Naga Sadhu: महामंडलेश्वर और नागा साधु बनना आसान नहीं, इस बार 12 अखाड़ों ने रद्द कर दिए 104 आवेदन

Naga Sadhu: महामंडलेश्वर और नागा साधु बनना आसान नहीं, इस बार 12 अखाड़ों ने रद्द कर दिए 104 आवेदन

<p style=”text-align: justify;”><strong>Maha Kumbh 2025 Prayagraj:</strong> प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में आए साधु-संत इन दिनों खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं. कोई अपने कठिन तप की वजह से सुर्खियों में है तो कोई अपने रंग-रूप को लेकर चर्चाओं में बना हुआ है. इनमें सबसे ज्यादा महामंडलेश्वर और नागा साधु आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. लेकिन, ये बनना इतना आसान नहीं है. ये राह बहुत ज्यादा कठिन है. बेहद अनुशासित जीवन और सनातन के प्रति समर्पण के बाद ही यहां तक पहुंचा जा सकता है. अखाड़े किसी भी परिस्थिति में इससे समझौता नहीं करते हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>महामंडलेश्वर और नागा साधु बनने के लिए अनुशासन, जीवन में सच्चाई और सनातन के प्रति पूरी तरह समर्पण का भाव अखाड़ों के लिए सर्वोपरि माना जाता है. इनके साथ किसी तरह का समझौता नहीं अखाड़ों को बर्दाश्त नहीं है. इस बार भी नियमों का खरा नहीं उतरने की वजह से 12 महामंडलेश्वर पद के आवेदक और 92 नागा संन्यासी बनने के लिए दिए गए आवेदकों को अनुत्तीर्ण कर दिया गया. जूना अखाड़ा, आवाहन अखाड़ा, निरंजनी अखाड़ा और बड़ा निरंजनी अखाड़ा ने इन्हें पद देने से इनकार कर दिया. जांच के दौरान उनकी छवि धर्म आर परंपरा के विपरीत मिलने पर उनके आवेदनों को रद्द किया गया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>महामंडलेश्वर और नागा साधु की परीक्षा</strong><br />महाकुंभ 2025 में हर अखाड़े में महामंडलेश्वर और नागा साधुओं को बनाए जाने की प्रक्रिया चल रही है. महामंडलेश्वर उसे बनाया जाता है जो पहले संन्यासी जीवन का पालन कर रहा होता है और विरक्त जीवन का संकल्प लेने वालों को नागा साधु की पदवी दी जाती है. इसकी प्रक्रिया में तीन स्तरीय जांच होती है. मकर संक्रांति के बाद से अब तक विभिन्न अखाड़ों में 30 महामंडलेश्वर और 3500 नागा साधु बनाए गए हैं. वसंत पंचमी को तीसरे अमृत स्नान तक महामंडलेश्वर पद के लिए पट्टाभिषेक और नागा संन्यासियों को दीक्षा दी जाएगी. &nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/up-weather-update-23-january-2025-rain-and-dense-fog-alerts-in-many-districts-noida-ghaziabad-prayagraj-2868536″><strong>UP Weather Update: नोएडा और गाजियाबाद समेत इन जिलों में बारिश के आसार, IMD का अलर्ट जारी</strong></a></p>
<p style=”text-align: justify;”>महामंडलेश्वर और नागा साधू बनने के लिए अखाड़ों में आवेदन देना होता है जिसमें उन्हें जन्म से लेकर, माता-पिता और शैक्षिक योग्यता समेत तमाम जानकारियां देनी होती हैं. जिसके बाद इन आवेदनों की जांच की जाती है. जिलेदार अपनी जांच रिपोर्ट पंच परमेश्वर को देते हैं. पंच परमेश्वर उस रिपोर्ट की जांच कर सभापति को तक रिपोर्ट को पहुंचाते हैं और फिर सभापति फिर से कुछ महात्माओँ से तथ्यों की जाँच कराते हैं. इसके बाद ये प्रक्रिया आगे बढ़ती है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस बार श्रीनिरंजनी अखाड़े ने 6, जूना अखाड़ा ने 4, आवाहन अखाड़े ने दो महामंडलेश्वर पद के लिए दिए गए आवेदनों को रद्द किया. इसी तरह इन अखाड़ों में नागा साधु बनने के लिए दिए गए आवेदनों में से 92 को रद्द किया गया है. &nbsp;</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Maha Kumbh 2025 Prayagraj:</strong> प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में आए साधु-संत इन दिनों खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं. कोई अपने कठिन तप की वजह से सुर्खियों में है तो कोई अपने रंग-रूप को लेकर चर्चाओं में बना हुआ है. इनमें सबसे ज्यादा महामंडलेश्वर और नागा साधु आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. लेकिन, ये बनना इतना आसान नहीं है. ये राह बहुत ज्यादा कठिन है. बेहद अनुशासित जीवन और सनातन के प्रति समर्पण के बाद ही यहां तक पहुंचा जा सकता है. अखाड़े किसी भी परिस्थिति में इससे समझौता नहीं करते हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>महामंडलेश्वर और नागा साधु बनने के लिए अनुशासन, जीवन में सच्चाई और सनातन के प्रति पूरी तरह समर्पण का भाव अखाड़ों के लिए सर्वोपरि माना जाता है. इनके साथ किसी तरह का समझौता नहीं अखाड़ों को बर्दाश्त नहीं है. इस बार भी नियमों का खरा नहीं उतरने की वजह से 12 महामंडलेश्वर पद के आवेदक और 92 नागा संन्यासी बनने के लिए दिए गए आवेदकों को अनुत्तीर्ण कर दिया गया. जूना अखाड़ा, आवाहन अखाड़ा, निरंजनी अखाड़ा और बड़ा निरंजनी अखाड़ा ने इन्हें पद देने से इनकार कर दिया. जांच के दौरान उनकी छवि धर्म आर परंपरा के विपरीत मिलने पर उनके आवेदनों को रद्द किया गया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>महामंडलेश्वर और नागा साधु की परीक्षा</strong><br />महाकुंभ 2025 में हर अखाड़े में महामंडलेश्वर और नागा साधुओं को बनाए जाने की प्रक्रिया चल रही है. महामंडलेश्वर उसे बनाया जाता है जो पहले संन्यासी जीवन का पालन कर रहा होता है और विरक्त जीवन का संकल्प लेने वालों को नागा साधु की पदवी दी जाती है. इसकी प्रक्रिया में तीन स्तरीय जांच होती है. मकर संक्रांति के बाद से अब तक विभिन्न अखाड़ों में 30 महामंडलेश्वर और 3500 नागा साधु बनाए गए हैं. वसंत पंचमी को तीसरे अमृत स्नान तक महामंडलेश्वर पद के लिए पट्टाभिषेक और नागा संन्यासियों को दीक्षा दी जाएगी. &nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/up-weather-update-23-january-2025-rain-and-dense-fog-alerts-in-many-districts-noida-ghaziabad-prayagraj-2868536″><strong>UP Weather Update: नोएडा और गाजियाबाद समेत इन जिलों में बारिश के आसार, IMD का अलर्ट जारी</strong></a></p>
<p style=”text-align: justify;”>महामंडलेश्वर और नागा साधू बनने के लिए अखाड़ों में आवेदन देना होता है जिसमें उन्हें जन्म से लेकर, माता-पिता और शैक्षिक योग्यता समेत तमाम जानकारियां देनी होती हैं. जिसके बाद इन आवेदनों की जांच की जाती है. जिलेदार अपनी जांच रिपोर्ट पंच परमेश्वर को देते हैं. पंच परमेश्वर उस रिपोर्ट की जांच कर सभापति को तक रिपोर्ट को पहुंचाते हैं और फिर सभापति फिर से कुछ महात्माओँ से तथ्यों की जाँच कराते हैं. इसके बाद ये प्रक्रिया आगे बढ़ती है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस बार श्रीनिरंजनी अखाड़े ने 6, जूना अखाड़ा ने 4, आवाहन अखाड़े ने दो महामंडलेश्वर पद के लिए दिए गए आवेदनों को रद्द किया. इसी तरह इन अखाड़ों में नागा साधु बनने के लिए दिए गए आवेदनों में से 92 को रद्द किया गया है. &nbsp;</p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड ‘अपने मंत्री को मुंबई वापस भेज दें देवेंद्र फडणवीस’, उदय सामंत पर क्यों भड़के संजय राउत?