प्रयागराज में रिटायर्ड अफसर अरुण श्रीवास्तव और उनकी पत्नी मीना की हत्या कर दी गई। उनके शरीर पर 12 से ज्यादा घाव मिले हैं। दोनों ने आखिरी सांस तक कातिल का सामना किया। पुलिस को घर के सामने लगे CCTV में एक युवक झोला लेकर घर के अंदर जाते दिखा है। 2.30 घंटे बाद युवक घर से बाहर निकला। फोरेंसिक टीम को उसके अलावा किसी और की मौजूदगी के निशान नहीं मिले हैं। पुलिस ने मिलते–जुलते हुलिया के 3 लोगों को हिरासत में लिया है। घर के अंदर अलमारी के लॉक टूटे मिले हैं, सामान बिखरा हुआ है। ऐसे में पुलिस 2 लाइन पर जांच कर रही है। पहली– लूट के इरादे से बदमाश अंदर घुसा, पति–पत्नी से सामना होने पर उन्हें मार दिया। दूसरी– कातिल रिटायर्ड अधिकारी को मारने अंदर आया। पति को बचाने आई पत्नी को भी मार दिया। गुमराह करने के लिए वारदात को लूट की शक्ल दी गई। अब सिलसिलेवार पूरी घटना को समझिए… नैनी की ADA कॉलोनी के LIG मकान में फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (FCI) से रिटायर्ड अरुण श्रीवास्तव (65) पत्नी मीना श्रीवास्तव के साथ रहते थे। वह मूलरूप से चुनार (मिर्जापुर) के रहने वाले थे। उनका घर चौराहे से करीब 100 मीटर दूर अक्षय वट अस्पताल के पास है। उनके तीन बेटियां और एक बेटा है। तीनों बेटियों की शादी हो चुकी है। एक बेटी मिर्जापुर में लेक्चरर है। दूसरी प्रयागराज में ही रहती है। तीसरी बेटी बेंगलुरु में पति के साथ रहती है। बेटा मनीष मध्यप्रदेश के सीधी में बैंक में नौकरी करता है। अरुण मकान के फर्स्ट फ्लोर पर रहते थे। अरुण के घर के थर्ड फ्लोर पर 10वीं में पढ़ने वाला सुनील किराए पर रहता है। दोपहर 3 बजे सुनील अरुण से मिला था। इसके बाद वह अपने कमरे में चला गया। शाम 5 बजे जब वह अपने कमरे से निकला, तो देखा कि मेन गेट बाहर से लॉक है। इसके बाद वह अरुण श्रीवास्तव वाले हिस्से में गया। वहां भी दोनों कमरों में बाहर से ताला बंद था। सुनील ने मेन गेट खुलवाने के लिए शोर मचाया। इस पर पड़ोसी अरुण के घर के बाहर पहुंचे। मेन गेट पर ताला लगे होने की वजह से लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस को अरुण की लाश और उनकी पत्नी मीना घायल अवस्था में मिलीं। बाद में अस्पताल में मीना की भी मौत हो गई। क्राइम स्पॉट को समझिए
आंगन और बेड रूम में लाशें, 3 कमरों में खून ही खून अरुण के घर में दाखिल होने के बाद सबसे पहले आंगन है। फिर सामने की तरफ कमरे बने हुए हैं। पुलिस जब घर के अंदर पहुंची, तो आंगन में अरुण की लाश पड़ी थी। वह शर्ट और पेंट पहने हुए थे। पूरे आंगन में खून ही खून था। पुलिस को अंदर 3 कमरों में हर जगह ब्लड स्पॉट मिले। बेडरूम में पत्नी मीना की लाश मिली, जोकि बेड पर थी। क्राइम स्पॉट देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि कातिल ने पहले अरुण को मारा है। उनके सिर पर गहरा घाव हैं, सीने, गर्दन, और कंधे पर सात घाव हैं। मीना के सिर पर ज्यादा चोट हैं। एक घाव ऐसा है कि बहुत भारी चीज से मारने पर हुआ लगता है, जिससे सिर में गड्ढा हो गया। उनके सिर में चार और गर्दन पर एक वार किया गया है। बाकी पैर–हाथ में छिलने के निशान है, जो भागते वक्त गिरने में लगे होंगे। इतना तो साफ है कि अरुण और मीना ने आखिरी सांस तक कातिल से संघर्ष किया है। फोरेंसिक के मुताबिक, छोटी हथौड़ी का इस्तेमाल हुआ
पुलिस के अधिकारी कहते हैं– घर के तीन कमरों और आंगन में खून बिखरा मिला है। साफ है कि उन्हें दौड़ा–दौड़ा कर मारा गया है। पहले अरुण के सिर पर वार कर दिया। वह बेसुध हो गए तो हत्या की। इसके बाद पत्नी को टारगेट करके मारा गया। फोरेंसिक टीम ने छानबीन के बाद कहा कि कातिल ने छोटी नुकीली हथौड़ी का इस्तेमाल किया है।
CCTV में युवक घर में जाता हुआ दिखा
अब सवाल उठता है कि इस दंपती को मारा किसने? पुलिस ने इसके सुराग तलाशते हुए सबसे पहले पड़ोसियों के घर के बाहर लगे CCTV देखे। अरुण के घर के पास में रहने वाले पड़ोसी के घर के बाहर लगे CCTV में दोपहर में 1 बजे एक युवक घर में जाता हुआ दिखा है। मेन गेट सुनील ही खोलता है और अपने कमरे में चला जाता है। फिर 15 मिनट बाद वह युवक निकल जाता है। 10 मिनट बाद फिर CCTV में घर में प्रवेश करता दिखता है। फिर 2.30 घंटे के बाद ही निकलता है। उसके हाथ में झोला था। लंगड़ा कर चल रहा था कातिल
यह सबसे अहम सुराग है। CCTV में ऐसा दिखा कि जो युवक गेट से निकल रहा था, वह थोड़ा लंगड़ा रहा था। पुलिस मान रही है कि हो सकता है कि वह एक्टिंग कर रहा हो या फिर उसे चोट लगी थी। वह थोड़ा विकलांग हो सकता है। इसके अलावा रिटायर्ड अफसर के घर किसी के भी जाने का सुराग नहीं मिला। ऐसे में पुलिस उसी को प्राइम सस्पेक्ट मानते हुए छापामारी कर रही है। पड़ोसी बोले- वो मिस्त्री को ढूंढ रहे थे
पड़ोसियों से पूछताछ करने के बाद सामने आया कि रिटायर्ड अफसर ने बिजली बनाने के लिए किसी से संपर्क किया था। फिलहाल पुलिस ने एक नैनी में काम करने वाले बिजली मिस्त्री को हिरासत में लिया है। साथ ही, 3 और लोगों को पकड़ा है, पूछताछ की जा रही है। पुलिस को घर के कमरे में लगी अलमारी के लॉक टूटे मिले हैं। परिवार के सदस्य यही नहीं बता सके कि घर से चोरी क्या हुआ है? किरायेदार सुनील ने कहा- वो मुंह को गमछा से ढके था
इस केस में एकमात्र किरायेदार सुनील है, जिसमें कातिल को देखा है। पुलिस ने सुनील से पूछताछ की। उसने कहा– घर की डोर बेल बजी थी। मैं मेन डोर खोलने के लिए आया। एक व्यक्ति दरवाजे पर था। उसने कहा कि बिजली मिस्त्री हूं, साहब ने बुलाया था। उसके बाद सुनील अपने कमरे में वापस चला गया। सुनील ने कहा– वो काले रंग का कपड़ा पहने था। उसने लाल रंग के गमछे से चेहरा ढका था। इसके अलावा वह पैर से थोड़ा लंगड़ा कर चल रहा है, मतलब दिव्यांग हो सकता है। कमरे के दरवाजे पर अंदर की तरफ कुंडी पर खून लगा हुआ है, मतलब ये है कि दरवाजा अंदर से बंद करके कत्ल किया गया है। हत्या के बाद खून से सने हाथों से ही कातिल ने दरवाजा खोला और चला गया। जाने से पहले वह दरवाजे पर लॉक लगाकर गया। बेटा मनीष रविवार को ही सीधी गया
अरुण का बेटा मनीष सीधी (मध्य प्रदेश) में जॉब करता है, मगर इन दिनों वह प्रयागराज आया हुआ है। उसकी पत्नी कालिंदीपुर की रहने वाली है। वह प्रेग्नेंट है, इसलिए मनीष इन दिनों उसके ही घर पर रहता था। बेटा मनीष श्रीवास्तव रविवार को ही प्रयागराज से सीधी के लिए गया था। दोपहर 12.50 बजे मीना श्रीवास्तव की बात अपनी बहन सुधा से मोबाइल पर हुई है। तब तक वह जिंदा थीं। मगर पुलिस को पूरे घर में पति और पत्नी के मोबाइल नहीं मिले हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि कातिल दोनों के मोबाइल अपने साथ ले गया होगा।
चंदर दास ने कहा-सुबह मुझसे कहा था कार में घुमा दो
अरुण श्रीवास्तव के घर के सामने रहने वाले चंदन दास बताते हैं कि सुबह दस बजे के करीब जब वह अपनी कार धो रहे थे तो अरुण उनके पास रुके थे। हंसते हुए कि आज कहीं जाने का प्रोग्राम है, बातचीत के दौरान कहा था कि मुझे अपनी कार से घुमा दो। चंदन दास कहते हैं कि अरुण और मीना बहुत ही हसमुख थे। दोनों को मेरे माता पिता तुल्य थे। उनकी हत्या से बहुत दुखी हूं। उनकी दुश्मनी किसी से नहीं थी। उन्होंने कहा- अरुण का मकान तीन मंजिला बना है। इस समय तीसरी मंजिल पर काम चल रहा है। इस वजह से पूरे घर में केवल मजदूर आते-जाते हैं। घर में एक काम करने वाली भी आती है। उसकी उम्र करीब 40 साल है। पिता जी से दो दिन से बात नहीं हुई, बोलकर रो पड़ी नीतू
माता-पिता की हत्या की खबर पाकर बड़ी बेटी नीतू रोते बिलखते पहुंची। उसने कहा पिता जी इन दिनों ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम करते थे। इधर दो दिन से उनसे बात नहीं हुई थी। मां से बात हुई थी। वह बस हालचाल ही पूछ रही थीं। यह भी पूछा था कि कब आओगी?
नीतू ने बताया कि तीन बहनें हैं। टीटू और लवली उसकी बहनों के नाम हैं। भाई मनीष की शादी शांतिपुरम प्रयागराज में हुई है। उसकी पत्नी की डिलीवरी का मामला है, इसलिए मायके में रह रही है। मीना की बहन सुधा श्रीवास्तव का कहना है कि कल रात में बहन मीना से बात हुई थी। बस हाल जाना और फिर फोन रख दिया। ……………… यह खबर भी पढ़ें कौशांबी में युवती की गला काटकर हत्या, कमरे में अर्धनग्न शव मिला, हाथों की नस भी काटी; रेप की आशंका कौशांबी में युवती की गला काटकर हत्या कर दी। कमरे में अर्धनग्न शव मिला। कपड़े खून से सने थे, दोनों हाथों की नसों को भी काटा गया। शरीर पर चोट के कई गहरे निशान मिले हैं। युवती के एक हाथ में हंसिया था। यहां पढ़ें पूरी खबर प्रयागराज में रिटायर्ड अफसर अरुण श्रीवास्तव और उनकी पत्नी मीना की हत्या कर दी गई। उनके शरीर पर 12 से ज्यादा घाव मिले हैं। दोनों ने आखिरी सांस तक कातिल का सामना किया। पुलिस को घर के सामने लगे CCTV में एक युवक झोला लेकर घर के अंदर जाते दिखा है। 2.30 घंटे बाद युवक घर से बाहर निकला। फोरेंसिक टीम को उसके अलावा किसी और की मौजूदगी के निशान नहीं मिले हैं। पुलिस ने मिलते–जुलते हुलिया के 3 लोगों को हिरासत में लिया है। घर के अंदर अलमारी के लॉक टूटे मिले हैं, सामान बिखरा हुआ है। ऐसे में पुलिस 2 लाइन पर जांच कर रही है। पहली– लूट के इरादे से बदमाश अंदर घुसा, पति–पत्नी से सामना होने पर उन्हें मार दिया। दूसरी– कातिल रिटायर्ड अधिकारी को मारने अंदर आया। पति को बचाने आई पत्नी को भी मार दिया। गुमराह करने के लिए वारदात को लूट की शक्ल दी गई। अब सिलसिलेवार पूरी घटना को समझिए… नैनी की ADA कॉलोनी के LIG मकान में फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (FCI) से रिटायर्ड अरुण श्रीवास्तव (65) पत्नी मीना श्रीवास्तव के साथ रहते थे। वह मूलरूप से चुनार (मिर्जापुर) के रहने वाले थे। उनका घर चौराहे से करीब 100 मीटर दूर अक्षय वट अस्पताल के पास है। उनके तीन बेटियां और एक बेटा है। तीनों बेटियों की शादी हो चुकी है। एक बेटी मिर्जापुर में लेक्चरर है। दूसरी प्रयागराज में ही रहती है। तीसरी बेटी बेंगलुरु में पति के साथ रहती है। बेटा मनीष मध्यप्रदेश के सीधी में बैंक में नौकरी करता है। अरुण मकान के फर्स्ट फ्लोर पर रहते थे। अरुण के घर के थर्ड फ्लोर पर 10वीं में पढ़ने वाला सुनील किराए पर रहता है। दोपहर 3 बजे सुनील अरुण से मिला था। इसके बाद वह अपने कमरे में चला गया। शाम 5 बजे जब वह अपने कमरे से निकला, तो देखा कि मेन गेट बाहर से लॉक है। इसके बाद वह अरुण श्रीवास्तव वाले हिस्से में गया। वहां भी दोनों कमरों में बाहर से ताला बंद था। सुनील ने मेन गेट खुलवाने के लिए शोर मचाया। इस पर पड़ोसी अरुण के घर के बाहर पहुंचे। मेन गेट पर ताला लगे होने की वजह से लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस को अरुण की लाश और उनकी पत्नी मीना घायल अवस्था में मिलीं। बाद में अस्पताल में मीना की भी मौत हो गई। क्राइम स्पॉट को समझिए
आंगन और बेड रूम में लाशें, 3 कमरों में खून ही खून अरुण के घर में दाखिल होने के बाद सबसे पहले आंगन है। फिर सामने की तरफ कमरे बने हुए हैं। पुलिस जब घर के अंदर पहुंची, तो आंगन में अरुण की लाश पड़ी थी। वह शर्ट और पेंट पहने हुए थे। पूरे आंगन में खून ही खून था। पुलिस को अंदर 3 कमरों में हर जगह ब्लड स्पॉट मिले। बेडरूम में पत्नी मीना की लाश मिली, जोकि बेड पर थी। क्राइम स्पॉट देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि कातिल ने पहले अरुण को मारा है। उनके सिर पर गहरा घाव हैं, सीने, गर्दन, और कंधे पर सात घाव हैं। मीना के सिर पर ज्यादा चोट हैं। एक घाव ऐसा है कि बहुत भारी चीज से मारने पर हुआ लगता है, जिससे सिर में गड्ढा हो गया। उनके सिर में चार और गर्दन पर एक वार किया गया है। बाकी पैर–हाथ में छिलने के निशान है, जो भागते वक्त गिरने में लगे होंगे। इतना तो साफ है कि अरुण और मीना ने आखिरी सांस तक कातिल से संघर्ष किया है। फोरेंसिक के मुताबिक, छोटी हथौड़ी का इस्तेमाल हुआ
पुलिस के अधिकारी कहते हैं– घर के तीन कमरों और आंगन में खून बिखरा मिला है। साफ है कि उन्हें दौड़ा–दौड़ा कर मारा गया है। पहले अरुण के सिर पर वार कर दिया। वह बेसुध हो गए तो हत्या की। इसके बाद पत्नी को टारगेट करके मारा गया। फोरेंसिक टीम ने छानबीन के बाद कहा कि कातिल ने छोटी नुकीली हथौड़ी का इस्तेमाल किया है।
CCTV में युवक घर में जाता हुआ दिखा
अब सवाल उठता है कि इस दंपती को मारा किसने? पुलिस ने इसके सुराग तलाशते हुए सबसे पहले पड़ोसियों के घर के बाहर लगे CCTV देखे। अरुण के घर के पास में रहने वाले पड़ोसी के घर के बाहर लगे CCTV में दोपहर में 1 बजे एक युवक घर में जाता हुआ दिखा है। मेन गेट सुनील ही खोलता है और अपने कमरे में चला जाता है। फिर 15 मिनट बाद वह युवक निकल जाता है। 10 मिनट बाद फिर CCTV में घर में प्रवेश करता दिखता है। फिर 2.30 घंटे के बाद ही निकलता है। उसके हाथ में झोला था। लंगड़ा कर चल रहा था कातिल
यह सबसे अहम सुराग है। CCTV में ऐसा दिखा कि जो युवक गेट से निकल रहा था, वह थोड़ा लंगड़ा रहा था। पुलिस मान रही है कि हो सकता है कि वह एक्टिंग कर रहा हो या फिर उसे चोट लगी थी। वह थोड़ा विकलांग हो सकता है। इसके अलावा रिटायर्ड अफसर के घर किसी के भी जाने का सुराग नहीं मिला। ऐसे में पुलिस उसी को प्राइम सस्पेक्ट मानते हुए छापामारी कर रही है। पड़ोसी बोले- वो मिस्त्री को ढूंढ रहे थे
पड़ोसियों से पूछताछ करने के बाद सामने आया कि रिटायर्ड अफसर ने बिजली बनाने के लिए किसी से संपर्क किया था। फिलहाल पुलिस ने एक नैनी में काम करने वाले बिजली मिस्त्री को हिरासत में लिया है। साथ ही, 3 और लोगों को पकड़ा है, पूछताछ की जा रही है। पुलिस को घर के कमरे में लगी अलमारी के लॉक टूटे मिले हैं। परिवार के सदस्य यही नहीं बता सके कि घर से चोरी क्या हुआ है? किरायेदार सुनील ने कहा- वो मुंह को गमछा से ढके था
इस केस में एकमात्र किरायेदार सुनील है, जिसमें कातिल को देखा है। पुलिस ने सुनील से पूछताछ की। उसने कहा– घर की डोर बेल बजी थी। मैं मेन डोर खोलने के लिए आया। एक व्यक्ति दरवाजे पर था। उसने कहा कि बिजली मिस्त्री हूं, साहब ने बुलाया था। उसके बाद सुनील अपने कमरे में वापस चला गया। सुनील ने कहा– वो काले रंग का कपड़ा पहने था। उसने लाल रंग के गमछे से चेहरा ढका था। इसके अलावा वह पैर से थोड़ा लंगड़ा कर चल रहा है, मतलब दिव्यांग हो सकता है। कमरे के दरवाजे पर अंदर की तरफ कुंडी पर खून लगा हुआ है, मतलब ये है कि दरवाजा अंदर से बंद करके कत्ल किया गया है। हत्या के बाद खून से सने हाथों से ही कातिल ने दरवाजा खोला और चला गया। जाने से पहले वह दरवाजे पर लॉक लगाकर गया। बेटा मनीष रविवार को ही सीधी गया
अरुण का बेटा मनीष सीधी (मध्य प्रदेश) में जॉब करता है, मगर इन दिनों वह प्रयागराज आया हुआ है। उसकी पत्नी कालिंदीपुर की रहने वाली है। वह प्रेग्नेंट है, इसलिए मनीष इन दिनों उसके ही घर पर रहता था। बेटा मनीष श्रीवास्तव रविवार को ही प्रयागराज से सीधी के लिए गया था। दोपहर 12.50 बजे मीना श्रीवास्तव की बात अपनी बहन सुधा से मोबाइल पर हुई है। तब तक वह जिंदा थीं। मगर पुलिस को पूरे घर में पति और पत्नी के मोबाइल नहीं मिले हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि कातिल दोनों के मोबाइल अपने साथ ले गया होगा।
चंदर दास ने कहा-सुबह मुझसे कहा था कार में घुमा दो
अरुण श्रीवास्तव के घर के सामने रहने वाले चंदन दास बताते हैं कि सुबह दस बजे के करीब जब वह अपनी कार धो रहे थे तो अरुण उनके पास रुके थे। हंसते हुए कि आज कहीं जाने का प्रोग्राम है, बातचीत के दौरान कहा था कि मुझे अपनी कार से घुमा दो। चंदन दास कहते हैं कि अरुण और मीना बहुत ही हसमुख थे। दोनों को मेरे माता पिता तुल्य थे। उनकी हत्या से बहुत दुखी हूं। उनकी दुश्मनी किसी से नहीं थी। उन्होंने कहा- अरुण का मकान तीन मंजिला बना है। इस समय तीसरी मंजिल पर काम चल रहा है। इस वजह से पूरे घर में केवल मजदूर आते-जाते हैं। घर में एक काम करने वाली भी आती है। उसकी उम्र करीब 40 साल है। पिता जी से दो दिन से बात नहीं हुई, बोलकर रो पड़ी नीतू
माता-पिता की हत्या की खबर पाकर बड़ी बेटी नीतू रोते बिलखते पहुंची। उसने कहा पिता जी इन दिनों ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम करते थे। इधर दो दिन से उनसे बात नहीं हुई थी। मां से बात हुई थी। वह बस हालचाल ही पूछ रही थीं। यह भी पूछा था कि कब आओगी?
नीतू ने बताया कि तीन बहनें हैं। टीटू और लवली उसकी बहनों के नाम हैं। भाई मनीष की शादी शांतिपुरम प्रयागराज में हुई है। उसकी पत्नी की डिलीवरी का मामला है, इसलिए मायके में रह रही है। मीना की बहन सुधा श्रीवास्तव का कहना है कि कल रात में बहन मीना से बात हुई थी। बस हाल जाना और फिर फोन रख दिया। ……………… यह खबर भी पढ़ें कौशांबी में युवती की गला काटकर हत्या, कमरे में अर्धनग्न शव मिला, हाथों की नस भी काटी; रेप की आशंका कौशांबी में युवती की गला काटकर हत्या कर दी। कमरे में अर्धनग्न शव मिला। कपड़े खून से सने थे, दोनों हाथों की नसों को भी काटा गया। शरीर पर चोट के कई गहरे निशान मिले हैं। युवती के एक हाथ में हंसिया था। यहां पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
FCI अफसर, पत्नी का कातिल CCTV में दिखा:प्रयागराज में लंगड़ाते हुए घर में घुसा, हथौड़ी से हत्या, फिर झोला लेकर निकला
