Delhi Rain: दिल्ली में गर्मी से राहत, बारिश का अलर्ट, जानें- पांच दिनों तक कैसा रहेगा मौसम Delhi Rain: दिल्ली में गर्मी से राहत, बारिश का अलर्ट, जानें- पांच दिनों तक कैसा रहेगा मौसम दिल्ली NCR फर्जी अधिकारी ने गुरुग्राम की महिला को लगाया एक लाख से ज्यादा का चूना, आरोपियों के खिलाफ हुआ ये एक्शन
Related Posts
दिल्ली की हवा फिर ‘खराब’, मंगलवार को AQI 234 दर्ज, जानें- बुधवार को कैसा रहेगा मौसम?
दिल्ली की हवा फिर ‘खराब’, मंगलवार को AQI 234 दर्ज, जानें- बुधवार को कैसा रहेगा मौसम? <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Air Pollution:</strong> देश की राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार (10 दिसंबर) को वायु गुणवत्ता ‘खराब’ कैटेगरी में पहुंच गई. पूर्वानुमान के अनुसार यह अगले कुछ दिनों तक ऐसी ही रहेगी. वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) मंगलवार शाम 4 बजे 234 दर्ज किया गया है. सोमवार (9 दिसंबर) को AQI 186 दर्ज की गई थी. ‘मध्यम’ श्रेणी में एक्यूआई दर्ज करने के एक दिन बाद हवा की गुणवत्ता में गिरावट हुई. </p>
<p style=”text-align: justify;”>समीर ऐप के मुताबिक राजधानी के 38 वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशनों में से दो ने मंगलवार को AQI को ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बताया जबकि 27 स्टेशनों ने ‘खराब’ AQI दर्ज किया. पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार को प्राइमरी पोल्यूटेंट PM2.5 था, जो दोपहर 3 बजे 87.9 µg/m³ दर्ज किया गया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिल्ली में प्रदूषण के खतरे से स्वास्थ्य जोखिम</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>ये बारीक कण स्वास्थ्य जोखिम पैदा करते हैं क्योंकि ये फेफड़ों में गहराई तक एंट्री कर सकते हैं. डिसीजन सपोर्ट सिस्टम (डीएसएस), दिल्ली में प्रदूषण के स्रोतों का आकलन और अनुमान लगाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक उपकरण है, जिसे 29 नवंबर से अपडेट नहीं किया गया था. सोमवार को दोबारा इसे शुरू किया गया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अगले दो दिन कैसी रहेगी दिल्ली की हवा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>एयर क्वालिटी अर्ली वार्निंग सिस्टम के पूर्वानुमान से पता चलता है कि अगले दो दिनों तक राजधानी में वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में बनी रहेगी. दिसंबर की शुरुआत में वायु गुणवत्ता में सुधार देखा गया, जो ‘बहुत खराब’ से स्थानांतरित होकर ‘खराब’ और फिर ‘मध्यम’ श्रेणी में दर्ज की गई. हालांकि, रविवार को इसमें तेज गिरावट देखी गई क्योंकि AQI ‘मध्यम’ से ‘बहुत खराब’ हो गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) AQI को वर्गीकृत करता है. 0 और 50 के बीच AQI को ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 400 से ऊपर ‘गंभीर’ माना जाता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बुधवार को कैसा रहेगा दिल्ली का मौसम</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इस बीच, मौसम विभाग ने कहा कि मंगलवार को दिल्ली में दिन का तापमान 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से दो डिग्री कम है. इसमें कहा गया है कि न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से दो डिग्री कम है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, बुधवार (11 दिसंबर) को दिल्ली में अधिकतम और न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस और 7 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है. धुंध की संभावना भी जताई गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: </strong><strong><a title=”दिल्ली में ताबड़तोड़ कटे गाड़ियों के चालान! प्रदूषण सर्टिफिकेट न होने पर वसूल किए 260 करोड़” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/delhi-air-pollution-vehicles-fined-more-than-260-crores-in-50-days-2839916″ target=”_self”>दिल्ली में ताबड़तोड़ कटे गाड़ियों के चालान! प्रदूषण सर्टिफिकेट न होने पर वसूल किए 260 करोड़</a></strong></p>
यूपी में धर्मांतरण कराने वाले 12 दोषियों को उम्रकैद:4 को 10-10 साल की सजा; हिंदू से मुस्लिम बने उमर ने 1000 लोगों का धर्म बदलवाया
यूपी में धर्मांतरण कराने वाले 12 दोषियों को उम्रकैद:4 को 10-10 साल की सजा; हिंदू से मुस्लिम बने उमर ने 1000 लोगों का धर्म बदलवाया यूपी में अवैध धर्मांतरण मामले में लखनऊ के NIA कोर्ट ने बुधवार (11 सितंबर) को 12 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई। 4 दोषियों को 10-10 साल की सजा दी गई। कोर्ट के फैसला सुनाते वक्त सभी दोषी कोर्ट में मौजूद थे। अवैध धर्मांतरण मामले में यह पहला केस है, जिसमें एक साथ 16 लोगों को सजा दी गई। मंगलवार को NIA-ATS कोर्ट के स्पेशल जज विवेकानंद शरण त्रिपाठी ने सभी को दोषी को करार दिया था। कोर्ट ने 10 सितंबर को सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था। ATS ने बताया कि ये लोग नौकरी समेत कई तरह का प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराते थे। फतेहपुर का मोहम्मद उमर गौतम गिरोह का सरगना है, वह खुद हिंदू से मुसलमान बना था। फिर उसने करीब एक हजार लोगों का अवैध तरीके से धर्मांतरण कराया। 17 आरोपी थे, इनमें से 16 को सजा
सरकारी वकील एमके सिंह ने बताया कि अवैध धर्मांतरण मामले में कुल 17 आरोपी थे। एक आरोपी इदरीश कुरैशी को हाईकोर्ट से स्टे मिल गया। कोर्ट ने मोहम्मद उमर गौतम, सलाहुद्दीन जैनुद्दीन शेख, मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी, इरफान शेख उर्फ इरफान खान, भुप्रियबंदों मानकर उर्फ अरसलान मुस्तफा, प्रसाद रामेश्वर कांवरे, कौशर आलम, डॉक्टर फराज शाह, मौलाना कलीम सिद्दीकी, धीरज गोविंद, सरफराज अली जाफरी,अब्दुल्ला उमर को उम्रकैद की सजा सुनाई है। चार दोषियों मन्नू यादव उर्फ अब्दुल, राहुल भोला उर्फ राहुल अहमद, मो. सलीम, कुणाल अशोक चौधरी उर्फ आतिफ को 10-10 साल की सजा दी गई है। विदेशी फंड से धर्मांतरण का कारोबार
ATS की नोएडा यूनिट के सब इंस्पेक्टर विनोद कुमार ने 20 जून 2021 को लखनऊ के गोमती नगर थाने में FIR दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया- ATS को बीते कुछ समय से सूचना मिल रही थी कि कुछ असामाजिक तत्व विदेशी संस्थाओं की मदद से लोगों का धर्म परिवर्तन कर देश के जनसंख्या संतुलन में बदलाव की कोशिश कर रहे हैं। धर्म परिवर्तन किए गए लोगों में उनके मूल धर्म के प्रति नफरत का भाव पैदा कर कट्टरपंथी बनाया जा रहा है। उन्हें मानसिक तौर पर देश के विभिन्न धार्मिक वर्गों में वैमनस्यता फैलाने के लिए तैयार किया जा रहा है। इसके जरिए वे देश के सौहार्द को बिगाड़ने की साजिश में शामिल हैं। 1000 लोगों का किया धर्म परिवर्तन
दोषी उमर गौतम ने पूछताछ में पुलिस को बताया था कि वह करीब एक हजार गैर मुस्लिमों का धर्म परिवर्तन करा चुका है। उनकी बड़ी संख्या में मुसलमानों से शादी कराई है। उमर ने यह भी बताया है कि धर्म परिवर्तन के लिए ही जोगाबाई एक्सटेंशन जामिया नगर दिल्ली में एक संस्था इस्लामी दवाह सेंटर (आईडीसी) चल रही है। धर्मांतरण के लिए विदेश से फंडिंग
इस गिरोह का मुख्य उद्देश्य गैर मुसलमानों का धर्म परिवर्तन कराना था। इसके लिए संस्था के बैंक खातों और अन्य माध्यमों से रकम जमा कराई जाती। धर्म परिवर्तन के लिए विदेश से फंडिंग भी होती थी। इस खेल में उत्तर प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों के लोग शामिल हैं। ATS ने जांच का दायरा बढ़ाते हुए विशेष अदालत में 17 आरोपियों के खिलाफ 5 चार्जशीट दाखिल कीं। इसमें एफआईआर से संबंधित सबूत भी पेश किए। एमबीबीएस की पढ़ाई छोड़कर इस्लामिक स्कॉलर बना कलीम
उम्रकैद की सजा पाने वाला मौलाना कलीम सिद्दीकी यूपी में मुजफ्फरनगर के फुलत गांव का रहने वाला है। उसने पिकेट इंटर कॉलेज से 12वीं करने के बाद मेरठ कॉलेज से बीएससी की शिक्षा ली। इसके बाद दिल्ली के एक मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस में दाखिला लिया। लेकिन, डिग्री पूरी नहीं की। पढ़ाई छोड़कर कलीम इस्लामिक स्कॉलर बना। 18 सालों तक मौलाना दिल्ली के शाहीन बाग में रहा। उसे 22 सितंबर, 2021 की रात यूपी एटीएस ने दिल्ली-देहरादून हाईवे पर दौराला-मटौर के बीच गिरफ्तार किया था। मौलाना कलीम ने फुलत गांव में 1991 में जामिया इमाम वलीउल्लाह इस्लामिया मदरसा स्थापित किया था। लेकिन, बाद में मदरसे को केरल की एक संस्था के हवाले कर दिया। वह ग्लोबल पीस फाउंडेशन का अध्यक्ष भी रहा। ATS का आरोप था कि कलीम, उमर गौतम और अन्य सभी धर्मांतरण की साजिश रचने में शामिल थे और फॉरेन फंडिंग की मदद से अपनी गतिविधियों को अंजाम देते थे। 562 दिन जेल में रहने के बाद मिली जमानत
मौलाना कलीम को अवैध धर्मांतरण सिंडीकेट चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया था। 562 दिनों तक जेल में रहने के बाद अप्रैल, 2023 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने जमानत दे दी थी। यूपी सरकार ने इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। सुप्रीम कोर्ट ने कलीम सिद्दीकी जमानत पर शर्तें लगाई थीं। उसके एनसीआर से बाहर निकलने पर रोक लगा दी गई। जांच अधिकारी ट्रैक कर सकें, इसके लिए अदालत ने उसे अपने फोन का लोकेशन हमेशा ऑन रखने का भी निर्देश दिया। मूक बधिर बच्चों का स्कूल टारगेट पर था
ATS ने दावा किया कि दोषियों के टारगेट पर नोएडा का मूक बधिर बच्चों का एक स्कूल भी था। नोएडा स्थित डेफ सोसाइटी के मूक बधिर स्कूल में पढ़ने वाले कानपुर निवासी मूक बधिर छात्र के परिजन से भी मामले में पूछताछ की गई है। गाजियाबाद में दर्ज एक केस की पूछताछ में पता चला कि मुख्य दोषी बाटला हाउस (जामिया नगर, दिल्ली) निवासी मोहम्मद उमर गौतम खुद हिंदू से मुसलमान बना, जो कई राज्यों में धर्म परिवर्तन करा रहा था। यह भी पढ़ें:- कालिंदी एक्सप्रेस कांड…48 घंटे बाद ATS-NIA की थ्योरी:पाकिस्तानी आतंकी का वीडियो सुनकर रची ट्रेन-उड़ाने की साजिश; 14 संदिग्धों से 20 घंटे पूछताछ NIA-ATS की जांच में कालिंदी एक्सप्रेस को सिलेंडर और पेट्रोल बम से उड़ाने की कोशिश के पीछे आतंकी मूवमेंट का हाथ सामने आ रहा है। यही लोग लगातार एक के बाद एक ट्रेनों को डिरेल करने की कोशिश कर रहे हैं। जांच एजेंसियों की मानें, तो पाकिस्तानी आतंकी फरहतुल्लाह गोरी ने भारत में ट्रेनों को पटरियों से उतारने की धमकी दी थी। इसके बाद एक्टिविटी बढ़ी है, लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिल रही। क्योंकि ये कोई ट्रेंड आतंकी नहीं हैं। पढ़ें पूरी खबर…
‘इंशाअल्लाह किसी की मुराद पूरी नहीं होगी’, अजमेर दरगाह पर अंजुमन कमेटी सचिव सरवर चिश्ती का बड़ा बयान
‘इंशाअल्लाह किसी की मुराद पूरी नहीं होगी’, अजमेर दरगाह पर अंजुमन कमेटी सचिव सरवर चिश्ती का बड़ा बयान <p style=”text-align: justify;”><strong>Sarvar Chishti on Ajmer Dargah:</strong> राजस्थान के अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की लोकप्रिय दरगाह के शिव मंदिर होने का दावा किया जा रहा है. हिन्दू सेना द्वारा निचली अदालत में इसके लिए जांच की मांग करते हुए याचिका दाखिल की गई थी, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है. इसी के साथ कोर्ट ने सभी पक्षकारों को नोटिस जारी कर सुनवाई की तारीख 20 दिसंबर तय की है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस पर अंजुमन कमेटी के सचिव सरवर चिश्ती का बड़ा बयान आया है. उन्होंने निचली अदालत के याचिका स्वीकार करने के फैसले का विरोध किया और नाराजगी भी जताई है. इसी के साथ सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर सरवर चिश्ती ने कहा, “ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह सांप्रदायिक सद्भाव, विविधता और बहुलवाद का प्रतीक है. यह दरगाह अनेकता में एकता को बढ़ावा देती है. साथ ही, अफगानिस्तान से लेकर इंडोनेशिया तक इस्लाम का सबसे बड़ा मरकज है. इस दरगाह के करोड़ों-अरबों अनुयायी हैं. यह कोई रोज-रोज का तमाशा खड़ा करने वाली बात नहीं है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’हमने बड़े दौर देखे हैं…'</strong><br />कोर्ट के तीनों पक्षकारों को नोटिस जारी करने पर सरवर चिश्ती बोले, “अभी इन्होंने तीन पार्टी को नोटिस भेजा है, जिसकी तारीख 20 दिसंबर तय की गई है. एएसआई को नोटिस भेजा गया है, लेकिन यह दरगाह पुरातत्व विभाग के अंतर्गत नहीं आती बल्कि अल्पसंख्यक मंत्रालय के तहत आती है. अल्पसंख्यक मंत्रालय में दरगाह कमेटी आती है, इन तीनों को नोटिस भेजा गया है. हमने यहां के बड़े-बड़े दौर देखे हैं, लेकिन कभी कुछ नहीं हु्आ.”</p>
<p><iframe style=”border: none; overflow: hidden;” src=”https://www.facebook.com/plugins/video.php?height=476&href=https%3A%2F%2Fwww.facebook.com%2FJharkhandmajlis%2Fvideos%2F589504696771837%2F&show_text=false&width=267&t=0″ width=”267″ height=”476″ frameborder=”0″ scrolling=”no” allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’हर जगह दिखता है मंदिर’- सरवर चिश्ती</strong><br />सरवर चिश्ती ने आगे कहा, “11 अक्टूबर 2007 को यहां बम ब्लास्ट हुआ था, जिसमें तीन लोग मारे गए थे. उससे दिल नहीं भरा तो अब शुरू कर दिया गया है. पिछले तीन साल से बयानबाजी चल रही है. हर जगह लोगों को शिवलिंग और मंदिर नजर आने लगा है.” </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’देशहित में नहीं है फैसला'</strong><br />उन्होंने कहा, “सदियों पुरानी मस्जिदों पर ये लोग इस तरह की हरकतें कर रहे हैं, लेकिन ये चीजें देशहित में नहीं हैं. हम देख रहे हैं क्या करना चाहिए और वही करेंगे. इंशाअल्लाह किसी की मुरादें पुरी नहीं होंगी कि यहां कुछ हो जाए. ये गरीब नवाज़ की दरगाह थी, है और रहेगी.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/rajasthan/bharatpur-709-criminals-arrested-in-sawai-madhopur-dholpur-karauli-under-area-domination-campaign-ann-2831886″>भरतपुर में चला एरिया डोमिनेशन अभियान, सड़कों पर उतरी पुलिस की 306 टीम, 709 अपराधी गिरफ्तार</a></strong></p>