उत्तर प्रदेश के 58 शिक्षकों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तहत प्रोजेक्ट के लिए अनुदान दिया गया है। इसमें LU के 20 शिक्षकों को अनुदान प्रदान किया गया है। इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग के विशेष सचिव की ओर से प्रदेश के 8 विश्वविद्यालयों को आदेश जारी किया गया है। जिसमें यूपी के 58 शिक्षकों को 3.88 करोड़ का अनुदान मिला है। इसमें LU के 20 शिक्षकों को 1.52 रुपए मिले हैं। LU शिक्षकों में प्राणिशास्त्र विभाग की प्रोफेसर डॉ.गीतांजलि मिश्रा को 3.60 लाख, प्रो.शैली मलिक को चार लाख, डॉ. राजेश कुमार खरवार को 3.20 लाख, प्रो.संगीता रानी को 6.57 लाख, डॉ.मनोज कुमार को 14.5 लाख, वनस्पति विज्ञान के डॉ.गिरिश चंद्र पाठक को 8.60 लाख, डॉ.अमित कुमार सिंह को 6.10 लाख मिले हैं। डॉ. सुषमा मिश्रा को 8.65 लाख, डॉ. प्रदीप कुमार को 7.15 लाख, डॉ. मोहम्मद इसराइल अंसारी को 2.50 लाख, भौतिक विज्ञान के प्रो. एनके पांडेय को 14.20 लाख, डॉ. अंचल श्रीवास्तव को 14.40 लाख, प्रो. नीरज मिश्रा को 6.95 लाख, डॉ. आरके शुक्ला को 14.50 लाख, जैव रसायन के डॉ. सिद्धार्थ कुमार मिश्रा को 10.15 लाख मिले हैं। समाज कार्य के प्रो. अनूप कुमार भारतीय को 4.90 लाख, अंग्रेजी विभाग के डॉ. आरपी सिंह को 5.90 लाख, विधि विभाग की प्रो. विनीता को 7.40 लाख, प्रो. आरके सिंह को 3.40 लाख और रसायन विज्ञान के डॉ. अशोक कुमार सिंह को 6.40 लाख रुपए का अनुदान मिला है। भाषा विश्वविद्यालय के 6 फैकल्टी को मिला अनुदान भाषा के 6 शिक्षकों को अनुदान सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तहत KMC भाषा विश्वविद्यालय के 6 शिक्षकों ने पच्चीस लाख सत्तर हजार रुपए का अनुदान मिला है। भाषा विश्वविद्यालय से अरेबिक विभाग के प्रो.मसूद आलम को तीन लाख नब्बे हजार, बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की डॉ. दुआ नकवी को चार लाख, अर्थशास्त्र के डॉ.राहुल कुमार मिश्रा को चार लाख नब्बे हजार, शिक्षाशास्त्र की प्रो.चंदना डे को चार लाख नब्बे हजार, पत्रकारिता एवं जनसंचार की डॉ.रूचिता सुजॉय चौधरी और भूगोल के डॉ.प्रवीण कुमार राय को चार-चार लाख का अनुदान मिला है। लोहिया विधि विश्वविद्यालय के 3 शिक्षकों को प्रोजेक्ट के लिए मिला अनुदान डॉ. राम मनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय के 3 शिक्षकों को प्रोजेक्ट के लिए ग्रांट मिली है। इसमें अंग्रेजी की प्रो.अलका सिंह को 4 लाख, लॉ के डॉ. मनोज कुमार को 3 लाख तीस हजार और डॉ. अपर्णा सिंह को 4 लाख पच्चासी हजार रुपए दिए गए हैं। उत्तर प्रदेश के 58 शिक्षकों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तहत प्रोजेक्ट के लिए अनुदान दिया गया है। इसमें LU के 20 शिक्षकों को अनुदान प्रदान किया गया है। इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग के विशेष सचिव की ओर से प्रदेश के 8 विश्वविद्यालयों को आदेश जारी किया गया है। जिसमें यूपी के 58 शिक्षकों को 3.88 करोड़ का अनुदान मिला है। इसमें LU के 20 शिक्षकों को 1.52 रुपए मिले हैं। LU शिक्षकों में प्राणिशास्त्र विभाग की प्रोफेसर डॉ.गीतांजलि मिश्रा को 3.60 लाख, प्रो.शैली मलिक को चार लाख, डॉ. राजेश कुमार खरवार को 3.20 लाख, प्रो.संगीता रानी को 6.57 लाख, डॉ.मनोज कुमार को 14.5 लाख, वनस्पति विज्ञान के डॉ.गिरिश चंद्र पाठक को 8.60 लाख, डॉ.अमित कुमार सिंह को 6.10 लाख मिले हैं। डॉ. सुषमा मिश्रा को 8.65 लाख, डॉ. प्रदीप कुमार को 7.15 लाख, डॉ. मोहम्मद इसराइल अंसारी को 2.50 लाख, भौतिक विज्ञान के प्रो. एनके पांडेय को 14.20 लाख, डॉ. अंचल श्रीवास्तव को 14.40 लाख, प्रो. नीरज मिश्रा को 6.95 लाख, डॉ. आरके शुक्ला को 14.50 लाख, जैव रसायन के डॉ. सिद्धार्थ कुमार मिश्रा को 10.15 लाख मिले हैं। समाज कार्य के प्रो. अनूप कुमार भारतीय को 4.90 लाख, अंग्रेजी विभाग के डॉ. आरपी सिंह को 5.90 लाख, विधि विभाग की प्रो. विनीता को 7.40 लाख, प्रो. आरके सिंह को 3.40 लाख और रसायन विज्ञान के डॉ. अशोक कुमार सिंह को 6.40 लाख रुपए का अनुदान मिला है। भाषा विश्वविद्यालय के 6 फैकल्टी को मिला अनुदान भाषा के 6 शिक्षकों को अनुदान सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तहत KMC भाषा विश्वविद्यालय के 6 शिक्षकों ने पच्चीस लाख सत्तर हजार रुपए का अनुदान मिला है। भाषा विश्वविद्यालय से अरेबिक विभाग के प्रो.मसूद आलम को तीन लाख नब्बे हजार, बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की डॉ. दुआ नकवी को चार लाख, अर्थशास्त्र के डॉ.राहुल कुमार मिश्रा को चार लाख नब्बे हजार, शिक्षाशास्त्र की प्रो.चंदना डे को चार लाख नब्बे हजार, पत्रकारिता एवं जनसंचार की डॉ.रूचिता सुजॉय चौधरी और भूगोल के डॉ.प्रवीण कुमार राय को चार-चार लाख का अनुदान मिला है। लोहिया विधि विश्वविद्यालय के 3 शिक्षकों को प्रोजेक्ट के लिए मिला अनुदान डॉ. राम मनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय के 3 शिक्षकों को प्रोजेक्ट के लिए ग्रांट मिली है। इसमें अंग्रेजी की प्रो.अलका सिंह को 4 लाख, लॉ के डॉ. मनोज कुमार को 3 लाख तीस हजार और डॉ. अपर्णा सिंह को 4 लाख पच्चासी हजार रुपए दिए गए हैं। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
CPM Minister Radhakrishnan bids adieu signing historic decision abolishing the term ‘Colony’
CPM Minister Radhakrishnan bids adieu signing historic decision abolishing the term ‘Colony’ In a landmark decision by the State Ministry for Welfare of Schedule Caste and Schedule Tribe, the term ‘Colony’ has been abolished by the official records of the state. The decision was taken by the K Radhakrishnan, the minster for Welfare of Scheduled Castes, Scheduled Tribes during his last day in the office today.
Bihar Education Department: बिहार में 1610 विद्यालयों के हेडमास्टर एवं प्रभारी प्रधानाध्यापकों का वेतन बंद, ये है वजह
Bihar Education Department: बिहार में 1610 विद्यालयों के हेडमास्टर एवं प्रभारी प्रधानाध्यापकों का वेतन बंद, ये है वजह <p style=”text-align: justify;”><strong>Aurangabad News:</strong> बिहार में शिक्षा व्यवस्था में सुधार को लेकर बीते कुछ महीनों से खास ध्यान दिया जा रहा है. सरकार और विभाग का मकसद साफ है कि जो लचर व्यवस्था पहले से चलते आ रही थी उसे अब किसी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इसी क्रम में एक बड़ी कार्रवाई की खबर सामने आई है. बिहार के औरंगाबाद में 1610 विद्यालयों के हेडमास्टर और प्रभारी प्रधानाध्यापकों के वेतन को रोक दिया गया है. बीते गुरुवार (22 अगस्त) को इस संबंध में आदेश जारी हुआ है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विभाग की कार्रवाई के पीछे क्या है वजह?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वेतन बंद का आदेश जारी करते हुए कार्रवाई की वजह भी बताई गई है. कहा गया है कि ई शिक्षा कोष पोर्टल पर 80% से कम स्टूडेंट की एंट्री हुई है. इसी को लेकर औरंगाबाद के 1610 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों एवं प्रभारी प्रधानाध्यापक का वेतन तत्काल प्रभाव से बंद करने का आदेश जारी किया गया है. शिक्षा विभाग के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना की ओर से यह आदेश जारी हुआ है. शिक्षा विभाग के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना की ओर से इससे संबंधित एक पत्र जिले के सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को निर्गत किया गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना की ओर से जारी किए गए पत्र में कहा गया है कि सभी 1610 स्कूलों के प्रधानाध्यापक एवं प्रभारी प्रधानाध्यापकों की तरफ से ई शिक्षा कोष पोर्टल पर नामांकित बच्चों की 80% से कम एंट्री की गई है, जबकि विभागीय निर्देशानुसार शत प्रतिशत एंट्री की जानी है. जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि वेतन को तत्काल प्रभाव से अगले आदेश तक स्थगित कर इसे सुनिश्चित करें.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अनुशासनिक कार्रवाई की दी गई चेतावनी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं दूसरी ओर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने यह भी आदेश दिया है कि यदि एक सप्ताह के अंदर संबंधित प्रधानाध्यापक और प्रभारी प्रधानाध्यापक शत प्रतिशत एंट्री यदि ई शिक्षा कोष पोर्टल पर नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी. इधर बंद हुए वेतन की सूची में दाउदनगर प्रखंड के 109, गोह प्रखंड के 163, औरंगाबाद प्रखंड के 147, रफीगंज प्रखंड के 207, ओबरा प्रखंड के 135, नबीनगर प्रखंड के 232, कुटुंबा प्रखंड के 135, देव प्रखंड के 124, हसपुरा प्रखंड के 102, मदनपुर प्रखंड के 116 और बारुण प्रखंड के 238 प्रधानाध्यापक एवं प्रभारी प्रधानाध्यापक शामिल हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें- <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/bihar-begusarai-municipal-deputy-commissioner-suspended-after-marry-with-his-niece-ann-2766983″>Bihar News: बेगूसराय के नगर उप आयुक्त को भतीजी से शादी करना पड़ा महंगा! हो गया बड़ा एक्शन</a></strong></p>
इनेलो के दो बार के विधायक ने पार्टी छोड़ी:मनोहर लाल खट्टर ने BJP में शामिल करवाया; टिकट नहीं मिलने से नाराज थे
इनेलो के दो बार के विधायक ने पार्टी छोड़ी:मनोहर लाल खट्टर ने BJP में शामिल करवाया; टिकट नहीं मिलने से नाराज थे नरवाना में इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी को गुरुवार को एक और झटका लगा। इनेलो पार्टी से नरवाना विधानसभा में दो बार विधायक रहे पिरथी सिंह नंबरदार आज पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। पूर्व विधायक पृथ्वी सिंह नंबरदार भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ गुरुवार को चंडीगढ़ में पहुंचे और यहां पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने उन्हें पटका पहनकर पार्टी में शामिल किया। उन्हें इस बार इनेलो ने उन्हें न तो लोकसभा की टिकट दी और न ही अब विधानसभा की टिकट दी। जिसके चलते उन्होंने पार्टी छोड़ दी। गौरतलब है कि पिरथी सिंह 2009 और 2014 में इनैलो पार्टी से चुनाव लड़कर विधायक बने थे। जब जननायक जनता पार्टी इनेलो से अलग हुई थी तब भी पिरथी सिंह नंबरदार ने इनेलो छोड़कर जजपा जॉइन कर ली थी। थोड़े समय के बाद फिर से वह इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी में शामिल हो गए थे। वहीं नरवाना में आज इनेलो पार्टी को दो बड़े झटके लगे हैं। जिनमें पहला झटका इनेलो से 2024 के लोकसभा प्रत्याशी संदीप लौट ने कांग्रेस जॉइन करने का और दूसरा झटका पूर्व में दो बार विधायक रहे पिरथी सिंह नंबरदार का भाजपा जॉइन करने का रहा।