IPL डेब्यू में 4 विकेट लेने वाले अश्वनी पंजाब के:साइकिल से स्टेडियम गए, ₹30 पॉकेट मनी में गुजारा, MI ने 30 लाख में खरीदा

IPL डेब्यू में 4 विकेट लेने वाले अश्वनी पंजाब के:साइकिल से स्टेडियम गए, ₹30 पॉकेट मनी में गुजारा, MI ने 30 लाख में खरीदा

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 18वें सीजन में मुंबई इंडियंस (MI) की ओर से खेलते हुए गेंदबाज अश्वनी कुमार ने शानदार प्रदर्शन किया। 31 मार्च की शाम को कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के खिलाफ अश्वनी ने 3 ओवर में 4 विकेट झटके। यह IPL के डेब्यू मैच में किसी भी भारतीय गेंदबाज की ओर से किया गया सबसे अव्वल प्रदर्शन है। इसके बाद अब लोगों को यह जानने की उत्सुकता है कि आखिर अश्वनी कुमार हैं कौन? कहां के रहने वाले हैं? उन्होंने किस तरह यहां तक का सफर तय किया? इन सभी सवालों के जवाब हमने उनके कोच से बात कर पता किए। उन्होंने बताया कि अश्वनी कुमार पंजाब में मोहाली के एक छोटे से गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने क्रिकेट का सफर मोहाली डिस्ट्रिक्ट एकेडमी में कोच हरविंदर सिंह के सानिध्य में शुरू किया था। अपने गांव से मोहाली तक वह हर रोज साइकिल से जाते थे और घर से रोजाना 30 रुपए पॉकेट मनी लेते थे। खैर अब साइकिल का सफर हवाई सफर में तब्दील हो चुका है और 30 रुपए रोजाना पॉकेट मनी लेने वाले अश्वनी 30 लाख रुपए में IPL खेल रहे हैं। आइए उनके स्ट्रगल और करियर के बारे में विस्तार से जानते हैं… अश्वनी कुमार की कहानी, कोच की जुबानी… मोहाली की लोअर मिडिल क्लास फैमिली में जन्म
अश्वनी कुमार का जन्म 29 अगस्त 2001 को एक लोअर मिडिल क्लास फैमिली में हुआ। उनके परिवार का क्रिकेट से कोई नाता नहीं था। अश्वनी बचपन से क्रिकेट के शौकीन रहे और दूसरे बच्चों की तरह ही गली क्रिकेट से शुरुआत हुई। कोचिंग लेने से पहले तक वह केवल गलियों में गेंदें फेंकते रहे, क्योंकि बचपन से उन्हें बैटिंग से ज्यादा बॉलिंग में मजा आता था। इसके बाद उन्होंने क्रिकेट के प्रति गंभीरता दिखाई और कोचिंग लेने का मन बनाया। कभी प्रैक्टिस मिस नहीं की
अश्वनी कुमार को लेकर उनके कोच हरविंदर सिंह उर्फ विंदर ने बताया- वह 2016 में मेरे पास आया था। जब वह पहली बार आया तो पहली नजर में ही उसे देखकर पॉजिटिविटी आई। लगा कि यह बड़ा प्लेयर बनेगा। क्रिकेट को लेकर उसका जुनून भी गजब का था। मुझे आकर कहने लगा कि मुझे गेंदबाज के तौर पर अपना करियर बनाना है। कोच ने बताया- मैंने पूछा कि कहां से हो। उसने बताया कि मोहाली के गांव झंझेड़ी से। मैंने कहा कि झंझेड़ी तो 20-25 किलोमीटर दूर है। तुम कैसे आओगे? उसने कहा मुझे क्रिकेट सीखना है। चाहे जो भी हो जाए, मैं यहां रोज हर हाल में पहुंच जाउंगा। इस पर मैं उसे मना नहीं कर पाया और उसने डेली आना शुरू किया। वह साइकिल से आता था और याद नहीं है कि कभी उसने प्रैक्टिस मिस की हो। यॉर्कर बॉय के नाम से फेमस
अश्वनी कुमार विकेट टु विकेट बॉल करने के चलते आसानी से किसी भी बल्लेबाज को शिकार बना लेते हैं। कोच बताते हैं- आज जिस अश्वनी कुमार को आप देख रहे हैं, उसका IPL का सफर आसान नहीं रहा। मीडियम पेसर बनने के लिए उसने सुबह-शाम प्रैक्टिस की है। अपनी टीम में वह यॉर्कर बॉय के नाम से मशहूर है और अच्छी यॉर्कर फेंकता है। मोहाली डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एकेडमी ने तराशा
2016 में जब अश्वनी कुमार मोहाली डिस्ट्रिक्ट एकेडमी में सीखने के लिए आए तब कोच परविंदर सिंह ने इनकी शुरुआत करवाई। इसके बाद कोच हरविंदर सिंह ने उनकी दीक्षा को आगे बढ़ाया। उन्होंने अश्वनी के परिवार के बारे में भी बात की। कोच हरविंदर ने कहा- जब से अश्वनी मेरे पास प्रैक्टिस के लिए आ रहा है, मैंने कभी उसके माता-पिता से मुलाकात नहीं की, लेकिन उसका भाई अक्सर मिलने आता था। वह हमेशा उसकी परफार्मेंस से बारे में पूछने के लिए आता था। बीच-बीच में उसे छोड़ने और ले जाने के लिए भी आता था। उसे अश्वनी की चिंता थी। 2018-19 में मिला पहला ब्रेक थ्रू
कोच हरविंदर के अनुसार, 2018-19 में अश्वनी को मोहाली की टीम से खेलने का मौका मिला। मोहाली की टीम में अंडर-19 खेलते हुए उन्होंने अपनी बॉलिंग से सिलेक्शन कमेटी को प्रभावित किया। इसके बाद पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन की नजरों में आ गए। फिर उन्होंने मुड़कर पीछे नहीं देखा और लगातार स्टेट की टीम को रिप्रेजेंट किया। लोअर मिडिल क्लास के दूसरे बच्चे होंगे मोटिवेट
अश्वनी कुमार लोअर मिडिल क्लास से आते हैं और अपनी मेहनत से आज क्रिकेट में मुकाम कमाया है। उनके कोच का कहना है कि अश्चिनी के लिए उन्होंने तो मेहनत की ही है, लेकिन यहां तक पहुंचने में उनके खुद के भी काफी एफर्ट हैं। उन्होंने लोअर मिडिल क्लास के दूसरे बच्चों को भी प्रेरित किया है। दूसरे बच्चे भी उनसे प्रेरणा लेंगे और क्रिकेट में आगे आएंगे। पिता बोले- रोज 30 रुपए लेकर जाता था, आज 30 लाख मिले
बेटे की उपलब्धि पर उनके पिता हरकेश कुमार ने कहा, “मुझे याद है कि वह मुझसे खर्चे के लिए 30 रुपए लेता था। जब उसे मेगा नीलामी में मुंबई इंडियंस (MI) ने 30 लाख रुपए में खरीदा, तो लगा कि बेटे की मेहनत कामयाब हो गई। जब वह विकेट ले रहा था, तो मैं उन दिनों के बारे में सोच रहा था, जब वह अपनी ट्रेनिंग के बाद रात 10 बजे घर लौटता था और अगले दिन सुबह 5 बजे फिर से निकल जाता था।’ कहानी बताते हुए रोने लगे माता-पिता
अश्वनी के पिता घर के एक कोने में खड़ी साइकिल के बारे में बताते हैं कि यह वही साइकिल है जिस पर बेटा प्रैक्टिस के लिए आईएस बिंद्रा पीसीए स्टेडियम जाया करता था। वह पत्नी मीना रानी और बड़े बेटे शिव राणा के साथ बेटे की कामयाबी की कहनी बताते खुशी के आंसू नहीं रोक पाए। हरकेश बताते हैं- गांव में उनकी डेढ़ एकड़ जमीन है। वह इसी पर खेती कर गुजारा करते हैं। अश्वनी के नाम ये उपलब्धियां… पहली ही गेंद पर अजिंक्य रहाणे को आउट किया
अश्वनी कुमार ने अपने IPL डेब्यू की पहली ही गेंद पर KKR के कप्तान अजिंक्य रहाणे का विकेट झटका। इसके बाद उन्होंने रिंकू सिंह, मनीष पांडे और आंद्रे रसल जैसे दिग्गज बल्लेबाजों को भी पवेलियन भेजा। उनके इस प्रदर्शन से MI मजबूत हुई और टीम ने शानदार जीत दर्ज की। IPL डेब्यू के चौथे सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज
IPL के इतिहास में डेब्यू मैच में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले गेंदबाजों की लिस्ट में अश्वनी कुमार चौथे स्थान पर हैं। इस सूची में पहले स्थान पर अल्जारी जोसेफ हैं, जिन्होंने 2019 में हैदराबाद के खिलाफ 12 रन देकर 6 विकेट झटके थे। वहीं, दूसरे स्थान पर एंड्रयू टाई हैं, जिन्होंने 2017 में 17 रन देकर 5 विकेट चटकाए थे। 2 फर्स्ट क्लास मैचों में 3 विकेट
अश्वनी कुमार घरेलू क्रिकेट में पंजाब की ओर से खेलते हैं और शेर-ए-पंजाब टी-20 टूर्नामेंट में अपने शानदार प्रदर्शन के कारण सुर्खियों में आए थे। उन्होंने अब तक 2 फर्स्ट क्लास मैचों में 3 विकेट और 4 लिस्ट-ए मैचों में भी 3 विकेट हासिल किए हैं। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 18वें सीजन में मुंबई इंडियंस (MI) की ओर से खेलते हुए गेंदबाज अश्वनी कुमार ने शानदार प्रदर्शन किया। 31 मार्च की शाम को कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के खिलाफ अश्वनी ने 3 ओवर में 4 विकेट झटके। यह IPL के डेब्यू मैच में किसी भी भारतीय गेंदबाज की ओर से किया गया सबसे अव्वल प्रदर्शन है। इसके बाद अब लोगों को यह जानने की उत्सुकता है कि आखिर अश्वनी कुमार हैं कौन? कहां के रहने वाले हैं? उन्होंने किस तरह यहां तक का सफर तय किया? इन सभी सवालों के जवाब हमने उनके कोच से बात कर पता किए। उन्होंने बताया कि अश्वनी कुमार पंजाब में मोहाली के एक छोटे से गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने क्रिकेट का सफर मोहाली डिस्ट्रिक्ट एकेडमी में कोच हरविंदर सिंह के सानिध्य में शुरू किया था। अपने गांव से मोहाली तक वह हर रोज साइकिल से जाते थे और घर से रोजाना 30 रुपए पॉकेट मनी लेते थे। खैर अब साइकिल का सफर हवाई सफर में तब्दील हो चुका है और 30 रुपए रोजाना पॉकेट मनी लेने वाले अश्वनी 30 लाख रुपए में IPL खेल रहे हैं। आइए उनके स्ट्रगल और करियर के बारे में विस्तार से जानते हैं… अश्वनी कुमार की कहानी, कोच की जुबानी… मोहाली की लोअर मिडिल क्लास फैमिली में जन्म
अश्वनी कुमार का जन्म 29 अगस्त 2001 को एक लोअर मिडिल क्लास फैमिली में हुआ। उनके परिवार का क्रिकेट से कोई नाता नहीं था। अश्वनी बचपन से क्रिकेट के शौकीन रहे और दूसरे बच्चों की तरह ही गली क्रिकेट से शुरुआत हुई। कोचिंग लेने से पहले तक वह केवल गलियों में गेंदें फेंकते रहे, क्योंकि बचपन से उन्हें बैटिंग से ज्यादा बॉलिंग में मजा आता था। इसके बाद उन्होंने क्रिकेट के प्रति गंभीरता दिखाई और कोचिंग लेने का मन बनाया। कभी प्रैक्टिस मिस नहीं की
अश्वनी कुमार को लेकर उनके कोच हरविंदर सिंह उर्फ विंदर ने बताया- वह 2016 में मेरे पास आया था। जब वह पहली बार आया तो पहली नजर में ही उसे देखकर पॉजिटिविटी आई। लगा कि यह बड़ा प्लेयर बनेगा। क्रिकेट को लेकर उसका जुनून भी गजब का था। मुझे आकर कहने लगा कि मुझे गेंदबाज के तौर पर अपना करियर बनाना है। कोच ने बताया- मैंने पूछा कि कहां से हो। उसने बताया कि मोहाली के गांव झंझेड़ी से। मैंने कहा कि झंझेड़ी तो 20-25 किलोमीटर दूर है। तुम कैसे आओगे? उसने कहा मुझे क्रिकेट सीखना है। चाहे जो भी हो जाए, मैं यहां रोज हर हाल में पहुंच जाउंगा। इस पर मैं उसे मना नहीं कर पाया और उसने डेली आना शुरू किया। वह साइकिल से आता था और याद नहीं है कि कभी उसने प्रैक्टिस मिस की हो। यॉर्कर बॉय के नाम से फेमस
अश्वनी कुमार विकेट टु विकेट बॉल करने के चलते आसानी से किसी भी बल्लेबाज को शिकार बना लेते हैं। कोच बताते हैं- आज जिस अश्वनी कुमार को आप देख रहे हैं, उसका IPL का सफर आसान नहीं रहा। मीडियम पेसर बनने के लिए उसने सुबह-शाम प्रैक्टिस की है। अपनी टीम में वह यॉर्कर बॉय के नाम से मशहूर है और अच्छी यॉर्कर फेंकता है। मोहाली डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एकेडमी ने तराशा
2016 में जब अश्वनी कुमार मोहाली डिस्ट्रिक्ट एकेडमी में सीखने के लिए आए तब कोच परविंदर सिंह ने इनकी शुरुआत करवाई। इसके बाद कोच हरविंदर सिंह ने उनकी दीक्षा को आगे बढ़ाया। उन्होंने अश्वनी के परिवार के बारे में भी बात की। कोच हरविंदर ने कहा- जब से अश्वनी मेरे पास प्रैक्टिस के लिए आ रहा है, मैंने कभी उसके माता-पिता से मुलाकात नहीं की, लेकिन उसका भाई अक्सर मिलने आता था। वह हमेशा उसकी परफार्मेंस से बारे में पूछने के लिए आता था। बीच-बीच में उसे छोड़ने और ले जाने के लिए भी आता था। उसे अश्वनी की चिंता थी। 2018-19 में मिला पहला ब्रेक थ्रू
कोच हरविंदर के अनुसार, 2018-19 में अश्वनी को मोहाली की टीम से खेलने का मौका मिला। मोहाली की टीम में अंडर-19 खेलते हुए उन्होंने अपनी बॉलिंग से सिलेक्शन कमेटी को प्रभावित किया। इसके बाद पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन की नजरों में आ गए। फिर उन्होंने मुड़कर पीछे नहीं देखा और लगातार स्टेट की टीम को रिप्रेजेंट किया। लोअर मिडिल क्लास के दूसरे बच्चे होंगे मोटिवेट
अश्वनी कुमार लोअर मिडिल क्लास से आते हैं और अपनी मेहनत से आज क्रिकेट में मुकाम कमाया है। उनके कोच का कहना है कि अश्चिनी के लिए उन्होंने तो मेहनत की ही है, लेकिन यहां तक पहुंचने में उनके खुद के भी काफी एफर्ट हैं। उन्होंने लोअर मिडिल क्लास के दूसरे बच्चों को भी प्रेरित किया है। दूसरे बच्चे भी उनसे प्रेरणा लेंगे और क्रिकेट में आगे आएंगे। पिता बोले- रोज 30 रुपए लेकर जाता था, आज 30 लाख मिले
बेटे की उपलब्धि पर उनके पिता हरकेश कुमार ने कहा, “मुझे याद है कि वह मुझसे खर्चे के लिए 30 रुपए लेता था। जब उसे मेगा नीलामी में मुंबई इंडियंस (MI) ने 30 लाख रुपए में खरीदा, तो लगा कि बेटे की मेहनत कामयाब हो गई। जब वह विकेट ले रहा था, तो मैं उन दिनों के बारे में सोच रहा था, जब वह अपनी ट्रेनिंग के बाद रात 10 बजे घर लौटता था और अगले दिन सुबह 5 बजे फिर से निकल जाता था।’ कहानी बताते हुए रोने लगे माता-पिता
अश्वनी के पिता घर के एक कोने में खड़ी साइकिल के बारे में बताते हैं कि यह वही साइकिल है जिस पर बेटा प्रैक्टिस के लिए आईएस बिंद्रा पीसीए स्टेडियम जाया करता था। वह पत्नी मीना रानी और बड़े बेटे शिव राणा के साथ बेटे की कामयाबी की कहनी बताते खुशी के आंसू नहीं रोक पाए। हरकेश बताते हैं- गांव में उनकी डेढ़ एकड़ जमीन है। वह इसी पर खेती कर गुजारा करते हैं। अश्वनी के नाम ये उपलब्धियां… पहली ही गेंद पर अजिंक्य रहाणे को आउट किया
अश्वनी कुमार ने अपने IPL डेब्यू की पहली ही गेंद पर KKR के कप्तान अजिंक्य रहाणे का विकेट झटका। इसके बाद उन्होंने रिंकू सिंह, मनीष पांडे और आंद्रे रसल जैसे दिग्गज बल्लेबाजों को भी पवेलियन भेजा। उनके इस प्रदर्शन से MI मजबूत हुई और टीम ने शानदार जीत दर्ज की। IPL डेब्यू के चौथे सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज
IPL के इतिहास में डेब्यू मैच में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले गेंदबाजों की लिस्ट में अश्वनी कुमार चौथे स्थान पर हैं। इस सूची में पहले स्थान पर अल्जारी जोसेफ हैं, जिन्होंने 2019 में हैदराबाद के खिलाफ 12 रन देकर 6 विकेट झटके थे। वहीं, दूसरे स्थान पर एंड्रयू टाई हैं, जिन्होंने 2017 में 17 रन देकर 5 विकेट चटकाए थे। 2 फर्स्ट क्लास मैचों में 3 विकेट
अश्वनी कुमार घरेलू क्रिकेट में पंजाब की ओर से खेलते हैं और शेर-ए-पंजाब टी-20 टूर्नामेंट में अपने शानदार प्रदर्शन के कारण सुर्खियों में आए थे। उन्होंने अब तक 2 फर्स्ट क्लास मैचों में 3 विकेट और 4 लिस्ट-ए मैचों में भी 3 विकेट हासिल किए हैं।   पंजाब | दैनिक भास्कर