<p style=”text-align: justify;”><strong>MP News:</strong> भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान इंदौर (Indian Institute of Technology Indore) में ‘जल शक्ति मंत्रालय’ की ‘नर्मदा नदी बेसिन प्रबंधन परियोजना के तहत नर्मदा नदी बेसिन प्रबंधन अध्ययन केंद्र का उद्घाटन किया. रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत ने केंद्र का उद्घाटन किया. उद्घाटन समारोह में आईआईटी इंदौर BOG के अध्यक्ष डॉ. के. सिवन, आईआईटी इंदौर के डायरेक्टर प्रोफेसर सुहास एस. जोशी और आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर विनोद तारे भी मौजूद रहे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>नर्मदा नदी बेसिन प्रबंधन सेंटर मध्य प्रदेश में नर्मदा नदी के लगभग 1,000 किलोमीटर के पूरे बेसिन की मैपिंग पर काम करेगा. इस मौके पर नर्मदा नदी बेसिन के 3-डी मॉडल और नर्मदा बेसिन पर किए गए साइंटिफिक रिसर्च को भी प्रस्तुत किया गया. डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत ने नर्मदा नदी बेसिन की परियोजना को अहम बताया. डॉ. के. सिवन ने समाज की बेहतरी के महत्व पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि इस तरह की परियोजनाएं पर्यावरण बहाली में काफी मदद करेंगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><br /><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/07/16/81fa9500b2030642ebd8ae04f628411b1721137906519211_original.jpg” /></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>नर्मदा नदी बेसिन प्रबंधन अध्ययन केंद्र का उद्घाटन</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>नमामि गंगा परियोजना के अग्रणी तारे नेनदी बेसिन मैनेजमेंट के महत्व और नर्मदा नदी को संरक्षित करने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने नीतियां बनाने के लिए साइंटिफिक तरीकों की बात की. डॉ. जोशी ने कहा कि नर्मदा नदी बेसिन के मुद्दों को हल करने के लिए एक सहयोगी वातावरण बनाएंगे. इसके लिए विशेषज्ञों, चिकित्सकों और शिक्षाविदों को एक मंच पर लाया जायेगा. नर्मदा को बचाने के लिए हमें इस महत्वपूर्ण जल संसाधन को संरक्षित करने के लिए एकीकृत प्रबंधन दृष्टिकोण और स्थानीय समुदायों की सक्रिय भागीदारी की आवश्यकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><br /><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/07/16/2268ba0cacad84635fff71ab7539c3811721137934929211_original.jpg” /></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”सीहोर कलेक्टर स्पेशल ट्रेन से दो घायल शावकों को ले गये भोपाल, वन विहार में डॉक्टर कर रहे इलाज” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/sehore-collector-took-injured-two-cubs-of-tiger-to-bhopal-van-vihar-ann-2738858″ target=”_self”>सीहोर कलेक्टर स्पेशल ट्रेन से दो घायल शावकों को ले गये भोपाल, वन विहार में डॉक्टर कर रहे इलाज</a></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”> </p> <p style=”text-align: justify;”><strong>MP News:</strong> भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान इंदौर (Indian Institute of Technology Indore) में ‘जल शक्ति मंत्रालय’ की ‘नर्मदा नदी बेसिन प्रबंधन परियोजना के तहत नर्मदा नदी बेसिन प्रबंधन अध्ययन केंद्र का उद्घाटन किया. रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत ने केंद्र का उद्घाटन किया. उद्घाटन समारोह में आईआईटी इंदौर BOG के अध्यक्ष डॉ. के. सिवन, आईआईटी इंदौर के डायरेक्टर प्रोफेसर सुहास एस. जोशी और आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर विनोद तारे भी मौजूद रहे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>नर्मदा नदी बेसिन प्रबंधन सेंटर मध्य प्रदेश में नर्मदा नदी के लगभग 1,000 किलोमीटर के पूरे बेसिन की मैपिंग पर काम करेगा. इस मौके पर नर्मदा नदी बेसिन के 3-डी मॉडल और नर्मदा बेसिन पर किए गए साइंटिफिक रिसर्च को भी प्रस्तुत किया गया. डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत ने नर्मदा नदी बेसिन की परियोजना को अहम बताया. डॉ. के. सिवन ने समाज की बेहतरी के महत्व पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि इस तरह की परियोजनाएं पर्यावरण बहाली में काफी मदद करेंगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><br /><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/07/16/81fa9500b2030642ebd8ae04f628411b1721137906519211_original.jpg” /></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>नर्मदा नदी बेसिन प्रबंधन अध्ययन केंद्र का उद्घाटन</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>नमामि गंगा परियोजना के अग्रणी तारे नेनदी बेसिन मैनेजमेंट के महत्व और नर्मदा नदी को संरक्षित करने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने नीतियां बनाने के लिए साइंटिफिक तरीकों की बात की. डॉ. जोशी ने कहा कि नर्मदा नदी बेसिन के मुद्दों को हल करने के लिए एक सहयोगी वातावरण बनाएंगे. इसके लिए विशेषज्ञों, चिकित्सकों और शिक्षाविदों को एक मंच पर लाया जायेगा. नर्मदा को बचाने के लिए हमें इस महत्वपूर्ण जल संसाधन को संरक्षित करने के लिए एकीकृत प्रबंधन दृष्टिकोण और स्थानीय समुदायों की सक्रिय भागीदारी की आवश्यकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><br /><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/07/16/2268ba0cacad84635fff71ab7539c3811721137934929211_original.jpg” /></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”सीहोर कलेक्टर स्पेशल ट्रेन से दो घायल शावकों को ले गये भोपाल, वन विहार में डॉक्टर कर रहे इलाज” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/sehore-collector-took-injured-two-cubs-of-tiger-to-bhopal-van-vihar-ann-2738858″ target=”_self”>सीहोर कलेक्टर स्पेशल ट्रेन से दो घायल शावकों को ले गये भोपाल, वन विहार में डॉक्टर कर रहे इलाज</a></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”> </p> मध्य प्रदेश Uttarakhand News: हरीद्वार में डीएम और एसपी ने कांवड़ पटरी का किया निरीक्षण, अधिकारियों को दिए ये खास निर्देश