<p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra BJP Incharge :</strong> महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने तैयारी शुरू कर दी है. इस बीच पार्टी ने महाराष्ट्र के लिए प्रभारी और सह प्रभारी की घोषणा की. बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को प्रभारी और अश्विनी वैष्णव को सह प्रभारी नियुक्त किया है.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra BJP Incharge :</strong> महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने तैयारी शुरू कर दी है. इस बीच पार्टी ने महाराष्ट्र के लिए प्रभारी और सह प्रभारी की घोषणा की. बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को प्रभारी और अश्विनी वैष्णव को सह प्रभारी नियुक्त किया है.</p> महाराष्ट्र Exclusive: ‘बाहरियों पर भारी पड़ी…’, राजस्थान में 11 सीटों पर हुई हार पर BJP की समीक्षा बैठक की इनसाइड स्टोरी
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पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह की बढ़ी मुश्किलें:पुलिस ने आरोपमुक्त अर्जी का विरोध किया; दोनों पक्षों में बहस, अब 6 को फैसला
पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह की बढ़ी मुश्किलें:पुलिस ने आरोपमुक्त अर्जी का विरोध किया; दोनों पक्षों में बहस, अब 6 को फैसला हरियाणा के पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह से जुड़े महिला कोच यौन शोषण केस में चंडीगढ़ पुलिस ने एसीजेएम राहुल गर्ग की कोर्ट में अपना जवाब पेश किया। जवाब में आरोपी संदीप सिंह की आरोपमुक्त अर्जी का विरोध किया। पीड़िता की ओर से पेश एडवोकेट दीपांशु बंसल ने भी अर्जी का विरोध किया। अर्जी पर बहस के बाद कोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए 6 जुलाई की तारीख तय की है। कोर्ट अब संदीप सिंह की अर्जी पर अपना फैसला देगी। दिसंबर, 2022 में सेक्टर 26 थाना पुलिस ने आईपीसी की धारा 342, 354, 354-ए, 354-बी, 506 और 509 के तहत यह केस दर्ज किया था। जानकारी के मुताबिक संदीप सिंह की अर्जी के विरोध में पुलिस ने पीड़िता द्वारा दर्ज करवाई गई शिकायत के तथ्यों को सामने रखा है। वहीं मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए गिठत एसआईटी तथा आगे की गई जांच का हवाला दिया है। संदीप सिंह ने आरोप मुक्त की दाखिल की की अर्जी हरियाणा की जूनियर महिला कोच यौन शोषण मामले में आरोपी पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह ने खुद को आरोप मुक्त किए जाने को लेकर चंडीगढ़ एसीजेएम कोर्ट में एक एप्लिकेशन दायर की थी। इस पर कोर्ट की ओर से सुनवाई के लिए आज की डेट तय की गई थी। इसके साथ ही चंडीगढ़ कोर्ट की ओर से इस मामले में प्रॉसिक्यूशन की ओर से भी जवाब दाखिल करने को कहा है। वहीं, वकील दीपांशु बंसल पीड़ित जूनियर महिला कोच की ओर से कोर्ट में पेश हुए। जहां दोनों पक्षों में बहस हुई।आरोपी संदीप सिंह पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की सरकार में खेल मंत्री थे, जूनियर महिला कोच के आरोपों के बाद पूर्व सीएम ने उनसे खेल विभाग वापस ले लिया था, लेकिन वह मंत्री पद पर बने रहे थे। हालांकि अब हरियाणा में नायब सैनी मुख्यमंत्री हैं, इनके मंत्रिमंडल में उन्हें मंत्रिपद नहीं दिया गया है। कोर्ट में पेश हो चुके संदीप सिंह जूनियर महिला कोच यौन शोषण मामले में आरोपी हरियाणा के पूर्व खेल मंत्री संदीप जनवरी में चंडीगढ़ जिला अदालत में पेश हो चुके हैं। अदालत में पीड़ित पक्ष की ओर से दायर की गई पांच में से तीन अर्जियों पर बहस हुई। इससे पहले 16 दिसंबर को होने वाली सुनवाई के दौरान संदीप सिंह ने कोर्ट में पेश न होने के लिए छूट मांगी थी। इसके बाद फरवरी में सुनवाई की डेट पर पूर्व खेल मंत्री के नहीं पहुंचने पर सुनवाई स्थगित कर दी गई थी। कोच दाखिल कर चुकी तीन अर्जियां पीड़ित जूनियर महिला कोच की ओर से इस मामले में पीड़िता की पहचान उजागर करने वालों के खिलाफ आपराधिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किए जाने की अर्जी दाखिल की जा चुकी है। साथ ही केस की सुनवाई मजिस्ट्रेट से हटाकर सेशन कोर्ट में चलाने की मांग और केस की सुनवाई डे टू डे बेसिस पर चलाने की मांग की गई है। तीसरी अर्जी आरोपी की अग्रिम जमानत मंजूर करते हुए अदालत ने कहा था कि इलाका मजिस्ट्रेट जमानत देते हुए उचित शर्तें लगा सकता है, लेकिन अभी तक आरोपी पर कोई शर्त नहीं लगाई गई है। क्या है पूरा मामला 31 दिसंबर 2022 को जूनियर महिला कोच की शिकायत पर सेक्टर-26 थाना पुलिस ने मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया था। इसके बाद डीएसपी ईस्ट पलक गोयल के सुपरविजन में मामले की जांच के लिए एसआईटी बनाई गई।एसआईटी ने जांच के बाद आरोपित संदीप सिंह के खिलाफ चार्जशीट में नई धारा 509 भी जोड़ी थी और शिकायत के लगभग आठ महीने बाद चार्जशीट कोर्ट में फाइल की थी।
हिमाचल में पंचायत उप चुनाव का ऐलान:29 सितंबर को 141 सीटों के लिए वोटिंग; सीसू और बगैरा में जिला परिषद का बड़ा इलेक्शन
हिमाचल में पंचायत उप चुनाव का ऐलान:29 सितंबर को 141 सीटों के लिए वोटिंग; सीसू और बगैरा में जिला परिषद का बड़ा इलेक्शन हिमाचल प्रदेश में राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायती राज संस्थाओं के उप चुनाव की घोषणा कर दी है। राज्य चुनाव आयुक्त अनिल खाची ने इसकी अधिसूचना जारी की। इसी के साथ संबंधित क्षेत्रों में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। स्टेट इलेक्शन कमीशन की अधिसूचना के मुताबिक, 29 सितंबर को 141 सीटों के लिए उप चुनाव होंगे। इनमें लाहौल स्पीति के सीसू वार्ड और हमीरपुर में सुजानपुर के बगैरा जिला परिषद सदस्य का बड़ा उप चुनाव भी शामिल है। पंचायत उप चुनाव चुनाव का शैड्यूल जिला परिषद चुनाव इस वजह से
सीसू वार्ड से पूर्व जिला परिषद सदस्य अनुराधा राणा विधानसभा उप चुनाव जीतकर विधायक चुनी गई हैं। बगैरा से कैप्टन रणजीत सिंह राणा भी कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा उप चुनाव जीते हैं। इस वजह से जिला परिषद की ये दोनों सीटें खाली है और उप उप चुनाव तय है। 8 प्रधान और 18 उप प्रधान पदों को भी चुनाव
इसी तरह विभिन्न कारणों से खाली पड़े पंचायत प्रधानों के 8 पदों, उप प्रधान के 18 पदों, पंचायत समिति सदस्य (BDC) के 1 तथा पंचायत वार्ड मेंबर के 112 पदों के लिए भी उप चुनाव होना है। इनमें कुछ पद पूर्व पदाधिकारियों की मृत्यु होने, कुछ के नौकरी लगने, कुछ के रिजाइन करने तथा कुछ के भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद सस्पेंड करने जैसे कारणों से खाली पड़े हैं। लिहाजा स्टेट इलेक्शन कमीशन को छह महीने के भीतर उन सीटों पर उप चुनाव कराने होते हैं। संबंधित वार्ड में आचार संहिता
इलेक्शन कमीशन की अधिसूचना के अनुसार, जिस वार्ड में उप चुनाव हो रहे हैं, वहां आदर्श आचार संहिता लागू की गई है। वहां पर ऐसी कोई भी घोषणा नहीं की जा सकेगी, जिससे वोटर प्रभावित हो।
होर्डिंग पर फोटो छोटी लगी तो भाजपा विधायक भड़के:आगरा में कार्यकर्ता से बोले- मेरे नाम से तुम्हें एलर्जी है…मुख्यमंत्री को कौन ला रहा
होर्डिंग पर फोटो छोटी लगी तो भाजपा विधायक भड़के:आगरा में कार्यकर्ता से बोले- मेरे नाम से तुम्हें एलर्जी है…मुख्यमंत्री को कौन ला रहा आगरा में पॉलिटिकल होर्डिंग पर भाजपा विधायक का फोटो छोटी होने से वह नाराज हो गए। विधायक डॉ. जीएस धर्मेश ने खुद मौके पर जाकर होर्डिंग को हटवा दिया। इससे पहले उन्होंने होर्डिंग लगाने वाले भाजपा कार्यकर्ता को जमकर हड़काया। होर्डिंग हटवाने के दौरान भाजपा कार्यकर्ता भी वहां पहुंचा। उसने विधायक से पूछा- क्या मैं कार्यकर्ता नहीं हूं? मेरा होर्डिंग क्यों हटवा रहे? जवाब में विधायक कहते हैं – सीनियर कौन है? तुम्हारा नहीं लगेगा। विधायक फोन पर बोले – क्या बदमाशी है, मेरा फोटो कहां लगवा दिया
आगरा में 26 अगस्त को दुर्गा दास राठौर की प्रतिमा का लोकार्पण करने सीएम योगी आदित्यनाथ आ रहे हैं। कैंट क्षेत्र के पुरानी मंडी चौराहे पर जहां उनका कार्यक्रम हैं। वहां पर भाजपा कार्यकर्ता अपने-अपने होर्डिंग लगवा रहे हैं। एक कार्यकर्ता राजेश राठौर ने भी एक होर्डिंग लगवाया। इसमें कैंट से भाजपा विधायक डॉ. जीएस धर्मेश की छोटी फोटो ऊपर की लाइन में लगाया गया। इसके नीचे भाजपा महानगर अध्यक्ष भानु महाजन और सांसद प्रो.एसपी सिंह बघेल की बड़ी फोटो लगी है। नीचे की लाइन में कार्यकर्ताओं के फोटो हैं। विधायक को जब इसकी जानकारी हुई, तो उन्हें ये बात नागवार गुजरी। उन्होंने होर्डिंग लगवाने वाले कार्यकर्ता को फोन कर हड़काया। बोले- ये क्या बदतमीजी है जी? मेरी फोटो कहां लगवा दी? इसके बाद विधायक होर्डिंग उतरवाने पहुंच गए। कार्यकर्ता ने होर्डिंग उतरवाने पर विधायक का विरोध किया। अब सोशल मीडिया पर विधायक और कार्यकर्ता के बीच हुई फोन की बातचीत और वीडियो वायरल हो रहे हैं। विधायक डॉ. जीएस धर्मेश और कार्यकर्ता राजेश राठौर के बीच हुई बातचीत पढ़िए… विधायक- हेलो।
कार्यकर्ता- विधायक जी, प्रणाम। विधायक – ये क्या बदमाशी कर रहे हो होर्डिंग में?
कार्यकर्ता – काहे की बदमाशी विधायक जी। विधायक – तुमने जो होर्डिंग बनवाया है, उसमें मेरी फोटो कहां लगवा दी? तुमने तो बिल्कुल अलग कर दिया।
कार्यकर्ता- विधायक जी आपकी फोटो ऊपर लगी है। नीचे माननीय अध्यक्ष जी की लगी है। विधायक – अध्यक्षजी का लगा है तो मेरी क्यों हटवा दी? एसपी सिंह जी का भी ऊपर लगा है, वो राष्ट्रीय नेता हैं, तो उनका नीचे क्यों लगवाया? कार्यक्रम किसका है, मुख्यमंत्री को कौन ला रहा है?
कार्यकर्ता – विधायक जी मैंने होर्डिंग अलग बनवाया है। माननीय अध्यक्ष जी का लगवाया है। विधायक – राजेश जी तुम्हें मेरे नाम से एलर्जी है तो ऊपर से भी हटवा दो।
कार्यकर्ता – तो विधायक जी मैं अध्यक्ष जी और सांसद जी की फोटो हटवा देता हूं। (इसके बाद विधायक ने फोन काट दिया।) विधायक ने धमकाया- तुम्हारा फोटो नहीं लगेगा
फोन पर हुई बातचीत के बाद विधायक डॉ. जीएस धर्मेंश ने मौके पर जाकर होर्डिंग उतरवा दिया। वहां पर कार्यकर्ता भी पहुंच गए। कार्यकर्ता ने कहा- विधायक जी आप मेरा होर्डिंग कैसे हटवा सकते हैं? विधायक कहते हैं कि तुम्हारी फोटो नहीं लगेगी। कार्यकर्ता उनसे पूछता है कि किस बेस पर आपने मेरा होर्डिंग हटवाया? क्या मैं पार्टी का कार्यकर्ता नहीं हूं? विधायक कहते हैं कि मैं कौन हूं। कार्यकर्ता कहता है कि आप विधायक हो, तो जबरन मेरा होर्डिंग हटवाओगे। विधायक कहते हैं कि तुमने होर्डिंग गलत लगवा दिया। मैं सीनियर हूं…। यह भी पढ़ें अयोध्या वाले बोले- भाजपा ने कैंडिडेट नहीं बदला तो हारेगी, मिल्कीपुर में जाति फैक्टर सपा के साथ; गैंगरेप कांड के बाद BJP को लीड अयोध्या एक बार फिर सुर्खियों में है, इस बार वजह राम मंदिर नहीं। बल्कि 40 किमी दूर बसे मिल्कीपुर की वजह से। 10 सीटों के उपचुनाव में मिल्कीपुर हॉट सीट बन चुकी है। पब्लिक की माने तो सुरक्षित सीट का जातिगत फैक्टर फिलहाल सपा के पक्ष में दिख रहा। मगर भदरसा गैंगरेप कांड में सपा नेता मोईद का नाम आने के बाद भाजपा को लीड मिलती दिख रही है। पढ़िए पूरी खबर…