<p style=”text-align: justify;”><strong>Haryana Congress Candidate List:</strong> हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है. पार्टी ने अपनी दूसरी सूची में नौ उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><br /><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/09/08/9cd699ac666358445d447bf90f9ff55c1725815394577304_original.jpeg” /></p>
<p>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Haryana Congress Candidate List:</strong> हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है. पार्टी ने अपनी दूसरी सूची में नौ उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><br /><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/09/08/9cd699ac666358445d447bf90f9ff55c1725815394577304_original.jpeg” /></p>
<p>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
</p> हरियाणा Bihar News: ‘मुसलमानों में कुछ ही लोग हैं जो…’, पटना पहुंचे वरिष्ठ संघ प्रचारक ने जाति धर्म पर खुलकर की बात
Related Posts
Sambhal Violence: गिरफ्तारी के डर से हाईकोर्ट पहुंचे सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क, FIR रद्द करने की मांग
Sambhal Violence: गिरफ्तारी के डर से हाईकोर्ट पहुंचे सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क, FIR रद्द करने की मांग <p style=”text-align: justify;”><strong>Zia Ur Rehman Barq:</strong> यूपी के संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा के मामले में संभल सीट से समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल की है. सांसद बर्क की तरफ से हाईकोर्ट में दाखिल की गई अर्जी में हिंसा मामले में दर्ज नामजद एफआईआर को चुनौती दी गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के खिलाफ 24 नवंबर को हुई हिंसा के लिए लोगों को उकसाने के मामले में नामजद एफआईआर दर्ज की गई थी. इस मामले में उन्होंने हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल कर एफआईआर को चुनौती दी है और एफआईआर को रद्द किए जाने का आदेश जारी किए जाने की गुहार लगाई गई है. इसके साथ ही अदालत का अंतिम फैसला आने तक गिरफ्तारी व पुलिस की उत्पीड़नात्मक कार्रवाई पर रोक लगाई जाने की भी अपील की गई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सपा सांसद ने हाईकोर्ट में दी अर्जी</strong><br />जियाउर्रहमान बर्क की इस अर्जी पर शुक्रवार को हाईकोर्ट में सुनवाई होने की उम्मीद है. सर्दियों की छुट्टी से पहले शुक्रवार को हाईकोर्ट में कामकाज का अंतिम दिन है. ऐसे में देखना यह होगा कि विंटर वेकेशन से पहले सांसद जिया उर रहमान बर्क को इलाहाबाद हाईकोर्ट से कोई राहत मिलती है या नहीं. बर्क की इस याचिका पर उनकी तरफ से अधिवक्ता विनीत विक्रम और सीनियर एडवोकेट इमरान उल्ला दलीलें पेश करेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सपा सांसद ने इस याचिका में खुद को बेगुनाह बताया गया है. उनकी तरफ से दलील दी गई है कि 24 नवंबर को जिस दिन हिंसा हुई उस दिन वह उत्तर प्रदेश में मौजूद ही नहीं थे. वो बेंगलुरु में एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गए थे. वह खुद लोगों के बीच गए थे और उनसे शांति बनाए रखने की अपील की थी. याचिका में कहा गया है कि उनके खिलाफ सियासी बदले की भावना के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. सरकार उन्हें बदनाम करना और उनका उत्पीड़न करना चाहती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/apna-dal-mla-pallavi-patel-accused-up-assembly-speaker-satish-mahana-as-party-agent-2844518″>यूपी विधानसभा अध्यक्ष पर पल्लवी पटेल ने लगाया आरोप, कहा- ‘वह पार्टी के एजेंट की तरह'</a></strong></p>
ऊना हॉस्पिटल में महिला की मौत पर हंगामा:सरकारी डॉक्टर ने पैसे लेकर किया ऑपरेशन, खुद के प्राइवेट हॉस्पिटल भेजी; बोली- केवल वॉट्सऐप कॉल करना
ऊना हॉस्पिटल में महिला की मौत पर हंगामा:सरकारी डॉक्टर ने पैसे लेकर किया ऑपरेशन, खुद के प्राइवेट हॉस्पिटल भेजी; बोली- केवल वॉट्सऐप कॉल करना हिमाचल के ऊना जिले में एक निजी हॉस्पिटल में ऑपरेशन के दौरान महिला की मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों ने हॉस्पिटल में पहुंच कर हंगामा शुरू कर दिया। वहीं परिजनों ने बताया कि पहले महिला सरकारी हॉस्पिटल में गई थी, मगर वहां किसी महिला डॉक्टर ने उसे निजी हॉस्पिटल में जाने की सलाह दी। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। ऊना में महिला डॉक्टर ने इलाज के लिए सरकारी हॉस्पिटल पहुंची एक महिला मरीज को निजी हॉस्पिटल में उनके इलाज करवाने की बात कही। उनके सलाह पर महिला निजी हॉस्पिटल पहुंची, जहां उसकी मौत हो गयी। घटना में दिलचस्प बात यह है कि जिस महिला डॉक्टर ने मरीज को निजी हॉस्पिटल में इलाज कराने के लिए कहा उसी ने उसका प्राइवेट हॉस्पिटल में ऑपरेशन किया। रसौली का ऑपरेशन कराने गई थी महिला
निजी हॉस्पिटल में हंगामे की सूचना मिलते ही एसएचओ ऊना सदर मनोज वालिया दलबल सहित निजी अस्पताल में पहुंचे और स्थिति पर नियंत्रण किया। मृतका के पति मोहिंदर सिंह ने बताया कि सोमवार को वो अपनी पत्नी जसविंद्र कौर को इलाज के लिए क्षेत्रीय अस्पताल ऊना लेकर आये थे, जहाँ पर तैनात स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर स्वींकी जैन ने उनकी पत्नी के पेट में रसोली होना बताया और मंगलवार को आपरेशन करने की बात कहते हुए अपना मोबाइल नंबर उन्हें देकर शाम को समय बताने की बात कही। महिला डॉक्टर के पति ने फोन पर की डील
मोहिंदर सिंह ने बताया कि शाम को जब उनकी बेटी ने महिला चिकित्सक को कॉल किया तो उसके पति ने फोन उठाकर उन्हें सुबह 10 बजे क्षेत्रीय अस्पताल में आने को कहा और सिर्फ वॉट्सऐप कॉल करने की ही नसीहत दी। मोहिंदर ने बताया कि मंगलवार सुबह उनकी बेटियां जसविंदर कौर को लेकर क्षेत्रीय अस्पताल में गए और वहां पर महिला चिकित्सक ने जसविंदर कौर को रक्कड़ कालोनी स्थित निजी अस्पताल में ले जाने की बात कही। 25 हजार में ऑपरेशन करवाने की कही बात
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार जनकप्रीत कौर ने पुलिस शिकायत दी है। शिकायतकर्ता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनकी माता जसविंदर कौर अपने इलाज के लिए 16 नवंबर को ऊना हॉस्पिटल गई थी। जब वह शाम को घर लौटी तो उन्होंने बताया कि डॉक्टर ने मम्मी की पेट मे रसौली बताई है, जिसका ऑपरेशन करना होगा। उन्होंने पुलिस को बताया कि ऊना हॉस्पिटल में तैनात एक डॉक्टर स्वीकी जैन ने कहा कि वह उनका ऑपरेशन बाहर ग्रेस हॉस्पिटल में करवा देंगे। वहां आपके सिर्फ 25 हजार रुपए लगेंगे। जमा करवाए 26 हजार 400 रुपए
महिला डॉक्टर की सलाह पर वह ग्रेस हॉस्पिटल रक्कड़ में आ गई। यहां उन्होंने 26हजार 400 रुपए जमा करवाए। जिसके बाद उन्हें उपचार के लिए ऑपरेशन थिएटर ले जाया गया। और गुलकोस लगा दिया गया। शाम 4 बजे करीब डॉ. स्वीकी लिफ्ट से ग्रेस हॉस्पिटल के ऑपरेशन थिएटर के अंदर चली गयी। ऑपरेशन के कुछ ही देर बाद अस्पताल में तैनात स्टाफ में भगदड़ मच गई और जब उनकी बेटी ने उनसे पूछा तो किसी ने कुछ नहीं बताया और न ही माँ से मिलने दिया गया। जब वह अंदर जाकर देखी तो उसकी मां बेड पर मृत अवस्था में पड़ी थी। मृतक महिला की बेटी ने आरोप लगाया कि उसकी मां की मौत डॉ. स्वीकी जैन व ग्रेस हॉस्पिटल के कारण हुई है। मृतक महिला पंजाब की रहने वाली थी। उच्च अधिकारियों को भेजी विस्तृत रिपोर्ट
उधर SHO ऊना सदर मनोज बालिया ने बताया कि उन्हें शिकायत मिलने पर मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस दोनों अस्पतालों का रिकॉर्ड खंगाल रही है। वहीं शव को पोस्टमॉर्टम के लिए टांडा अस्पताल भेजा गया है। मौत के असली कारणों का पता पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चल पाएगा। वहीं मामले को लेकर अस्पताल के एम एस संजय मनकोटिया ने बताया कि उन्होंने उच्च अधिकारियों को विस्तृत रिपोर्ट बनाकर भेज दी है। डॉक्टर के खिलाफ आंतरिक जांच बैठा दी है। पुलिस में मामला दर्ज हो गया है पुलिस मामले की जांच कर रही है। मृतक महिला के पति ने दी चेतावनी
मोहिंदर ने बताया कि उनकी पत्नी बिल्कुल ठीक हालत में रसौली का आपरेशन करवाने आई थी। लेकिन सरकारी हॉस्पिटल में तैनात महिला चिकित्सक और निजी हॉस्पिटल की लापरवाही के कारण उनकी पत्नी की मौत हो गई। मृतका के परिजनों ने पुलिस को भी चेतावनी दी कि अगर महिला चिकित्सक के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो उन्हें मजबूरन आंदोलन करना पड़ेगा।
‘जन गण मन’ की जगह ‘वंदे मातरम’ हो राष्ट्रगान, एक बार फिर विवादों में रामगिरी महाराज
‘जन गण मन’ की जगह ‘वंदे मातरम’ हो राष्ट्रगान, एक बार फिर विवादों में रामगिरी महाराज <p style=”text-align: justify;”><strong>Chhatrapati Sambhajinagar News:</strong> रामगिरी महाराज (Ramgiri Maharaj) अपने के कारण एकबार फिर सुर्खियों में आ गए हैं. रामगिरी ने कहा कि ‘जन गण मन’ को ब्रिटिश शासक जॉर्ज-पंचम के सामने गाया गया था जो कि भारत के साथ अन्याय है. उन्होंने मांग की कि ‘जन गण मन’ की जगह ‘वंदे मातरम’ को भारत का राष्ट्रगान होना चाहिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक रामगिरी महाराजन ने कहा, ”जन गण मन को रबिंद्रनाथ टैगोर ने बांग्ला में लिखा था और इसके हिंदी संस्करण को 24 जनवरी 1950 को संविधान सभा द्वारा राष्ट्रगान के रूप में अंगीकार किया गया. कोलकाता में 1911 में रबिंद्रनाथ टैगोर ने यह गाना गाया था. उस वक्त देश आजाद नहीं था. उन्होंने यह गाना जॉर्ज-पंचम के सामने गया था जो कि ब्रिटिश राजा था. जो कि भारत के साथ अन्याय है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सत्य कहना अपमान की बात तो यह दुर्भाग्यपूर्ण – रामगिरी महाराज</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>रामगिरी महाराज ने छत्रपति सांभाजीनगर में मंगलवार को कहा कि ”जन गण मन देश को संबोधित कर नहीं गाया गया था. हमें वंदे मातरम को राष्ट्रगान बनाने के लिए संघर्ष करना होगा. वंदे मातरम को हमारा राष्ट्रगान बनाना चाहिए.” जब रामगिरी से उनके विवादित बयान को लेकर पूछा गया तो उन्होंने पत्रकारों से कहा कि यह सम्मान और अपमान की बात नहीं बल्कि वह सत्य कह रहे हैं. अगर सत्य कहना अनादर के रूप में देखा जाता है तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>महाराष्ट्र में रामगिरी महाराज पर कई केस </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>रामगिरी महाराज ‘मिशन अयोध्या’ फिल्म के ट्रेलर लॉन्च के लिए छत्रपति सांभाजीनगर आए थे. वह पहले भी अपने बयानों के कारण विवादों से घिरे हैं. पिछले साल उन्होंने पैगम्बर मोहम्मद और इस्लाम को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करके विवाद पैदा कर दिया था. इसके कारण महाराष्ट्र में उनके खिलाफ कई केस हुए थे और इतना ही नहीं मुस्लिम संगठनों ने विरोध-प्रदर्शन भी किया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें- <a title=”मुंबई के आजाद मैदान में अनशन पर बैठे छात्र, BMC में फायर ब्रिगेड की नौकरी को लेकर की ये मांग” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/maharashtra-students-protest-at-azad-maidan-mumbai-regarding-fire-brigade-jobs-in-bmc-ann-2858438″ target=”_self”>मुंबई के आजाद मैदान में अनशन पर बैठे छात्र, BMC में फायर ब्रिगेड की नौकरी को लेकर की ये मांग</a></strong></p>