उत्तर प्रदेश के 58 शिक्षकों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तहत प्रोजेक्ट के लिए अनुदान दिया गया है। इसमें LU के 20 शिक्षकों को अनुदान प्रदान किया गया है। इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग के विशेष सचिव की ओर से प्रदेश के 8 विश्वविद्यालयों को आदेश जारी किया गया है। जिसमें यूपी के 58 शिक्षकों को 3.88 करोड़ का अनुदान मिला है। इसमें LU के 20 शिक्षकों को 1.52 रुपए मिले हैं। LU शिक्षकों में प्राणिशास्त्र विभाग की प्रोफेसर डॉ.गीतांजलि मिश्रा को 3.60 लाख, प्रो.शैली मलिक को चार लाख, डॉ. राजेश कुमार खरवार को 3.20 लाख, प्रो.संगीता रानी को 6.57 लाख, डॉ.मनोज कुमार को 14.5 लाख, वनस्पति विज्ञान के डॉ.गिरिश चंद्र पाठक को 8.60 लाख, डॉ.अमित कुमार सिंह को 6.10 लाख मिले हैं। डॉ. सुषमा मिश्रा को 8.65 लाख, डॉ. प्रदीप कुमार को 7.15 लाख, डॉ. मोहम्मद इसराइल अंसारी को 2.50 लाख, भौतिक विज्ञान के प्रो. एनके पांडेय को 14.20 लाख, डॉ. अंचल श्रीवास्तव को 14.40 लाख, प्रो. नीरज मिश्रा को 6.95 लाख, डॉ. आरके शुक्ला को 14.50 लाख, जैव रसायन के डॉ. सिद्धार्थ कुमार मिश्रा को 10.15 लाख मिले हैं। समाज कार्य के प्रो. अनूप कुमार भारतीय को 4.90 लाख, अंग्रेजी विभाग के डॉ. आरपी सिंह को 5.90 लाख, विधि विभाग की प्रो. विनीता को 7.40 लाख, प्रो. आरके सिंह को 3.40 लाख और रसायन विज्ञान के डॉ. अशोक कुमार सिंह को 6.40 लाख रुपए का अनुदान मिला है। भाषा विश्वविद्यालय के 6 फैकल्टी को मिला अनुदान भाषा के 6 शिक्षकों को अनुदान सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तहत KMC भाषा विश्वविद्यालय के 6 शिक्षकों ने पच्चीस लाख सत्तर हजार रुपए का अनुदान मिला है। भाषा विश्वविद्यालय से अरेबिक विभाग के प्रो.मसूद आलम को तीन लाख नब्बे हजार, बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की डॉ. दुआ नकवी को चार लाख, अर्थशास्त्र के डॉ.राहुल कुमार मिश्रा को चार लाख नब्बे हजार, शिक्षाशास्त्र की प्रो.चंदना डे को चार लाख नब्बे हजार, पत्रकारिता एवं जनसंचार की डॉ.रूचिता सुजॉय चौधरी और भूगोल के डॉ.प्रवीण कुमार राय को चार-चार लाख का अनुदान मिला है। लोहिया विधि विश्वविद्यालय के 3 शिक्षकों को प्रोजेक्ट के लिए मिला अनुदान डॉ. राम मनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय के 3 शिक्षकों को प्रोजेक्ट के लिए ग्रांट मिली है। इसमें अंग्रेजी की प्रो.अलका सिंह को 4 लाख, लॉ के डॉ. मनोज कुमार को 3 लाख तीस हजार और डॉ. अपर्णा सिंह को 4 लाख पच्चासी हजार रुपए दिए गए हैं। उत्तर प्रदेश के 58 शिक्षकों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तहत प्रोजेक्ट के लिए अनुदान दिया गया है। इसमें LU के 20 शिक्षकों को अनुदान प्रदान किया गया है। इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग के विशेष सचिव की ओर से प्रदेश के 8 विश्वविद्यालयों को आदेश जारी किया गया है। जिसमें यूपी के 58 शिक्षकों को 3.88 करोड़ का अनुदान मिला है। इसमें LU के 20 शिक्षकों को 1.52 रुपए मिले हैं। LU शिक्षकों में प्राणिशास्त्र विभाग की प्रोफेसर डॉ.गीतांजलि मिश्रा को 3.60 लाख, प्रो.शैली मलिक को चार लाख, डॉ. राजेश कुमार खरवार को 3.20 लाख, प्रो.संगीता रानी को 6.57 लाख, डॉ.मनोज कुमार को 14.5 लाख, वनस्पति विज्ञान के डॉ.गिरिश चंद्र पाठक को 8.60 लाख, डॉ.अमित कुमार सिंह को 6.10 लाख मिले हैं। डॉ. सुषमा मिश्रा को 8.65 लाख, डॉ. प्रदीप कुमार को 7.15 लाख, डॉ. मोहम्मद इसराइल अंसारी को 2.50 लाख, भौतिक विज्ञान के प्रो. एनके पांडेय को 14.20 लाख, डॉ. अंचल श्रीवास्तव को 14.40 लाख, प्रो. नीरज मिश्रा को 6.95 लाख, डॉ. आरके शुक्ला को 14.50 लाख, जैव रसायन के डॉ. सिद्धार्थ कुमार मिश्रा को 10.15 लाख मिले हैं। समाज कार्य के प्रो. अनूप कुमार भारतीय को 4.90 लाख, अंग्रेजी विभाग के डॉ. आरपी सिंह को 5.90 लाख, विधि विभाग की प्रो. विनीता को 7.40 लाख, प्रो. आरके सिंह को 3.40 लाख और रसायन विज्ञान के डॉ. अशोक कुमार सिंह को 6.40 लाख रुपए का अनुदान मिला है। भाषा विश्वविद्यालय के 6 फैकल्टी को मिला अनुदान भाषा के 6 शिक्षकों को अनुदान सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तहत KMC भाषा विश्वविद्यालय के 6 शिक्षकों ने पच्चीस लाख सत्तर हजार रुपए का अनुदान मिला है। भाषा विश्वविद्यालय से अरेबिक विभाग के प्रो.मसूद आलम को तीन लाख नब्बे हजार, बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की डॉ. दुआ नकवी को चार लाख, अर्थशास्त्र के डॉ.राहुल कुमार मिश्रा को चार लाख नब्बे हजार, शिक्षाशास्त्र की प्रो.चंदना डे को चार लाख नब्बे हजार, पत्रकारिता एवं जनसंचार की डॉ.रूचिता सुजॉय चौधरी और भूगोल के डॉ.प्रवीण कुमार राय को चार-चार लाख का अनुदान मिला है। लोहिया विधि विश्वविद्यालय के 3 शिक्षकों को प्रोजेक्ट के लिए मिला अनुदान डॉ. राम मनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय के 3 शिक्षकों को प्रोजेक्ट के लिए ग्रांट मिली है। इसमें अंग्रेजी की प्रो.अलका सिंह को 4 लाख, लॉ के डॉ. मनोज कुमार को 3 लाख तीस हजार और डॉ. अपर्णा सिंह को 4 लाख पच्चासी हजार रुपए दिए गए हैं। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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लखनऊ में भोजपुरी-स्टार पवन सिंह के जन्मदिन मनाने के मायने:ब्रजभूषण ने पगड़ी पहनाई, डिप्टी सीएम समेत मंत्री-सांसद बधाई देने पहुंचे
लखनऊ में भोजपुरी-स्टार पवन सिंह के जन्मदिन मनाने के मायने:ब्रजभूषण ने पगड़ी पहनाई, डिप्टी सीएम समेत मंत्री-सांसद बधाई देने पहुंचे लोकसभा चुनाव में भाजपा को ठुकराने वाले भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के पावर स्टार पवन सिंह को कैसरगंज से पूर्व सांसद ब्रजभूषण शरण सिंह ने गले लगा लिया। ब्रजभूषण ने पवन सिंह को समाजवादी पार्टी (सपा) के झंडे से मेल खाते रंग की पगड़ी पहनाई। इससे सियासी गलियारों में बवंडर मचा हुआ है। लोकसभा चुनाव में बागी बने पवन को अपना भतीजा और बेटे समान बताकर ब्रजभूषण ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को संकेत भी दिया। यही नहीं बागी पवन सिंह को आशीर्वाद देने के लिए प्रदेश सरकार के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी भी पहुंचे। प्रदेश सरकार के स्टांप और पंजीयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने भी पवन सिंह को बधाई दी। चर्चा है कि जिसने भाजपा का टिकट ठुकरा दिया, बागी बनकर चुनाव लड़ा, उसी के जन्मदिन पर सरकार बधाई देने पहुंची। बता दें, पवन सिंह ने रविवार को राजधानी के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में अपना जन्मदिन फैंस के बीच मनाया। इस मौके पर उन्होंने अपने एक गाने को लॉन्च किया। पहले ये तस्वीरें देखिए… भाजपा से बागी होकर लड़ा था चुनाव भाजपा से बगावत कर बिहार के काराकट लोकसभा की सीट से चुनाव लड़ने वाले पवन सिंह ने अभी तक भगवा दल में वापसी नहीं की है। उनके जन्मदिन के इस आयोजन में उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, भोजपुरी गायक और सांसद मनोज तिवारी, पूर्व सांसद ब्रजभूषण शरण सिंह और नंद गोपाल नंदी का आना कई चर्चाओं को बल दे दिया। वो बातें जो चर्चा का कारण बनीं ब्रजभूषण बोले पवन सिंह छोटे भाई और भतीजे जैसे कैंसरगंज के पूर्व सांसद ब्रजभूषण शरण सिंह ने पवन को अपना छोटा भाई और भतीजा बताया। उन्होंने कहा कि लोग तीन तरह से समाज में जाने जाते हैं। जो अपने कर्मों से जाना जाता है उसे उत्तम पुरुष कहा जाता है। कुछ ऐसे होते हैं जो अपने पिता के द्वारा जाने जाते हैं, वो मध्यम दर्जें के माने जाते हैं। तीसरे वो होते हैं जो पत्नी के द्वारा जाने जाते हैं, वो तीसरे दर्जे के होते हैं। इसमें जो अपने कर्मों से जाना जाता है वो एक नंबर का आदमी होता है। पवन सिंह एक नंबर के आदमी हैं। इन्होंने अपनी गायकी से देश दुनिया में नाम रोशन किया है। ऐसे आदमी को मैं बहुत पसंद करता हूं। पवन सिंह ने सभी के पैर छूकर आशीर्वाद लिया
पवन सिंह को सबसे पहले कैसरगंज के पूर्व सांसद ब्रजभूषण शरण सिंह ने पगड़ी पहनाई और गले लगाया। पवन सिंह ने ब्रजभूषण के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। डिप्टी सीएम के बधाई के बाद पवन सिंह ने कहा कि आप आए मैं धन्य हो गया। पवन को बधाई देने भोजपुरी गायक और दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी भी पहुंचे। मनोज तिवारी को पवन ने कहा भैया आप बहुत अच्छे हैं पर कभी कभी बेइमानी कर देते हैं। तब मनोज ने कहा ठीक बा फिर बैइठ के समझ लिहल जाई। ब्रजेश पाठक ने यूपी सरकार की ओर से बधाई दी
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि पवन सिंह ने अपनी गायकी के माध्यम से देश दुनिया में मां भारती का नाम रोशन किया है। मैं प्रदेश की 25 करोड़ जनता और उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से पवन सिंह को जन्मदिन की बधाई देता हूं। पवन सिंह के माता पिता का भी चरण वंदन करता हूं जिन्होंने ऐसे सपूत को जन्म दिया है जो हमारी संस्कृति को देश दुनिया में फैला रहे हैं। पवन सिंह एक ऐसे कलाकार हैं जिन्हें हर जगह का युवा और लोग जानते हैं। पवन सिंह को जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई देता हूं। मनोज तिवारी ने गाने के जरिए दी बधाई
मनोज तिवारी ने पवन सिंह को गाने के जरिए बधाई दी। उन्होंने गाया कि केतनी सुहावन सुंदर सूरत, मनोहर मंगल मूरत हो, ए राजा जी एकेरे ते रहल ह जरूरत, मुहुर्त खूब सूरत हो। इस गाने पर पवन सिंह झूमने लगे। उन्होंने कहा कि पवन बहुत अच्छे दिल का इंसान हैं। ये जो कुछ होता है उसे सामने ही कह देता है। इसके अंदर छलकपट नहीं होता। लखनऊ में जन्मदिन मनाने क्यों आए पवन सिंह, जानिए इसके मायने
लखनऊ की है अपनी सांस्कृतिक और राजनीतिक अहमियत
लखनऊ उत्तर भारत का एक प्रमुख सांस्कृतिक और राजनीतिक केंद्र है। इसके साथ ही यह बिहार से सटा हुआ प्रदेश है। बिहारी की एक बड़ी आबादी यहां रहती है। पवन सिंह का यहां जन्मदिन मनाना उनके प्रशंसकों और समर्थकों के साथ जुड़ाव बनाने का प्रयास है। इससे वह उत्तर प्रदेश में अपनी लोकप्रियता को और बढ़ा सकते हैं। भोजपुरी को समझने वाले लोग हैं यहां
उत्तर प्रदेश भोजपुरी सिनेमा का एक प्रमुख बाजार है। यहां भोजपुरी को समझने वाली एक बड़ी आबादी है। पवन सिंह ने इस मौके पर अपने एक गाने की लॉचिंग की। इसके जरिए वह अपने प्रशंसकों को सम्मान देने और अपने कद को और मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। भविष्य की राजनीतिक महत्वकांक्षाएं
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान जैसे प्रतिष्ठित स्थान पर जन्मदिन मनाना यह भी संकेत है कि पवन सिंह अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत यूपी से कर सकते हैं। पवन सिंह ने पूर्वी उत्तर प्रदेश में अपनी कई फिल्मों की शूटिंग भी की है। वहीं गोरखपुर में पवन ने कुछ साल पढ़ाई भी की है। उत्तर प्रदेश की राजनीति में भोजपुरी सितारों के बढ़ते प्रभाव के चलते वे यहां से शुरुआत कर सकते हैं। पवन सिंह का यहां जन्मदिन मनाना इस दिशा में एक कदम माना जा सकता है। पवन की पगड़ी के रंग के सांस्कृतिक और राजनीतिक मायने क्या कहते हैं राजनीतिक विश्लेषक वरिष्ठ पत्रकार व राजनीतिक विश्लेषक उमाशंकर दुबे ने कहा, पवन सिंह को सपा के झंडे के रंग की पगड़ी पहनाना एक राजनीतिक कदम हो सकता है। पूर्व सांसद ब्रजभूषण शरण सिंह भाजपा में रहकर भी उसकी जड़ों को खोदने का काम कर रहे हैं। यह सभी लोग जानते हैं कि सपा से उनके रिश्ते बहुत करीब के हैं।
कामधेनु सरिया के डायरेक्टर की जमानत पर सुनवाई आज:स्क्रैप से बनाते थे नंबर-दो की सरिया, बिना लिखा-पढ़ी बेचा 322 करोड़ का माल
कामधेनु सरिया के डायरेक्टर की जमानत पर सुनवाई आज:स्क्रैप से बनाते थे नंबर-दो की सरिया, बिना लिखा-पढ़ी बेचा 322 करोड़ का माल कानपुर में राधे-राधे इस्पात कंपनी (कामधेनु) के डायरेक्टर नवीन जैन को DGGI लखनऊ ने 3 दिन चली छापेमारी के बाद अरेस्ट कर लिया था। नवीन जैन के खिलाफ फर्म पर 344 करोड़ का माल बिना जीएसटी चुकाए बेचने का आरोप है। बीते कई सालों से बड़े पैमाने पर नवीन जैन सेंट्रल जीएसटी के निशाने पर थे। टैक्स चोरी की रकम अभी और बढ़ सकती है। वहीं इस मामले में आज विशेष मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कुमुदलता त्रिपाठी की कोर्ट में जमानत को लेकर सुनवाई होगी। कई एजेंसी मालिक भी राडार पर
डीजीजीआई टीम कार्रवाई में उन लोगों को भी शामिल करने की तैयारी में है, जो इनके साथ मिलकर कारोबार करते थे। इसमें कामधेनु के एजेंसी होल्डर्स को भी शामिल किया गया है। इसके अलावा नवीन जैन के पुराने साथी कारोबारियों की भी जांच शुरू की गई है। उन पर शिकंजा कस सकता है। इसमें एक बड़े कारोबारी जैन भी शामिल हैं। 322 करोड़ की अवैध बिक्री पकड़ी गई
डीजीजीआई ने 4 दिन पहले फतेहपुर स्थित राधे-राधे इस्पात कंपनी पर छापेमारी की। यहां स्क्रैप माल को भी पकड़ा गया। यहां बड़े पैमाने पर काले कारोबार के दस्तावेज जब्त किए गए हैं। यहां से टीम को 322 करोड़ रुपए की अवैध बिक्री पकड़ी गई। इस पर 52 करोड़ की कर चोरी का मामला दर्ज किया गया है। इसके पुख्ता सबूत मिलने के बाद टीम ने नवीन जैन को अरेस्ट कर लिया। ऑफिस और घर से पर्चे हुए जब्त
डीजीजीआई लखनऊ की टीम ने यूपी-44 नंबर की गाड़ी से बुधवार रात करीब 9 बजे नवीन जैन के के-ब्लॉक किदवई नगर स्थित मकान और फजलगंज स्थित ऑफिस में छापा मारा। घर से करीब 18 फाइलें जब्त की गई। फजलगंज स्थित ऑफिस से भी बड़ी मात्रा में रिकॉर्ड और पर्चे जब्त किए गए। ऑफिस नहीं आए कर्मचारी
बुधवार देर रात रेड के बाद गुरुवार को ज्यादातर कर्मचारी ऑफिस पहुंचे ही नहीं। ऑफिस में सन्नाटा पसरा रहा। वहीं कुछ कर्मचारी पहुंचे, लेकिन वो भी वापस लौट गए। ऑफिस के बाहर 5 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। जबकि ऑफिस के अंदर एक भी कैमरा नहीं है। सूत्रों के मुताबिक इन कैमरों का सीधा एक्सेस नवीन जैन के मोबाइल पर भी है। नवीन के नाम 5 कंपनियां
कामधेनु प्रीमियम सरिया की राधे-राधे इस्पात, कुंदन, एक्मा और दो और कंपनियां और भी मिली हैं। इनके दस्तावेज जुटाकर भी टीम जांच कर रही है। बता दें कि नवीन जैन पर अक्टूबर 2018 में भी छापेमारी हो चुकी है। इसमें भी करीब 12 करोड़ रुपए की कर चोरी पकड़ी गई थी और करीब 125 करोड़ रुपए के सरिया का अवैध कारोबार पकड़ा गया था। ऐसे करते थे बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी
सूत्रों के मुताबिक- नवीन जैन बड़े पैमाने पर लोहे का स्क्रैप खरीदता था। इसे पिघलाकर इंगट में बदला जाता था। फिर इसी से सरिया बनाई जाती है। अवैध तरीके से लिए गए स्क्रैप से बनी सरिया की बिक्री भी उसी तरह होती थी। मार्केट में सरिया का रेट कुछ होता था और इनकी बिक्री का रेट कुछ और होता था। इसी पर बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी की गई। इसका पूरा कारोबार सादे पर्चे पर होता था। 5 साल तक की सजा का प्रावधान
डीजीजीआई की तरफ से विशेष लोक अभियोजक अंबरीश टंडन ने बताया कि मामले में 5 साल से अधिक की सजा का प्रावधान है। आरोपी नवीन जैन को स्पेशल सीजेएम कुमुदलता त्रिपाठी की कोर्ट में पेश किया गया था। जहां उसे न्यायिक रिमांड में भेजा गया है। आज लोहा कारोबारी की जमानत पर सुनवाई
लोहा कारोबारी नवीन की जमानत अर्जी विशेष मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कुमुदलता त्रिपाठी की कोर्ट में दाखिल की गई थी। बचाव पक्ष की ओर से पहले अंतरिम जमानत अर्जी दाखिल की गई। फिर उसे वापस ले लिया गया। फिर सामान्य जमानत अर्जी डाली गई। बचाव पक्ष की ओर से नवीन को बेकसूर बताकर जमानत की मांग की गई। विशेष लोक अभियोजक अम्बरीश टंडन ने जमानत अर्जी का विरोध किया। उन्होंने आपत्ति दाखिल करने के लिए समय मांगा। उनके मुताबिक पहले भी नवीन टैक्स चोरी के आरोप में फंस चुके है। कोर्ट ने जमानत अर्जी पर सुनवाई के लिए शुक्रवार यानि आज का दिन तय किया है।
Bihar News: ‘चाहे वह कोई भी हो…’, डिप्टी सीएम विजय सिन्हा के एक्शन से खनन विभाग में हड़कंप, दिया अल्टीमेटम
Bihar News: ‘चाहे वह कोई भी हो…’, डिप्टी सीएम विजय सिन्हा के एक्शन से खनन विभाग में हड़कंप, दिया अल्टीमेटम <p style=”text-align: justify;”><strong>Bihar News:</strong> बिहार में इन दिनों खनन विभाग चर्चा में आ गया है. इस विभाग को लेकर डिप्टी सीएम व खान एवं भूतत्व मंत्री विजय कुमार सिन्हा इन दिनों एक्शन में हैं. बैठक के साथ-साथ लगातार कार्रवाई कर रहे हैं. इसको लेकर शनिवार को उन्होंने कहा कि हमने खनन विभाग को माफिया मुक्त बनाने का अभियान शुरू किया है. आज मैं उन लोगों पर भी नजर रख रहा हूं जो ऐसे माफियाओं को संरक्षण देते हैं. जो सही काम करेंगे, मैं उनकी रक्षा करूंगा, लेकिन जो अपराधी को संरक्षण देगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी, चाहे वह कोई भी हो.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>खनन अधिकारियों पर गिरी गाज</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>विजय सिन्हा ने अवैध खनन एवं परिवहन को बढ़ावा देने के मामले में लखीसराय जिला के खनिज विकास पदाधिकारी रणधीर कुमार को निलंबित करने के भी आदेश दिए हैं. वह मुंगेर जिला के अतिरिक्त प्रभार में भी थे. इसके साथ ही उन्होंने गया के खनिज विकास पदाधिकारी को भी संस्पेंड कर दिया है. वहीं, इस लगातार कार्रवाई के बाद विभाग में हड़कंप मच गय है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि विभाग ने गुप्त सूचना के आधार पर मुंगेर जिले में छापेमारी कर कुल 46 वाहनों को पकड़ा गया था. इसमें से 6 वाहन (ओवरलोडेड) ई-चालान के साथ थे और 40 वाहन बिना ई-चालान के थे. वाहनों पर कुल 1.42 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया. थाने और जिले में पदस्थापित विभागीय अधिकारी की ओर से नियमित जांच नहीं करने और सांठ-गांठ करने के कारण यह अनियमितता धड़ल्ले से की जा रही है.</p>
<blockquote class=”twitter-tweet” data-media-max-width=”560″>
<p dir=”ltr” lang=”en”>Bihar: “We have started a campaign to make the mining department mafia-free. Today I am also keeping an eye on those who protect such mafias. I will protect those who do the right thing, but whoever protects the criminal, action will be taken against him no matter who he is,”… <a href=”https://t.co/1KgIL4lyRd”>pic.twitter.com/1KgIL4lyRd</a></p>
— IANS (@ians_india) <a href=”https://twitter.com/ians_india/status/1801971341693784305?ref_src=twsrc%5Etfw”>June 15, 2024</a></blockquote>
<p style=”text-align: justify;”>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विजय कुमार सिन्हा ने की थी विभागीय बैठक</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं, डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने गुरुवार को खनन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर विभाग के अंदर सुधार की प्रक्रिया को लागू करने का निर्देश दिया था. खनन और भूतत्व विभाग के मंत्री सिन्हा ने आदेश दिया कि अवैध खनन एवं परिवहन मामलों में दर्ज एफआईआर की जांच आर्थिक अपराध इकाई से कराई जाए. उपमुख्यमंत्री ने सही काम करने वाले को परेशान नहीं करने का अधिकारियों को आदेश दिया है.</p>
<p><strong>ये भी पढे़ं: <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/jharkhand-sub-inspector-beaten-up-by-forest-department-employees-in-kakolat-waterfall-nawada-ann-2716039″>Bihar News: नवादा के ककोलत नहाने पहुंचे दारोगा को वन विभाग के सिपाहियों ने जमकर पीटा, FIR दर्ज, क्या है पूरा मामला?</a></strong></p>