HAU में छात्रों को पीटने वाला असिस्टेंट प्रोफेसर सस्पेंड:वीडियो में लाठी लेकर दौड़ता दिखा था, 2 छात्रों के सिर फोड़ने का आरोप

HAU में छात्रों को पीटने वाला असिस्टेंट प्रोफेसर सस्पेंड:वीडियो में लाठी लेकर दौड़ता दिखा था, 2 छात्रों के सिर फोड़ने का आरोप

हरियाणा के कृषि विश्वविद्यालय में छात्रों पर हुए लाठीचार्ज के मामले में असिस्टेंट प्रोफेसर राधेश्याम को निलंबित कर दिया गया है। यूनिवर्सिटी की जांच में सामने आया कि असिस्टेंट प्रोफेसर राधेश्याम का व्यवहार अशोभनीय था। बता दें कि 10 जून को हुए लाठीचार्ज का एक वीडियो सामने आया था, इस वीडियो में यही असिस्टेंट प्रोफेसर हाथ में लाठी लिए छात्रों के पीछे दौड़ता हुआ दिखा था। बाद में असिस्टेंट प्रोफेसर पर दो छात्रों के सिर फोड़ने का भी आरोप लगाया गया था। निलंबन अवधि के दौरान अब असिस्टेंट प्रोफेसर हेडक्वार्टर बावल एग्रीकल्चर कॉलेज में रहेगा। इसी मामले में 4 सुरक्षा कर्मियों बिजेंद्र, अनूप, जगमेश पूनिया और नरेंद्र को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। लाठीचार्ज में घायल हुए छात्र दीपांशु ने बताया कि अभी छात्र यूनिवर्सिटी की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। वो चाहते हैं वीसी धरने पर आकर माफी मांगें और जिन लोगों पर केस दर्ज हुआ है उन सबकी गिरफ्तारी हो। इसके बाद ही धरना समाप्त किया जाएगा। यूनिवर्सिटी द्वारा जारी की गई आदेश की कॉपी… छात्रों से बातचीत के लिए कुलपति ने कमेटी बनाई
वहीं कुलपति प्रोफेसर बीआर कम्बोज ने मामले में छात्रों से बातचीत के लिए 3 सदस्यीय कमेटी बनाई है। इस कमेटी के चेयरमैन डायरेक्टर ऑफ रिसर्च डॉ. राजबीर गर्ग और डीन पोस्ट ग्रेजुएट स्टडीज व डीन एग्रीकल्चर डॉ. एस के पहुजा शामिल हैं। कमेटी ने कार्य शुरू कर दिया है। कमेटी के चेयरमैन ने बताया की छात्रों से बातचीत जारी है कुछ मुद्दों पर सहमति बनी है। उम्मीद है जल्दी ही सब कुछ नार्मल हो जाएगा । धरने पर विपक्षी दलों के नेता समर्थन देने पहुंच रहे
आज भारतीय किसान यूनियन छात्रों के समर्थन में आ गई है। इसके अलावा कांग्रेस के राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला ने भी छात्रों को अपना पार्टी की तरफ से समर्थन दिया। वहीं भाकियू नेता गुरनाम सिंह चढूनी और रवि आजाद भी छात्रों को समर्थन देने पहुंचे। यहां पहुंचकर भाकियू नेताओं ने छात्रों संग मिलकर नारेबाजी की और कुलपति बीआर कम्बोज का पुतला जलाया। धरना प्रदर्शन के 5 दिन बाद भी कुलपति ने पूरे मामले में अब तक चुप्पी साधी हुई है। चढूनी बोले- सरकार गलत फहमी निकाल दे
धरने पर छात्रों को संबोधित करते हुए भाकियू नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि सरकार को यह गलत फहमी निकाल देनी चाहिए कि यह आंदोलन 2 से 4 दिन ही चलेगा। भाकियू पूरी तरह से छात्रों के साथ है और जब तक आंदोलन चलेगा पूरी टीम छात्रों के साथ रहेगी। चढूनी ने कहा कि सरकार के पास अभी मौका है कि वह छात्रों की मांग मान ले वरना आंदोलन लंबा और बड़ा हो गया तो यह सरकार से नहीं संभलेगा। रेल और सड़कें रोकने पड़े और सरकार को कोई बड़ा कदम उठाना पड़े उससे पहले ही छात्रों की मांग मान लेनी चाहिए क्योंकि छात्रों की मांग जायज है जिसे पूरा किया जा सकता है। जो भी लाठीचार्ज के दोषी हैं उन पर कार्रवाई होनी चाहिए। 10 जून की रात छात्रों पर हुआ था लाठीचार्ज हरियाणा के हिसार स्थित चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (CCHAU) में मंगलवार 10 जून देर रात को वाइस चांसलर (VC) आवास के बाहर सिक्योरिटी गार्ड्स ने स्टूडेंट्स पर लाठीचार्ज कर दिया था। इसमें 20 से ज्यादा स्टूडेंट घायल हो गए थे। 6 स्टूडेंट्स को गंभीर चोटें आई थीं, जिन्हें सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दरअसल मंगलवार सुबह स्टूडेंट दोपहर को स्कॉलरशिप पॉलिसी के विरोध में VC से मिलने पहुंचे थे। यहां उनका सिक्योरिटी गार्ड्स के साथ विवाद हो गया। स्टूडेंट्स ने आरोप लगाया कि उनके साथ मारपीट की गई। रात को वे इसके विरोध में VC आवास के बाहर पहुंचे तो सिक्योरिटी गार्ड्स ने उन्हें दोबारा खदेड़ दिया और लाठीचार्ज किया। इसके बाद स्टूडेंट्स की शिकायत पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने यूनिवर्सिटी के सिक्योरिटी इंचार्ज सुखबीर सिंह, प्रोफेसर राधेश्याम, रजिस्ट्रार पवन कुमार, सुमन, नरेंद्र, जगमेश पूनिया, अनूप और बिजेंद्र के खिलाफ धारा 110, 190, 191(2), 191(3) और 351(3) के तहत केस दर्ज कर लिया था। हरियाणा के कृषि विश्वविद्यालय में छात्रों पर हुए लाठीचार्ज के मामले में असिस्टेंट प्रोफेसर राधेश्याम को निलंबित कर दिया गया है। यूनिवर्सिटी की जांच में सामने आया कि असिस्टेंट प्रोफेसर राधेश्याम का व्यवहार अशोभनीय था। बता दें कि 10 जून को हुए लाठीचार्ज का एक वीडियो सामने आया था, इस वीडियो में यही असिस्टेंट प्रोफेसर हाथ में लाठी लिए छात्रों के पीछे दौड़ता हुआ दिखा था। बाद में असिस्टेंट प्रोफेसर पर दो छात्रों के सिर फोड़ने का भी आरोप लगाया गया था। निलंबन अवधि के दौरान अब असिस्टेंट प्रोफेसर हेडक्वार्टर बावल एग्रीकल्चर कॉलेज में रहेगा। इसी मामले में 4 सुरक्षा कर्मियों बिजेंद्र, अनूप, जगमेश पूनिया और नरेंद्र को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। लाठीचार्ज में घायल हुए छात्र दीपांशु ने बताया कि अभी छात्र यूनिवर्सिटी की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। वो चाहते हैं वीसी धरने पर आकर माफी मांगें और जिन लोगों पर केस दर्ज हुआ है उन सबकी गिरफ्तारी हो। इसके बाद ही धरना समाप्त किया जाएगा। यूनिवर्सिटी द्वारा जारी की गई आदेश की कॉपी… छात्रों से बातचीत के लिए कुलपति ने कमेटी बनाई
वहीं कुलपति प्रोफेसर बीआर कम्बोज ने मामले में छात्रों से बातचीत के लिए 3 सदस्यीय कमेटी बनाई है। इस कमेटी के चेयरमैन डायरेक्टर ऑफ रिसर्च डॉ. राजबीर गर्ग और डीन पोस्ट ग्रेजुएट स्टडीज व डीन एग्रीकल्चर डॉ. एस के पहुजा शामिल हैं। कमेटी ने कार्य शुरू कर दिया है। कमेटी के चेयरमैन ने बताया की छात्रों से बातचीत जारी है कुछ मुद्दों पर सहमति बनी है। उम्मीद है जल्दी ही सब कुछ नार्मल हो जाएगा । धरने पर विपक्षी दलों के नेता समर्थन देने पहुंच रहे
आज भारतीय किसान यूनियन छात्रों के समर्थन में आ गई है। इसके अलावा कांग्रेस के राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला ने भी छात्रों को अपना पार्टी की तरफ से समर्थन दिया। वहीं भाकियू नेता गुरनाम सिंह चढूनी और रवि आजाद भी छात्रों को समर्थन देने पहुंचे। यहां पहुंचकर भाकियू नेताओं ने छात्रों संग मिलकर नारेबाजी की और कुलपति बीआर कम्बोज का पुतला जलाया। धरना प्रदर्शन के 5 दिन बाद भी कुलपति ने पूरे मामले में अब तक चुप्पी साधी हुई है। चढूनी बोले- सरकार गलत फहमी निकाल दे
धरने पर छात्रों को संबोधित करते हुए भाकियू नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि सरकार को यह गलत फहमी निकाल देनी चाहिए कि यह आंदोलन 2 से 4 दिन ही चलेगा। भाकियू पूरी तरह से छात्रों के साथ है और जब तक आंदोलन चलेगा पूरी टीम छात्रों के साथ रहेगी। चढूनी ने कहा कि सरकार के पास अभी मौका है कि वह छात्रों की मांग मान ले वरना आंदोलन लंबा और बड़ा हो गया तो यह सरकार से नहीं संभलेगा। रेल और सड़कें रोकने पड़े और सरकार को कोई बड़ा कदम उठाना पड़े उससे पहले ही छात्रों की मांग मान लेनी चाहिए क्योंकि छात्रों की मांग जायज है जिसे पूरा किया जा सकता है। जो भी लाठीचार्ज के दोषी हैं उन पर कार्रवाई होनी चाहिए। 10 जून की रात छात्रों पर हुआ था लाठीचार्ज हरियाणा के हिसार स्थित चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (CCHAU) में मंगलवार 10 जून देर रात को वाइस चांसलर (VC) आवास के बाहर सिक्योरिटी गार्ड्स ने स्टूडेंट्स पर लाठीचार्ज कर दिया था। इसमें 20 से ज्यादा स्टूडेंट घायल हो गए थे। 6 स्टूडेंट्स को गंभीर चोटें आई थीं, जिन्हें सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दरअसल मंगलवार सुबह स्टूडेंट दोपहर को स्कॉलरशिप पॉलिसी के विरोध में VC से मिलने पहुंचे थे। यहां उनका सिक्योरिटी गार्ड्स के साथ विवाद हो गया। स्टूडेंट्स ने आरोप लगाया कि उनके साथ मारपीट की गई। रात को वे इसके विरोध में VC आवास के बाहर पहुंचे तो सिक्योरिटी गार्ड्स ने उन्हें दोबारा खदेड़ दिया और लाठीचार्ज किया। इसके बाद स्टूडेंट्स की शिकायत पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने यूनिवर्सिटी के सिक्योरिटी इंचार्ज सुखबीर सिंह, प्रोफेसर राधेश्याम, रजिस्ट्रार पवन कुमार, सुमन, नरेंद्र, जगमेश पूनिया, अनूप और बिजेंद्र के खिलाफ धारा 110, 190, 191(2), 191(3) और 351(3) के तहत केस दर्ज कर लिया था।   हरियाणा | दैनिक भास्कर