Kaal Bhairav Sawari: उज्जैन में नगर भ्रमण पर निकले बाबा काल भैरव, दिया गया ‘गार्ड ऑफ ऑनर’, भक्तों का उमड़ा हुजूम Kaal Bhairav Sawari: उज्जैन में नगर भ्रमण पर निकले बाबा काल भैरव, दिया गया ‘गार्ड ऑफ ऑनर’, भक्तों का उमड़ा हुजूम मध्य प्रदेश राजस्थान के शाहपुरा में धार्मिक जुलूस पर पथराव, मचा भारी बवाल, पुलिस फोर्स तैनात
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‘दोषियों के साथ खड़ी है महाराष्ट्र सरकार’, बदलापुर केस के खिलाफ सड़कों पर उतरा MVA, उद्धव ठाकरे ने क्या कहा?
‘दोषियों के साथ खड़ी है महाराष्ट्र सरकार’, बदलापुर केस के खिलाफ सड़कों पर उतरा MVA, उद्धव ठाकरे ने क्या कहा? <p style=”text-align: justify;”><strong>Badlapur School News:</strong> महा विकास अघाड़ी (MVA) ने आज के लिए नियोजित महाराष्ट्र बंद को वापस ले लिया है. MVA के फैसले के एक दिन बाद शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने दावा किया है कि राज्य सरकार ठाणे के बदलापुर के एक स्कूल में दो चार वर्षीय लड़कियों के कथित यौन उत्पीड़न के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय “दोषियों के साथ खड़ी है”. इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (SP) प्रमुख शरद पवार ने सांसद सुप्रिया सुले सहित अन्य MVA नेताओं के साथ पुणे में इसी तरह के विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या बोले उद्धव ठाकरे?</strong><br />शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे आज मुंबई में एक मौन विरोध प्रदर्शन को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा, “यह दुखद है कि महिलाओं के खिलाफ अपराध में शामिल अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय महाराष्ट्र सरकार उनके साथ खड़ी है.” उन्होंने कहा कि राज्य में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए महायुति सरकार को हटाना जरूरी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ठाकरे ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से ‘बहन सुरक्षित और घर सुरक्षित’ नारे के साथ हस्ताक्षर अभियान चलाने को कहा, जिसे बाद में बॉम्बे हाईकोर्ट में पेश किया जाएगा. ठाकरे ने ये भी कहा, “कोर्ट ने हमारे बंद को रोक दिया, लेकिन हमारी आवाज को दबा नहीं सकता.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या बोले शरद पवार?</strong><br />एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने पुणे में अन्य एमवीए नेताओं के साथ कलाई पर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन करते हुए कहा, “बदलापुर की घटना ने देश में महाराष्ट्र की छवि को नुकसान पहुंचाया है.” पवार ने कहा कि ऐसी घटना छत्रपति शिवाजी की भूमि पर हुई है, जो महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वाले अपराधियों के हाथ काट देते थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें, महाराष्ट्र के बदलापुर में यौन उत्पीड़न केस को लेकर आज महाविकास अघाड़ी ने बंद बुलाया था, लेकिन एक दिन पहले ही इसे वापस ले लिया गया. लेकिन आज विपक्ष के कई नेता सड़कों पर उतरकर राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”‘नेता अगर चुनाव लड़ने पर अड़े रहे तो…’, चुनाव से पहले BJP प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले के तेवर सख्त” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/maharashtra-assembly-election-2024-chandrashekhar-bawankule-on-bjp-leaders-leaving-party-speculations-2767874″ target=”_blank” rel=”noopener”>’नेता अगर चुनाव लड़ने पर अड़े रहे तो…’, चुनाव से पहले BJP प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले के तेवर सख्त</a></strong></p>
बस्ती: 10 साल पहले बनकर तैयार नहर के नाम पर करोड़ों का गबन, डीएम को सौंपी गई जांच
बस्ती: 10 साल पहले बनकर तैयार नहर के नाम पर करोड़ों का गबन, डीएम को सौंपी गई जांच <p style=”text-align: justify;”><strong>Basti Latest News:</strong> योगी सरकार में भ्रष्टाचार को लेकर तमाम नेताओं ने आरोप लगाया है, जिसको लेकर मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> ने साफ तौर पर कहा है कि आप सबूत दीजिए हम अपने भ्रष्ट अधिकारी के खिलाफ तत्काल एक्शन लेंगे. बस्ती के एक इंजीनियर साहब का कारनामा सुनेंगे तो आपको यकीन नहीं होगा. कैसे 10 साल पहले पूर्ण हो चुकी एक नहर के नाम पर सरकार का करोड़ों रुपए पानी में बहा दिया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जमीन अधिग्रहण के नाम पर इंजीनियर ने ऐसा खेल खेला कि सारे नियम कानून धरे रह गए, जिस नहर में लगातार पानी बह रहा है उस नहर को कागजों में अधूरा दिखाकर किसानों की जमीन की खरीद फरोख्त की गई और लगभग 3 करोड़ से अधिक के सरकारी बजट का बंदरबांट कर लिया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>आपदा में भी घोटाले का अवर ढूंढ लिया </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल यह मामला भानपुर तहसील क्षेत्र के भगवानपुर गांव का है, जहां गांव के किनारे से होकर सरयू नहर वर्ष 2000 में बनाई गई. उस वक्त नहर बनाने के लिए 17 से 18 किसानों की जमीन भी अधिग्रहण किया गया, और वर्ष 2005 में नहर का कार्य पूरा हो गया. इसके 15 साल बाद भ्रष्ट इंजीनियर राकेश गौतम बस्ती की कमान संभालने पहुंचे और उन्होंने इस आपदा में भी अवसर ढूंढ लिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>किसानों की जमीन दोबारा खरीदी गई </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>अधिशाषी अभियंता आरके गौतम ने सरयू नहर को अधूरी दिखाकर फिर से पहले अपनी जमीन नहर के नाम पर अपनी जमीन दे चुके किसानों के 7 से 8 रिश्तेदार किसानों की जमीन अधिग्रहण कर साढ़े तीन करोड़ का भुगतान कर दोबारा न्यारा कर दिया गया. शिकायतकर्ता लाल बिहारी का आरोप है कि किसानों से सांठगांठ कर सरयू नहर के अधिकारियों ने दोबारा से किसानों की फर्जी तरीके से जमीन खरीदी गई. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>किसान ने लगाया गंभीर आरोप </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बस्ती जनपद के भगवानपुर के रहने वाले किसान लाल बिहारी ने सरयू नहर में हुए भ्रष्टाचार और गबन की जांच सतर्कता आयोग से करने की मांग की थी. पूर्वांचल विकास बोर्ड के सदस्य बौद्ध अरविंद सिंह पटेल ने भी इसके लिए मुख्य सचिव को पत्र लिखा था, जिस पर जांच शुरू हो गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>शिकायतकर्ता लाल बिहारी ने बताया कि उनके गांव से सरयू नहर की एक शाखा जा रही थी, जिसका गजट सन 2000 में हुआ था जिसमें कुछ काश्तकारों से नहर विभाग ने 26 अगस्त 2000 को नहर की जमीन के अधिग्रहण के लिए अधिग्रहित भूमि का बैनामा करवाया गया. इसी दौरान गांव की चकबंदी का बजट हो गया था. उसके बाद बैनामा फार्म 23 के आधार पर करवाया गया था, लेकिन ग्राम-भगवानपुर की चकबन्दी निरस्त कर दी गयी और अभिलेख पुनः तहसील में वापस कर दिये गये.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सरकारी धन का किया गया दुरुपयोग </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं चकबन्दी निरस्त होने से चौकीदारों का चेक निरस्त हो गया और मूल काश्तकार दोबारा से अपने चको पर कायम हो गये. सरयू नहर विभाग ने जिन नंबरों का दस्तावेज बैनामा वर्ष 2000 को कराया था, जिसके बाद चकबन्दी निरस्त होने पर दोबारा उन्हीं नंबरों का दस्तावेज बैनामा साल 2017 को उसी भूमि का चार गुना दर से बैनामा करा कर सरयू नहर योजना के अधिशाषी अभियंता आरके गौतम ने करोड़ों का गबन किया. वर्ष 2000 में हुए किसानों के जमीन अधिग्रहण के बैनामा के वजूद में रहते दोबारा 15 साल बाद दिनांक 16.12.2017 व 18.12.2017 को फिर से बैनामा करा कर चार गुना धन देकर किसानों से मिलीभगत कर सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी मिली </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>शिकायतकर्ता का कहना है कि उक्त बैनामे की कार्यवाही में अधिशाषी अभियन्ता राकेश कुमार गौतम, अवर अभियन्ता बलिकरन चौहान, तत्कालीन इंजीनियर सींचपाल और स्टेनो देवेन्द्र की आपसी सहमति और असली किसानों को धोखा देकर भूमिधरों से अच्छी-खासी कमीशन की राशि ली गई और दोबारा भुगतान कर दिया गया है. इस बैनामे की कार्रवाई धोखाधड़ी, सरकारी धन का दुरुपयोग का जब शिकायतकर्ता लाल बिहारी ने विरोध किया तो दबंगों ने उसे जान से मारने की धमकी दिए, जिसकी सूचना स्थानीय थाने पर दी गयी मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बस्ती के जिलाधिकारी को सौंपी गई घोटाले की जांच</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इस संबंध में किसान लाल बिहारी ने शासन को एक शिकायती पत्र के माध्यम से जानकारी दिया गया, जिसमें सिंचाई विभाग लखनऊ के जांच अधिकारी निष्पक्ष जांच करने के बजाय जांच को ही बंद कर दिया. इस बात की जानकारी होते ही पूरे मामले की शिकायत मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन को दिया गया है. इस मामले में मुख्य सचिव कार्यालय से जिलाधिकारी बस्ती को इस घोटाले की जांच सौंपी गई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बस्ती के जिलाधिकारी ने क्या बताया?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>चीफ सेक्रेटरी उत्तर प्रदेश के आदेश के बाद जिलाधिकारी बस्ती रवीश कुमार गुप्ता के निर्देश पर मुख्य राजस्व अधिकारी संजीव ओझा इस गबन की जांच कर रहे हैं. मुख्य राजस्व अधिकारी से जब हमने बात की तो उन्होंने बताया कि शासन में शिकायत हुई थी जिसकी जांच की जा रही है. कहा कि शिकायतकर्ता को बुलाकर उनका बयान ले लिया गया है. इस संबंध में सभी साक्ष्य लिए गए हैं. प्रकरण अत्यंत गंभीर है जिसके क्रम में जांच की जा रही है. जांच रिपोर्ट जल्द शासन को भेज दी जाएगी ताकि जल्द कार्रवाई हो सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अधिशासी अभियंता राकेश कुमार गौतम ने दिया ये जवाब</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>अधिशासी अभियंता राकेश कुमार गौतम से जब हमने इस मामले पर उनका पक्ष लेने के लिए बात किया तो उन्होंने गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि सरयू नहर बनाने के लिए विभाग की तरफ से 2017 में कुछ किसानों की जमीन का बैनामा कराया गया था, शिकायतकर्ता लाल बिहारी ने शासन में कुछ आरोप लगाए है, जो सरासर गलत है. किसानों की जमीन लेकर सरयू नहर के लिए नहर बनाई गई है. इस प्रकरण की कई जांच हो चुकी है. उन्होंने अपना पक्ष जांच अधिकारियों के सामने रख दिया है. उनकी तरफ से कोई जमीन घोटाला नहीं किया गया है. मगर जब उनसे पूछा गया कि जब सरयू नहर का काम वर्ष 2005 में ही पूरा हो चुका था तो फिर 15 साल पर फिर क्यों किसानों का जमीन अधिग्रहण किया गया तो इसका सवाल का वो कोई जवाब नहीं दे सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”बस्ती में बेसमेंट में चल रही 4 लाइब्रेरी सील, दिल्ली कोचिंग के हादसे के बाद BDA ने लिया एक्शन” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/basti-district-four-libraries-sealed-action-taken-after-delhi-rao-ias-coaching-accident-ann-2754339″ target=”_self”>बस्ती में बेसमेंट में चल रही 4 लाइब्रेरी सील, दिल्ली कोचिंग के हादसे के बाद BDA ने लिया एक्शन</a></strong></p>
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पंजाब की कैबिनेट मंत्री की शादी:जीरकपुर के गुरुद्वारा नाभा साहिब में होगी शादी की रस्में, पहुंचेंगे कई नामी मेहमान
पंजाब की कैबिनेट मंत्री की शादी:जीरकपुर के गुरुद्वारा नाभा साहिब में होगी शादी की रस्में, पहुंचेंगे कई नामी मेहमान पंजाब सरकार की एक और मंत्री एवं सिंगर अनमोल गगन मान आज शादी के बंधन में बंधने जा रही है। उनका विवाह शाहबाज सिंह से होने जा रहा है। जीरकपुर स्थित गुरुद्वारा नाभा साहिब में विवाह की रस्में पूरी होंगी। इसके बाद जीरकपुर के एक मैरिज पैलेस में समारोह होगा। इस समारोह में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, कई मंत्रियों, विधायकों और नामी लोग पहुंचने की उम्मीद है। वहीं, इस दौरान लोगों को किसी भी तरह की कोई परेशानी न हो। इसके लिए प्रशासन की तरफ से पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। पहली बार चुनाव जीतने के बाद बनी मंत्री अनमोल गगन मान का परिवार मूलरूप से जिला मानसा की रहने वाला हैं। हालांकि उनका ज्यादातर समय चंडीगढ़ और मोहाली में ही बीता है। वहीं, उन्होंने चंडीगढ़ से अपनी पढ़ाई है। इसके बाद पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री में आ गई। उन्होंने एक के बाद एक कई पंजाबी एल्बम में काम किया। अनमोल गगन मान साल 2022 में खरड़ से पहली बार विधानसभा से चुनाव जीती। राज्य में आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार बनते ही उन्हें कैबिनेट मंत्री का पद दिया गया। वह टूरिज्म विभाग संभाल रही हैं। हालांकि विधानसभा चुनाव के कैंपेन में मान ने सॉन्ग भी बनाया था। इतना ही नहीं उनके चुनाव प्रचार के लिए आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल खुद खरड़ गाए थे। साथ ही उन्होंने उनके लिए वोट मांगे थे। ससुराल वाले भी राजनीति में अनमोल गगन मान की शादी जिस परिवार में होने जा रही है। उसका भी अपने एरिया में अच्छा रसूख है। उनके पति एडवोकेट शहबाज सिंह पेशे से बिजनेसमैन हैं। जबकि शाहबाज की मां सीलम सोही राजनीति में हैं। उन्होंने बनूड़ विधानसभा क्षेत्र से शिरोमणि अकाली दल के नेता व पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन कंवलजीत के खिलाफ कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा था। इनके पिता पूर्व सीएम बेअंत सिंह के करीबी रहे हैं। वहीं इनके दादा निर्दलीय चुनाव लड़कर विधानसभा पहुंचे थे।