<p style=”text-align: justify;”><strong>Milkipur ByPoll Results:</strong> मिल्कीपुर उपचुनाव में समाजवादी पार्टी को करारा झटका लगा है. कुंदरकी के बाद भारतीय जनता पार्टी ने सपा के एक और किले में सेंध लगाने में कामयाबी हासिल की है. सपा के हाथ से मिल्कीपुर सीट भी निकलती दिख रही है. चुनाव से पहले इस सीट पर सपा का कब्जा था लेकिन सपा उपचुनाव में जीत के सिलसिले को बरकरार नहीं रख पाई. ऐसे में सपा की हार की पांच बड़ी वजह सामने आई है. जिसकी वजह से अखिलेश यादव को एक बार भाजपा के हाथों मात मिली है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीजेपी ने PDA प्रत्याशी पर लगाया दांव</strong><br />उत्तर प्रदेश में लगातार समाजवादी पार्टी पीडीए के फॉर्मूले को बुलंद करती आ रही है. ऐसे में यहां के जातीय समीकरण को देखते हुए अखिलेश यादव ने अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को उम्मीदवार बनाया था. ऐसे में बीजेपी ने सपा को उसी के फॉर्मूला से पटखनी दी. सपा ने अपने क़द्दावर नेताओं को दरकिनार करते हुए बीजेपी के पीडीए प्रत्याशी पर ही दाँव लगाया और चंद्रभानु प्रसाद को मैदान में उतार दिया. बीजेपी की ये चाल सपा पर भारी पड़ी और चंद्रभानु ने उन दलित वोटरों में सेंध लगाने में कामयाबी हासिल की जो लोकसभा में सपा की ओर चले गए थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सीएम योगी ने संभाली कमान</strong><br />मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव का ऐलान होने से पहले ही सीएन योगी आदित्यनाथ ने इस सीट की कमान संभाल ली थी, जिसके बाद उन्होंने एक के बाद एक मिल्कीपुर और अयोध्या में कई दौरे किए. सीएम ने बीजेपी प्रत्याशी के लिए जनसभा भी करने पहुंचे और पूरे चुनावी माहौल को बदल दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीजेपी ने मिल्कीपुर में मंत्रियों की फौज उतारी</strong><br />सीएम योगी ने मिल्कीपुर उपचुनाव में जीत की पूरी रणनीति खुद संभाल रखी थी. इसके साथ ही प्रदेश सरकार के छह मंत्रियों को जीत की जिम्मेदारी दी गई. ये मंत्री कई दिन पहले से ही घर-घर तक गए और भाजपा के समर्थन में माहौल बनाने में कामयाब रहे. मंत्रियों के साथ प्रदेश के दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने भी कई दौरे किए. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>आखिरी वक्त में पहुंचे अखिलेश यादव</strong><br />एक तरफ़ जहां सीएम <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> लगातार मिल्कीपुर विधानसभा सीट का दौरा कर रहे थे तो वहीं समाजवादी पार्टी अध्यक्ष सोशल मीडिया पर ही एक्टिव नजर आए. ऐसा लगा कि बीजेपी की ताकत के सामने अवधेश प्रसाद अकेले पड़ गए. कोई सपा का बड़ा नेता उनके साथ खड़ा दिखाई नहीं दिया था. वोटिंग से कुछ दिन पहले डिंपल यादव ने रोड शो किया तो खुद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चुनाव प्रचार के आखिरी दिन ही जनसभा को संबोधित किया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>उपचुनाव से कांग्रेस ने भी बनाई दूरी</strong><br />यूपी में सपा का कांग्रेस के साथ गठबंधन हैं. बावजूद इसके कांग्रेस पार्टी का कोई बड़ा नेता सपा के समर्थन में चुनाव प्रचार के लिए नहीं गया, सिर्फ इक्का-दुक्का छुटभैया नेता है मिल्कीपुर में नज़र आए. ऐसे में सपा गठबंधन मजबूती से चुनाव नहीं लड़ और बीजेपी के ताक़त के सामने बेहद कमजोर साबित हुआ. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/nagina-mp-chandrashekhar-azad-raised-question-on-maha-kumbh-stampede-2879898″>UP Politics: इस मुद्दे पर अखिलेश यादव के साथ आए चंद्रशेखर आजाद, योगी सरकार से पूछा सवाल</a></strong> <br /><br /></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Milkipur ByPoll Results:</strong> मिल्कीपुर उपचुनाव में समाजवादी पार्टी को करारा झटका लगा है. कुंदरकी के बाद भारतीय जनता पार्टी ने सपा के एक और किले में सेंध लगाने में कामयाबी हासिल की है. सपा के हाथ से मिल्कीपुर सीट भी निकलती दिख रही है. चुनाव से पहले इस सीट पर सपा का कब्जा था लेकिन सपा उपचुनाव में जीत के सिलसिले को बरकरार नहीं रख पाई. ऐसे में सपा की हार की पांच बड़ी वजह सामने आई है. जिसकी वजह से अखिलेश यादव को एक बार भाजपा के हाथों मात मिली है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीजेपी ने PDA प्रत्याशी पर लगाया दांव</strong><br />उत्तर प्रदेश में लगातार समाजवादी पार्टी पीडीए के फॉर्मूले को बुलंद करती आ रही है. ऐसे में यहां के जातीय समीकरण को देखते हुए अखिलेश यादव ने अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को उम्मीदवार बनाया था. ऐसे में बीजेपी ने सपा को उसी के फॉर्मूला से पटखनी दी. सपा ने अपने क़द्दावर नेताओं को दरकिनार करते हुए बीजेपी के पीडीए प्रत्याशी पर ही दाँव लगाया और चंद्रभानु प्रसाद को मैदान में उतार दिया. बीजेपी की ये चाल सपा पर भारी पड़ी और चंद्रभानु ने उन दलित वोटरों में सेंध लगाने में कामयाबी हासिल की जो लोकसभा में सपा की ओर चले गए थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सीएम योगी ने संभाली कमान</strong><br />मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव का ऐलान होने से पहले ही सीएन योगी आदित्यनाथ ने इस सीट की कमान संभाल ली थी, जिसके बाद उन्होंने एक के बाद एक मिल्कीपुर और अयोध्या में कई दौरे किए. सीएम ने बीजेपी प्रत्याशी के लिए जनसभा भी करने पहुंचे और पूरे चुनावी माहौल को बदल दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीजेपी ने मिल्कीपुर में मंत्रियों की फौज उतारी</strong><br />सीएम योगी ने मिल्कीपुर उपचुनाव में जीत की पूरी रणनीति खुद संभाल रखी थी. इसके साथ ही प्रदेश सरकार के छह मंत्रियों को जीत की जिम्मेदारी दी गई. ये मंत्री कई दिन पहले से ही घर-घर तक गए और भाजपा के समर्थन में माहौल बनाने में कामयाब रहे. मंत्रियों के साथ प्रदेश के दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने भी कई दौरे किए. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>आखिरी वक्त में पहुंचे अखिलेश यादव</strong><br />एक तरफ़ जहां सीएम <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> लगातार मिल्कीपुर विधानसभा सीट का दौरा कर रहे थे तो वहीं समाजवादी पार्टी अध्यक्ष सोशल मीडिया पर ही एक्टिव नजर आए. ऐसा लगा कि बीजेपी की ताकत के सामने अवधेश प्रसाद अकेले पड़ गए. कोई सपा का बड़ा नेता उनके साथ खड़ा दिखाई नहीं दिया था. वोटिंग से कुछ दिन पहले डिंपल यादव ने रोड शो किया तो खुद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चुनाव प्रचार के आखिरी दिन ही जनसभा को संबोधित किया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>उपचुनाव से कांग्रेस ने भी बनाई दूरी</strong><br />यूपी में सपा का कांग्रेस के साथ गठबंधन हैं. बावजूद इसके कांग्रेस पार्टी का कोई बड़ा नेता सपा के समर्थन में चुनाव प्रचार के लिए नहीं गया, सिर्फ इक्का-दुक्का छुटभैया नेता है मिल्कीपुर में नज़र आए. ऐसे में सपा गठबंधन मजबूती से चुनाव नहीं लड़ और बीजेपी के ताक़त के सामने बेहद कमजोर साबित हुआ. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/nagina-mp-chandrashekhar-azad-raised-question-on-maha-kumbh-stampede-2879898″>UP Politics: इस मुद्दे पर अखिलेश यादव के साथ आए चंद्रशेखर आजाद, योगी सरकार से पूछा सवाल</a></strong> <br /><br /></p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड दिल्ली में BJP की जीत से गदगद जयराम ठाकुर, बोले- ‘AAP के खिलाफ सत्ता…’