शिंदे ने कहा, “यह खबर महाराष्ट्र दिवस की पूर्व संध्या पर सामने आई. एक तरह से देखा जाए तो यह मोदी सरकार की ओर से देश को सामाजिक न्याय की सौगात ही कही जा सकती है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’कांग्रेस की हालत सह भी नहीं सकते वाली’- एकनाथ शिंदे</strong><br />वहीं, कांग्रेस पर निशाना साधते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा, “‘संविधान बचाओ’ की ऊटपटांग बातें करने वाली कांग्रेस की हालत अब ‘सह भी नहीं सकते, और कह भी नहीं सकते’ जैसी हो गई है. जाति आधारित जनगणना की केवल दिखावटी मांग करने वाले इस दल ने अपनी सरकार में कभी इस पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया बल्कि, अपनी वोटबैंक की राजनीति के चलते ऐसी जनगणना को कभी होने ही नहीं दिया.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’PM मोदी ऐतिहासिक निर्णय लेने से कभी पीछे नहीं हटे’- एकनाथ शिंदे</strong><br />वहीं, राहुल गांधी और अन्य कांग्रेस नेताओं पर संविधान की कॉपी लिए जाने पर एकनाथ शिंदे ने कहा, “हाथ में खाली लाल डायरी लेकर ‘संविधान बचाओ’ के नारे लगाना आसान है, लेकिन कठोर निर्णय लेना हर किसी के बस की बात नहीं. मोदी ने कभी भी ऐसे निर्णय लेने से पीछे हटने का काम नहीं किया है, और यह उसका ताजा प्रमाण है. परमपूज्य महामानव डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के सपनों का भारत अब भविष्य में आकार लेता दिखाई देगा.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा’- एकनाथ शिंदे</strong><br /><a title=”एकनाथ शिंदे” href=”https://www.abplive.com/topic/eknath-shinde” data-type=”interlinkingkeywords”>एकनाथ शिंदे</a> ने कहा, “जाति आधारित जनगणना से ‘दूध का दूध, पानी का पानी’ होगा और यह स्पष्ट हो जाएगा कि इस देश की बुनियाद किन धागों से बुनी गई है. ऐसे निर्णय लेने के लिए साहस चाहिए होता है, लेकिन मोदी ने चुनाव, वोट आदि की परवाह किए बिना सामाजिक न्याय के लिए लगातार साहसी कदम उठाए हैं.” </p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने आगे कहा, “अनुच्छेद 370, नारी शक्ति वंदन, वक्फ बोर्ड सुधार कानून के बाद अब जातिगत जनगणना का निर्णय लिया गया है. शिवसेना की ओर से हम मोदी सरकार का हृदय से अभिनंदन करते हैं, उनका आभार व्यक्त करते हैं और इस निर्णय का पूर्ण समर्थन करते हैं.”</p> महाराष्ट्र जमशेदपुर के इलाके में अंधेरा ही अंधेरा! वक्फ कानून के खिलाफ मुसलमानों ने बंद की घरों की लाइट
Caste Census: महायुति में अनबन की अटकलों के बीच एकनाथ शिंदे का बड़ा बयान, जातीय जनगणना पर किसके लिए बोले- ‘सह भी नहीं सकते’?
