<p style=”text-align: justify;”><strong>Giriraj Singh News:</strong> केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर हमला किया है. गिरिराज सिंह ने कहा कि बंगाल में ममता बनर्जी हार चुकी हैं इसीलिए वो अलोकतांत्रिक भाषा बोल रही हैं. संघीय ढांचा को तोड़ चुकी हैं. </p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Giriraj Singh News:</strong> केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर हमला किया है. गिरिराज सिंह ने कहा कि बंगाल में ममता बनर्जी हार चुकी हैं इसीलिए वो अलोकतांत्रिक भाषा बोल रही हैं. संघीय ढांचा को तोड़ चुकी हैं. </p> बिहार Social Media Policy: यूपी सरकार की नई सोशल मीडिया पॉलिसी क्यों है इतनी सख्त? योगी के मंत्री बोले- IT कानून के प्रावधान थे कमजोर
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फतेहाबाद में रोडवेज बस के सामने आया नीलगाय का झुंड:बड़ा हादसा टला; एक नीलगाय की मौत, 60 यात्री थे सवार
फतेहाबाद में रोडवेज बस के सामने आया नीलगाय का झुंड:बड़ा हादसा टला; एक नीलगाय की मौत, 60 यात्री थे सवार फतेहाबाद जिले में सिरसा डिपो की रोडवेज बस के आगे अचानक नीलगाय का झुंड आ गया, जिसे देखकर चालक ने एकाएक ब्रेक लगा दिए। वहीं बस में सवार यात्रियों में हड़कंप मच गया। घटना में एक नील गाय की मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस व वन्य जीव विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची। गनीमत ये रही कि कोई बड़ी नहीं हुई। ड्राइवर ने अचानक लगाया ब्रेक जानकारी के मुताबिक हिसार सिरसा डिपो की बस डबवाली से हिसार की तरफ जाती है। शुक्रवार दोपहर साढ़े चार बजे यह बस फतेहाबाद के नए बस स्टैंड से सवारिया लेकर हिसार की तरफ जा रही थी। जब यह बस धांगड़ गांव के पास बने सीएनजी पंप के पास पहुंची तो एकाएक सड़क के बीच में नीलगाय का झुंड आ गया। झुंड में एक नीलगाय बस की चपेट में आ गई और दूर जाकर गिरने से उसकी मौत हो गई। यात्रियों को दूसरी बस से किया रवाना वहीं बस चालक ने एकाएक ब्रेक लगा दिए। जिससे बस में सवार यात्रियों में हड़कंप मच गया। गनीमत ये रही कि बस पलटी नहीं। बस में करीब 60 यात्री सवार थे। घटना की सूचना मिलते ही डायल 112 मौके पर पहुंची। जिसके बाद यात्रियों को दूसरी बस में रवाना किया गया है।
हरियाणा में विधेयक लाकर युवाओं की नौकरी बचाएगी सरकार:सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद CM सैनी का प्रेस कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस पर साधा निशाना
हरियाणा में विधेयक लाकर युवाओं की नौकरी बचाएगी सरकार:सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद CM सैनी का प्रेस कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस पर साधा निशाना हरियाणा में कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (सीईटी) के तहत मिलने वाली सभी नौकरियों पर कोई संकट नहीं है। हरियाणा सरकार पूरी तरह से युवाओं के साथ खड़ी है। यह कहना है हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का। हरियाणा में सरकारी भर्ती परीक्षा में सामाजिक-आर्थिक आधार पर पिछड़े अभ्यर्थियों को 5 बोनस अंक देने के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है। सोमवार को दिए फैसले में कोर्ट ने कहा- यह असंवैधानिक है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री ने चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई और कहा कि भाजपा की हरियाणा सामाजिक और आर्थिक नीति अंत्योदय पर आधारित है। इसके तहत नौकरियों में शामिल हुए हजारों युवाओं के साथ सरकार पूरी तरह से है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से सीईटी परीक्षा पर कोई प्रश्नचिह्न नहीं है। कांग्रेस के लोग इस फैसले पर गंदी राजनीति कर रहे हैं। हमारी सरकार गरीबों की लड़ाई लड़ रही है। हम विधानसभा में रिव्यू पिटीशन या बिल लाकर इसे कायम रखेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस गरीबों का मजाक उड़ा रही मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि कांग्रेस सीईटी पर भ्रम फैला रही है। हमारी सरकार गरीबों के हक की लड़ाई लड़ रही है। अंत्योदय की भावना से जिन गरीबों को लाभ दिया गया है, उनके साथ खड़ी है। लेकिन पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान किसी गरीब परिवार को नौकरी नहीं दी गई। हमारी सरकार ने ऐसे लोगों को नौकरी दी जो अनाथ हैं, परिवार में कोई कमाने वाला नहीं है, अगर इस योजना के लाभ से उनके घर में चिराग जले हैं तो कांग्रेस के लोग किस बात से उत्साहित हैं। इससे पता चलता है कि कांग्रेस गरीबों का मजाक उड़ा रही है। कांग्रेस ने भाई-भतीजावाद से नौकरियां दीं मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि कांग्रेस सरकार में भाई-भतीजावाद से नौकरियां दी जाती थीं। क्षेत्रवाद और जातिवाद हावी था। नौकरियों की नीलामी होती थी। जिसके पास ज्यादा पैसा और रसूख था, उसे नौकरी मिल जाती थी। कांग्रेस के राज में युवाओं में हताशा थी। युवा पढ़ाई करने की बजाय इधर-उधर भागने में व्यस्त रहते थे। उनके नेता उन्हें आस-पास के गांवों के लोगों के साथ घुमाते थे। गरीब लोग जिनके पास पैसे नहीं थे, वे सिर्फ वोट के लिए थे। एक भी गरीब बच्चे को सरकारी नौकरी नहीं दी गई, जिसके पास पैसे नहीं थे। लेकिन आज भाजपा सरकार ने योग्यता के आधार पर एक लाख 32 हजार युवाओं को सरकारी नौकरी दी है। कांग्रेस के समय में सिफारिशें ढूंढते थे, हमारे समय में लाइब्रेरी ढूंढते हैं मुख्यमंत्री ने कहा कि आज युवाओं में एक नई उम्मीद और विकास का संचार हुआ है। अब नौकरी के लिए किसी नेता के सामने हाथ फैलाना नहीं पड़ता है। आज युवा सिर ऊंचा करके स्वाभिमान के साथ नौकरी कर रहे हैं। पहले युवा सिफारिशें ढूंढते थे, आज वे लाइब्रेरी ढूंढते हैं। कांग्रेस और हमारी सरकार में यही अंतर है। 7 दिसंबर 2018 को हमारे हाईकोर्ट की डबल बेंच ने हरियाणा सरकार द्वारा बनाई गई सामाजिक-आर्थिक नीति के तहत दिए जाने वाले 5 सूत्रीय प्रारूप की प्रशंसा की थी। लेकिन कांग्रेस भर्ती रोको गैंग के तहत अड़चनें पैदा करती रही है। कांग्रेस भ्रम न फैलाए। हमने सरकारी नौकरियां देते समय प्रदेश के गरीब परिवारों का ध्यान रखा है। मुख्यमंत्री ने सुरजेवाला पर लगाया भ्रम फैलाने का आरोप मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस के एक नेता के पास अधूरी जानकारी है। वह फैसलों की जड़ में जाने की बजाय भ्रम फैलाते हैं। पहले कांग्रेस सरकार को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। यह नेता कांग्रेस कार्यकाल में मंत्री भी रह चुके हैं। सैनी ने कहा कि सुरजेवाला ने ट्वीट कर आरोप लगाया है कि ग्रुप डी में 13 लाख 50 हजार ने रजिस्ट्रेशन करवाया था। इसमें कुल 13 हजार 557 पद थे। सुरजेवाला ने सही बात कही, हम गलत नहीं कह रहे। लेकिन मैं सुरजेवाला को बताना चाहता हूं कि 13 लाख 50 हजार अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था। साढ़े नौ लाख युवाओं ने पेपर दिया और 4 लाख 20 हजार क्वालिफाई हुए। सीईटी का पेपर तीन साल के लिए वैध होता है। जरूरत पड़ने पर हम सीईटी से बच्चों को लेकर नौकरी देते हैं। ऐसे 11 हजार युवा नौकरी में आ चुके हैं। इसमें से 2657 छात्र ऐसे थे, जिन्हें ज्वाइन करना था, लेकिन हमने रिजल्ट रोक दिया था। जो 11 हजार छात्र जुड़ गए हैं, उनको कोई परेशानी नहीं है। इसी तरह ग्रुप सी में CET क्वालिफाई करने वाले सभी छात्रों को हमने नौकरी दी है। आइए समझते हैं क्या है CET हरियाणा की खट्टर सरकार ने नौकरियों में सामाजिक और आर्थिक आधार पर पिछड़े आवेदकों को 5 बोनस अंक देने का फैसला किया था। यह फैसला 5 मई 2022 से लागू हो गया। इसके तहत ऐसे परिवार के आवेदक को 5 अतिरिक्त अंकों का लाभ मिलता है, जिसका कोई सदस्य सरकारी नौकरी में नहीं है और परिवार की आय 1.80 लाख रुपये सालाना से कम है। हरियाणा सरकार ने कर्मचारी चयन आयोग की कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) में 1.80 लाख सालाना आय वाले परिवारों को बोनस अंकों का लाभ दिया था। यह लाभ सिर्फ राज्य के परिवार पहचान पत्र (PPP) वाले युवाओं को मिला था। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से वर्ष 2023 में जारी ग्रुप सी और डी में नियुक्ति पाने वाले 23 हजार युवाओं को दोबारा परीक्षा देनी होगी। अगर वे पास नहीं हो पाते हैं तो उन्हें नौकरी से बर्खास्त कर दिया जाएगा। उन्हें नियुक्ति भी भर्ती वाले साल में ही दी गई थी।
Nalanda DM Action: CM नीतीश के नालंदा में DM के एक्शन से मचा हड़कंप, 7 राजस्व कर्मचारियों का वेतन और प्रमोशन रुका
Nalanda DM Action: CM नीतीश के नालंदा में DM के एक्शन से मचा हड़कंप, 7 राजस्व कर्मचारियों का वेतन और प्रमोशन रुका <p style=”text-align: justify;”><strong>DM Shashank Shubhankar Action:</strong> बिहार के नालंदा में डीएम शशांक शुभंकर ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई की है, यहां राजस्व के काम में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों तक पर एक्शन लिया गया है. कार्रवाई का आदेश जारी होने के बाद जिले के अन्य कर्मचारियों में हड़कंप मचा गया है. डीएम शशांक शुभंकर ने लिपिक सुनीता कुमारी, विकास कुमार, आनंद कुमार, संजीव कुमार सिन्हा समेत सात लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एक महिला लिपिक की प्रोन्नति रोकी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>जिले के परबलपुर अंचल कार्यालय की लिपिक सुनीता कुमारी के खिलाफ 3 वर्षों तक प्रोन्नति रोकने का आदेश दिया है, उनके ऊपर आरोप है कि उन्होंने अतिक्रमण वाद को अपनी कार्यावधि में किसी भी सीओ के समक्ष नहीं रखा था. वहीं परबलपुर सम्प्रति अंचल कार्यालय सिलाव के तत्कालीन लिपिक विकास कुमार के खिलाफ भी तीन वर्षों तक प्रोन्नति नहीं देने का आदेश जारी किया गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>हिलसा लिपिक अनुमंडल कार्यालय के आनंद कुमार पर बिना अनुमति के अनाधिकृत रूप से कार्यालय व मुख्यालय में अनुपस्थित रहने, स्पष्टीकरण का जवाब नहीं देने,चल-अचल संपत्ति एवं दायित्वों का विवरणी जमा नहीं करने आदि के आरोप में इनके विरुद्ध 3 वर्ष तक प्रोन्नति रोकने का दंड अधिरोपित किया गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>परवलपुर अंचल कार्यालय के तत्कालीन राजस्व कर्मचारी संजीव कुमार सिन्हा के जरिए परिमार्जन के तहत पूर्व में कायम जमाबंदी में विसंगति होने पर सुधार किया जाना था, परंतु संबंधित राजस्व कर्मचारी के जरिए बिना दस्तावेज एवं भौतिक सत्यापन किए ही अस्वीकृत की अनुशंसा किए जाने के कारण संजीव कुमार सिन्हा के विरुद्ध बिहार सरकारी सेवक (वर्गीकरण एवं अपील) नियमावली, 2005 के सुसंगत प्रावधानों के अंतर्गत एक वेतन वृद्धि का दंड अधिरोपित किया गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>तीन कर्मचारियों के खिलाफ प्रपत्र जारी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>हिलसा अंचल कार्यालय के राजस्व कर्मचारी मोहम्मद आजम के जरिए बिहार भूमि दाखिल खारिज अधिनियम 2011 एवं बिहार भूमि दाखिल खारिज नियमावली 2012 के प्रावधानों के प्रतिकूल याचिका की अस्वीकृत दाखिल खारिज को दोबारा याचिका प्रस्तुत किए जाने पर उनके विरुद्ध प्रपत्र ” क ” गठन की अनुशंसा की गई है. इसी लापरवाही के तहत करायपरशुराय अंचल कार्यालय के तत्कालीन राजस्व कर्मचारी विरेश कुमार चौधरी और तत्कालीन राजस्व कर्मचारी शैलेंद्र कुमार के विरुद्ध भी प्रपत्र ‘क’ गठन की अनुशंसा की गई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ेंः <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/bike-caught-fire-after-being-hit-by-a-truck-in-gaya-bihar-2-burnt-alive-1-injured-2833287″>Gaya Accident: गया में ट्रक के टकराई बाइक में लगी आग, 2 युवक जिंदा जले, 1 बुरी तरह झुलसा</a></strong></p>