MVA सरकार ने बढ़ाया, महायुति ने घटाया, BMC में इतने वार्ड पर होंगे चुनाव

MVA सरकार ने बढ़ाया, महायुति ने घटाया, BMC में इतने वार्ड पर होंगे चुनाव

<p style=”text-align: justify;”><strong>BMC Election 2025:</strong> महाराष्ट्र में स्थानीय नगर निकाय के चुनावों की तैयारियां तेज हो गई हैं और प्रशासनिक स्तर पर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इसी पृष्ठभूमि में राज्य सरकार ने महापालिकाओं, नगर परिषदों और नगर पंचायतों के लिए वार्ड (प्रभाग) रचना के आदेश जारी किए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इन आदेशों में ‘अ’, ‘ब’ और ‘क’ श्रेणी की महापालिकाओं की वार्ड रचना शामिल है. इसमें पुणे, नागपुर, ठाणे, नासिक, पिंपरी-चिंचवड़, नवी मुंबई, वसई-विरार, छत्रपती संभाजीनगर और कल्याण-डोंबिवली महानगरपालिकाओं का समावेश है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, महाराष्ट्र में पिछले 3-4 वर्षों से स्थानीय नगर निकाय के चुनाव लंबित थे. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अब चुनाव प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है. इसके तहत राज्य सरकार ने वार्ड रचना के आदेश जारी किए हैं. जहां-जहां महापालिका चुनाव होने हैं वहां वार्ड रचना की प्रक्रिया शुरू हो गई है. प्रशासन को यह स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वार्ड किस प्रकार से बनाए जाएं और जनसंख्या के क्या मानक हों.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मुंबई में होंगे एकसदस्यीय प्रभाग</strong><br />मुंबई में पुराने प्रभागों के अनुसार ही चुनाव होंगे. मुंबई महानगरपालिका में अब 227 एकसदस्यीय प्रभाग होंगे. जबकि पुणे, नागपुर, ठाणे, नासिक, नवी मुंबई, पिंपरी-चिंचवड़, छत्रपती संभाजीनगर आदि सभी अन्य महापालिकाओं में चार सदस्यीय प्रभाग होंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पहले मुंबई में 227 प्रभाग थे. महाविकास आघाड़ी सरकार के दौरान इन्हें बढ़ाकर 236 किया गया था. महायुती सरकार के सत्ता में आने के बाद इसे फिर से 227 किया गया. इस पर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी, लेकिन वह खारिज हो गई. इसलिए अब मुंबई में 227 प्रभाग ही रहेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>महानगरपालिका श्रेणियां</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>&bull; ‘अ’ श्रेणी: पुणे, नागपुर<br />&bull; ‘ब’ श्रेणी: ठाणे, नासिक, पिंपरी-चिंचवड़<br />&bull; ‘क’ श्रेणी: नवी मुंबई, वसई-विरार, छत्रपती संभाजीनगर, कल्याण-डोंबिवली</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’ड’ श्रेणी महानगरपालिकाएं</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>’ड’ श्रेणी की महापालिकाओं में वार्ड रचना करते समय अधिकतर प्रभाग चार सदस्यीय बनाए जाएंगे. अगर चार सदस्यीय प्रभाग बनाना संभव नहीं हुआ तो कोई एक प्रभाग तीन या पाँच सदस्यीय होगा, या दो प्रभाग तीन सदस्यीय बनाए जा सकते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’ड’ श्रेणी में शामिल महापालिकाएं</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>अमरावती, अहिल्यानगर, अकोला, कोल्हापुर, सोलापुर, सांगली-मिरज-कुपवाड, मीरा-भायंदर, उल्हासनगर, भिवंडी-निजामपुर, जलगांव, नांदेड, धुले, मालेगाव, लातूर, चंद्रपुर, परभणी, पनवेल, इचलकरंजी, और जालना.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>BMC Election 2025:</strong> महाराष्ट्र में स्थानीय नगर निकाय के चुनावों की तैयारियां तेज हो गई हैं और प्रशासनिक स्तर पर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इसी पृष्ठभूमि में राज्य सरकार ने महापालिकाओं, नगर परिषदों और नगर पंचायतों के लिए वार्ड (प्रभाग) रचना के आदेश जारी किए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इन आदेशों में ‘अ’, ‘ब’ और ‘क’ श्रेणी की महापालिकाओं की वार्ड रचना शामिल है. इसमें पुणे, नागपुर, ठाणे, नासिक, पिंपरी-चिंचवड़, नवी मुंबई, वसई-विरार, छत्रपती संभाजीनगर और कल्याण-डोंबिवली महानगरपालिकाओं का समावेश है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, महाराष्ट्र में पिछले 3-4 वर्षों से स्थानीय नगर निकाय के चुनाव लंबित थे. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अब चुनाव प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है. इसके तहत राज्य सरकार ने वार्ड रचना के आदेश जारी किए हैं. जहां-जहां महापालिका चुनाव होने हैं वहां वार्ड रचना की प्रक्रिया शुरू हो गई है. प्रशासन को यह स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वार्ड किस प्रकार से बनाए जाएं और जनसंख्या के क्या मानक हों.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मुंबई में होंगे एकसदस्यीय प्रभाग</strong><br />मुंबई में पुराने प्रभागों के अनुसार ही चुनाव होंगे. मुंबई महानगरपालिका में अब 227 एकसदस्यीय प्रभाग होंगे. जबकि पुणे, नागपुर, ठाणे, नासिक, नवी मुंबई, पिंपरी-चिंचवड़, छत्रपती संभाजीनगर आदि सभी अन्य महापालिकाओं में चार सदस्यीय प्रभाग होंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पहले मुंबई में 227 प्रभाग थे. महाविकास आघाड़ी सरकार के दौरान इन्हें बढ़ाकर 236 किया गया था. महायुती सरकार के सत्ता में आने के बाद इसे फिर से 227 किया गया. इस पर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी, लेकिन वह खारिज हो गई. इसलिए अब मुंबई में 227 प्रभाग ही रहेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>महानगरपालिका श्रेणियां</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>&bull; ‘अ’ श्रेणी: पुणे, नागपुर<br />&bull; ‘ब’ श्रेणी: ठाणे, नासिक, पिंपरी-चिंचवड़<br />&bull; ‘क’ श्रेणी: नवी मुंबई, वसई-विरार, छत्रपती संभाजीनगर, कल्याण-डोंबिवली</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’ड’ श्रेणी महानगरपालिकाएं</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>’ड’ श्रेणी की महापालिकाओं में वार्ड रचना करते समय अधिकतर प्रभाग चार सदस्यीय बनाए जाएंगे. अगर चार सदस्यीय प्रभाग बनाना संभव नहीं हुआ तो कोई एक प्रभाग तीन या पाँच सदस्यीय होगा, या दो प्रभाग तीन सदस्यीय बनाए जा सकते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’ड’ श्रेणी में शामिल महापालिकाएं</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>अमरावती, अहिल्यानगर, अकोला, कोल्हापुर, सोलापुर, सांगली-मिरज-कुपवाड, मीरा-भायंदर, उल्हासनगर, भिवंडी-निजामपुर, जलगांव, नांदेड, धुले, मालेगाव, लातूर, चंद्रपुर, परभणी, पनवेल, इचलकरंजी, और जालना.</p>  महाराष्ट्र Amethi Blast News: अमेठी में रिटायर्ड सैनिक के घर में ब्लास्ट, सैनिक की मौत पत्नी घायल, इलाके में मचा हड़कंप