Delhi: 12वीं पास युवक ने पैसा कमाने की लालच में गंवाए 24 लाख, पहले यात्री फिर फर्जी एजेंट गिरफ्तार

Delhi: 12वीं पास युवक ने पैसा कमाने की लालच में गंवाए 24 लाख, पहले यात्री फिर फर्जी एजेंट गिरफ्तार

<p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Crime News:</strong> दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट थाने की पुलिस टीम ने एक ऐसे शातिर एजेंट को गिरफ्तार किया है, जो न केवल लोगों को विदेश भेजने बल्कि फर्जी डिग्री के आधार पर वहां जॉब दिलाने का भी झांसा देकर उनसे मोटी रकम ऐंठ लेता था. इस मामले में गिरफ्तार एजेंट की पहचान रमनदीप सिंह उर्फ बबलू के रूप में हुई है. यह पंजाब के अमृतसर का रहने वाला है. पुलिस पिछले 15 दिनों से इसकी तलाश में लगी हुई थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस के मुताबिक आरोपी एजेंट ने एक शख्स को विदेश भेजने और वहां जॉब दिलाने का दावा कर 24 लाख रुपये लिए थे. यात्री ने उसे 17 लाख रुपया कैश जबकि 7 लाख उसके बैंक अकाउंट के माध्यम से दिया था. उसके बाद आरोपी एजेंट ने उसके लिए ग्रेजुएशन की फर्जी डिग्री पटियाला यूनिवर्सिटी से बनवाई. वहीं, यूके के वर्क वीजा के साथ उसका पूरा यात्रा दस्तावेज भी तैयार किया और टिकट के साथ उसे दिया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>लंदन के लिए उड़ान भरने से पहले युवक गिरफ्तार</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके बावजूद आरोपी एजेंट शख्स को विदेश नहीं भेज पाया. ऐसा इसलिए कि पैसा देने वाला शख्स यूके के लिए उड़ान भर पाता, उससे पहले एयरपोर्ट पर डॉक्यूमेंट की जांच के दौरान फर्जी दस्तावेजों का पता चलने पर इम्मीग्रेशन अधिकारियों ने उसे दबोच लिया. पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने आरोपी यात्री गुरप्रीत सिंह को दो जुलाई को गिरफ्तार किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ऐसे हुआ फर्जीवाड़े का खुलासा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>डीसीपी उषा रंगनानी ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि दो जुलाई को एक यात्री गुरप्रीत सिंह यूके जाने के लिए आईजीआई एयरपोर्ट पर डिपार्चर इमिग्रेशन काउंटर पर पहुंचा था. इम्मीग्रेशन जांच के दौरान जब उसके यात्रा दस्तावेजों की जांच की गई तो उसके दस्तावेजों के फर्जी होने का पता चला. जिस पर उसे आईजीआई एयरपोर्ट थाने की पुलिस के हवाले कर दिया गया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस ने आरोपी यात्री से पूछताछ में मिली जानकारी और उसके कबूलनामे के आधार पर उंसके खिलाफ मामला दर्ज जर उसे गिरफ्तार कर लिया. आरोपी यात्री ने पूछताछ के दौरान बताया12वीं पास है. उसके गांव के काफी लोग यूके जा चुके हैं, जहां वे अच्छी कमाई कर बेह भी अच्छी लाइफस्टाइल के लिए यूके जाने का निर्णय लिया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके बाद उसने एजेंट रमनदीप सिंह के के संपर्क में आया. एजेंट ने बताया कि वहां जाने के लिए ग्रेजुएट होना जरूरी है. उसने उसे भरोसा दिलाया था कि वह उसे यूके भेज देगा. इसके लिए 24 लाख रुपये में डील तय हुई थी.&nbsp;</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Crime News:</strong> दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट थाने की पुलिस टीम ने एक ऐसे शातिर एजेंट को गिरफ्तार किया है, जो न केवल लोगों को विदेश भेजने बल्कि फर्जी डिग्री के आधार पर वहां जॉब दिलाने का भी झांसा देकर उनसे मोटी रकम ऐंठ लेता था. इस मामले में गिरफ्तार एजेंट की पहचान रमनदीप सिंह उर्फ बबलू के रूप में हुई है. यह पंजाब के अमृतसर का रहने वाला है. पुलिस पिछले 15 दिनों से इसकी तलाश में लगी हुई थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस के मुताबिक आरोपी एजेंट ने एक शख्स को विदेश भेजने और वहां जॉब दिलाने का दावा कर 24 लाख रुपये लिए थे. यात्री ने उसे 17 लाख रुपया कैश जबकि 7 लाख उसके बैंक अकाउंट के माध्यम से दिया था. उसके बाद आरोपी एजेंट ने उसके लिए ग्रेजुएशन की फर्जी डिग्री पटियाला यूनिवर्सिटी से बनवाई. वहीं, यूके के वर्क वीजा के साथ उसका पूरा यात्रा दस्तावेज भी तैयार किया और टिकट के साथ उसे दिया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>लंदन के लिए उड़ान भरने से पहले युवक गिरफ्तार</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके बावजूद आरोपी एजेंट शख्स को विदेश नहीं भेज पाया. ऐसा इसलिए कि पैसा देने वाला शख्स यूके के लिए उड़ान भर पाता, उससे पहले एयरपोर्ट पर डॉक्यूमेंट की जांच के दौरान फर्जी दस्तावेजों का पता चलने पर इम्मीग्रेशन अधिकारियों ने उसे दबोच लिया. पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने आरोपी यात्री गुरप्रीत सिंह को दो जुलाई को गिरफ्तार किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ऐसे हुआ फर्जीवाड़े का खुलासा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>डीसीपी उषा रंगनानी ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि दो जुलाई को एक यात्री गुरप्रीत सिंह यूके जाने के लिए आईजीआई एयरपोर्ट पर डिपार्चर इमिग्रेशन काउंटर पर पहुंचा था. इम्मीग्रेशन जांच के दौरान जब उसके यात्रा दस्तावेजों की जांच की गई तो उसके दस्तावेजों के फर्जी होने का पता चला. जिस पर उसे आईजीआई एयरपोर्ट थाने की पुलिस के हवाले कर दिया गया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस ने आरोपी यात्री से पूछताछ में मिली जानकारी और उसके कबूलनामे के आधार पर उंसके खिलाफ मामला दर्ज जर उसे गिरफ्तार कर लिया. आरोपी यात्री ने पूछताछ के दौरान बताया12वीं पास है. उसके गांव के काफी लोग यूके जा चुके हैं, जहां वे अच्छी कमाई कर बेह भी अच्छी लाइफस्टाइल के लिए यूके जाने का निर्णय लिया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके बाद उसने एजेंट रमनदीप सिंह के के संपर्क में आया. एजेंट ने बताया कि वहां जाने के लिए ग्रेजुएट होना जरूरी है. उसने उसे भरोसा दिलाया था कि वह उसे यूके भेज देगा. इसके लिए 24 लाख रुपये में डील तय हुई थी.&nbsp;</p>  दिल्ली NCR अलीगढ़ पहुंचे विशेष सचिव गृह महेन्द्र सिंह, फॉरेंसिक लैब ट्रांजिट हॉस्टल का किया निरीक्षण