<p style=”text-align: justify;”><strong>Guillain Barre Syndrome Treatment:</strong> महाराष्ट्र के पुणे में बुधवार (22 जनवरी) को गिलियन-बैरे सिंड्रोम (जीबीएस) के 35 नए मामले सामने आए हैं. इसके साथ जीबीएस वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 59 हो गई है. महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग ने एक दिन पहले 24 संदिग्ध मामले सामने आने के बाद इस बीमारी में अचानक वृद्धि की जांच के लिए टीम गठित की है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>डॉक्टरों ने कहा कि स्वास्थ्य के लिहाज से जीबीएस एक दुर्लभ स्थिति है जो अचानक सुन्नता और मांसपेशियों में कमजोरी की वजह से उत्पन्न होती है. इससे प्रभावित लोगों के अंगों में बड़े पैमाने पर कमजोरी जैसे लक्षण होते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>12 मरीज वेंटीलेटर सपोर्ट पर </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>विभागीय अधिकारियों के मुताबिक बुधवार को जीबीएस के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 59 हो गई, जिनमें 38 पुरुष और 21 महिलाएं शामिल हैं. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि 12 मरीज फिलहाल वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जांच के लिए आरआर टीम गठित </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने इस बीमारी में अचानक वृद्धि की जांच के लिए मंगलवार को एक रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) टीम का गठन किया. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) के वैज्ञानिक डॉ. बाबासाहेब तंडाले, स्वास्थ्य सेवाओं के संयुक्त निदेशक डॉ. प्रेमचंद कांबले, बीजे मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ. राजेश कार्येकार्टे, राज्य महामारी विज्ञानी डॉ. भालचंद्र प्रधान और अन्य आरआरटी का हिस्सा हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>लोगों को चिंता करने की जरूरत नहीं </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>जीबीएस के अधिकांश संदिग्ध मरीज 30 वर्ष के आयु वर्ग के हैं. आरआरटी सदस्यों ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया. पुणे शहर और ग्रामीण इलाकों में निगरानी के निर्देश दिए गए हैं. विभागीय अधिकारी ने कहा कि मरीजों के मल और खून के नमूने एनआईवी भेजे गए हैं. प्रभावित क्षेत्रों से पानी के नमूनों की जांच की जा रही है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>विभागीय अधिकारियों के मुताबिक जीबीएस महामारी या सर्वव्यापी महामारी का कारण नहीं बनेगा. उन्होंने कहा कि उपचार के साथ, अधिकांश लोग इस स्थिति से पूरी तरह ठीक हो जाते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”महाराष्ट्र: जलगांव में पुष्पक एक्सप्रेस से कूदे यात्री, दूसरे ट्रेन से कटे, हादसे की भयानक तस्वीरें” href=”https://www.abplive.com/photo-gallery/states/maharashtra-pushpak-express-jalgaon-train-accident-karnataka-express-train-runs-over-passengers-2868382″ target=”_blank” rel=”noopener”>महाराष्ट्र: जलगांव में पुष्पक एक्सप्रेस से कूदे यात्री, दूसरे ट्रेन से कटे, हादसे की भयानक तस्वीरें</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Guillain Barre Syndrome Treatment:</strong> महाराष्ट्र के पुणे में बुधवार (22 जनवरी) को गिलियन-बैरे सिंड्रोम (जीबीएस) के 35 नए मामले सामने आए हैं. इसके साथ जीबीएस वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 59 हो गई है. महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग ने एक दिन पहले 24 संदिग्ध मामले सामने आने के बाद इस बीमारी में अचानक वृद्धि की जांच के लिए टीम गठित की है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>डॉक्टरों ने कहा कि स्वास्थ्य के लिहाज से जीबीएस एक दुर्लभ स्थिति है जो अचानक सुन्नता और मांसपेशियों में कमजोरी की वजह से उत्पन्न होती है. इससे प्रभावित लोगों के अंगों में बड़े पैमाने पर कमजोरी जैसे लक्षण होते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>12 मरीज वेंटीलेटर सपोर्ट पर </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>विभागीय अधिकारियों के मुताबिक बुधवार को जीबीएस के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 59 हो गई, जिनमें 38 पुरुष और 21 महिलाएं शामिल हैं. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि 12 मरीज फिलहाल वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जांच के लिए आरआर टीम गठित </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने इस बीमारी में अचानक वृद्धि की जांच के लिए मंगलवार को एक रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) टीम का गठन किया. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) के वैज्ञानिक डॉ. बाबासाहेब तंडाले, स्वास्थ्य सेवाओं के संयुक्त निदेशक डॉ. प्रेमचंद कांबले, बीजे मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ. राजेश कार्येकार्टे, राज्य महामारी विज्ञानी डॉ. भालचंद्र प्रधान और अन्य आरआरटी का हिस्सा हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>लोगों को चिंता करने की जरूरत नहीं </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>जीबीएस के अधिकांश संदिग्ध मरीज 30 वर्ष के आयु वर्ग के हैं. आरआरटी सदस्यों ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया. पुणे शहर और ग्रामीण इलाकों में निगरानी के निर्देश दिए गए हैं. विभागीय अधिकारी ने कहा कि मरीजों के मल और खून के नमूने एनआईवी भेजे गए हैं. प्रभावित क्षेत्रों से पानी के नमूनों की जांच की जा रही है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>विभागीय अधिकारियों के मुताबिक जीबीएस महामारी या सर्वव्यापी महामारी का कारण नहीं बनेगा. उन्होंने कहा कि उपचार के साथ, अधिकांश लोग इस स्थिति से पूरी तरह ठीक हो जाते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”महाराष्ट्र: जलगांव में पुष्पक एक्सप्रेस से कूदे यात्री, दूसरे ट्रेन से कटे, हादसे की भयानक तस्वीरें” href=”https://www.abplive.com/photo-gallery/states/maharashtra-pushpak-express-jalgaon-train-accident-karnataka-express-train-runs-over-passengers-2868382″ target=”_blank” rel=”noopener”>महाराष्ट्र: जलगांव में पुष्पक एक्सप्रेस से कूदे यात्री, दूसरे ट्रेन से कटे, हादसे की भयानक तस्वीरें</a></strong></p> महाराष्ट्र जेल में बंद बारामुल्ला सांसद इंजीनियर राशिद की जमानत के लिए AIP पहुंची दिल्ली HC, क्या है मामला