हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में प्रचार कर रहे हैं। मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस में CM सुक्खू ने भारतीय जनता पार्टी पर जुबानी हमला बोला। उन्होंने कहा, भाजपा ने पैसों के दम पर हिमाचल सरकार को गिराने के लिए ऑपरेशन लोटस चलाया। मगर मुंह की खानी पड़ी। उन्होंने कहा, हिमाचल सरकार ने अच्छा काम नहीं किया होता तो प्रदेश में कांग्रेस की फिर से 40 सीटें न होती। उन्होंने कहा, कांग्रेस सरकार ने 22 महीने के अंतराल में 5 गारंटी पूरी कर दी है। शेष गारंटियों को भी जल्द पूरा किया जाएगा। पहली कैबिनेट में ही ओपीएस बहाल की सीएम ने कहा, राज्य सरकार ने पहली ही कैबिनेट में पुरानी पेंशन योजना (OPS) को बहाल किया। पात्र महिलाओं को 1500 का मासिक भत्ता सुनिश्चित किया गया। स्वरोजगार के लिए 680 करोड़ रुपए का स्टार्टअप फंड लॉन्च किया गया। उन्होंने कहा, दूध के लिए MSP लागू करने वाला देश का पहला राज्य बना और गाय के दूध का 45 रुपए और और भैंस के दूध का 55 प्रति लीटर मूल्य तय किया। पूर्व सरकार 95 हजार करोड़ का कर्ज छोड़कर गई मुख्यमंत्री ने कहा, पूर्व सरकार 95 हजार करोड़ की देनदारी प्रदेश पर छोड़कर गई। मगर उनकी सरकार राज्य को आत्म निर्भर बना रही है, और साल 2027 तक प्रदेश को देश का सबसे समृद्ध राज्य बना दिया जाएगा। उन्होंने महाराष्ट्र की जनता से कांग्रेस सरकार बनाने की अपील की। लौटते वक्त हाईकमान से करेंगे चर्चा सीएम सुक्खू मुंबई से दिल्ली लौटेंगे। इस दौरान वह पार्टी हाईकमान से भी मुलाकात कर सकते हैं, क्योंकि प्रदेश में कांग्रेस की नई कार्यकारिणी का गठन होना है। पुरानी सभी कार्यकारिणी भंग कर दी गई है। लिहाजा सीएम सुक्खू हाईकमान से मिलकर नई कार्यकारिणी को लेकर चर्चा कर सकते हैं। हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में प्रचार कर रहे हैं। मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस में CM सुक्खू ने भारतीय जनता पार्टी पर जुबानी हमला बोला। उन्होंने कहा, भाजपा ने पैसों के दम पर हिमाचल सरकार को गिराने के लिए ऑपरेशन लोटस चलाया। मगर मुंह की खानी पड़ी। उन्होंने कहा, हिमाचल सरकार ने अच्छा काम नहीं किया होता तो प्रदेश में कांग्रेस की फिर से 40 सीटें न होती। उन्होंने कहा, कांग्रेस सरकार ने 22 महीने के अंतराल में 5 गारंटी पूरी कर दी है। शेष गारंटियों को भी जल्द पूरा किया जाएगा। पहली कैबिनेट में ही ओपीएस बहाल की सीएम ने कहा, राज्य सरकार ने पहली ही कैबिनेट में पुरानी पेंशन योजना (OPS) को बहाल किया। पात्र महिलाओं को 1500 का मासिक भत्ता सुनिश्चित किया गया। स्वरोजगार के लिए 680 करोड़ रुपए का स्टार्टअप फंड लॉन्च किया गया। उन्होंने कहा, दूध के लिए MSP लागू करने वाला देश का पहला राज्य बना और गाय के दूध का 45 रुपए और और भैंस के दूध का 55 प्रति लीटर मूल्य तय किया। पूर्व सरकार 95 हजार करोड़ का कर्ज छोड़कर गई मुख्यमंत्री ने कहा, पूर्व सरकार 95 हजार करोड़ की देनदारी प्रदेश पर छोड़कर गई। मगर उनकी सरकार राज्य को आत्म निर्भर बना रही है, और साल 2027 तक प्रदेश को देश का सबसे समृद्ध राज्य बना दिया जाएगा। उन्होंने महाराष्ट्र की जनता से कांग्रेस सरकार बनाने की अपील की। लौटते वक्त हाईकमान से करेंगे चर्चा सीएम सुक्खू मुंबई से दिल्ली लौटेंगे। इस दौरान वह पार्टी हाईकमान से भी मुलाकात कर सकते हैं, क्योंकि प्रदेश में कांग्रेस की नई कार्यकारिणी का गठन होना है। पुरानी सभी कार्यकारिणी भंग कर दी गई है। लिहाजा सीएम सुक्खू हाईकमान से मिलकर नई कार्यकारिणी को लेकर चर्चा कर सकते हैं। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में 5 तारीख को सेलरी- 10 को पेंशन मिलेगी:विधानसभा में CM बोले- ब्याज से बचने को लिया निर्णय, 36 करोड़ की बचत होगी हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने विधानसभा में कहा कि कर्मचारियों को 5 सितंबर को सेलरी और पेंशनर को 10 सितंबर को पेंशन दी जाएगी। प्रदेश की आर्थिक स्थिति जब तक ठीक नहीं हो जाती, तब तक कर्मचारियों व पेंशनर को क्रमशः 5 व 10 तारीख को सेलरी-पेंशन मिलती रहेगी। मुख्यमंत्री ने कहा, यह निर्णय अनावश्यक ऋण पर खर्च होने वाले ब्याज से बचने के लिए लिया गया है। इससे सालाना 36 करोड़ रुपए की बचत होगी। उन्होंने कहा, राज्य में पहली तारीख को सेलरी-पेंशन दी जाती है, जबकि भारत सरकार से हमे 6 तारीख को रेवेन्यू डेफिसिएट ग्रांट में 520 करोड़ रुपए और 10 तारीख को केंद्र से सेंट्रल शेयर टैक्स में 740 करोड़ रुपए मिलते है। इस वजह से हमें 5 दिन के लिए ऋण लेना पड़ता है। हर महीने इसका 7.50 प्रतिशत ब्याज चुकाने पर 3 करोड़ ब्याज देना पड़ता है। इससे ब्याज का अनावश्यक बोझ कम होगा। उन्होंने कहा, कर्मचारियों की सेलरी पर हर महीने 1200 करोड़ रुपए और पेंशन पर 800 करोड़ खर्च होता है। कुल मिलाकर 2000 करोड़ कर्मचारी-पेंशनर को देते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, प्रदेश में यह व्यवस्था बोर्ड-निगमों पर लागू नहीं होगी। बोर्ड-निगम अपने हिसाब से कर्मचारियों को सैलरी-पेंशन देते रहेंगे। फाइनेंशियल डिसिप्लेन की तरफ बढ़ रहे: सुक्खू मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि, साल 2027 में हिमाचल आत्मनिर्भर होगा। साल 2032 में देश का सबसे समृद्धशाली राज्य होगा। प्रदेश में 11 दिसंबर 2022 को जब कांग्रेस सरकार बनी तो उस समय प्रदेश में आर्थिक संकट था। अब कोई आर्थिक संकट नहीं है। इसे ठीक करने में अड़चनें-तकलीफ आ रही है, लेकिन हमें फैसला करना होगा। समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चलना होगा। अब हम फाइनेंशियल डिसिप्लेन की तरफ बढ़ रहे हैं। रेवेन्यू जब सरप्लस था- तब डीए क्यों नहीं दिया: CM मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा, साल 2018-19 और 2019-20 में रेवेन्यू सरप्लस था। बावजूद कर्मचारियों-पेंशनर को पूर्व सरकार ने डीए क्यों नहीं दिया। फिर चुनाव आए। चुनाव से छह महीने पहले आपने फ्री पानी, फ्री बिजली दिया। 10-10 करोड़ का टैक्स देने वाले होटल को फ्री बिजली-पानी दे दिया। 600 संस्थान खोल दिए। मुफ्त रेवड़ियां इन्होंने बांटी। हमारी सरकार आर्थिक सुधार कर रही है। जयराम ने उठाया सैलरी-पेंशन नहीं मिलने का मामला अंत में स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा, आर्थिक स्थिति पर शुक्रवार को सदन में फिर चर्चा होगी। इससे पहले नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सदन में पॉइंट ऑफ ऑर्डर के तहत कर्मचारियों व पेंशनर को सेलरी-पेंशन नहीं मिलने का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि, कर्मचारी संकट के दौर से गुजर रहे हैं और डरे हुए हैं। क्या आर्थिक संकट इतना ज्यादा हो गया? लोगों के आंसू निकाल दिए। इस पर चर्चा होनी चाहिए।
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हमीरपुर में 16 दिन से JOA अभ्यर्थी अनशन पर:रिजल्ट में देरी से नाराज, बोले- तारीख पर तारीख मिल रही; कल हाईकोर्ट में पेशी हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में राज्य चयन आयोग के रिजल्ट में देरी को लेकर नाराज जेओए पोस्टकार्ड 817 के अभ्यर्थियों का क्रमिक अनशन 16वें दिन बाद भी जारी है। वे खराब मौसम के बीच कार्यालय के गेट के बाहर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन आयोग के सूत्रों के मुताबिक हाई कोर्ट में 5 अगस्त को पोस्टकार्ड 556 की सुनवाई होनी है, उसी के बाद तय होगा के रिजल्ट कब घोषित किया जाएगज्ञ। छात्रों से बार-बार कहा जा रहा है कि दो-चार दिन में रिजल्ट घोषित कर दिया जाएगा। 16 दिन पहले आयोग के मुख्य प्रशासक ने एक सप्ताह के भीतर रिजल्ट घोषित करने को कहा था, मगर अब दो सप्ताह से ज्यादा समय हो गया है। धरना-प्रदर्शन कर रहे कई अभ्यर्थी बीमार भी हो चुके हैं। एक का मोटरसाइकिल भी चोरी हो चुका है। अब बारिश भी उन्हें तंग कर रही है। उनके परिजन भी इसमें शामिल हो चुके हैं। लेकिन रिजल्ट घोषित हुए बिना यहां से वे लौटने वाले नहीं हैं। प्रदेश भर से अभ्यर्थी चयन आयोग पहुंच कर नई उम्मीदों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। लेकिन उनकी बात भीतर से कोई सुनने वाला कोई भी दिख नहीं रहा। एक मामले की हाईकोर्ट में 5 अगस्त को पेशी एक अन्य पोस्टकार्ड 556 मामले में हाईकोर्ट में 5 अगस्त को फिर पेशी है, लेकिन अभ्यर्थियों का कहना है कि जिस कोड के रिजल्ट को घोषित करने की अभ्यर्थी मांग कर रहे हैं, उससे उसका कोई लेना देना नहीं है। इसीलिए अभ्यर्थी बेचैनी में हैं। इसी को लेकर अभ्यर्थी भड़के हुए थे। अभ्यर्थियों का कहना है कि हर बार परिणाम घोषित करने को लेकर नई तिथि बता दी जाती है। लेकिन रिजल्ट घोषित नहीं किया जा रहा है। आयोग की तरफ से परिणाम घोषित करने की तिथि 17 जुलाई 2024 बताई गई थी। निर्धारित समय अवधि में परिणाम घोषित न करने को लेकर अभ्यर्थी लगातार प्रदर्शन पर उतर आए हैं। हाई कोर्ट के फैसले के बाद आएगा रिजल्ट इधर आयोग के सहायक प्रशासक जितेंद्र सांजटा ने बताया कि हाई कोर्ट में एक अन्य मामले में अब 5 तारीख को पेशी है। उसी के बाद फैसला होगा। जिस पोस्ट कोड 817 के तहत रिजल्ट घोषित करने को कहा गया है, उसका नतीजा इस फैसले के बाद ही घोषित होगा। रिजल्ट ओके है। केवल हाई कोर्ट के फैसले की इंतजार है।
हिमाचल में बारिश के बाद सुहावना हुआ मौसम:कई शहरों में पांच डिग्री तक गिरा तापमान; आज भी बारिश का पूर्वानुमान
हिमाचल में बारिश के बाद सुहावना हुआ मौसम:कई शहरों में पांच डिग्री तक गिरा तापमान; आज भी बारिश का पूर्वानुमान हिमाचल प्रदेश में बारिश के बाद मौसम सुहावना हो गया है। पहाड़ों पर बीते 48 घंटों के दौरान हुई बारिश से तापमान में चार से पांच डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आई है। बारिश के बाद प्रदेशवासियों ने भीषण गर्मी से राहत की सांस ली है। मौसम विभाग की माने तो आज भी प्रदेश के कुछेक क्षेत्रों में बारिश का पूर्वानुमान है। शिमला में भी सुबह साढ़े 11 बजे कुछ देर के लिए बूंदाबांदी शुरू हुई। मगर अब हल्की धूप निकल आई है। वहीं प्रदेश के कई क्षेत्रों में भी बीच बीच में बारिश हो रही है। पहाड़ों पर अगले 5 दिन ऐसा रहेगा मौसम अगले कल यानी 22 जून को प्रदेश के मैदानी इलाकों को छोड़कर अन्य क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है। 23 जून को केवल अधिक ऊंचे क्षेत्रों में ही हल्की बूंदाबांदी देखने को मिल सकती है। मगर 24 जून से पश्चिमी विक्षोभ फिर सक्रिय होगा और उस दिन प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में बारिश का पूर्वानुमान है। 25 व 26 जून को अधिकांश भागों में बारिश हो सकती है। मनाली का पारा 14.4 डिग्री, शिमला 17.2 डिग्री पहुंचा पहाड़ों पर बारिश के बाद ज्यादातर शहरों के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। इससे एक महीने से हीटवेव से जूझ रही हिमाचल की जनता को राहत मिली है। बारिश के बाद शिमला का न्यूनतम तापमान गिरकर 17.2 डिग्री, मनाली का 14.4 डिग्री, कल्पा का 12.2 डिग्री, केलांग का 9.8 डिग्री, कुकुससैरी का 5.8 डिग्री, नारकंडा का 12.3 डिग्री, कुफरी का 14 डिग्री, धर्मशाला 21 डिग्री और सोलन का तापमान 19.3 डिग्री रह गया है। अधिकतम तापमान में 3.7 डिग्री की कमी इसी तरह प्रदेश के अधिकतम तापमान में भी औसत 3.7 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। शिमला का अधिकतम तापमान 30 डिग्री से कम होकर 26.9 डिग्री, सुंदरनगर का 41 डिग्री से कम होकर 35.8 डिग्री, ऊना का 44 डिग्री से 38.4 डिग्री, नाहन का 40 डिग्री से 31.6 डिग्री, मंडी का 40 डिग्री से 36.2 डिग्री, चंबा का 40 डिग्री से 37.2 डिग्री, हमरीपुर का 40 से 36.9 डिग्री सेल्सियस तापमान रह गया है।