Exit Poll के बाद शेयर बाजार चढ़ने का अनुमान:अखिलेश ने कहा- जाते-जाते फायदा उठाना चाहते हैं भाजपाई; एक्सपर्ट बोले-लोग जल्दबाजी में न करें इन्वेस्ट

Exit Poll के बाद शेयर बाजार चढ़ने का अनुमान:अखिलेश ने कहा- जाते-जाते फायदा उठाना चाहते हैं भाजपाई; एक्सपर्ट बोले-लोग जल्दबाजी में न करें इन्वेस्ट

‘विपक्ष ने पहले ही घोषित कर दिया था कि भाजपाई मीडिया भाजपा को 300 पार दिखाएगा। जिससे घपला करने की गुंजाइश बन सके। भाजपाई एग्जिट पोल कई महीने पहले ही तैयार कर लिया गया था। इस एग्जिट पोल को आधार बनाकर भाजपाई सोमवार को खुलने वाले शेयर बाजार से जाते-जाते लाभ उठाना चाहते हैं।’ सपा मुखिया अखिलेश यादव ने इस ट्वीट से BJP की क्रोनोलॉजी को समझाया है। इस ट्वीट के बाद यह चर्चा छिड़ गई है कि क्या वाकई में शेयर बाजार सोमवार को बहुत उछाल मारने वाला है..? क्या कुछ नेता पैसा वसूली कर मार्केट से निकलने की तैयारी कर रहे हैं..? यह जानने के लिए भास्कर ने एक्सपर्ट्स से बात की… सबसे पहले एग्जिट पोल पर अखिलेश यादव के आरोप पढ़िए…. अब पढ़िए शेयर बाजार के विशेषज्ञ क्या बताते हैं सेबी रजिस्टर्ड और शेयर ट्रेडिंग फर्म चलाने वाले तरसेम गर्ग बताते हैं, यह कोई नई बात नहीं है। जब-जब लोकसभा के चुनाव के परिणाम का समय आता है, बाजार थोड़ा दबाव में रहता है। जैसा कि आप पिछले तीन दिनों से देख रहे हैं। सेंसेक्स करीब 1500 पॉइंट टूट चुका है। अब जब एग्जिट पोल में इस तरह के रुझान आए हैं, तो बाजार का एक दो प्रतिशत बढ़ना बहुत स्वाभाविक है। अगर यही एग्जिट पोल BJP के लिए बहुत नेगेटिव आ रहे होते, तो बाजार काफी गिर भी सकता था। बाजार का मानना है कि यदि सरकार रिपीट होगी, तो जो पॉलिसी इस समय चल रही है वो कंटिन्यू होगी। मोदी सरकार ने जिन सेक्टर पर फोकस कर रखा है, उन पर पैसा और खर्च होगा। उस सेक्टर से जुड़ी कंपनियां ग्रो करेंगी। इसलिए भी बाजार उत्साह दिखाता है और एक दो प्रतिशत आगे बढ़ जाता है। 2014 के एग्जिट पोल काफी हद तक गलत हुए थे
तरसेम गर्ग बताते हैं, 2014 और 2019 के एग्जिट पोल काफी हद तक गलत साबित हुए थे। बावजूद बाजार में लगातार सुधार हुआ और सेंसेक्स 76000 पॉइंट्स तक पहुंचा। 2014 में नरेंद्र मोदी पहली बार केंद्र की राजनीति में आए। 12 मई को आखिरी फेज के मतदान हुए थे। उसके बाद जो एग्जिट पोल के आंकड़ें आए, उसमें सभी ने एनडीए को 272 से लेकर 340 तक​ सीटें दीं। यूपीए का एग्जिट पोल में आंकड़ा 150 सीटें भी देता हुआ दिखाई नहीं दिया। जैसा एग्जिट पोल था परिणाम भी वैसे ही आए। लेकिन बाजार में कुछ खास मूवमेंट देखने को नहीं मिला। 12 मई को सेंसेक्स 23,551 पर था। 13 मई को सेंसेक्स में 320.23 अंकों की तेजी देखने को मिली। 2019 के एग्जिट पोल के बाद आई सबसे बड़ी उछाल
2019 के लोकसभा चुनाव में आखिरी फेज की वोटिंग 17 मई को हुई थी। उसके बाद एग्जिट पोल सामने आए। वो अपने आपमें काफी अप्रत्याशित थे। ​एग्जिट पोल में NDA को 350 और यूपीए को 2014 से भी कम सीटें दिखाईं। जैसा प्रिडेक्टेड था वैसा ही हुआ। शेयर बाजार पर इसका असर बहुत मजबूत दिखाई दिया। एग्जिट पोल आने के दो दिन के बाद जब शेयर बाजार ओपन हुआ था, तो पौने चार फीसदी ऊपर गया। सेंसेक्स 17 मई को 37,930.77 पर था। 20 मई को बाजार में 1,421.9 अंकों की तेजी देखने को मिली। बाजार 39,352.67 पर पहुंच गया। बाजार एग्जिट पोल के अनुसार चला। बाजार में दिखेगा उत्साह, 4 प्रतिशत तक दिख सकता है मूवमेंट
तरसेम गर्ग बताते हैं, सोमवार तीन जून को बाजार में उत्साह दिखाई देगा। जो लोग होजिंग कर रहे थे या डरे हुए थे, वे सोमवार को जल्दबाजी में निवेश करेंगे। बड़े लोग शॉर्ट कवरिंग करके निकलेंगे। इससे बाजार में उतार चढ़ाव रहने की पूरी संभावना है। आम निवेशक पूरा एनालिसिस करने के बाद ही शेयर मार्केट में निवेश करें। 3 और 4 जून के बीच, वास्तविक परिणाम आने तक 2-4% का मूवमेंट दिख सकता है। बाजार को देखकर निवेश करना सही रहेगा
अखिलेश यादव के ट्वीट पर मार्केट विशेषज्ञ रंजन कुमार ने कहा- महीनों से कोई प्लानिंग कर रहा हो तो बाजार बढ़ने पर प्रॉफीट कमा कर कोई भी निकल सकता है। लेकिन ऐसा कोई जादू नहीं है कि एक दिन में कोई बाजार से पैसा कमाकर निकल जाएगा। एग्जिट पोल के अनुसार मार्केट कल बढ़ सकता है। ऐसा पहले भी होता रहा है। बाजार को समझने के बाद ही निवेश करना सही रहेगा। इन क्षेत्रों पर रहेगा फोकस
पिछले 10 साल में केंद्र ने इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश करना जारी रखा है, सड़क-रेल मार्गों के निर्माण, विमानन-पोर्ट के विकसित करने पर जोर, रक्षा क्षेत्र में उत्पादन, EV पर फोकस सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। इन सभी सेक्टर में बूम दिखाई पड़ सकता है। ‘विपक्ष ने पहले ही घोषित कर दिया था कि भाजपाई मीडिया भाजपा को 300 पार दिखाएगा। जिससे घपला करने की गुंजाइश बन सके। भाजपाई एग्जिट पोल कई महीने पहले ही तैयार कर लिया गया था। इस एग्जिट पोल को आधार बनाकर भाजपाई सोमवार को खुलने वाले शेयर बाजार से जाते-जाते लाभ उठाना चाहते हैं।’ सपा मुखिया अखिलेश यादव ने इस ट्वीट से BJP की क्रोनोलॉजी को समझाया है। इस ट्वीट के बाद यह चर्चा छिड़ गई है कि क्या वाकई में शेयर बाजार सोमवार को बहुत उछाल मारने वाला है..? क्या कुछ नेता पैसा वसूली कर मार्केट से निकलने की तैयारी कर रहे हैं..? यह जानने के लिए भास्कर ने एक्सपर्ट्स से बात की… सबसे पहले एग्जिट पोल पर अखिलेश यादव के आरोप पढ़िए…. अब पढ़िए शेयर बाजार के विशेषज्ञ क्या बताते हैं सेबी रजिस्टर्ड और शेयर ट्रेडिंग फर्म चलाने वाले तरसेम गर्ग बताते हैं, यह कोई नई बात नहीं है। जब-जब लोकसभा के चुनाव के परिणाम का समय आता है, बाजार थोड़ा दबाव में रहता है। जैसा कि आप पिछले तीन दिनों से देख रहे हैं। सेंसेक्स करीब 1500 पॉइंट टूट चुका है। अब जब एग्जिट पोल में इस तरह के रुझान आए हैं, तो बाजार का एक दो प्रतिशत बढ़ना बहुत स्वाभाविक है। अगर यही एग्जिट पोल BJP के लिए बहुत नेगेटिव आ रहे होते, तो बाजार काफी गिर भी सकता था। बाजार का मानना है कि यदि सरकार रिपीट होगी, तो जो पॉलिसी इस समय चल रही है वो कंटिन्यू होगी। मोदी सरकार ने जिन सेक्टर पर फोकस कर रखा है, उन पर पैसा और खर्च होगा। उस सेक्टर से जुड़ी कंपनियां ग्रो करेंगी। इसलिए भी बाजार उत्साह दिखाता है और एक दो प्रतिशत आगे बढ़ जाता है। 2014 के एग्जिट पोल काफी हद तक गलत हुए थे
तरसेम गर्ग बताते हैं, 2014 और 2019 के एग्जिट पोल काफी हद तक गलत साबित हुए थे। बावजूद बाजार में लगातार सुधार हुआ और सेंसेक्स 76000 पॉइंट्स तक पहुंचा। 2014 में नरेंद्र मोदी पहली बार केंद्र की राजनीति में आए। 12 मई को आखिरी फेज के मतदान हुए थे। उसके बाद जो एग्जिट पोल के आंकड़ें आए, उसमें सभी ने एनडीए को 272 से लेकर 340 तक​ सीटें दीं। यूपीए का एग्जिट पोल में आंकड़ा 150 सीटें भी देता हुआ दिखाई नहीं दिया। जैसा एग्जिट पोल था परिणाम भी वैसे ही आए। लेकिन बाजार में कुछ खास मूवमेंट देखने को नहीं मिला। 12 मई को सेंसेक्स 23,551 पर था। 13 मई को सेंसेक्स में 320.23 अंकों की तेजी देखने को मिली। 2019 के एग्जिट पोल के बाद आई सबसे बड़ी उछाल
2019 के लोकसभा चुनाव में आखिरी फेज की वोटिंग 17 मई को हुई थी। उसके बाद एग्जिट पोल सामने आए। वो अपने आपमें काफी अप्रत्याशित थे। ​एग्जिट पोल में NDA को 350 और यूपीए को 2014 से भी कम सीटें दिखाईं। जैसा प्रिडेक्टेड था वैसा ही हुआ। शेयर बाजार पर इसका असर बहुत मजबूत दिखाई दिया। एग्जिट पोल आने के दो दिन के बाद जब शेयर बाजार ओपन हुआ था, तो पौने चार फीसदी ऊपर गया। सेंसेक्स 17 मई को 37,930.77 पर था। 20 मई को बाजार में 1,421.9 अंकों की तेजी देखने को मिली। बाजार 39,352.67 पर पहुंच गया। बाजार एग्जिट पोल के अनुसार चला। बाजार में दिखेगा उत्साह, 4 प्रतिशत तक दिख सकता है मूवमेंट
तरसेम गर्ग बताते हैं, सोमवार तीन जून को बाजार में उत्साह दिखाई देगा। जो लोग होजिंग कर रहे थे या डरे हुए थे, वे सोमवार को जल्दबाजी में निवेश करेंगे। बड़े लोग शॉर्ट कवरिंग करके निकलेंगे। इससे बाजार में उतार चढ़ाव रहने की पूरी संभावना है। आम निवेशक पूरा एनालिसिस करने के बाद ही शेयर मार्केट में निवेश करें। 3 और 4 जून के बीच, वास्तविक परिणाम आने तक 2-4% का मूवमेंट दिख सकता है। बाजार को देखकर निवेश करना सही रहेगा
अखिलेश यादव के ट्वीट पर मार्केट विशेषज्ञ रंजन कुमार ने कहा- महीनों से कोई प्लानिंग कर रहा हो तो बाजार बढ़ने पर प्रॉफीट कमा कर कोई भी निकल सकता है। लेकिन ऐसा कोई जादू नहीं है कि एक दिन में कोई बाजार से पैसा कमाकर निकल जाएगा। एग्जिट पोल के अनुसार मार्केट कल बढ़ सकता है। ऐसा पहले भी होता रहा है। बाजार को समझने के बाद ही निवेश करना सही रहेगा। इन क्षेत्रों पर रहेगा फोकस
पिछले 10 साल में केंद्र ने इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश करना जारी रखा है, सड़क-रेल मार्गों के निर्माण, विमानन-पोर्ट के विकसित करने पर जोर, रक्षा क्षेत्र में उत्पादन, EV पर फोकस सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। इन सभी सेक्टर में बूम दिखाई पड़ सकता है।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर