नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) एग्जाम को लेकर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने 3 सवालों के जवाब मोदी सरकार से पूछे हैं। सोशल मीडिया प्लेटफार्म (X) पर उन्होंने लिखा है कि वह 6 जून से लगातार NEET एग्जाम में विवादों, आशंकाओं व गडबड़झाले को उजागर कर रहा हूं। कल यानी वीरवार को सुप्रीम कोर्ट में PIL के निर्णय से NEET के 24 लाख बच्चों को कोई फायदा नहीं हुआ। मोदी सरकार व NTA ने 1,563 बच्चों की दोबारा परीक्षा कराने की आड़ में पूरे मामले पर पर्दा डालने का काम कर रही है। यहां पढ़िए सुरजेवाला के 3 सवाल 1. क्या NEET पेपर लीक हुआ? क्या इसकी जांच हुई? सुरजेवाला ने सवाल उठाए हैं कि क्या ये सही नहीं कि पटना से पेपर लीक की खबर आई? कई अख़बारों में तो 60 करोड़ रुपए के लेन देन की खबरें भी आई। जब पटना में FIR दर्ज हुई, तो उसका क्या हुआ? 2. 67 टॉपर कैसे हो सकते हैं, जिनके 720/720 नंबर हों? रणदीप सुरजेवाला ने दूसरा सवाल उठाते हुए कहा कि अगर जिन 1,563 बच्चों की दुबारा परीक्षा हो रही है, उनमें से 6 टॉपर बच्चे निकाल भी दें, तो भी 61 बच्चे टॉपर कैसे हो सकते हैं? 3. मार्क्स V/S रैंक का खेल क्या है? सुरजेवाला ने तीसरे सवाल में पूछा कि हजारों बच्चों के इतने ज़्यादा नंबर कैसे आए कि NEET एग्जाम का पूरा समीकरण ही बिगड़ गया? क्या इसका कारण पेपर लीक है या कुछ और? इन सब बातों की जांच होनी चाहिए, न कि लीपापोती जो मोदी सरकार कर रही है। क्या NEET एग्जाम का टेक्निकल व फॉरेंसिक ऑडिट होगा, क्योंकि तभी दूध का दूध व पानी का पानी होगा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा- दोबारा एग्जाम का नहीं दिया आदेश सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार की सुनवाई में यह स्पष्ट किया है कि हमने ग्रेस मार्किग पाए 1563 छात्रों के दोबारा परीक्षा का कोई आदेश नहीं दिया है। यह परीक्षा NTA ने रद्द किया है और उसी ने दोबारा परीक्षा कराने का निर्णय लिया है। याचिकाकर्ता ने पेपर लीक मामले में दर्ज FIR का हवाला दिया, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस मामले की अगली सुनवाई 8 जुलाई को की जाएगी। पूरे मामले की सुनवाई जस्टिस विक्रमनाथ और जस्टिस संदीप मेहता की बेंच ने की। सुप्रीम कोर्ट ने वीरवार को काउंसलिंग प्रक्रिया पर रोक लगाने संबंधी मांग को भी खारिज कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने काउंसलिंग पर रोक लगाने से साफ इनकार कर दिया। अब नीट की परीक्षा 23 जून को होने और उसके नतीजे आने के बाद काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) एग्जाम को लेकर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने 3 सवालों के जवाब मोदी सरकार से पूछे हैं। सोशल मीडिया प्लेटफार्म (X) पर उन्होंने लिखा है कि वह 6 जून से लगातार NEET एग्जाम में विवादों, आशंकाओं व गडबड़झाले को उजागर कर रहा हूं। कल यानी वीरवार को सुप्रीम कोर्ट में PIL के निर्णय से NEET के 24 लाख बच्चों को कोई फायदा नहीं हुआ। मोदी सरकार व NTA ने 1,563 बच्चों की दोबारा परीक्षा कराने की आड़ में पूरे मामले पर पर्दा डालने का काम कर रही है। यहां पढ़िए सुरजेवाला के 3 सवाल 1. क्या NEET पेपर लीक हुआ? क्या इसकी जांच हुई? सुरजेवाला ने सवाल उठाए हैं कि क्या ये सही नहीं कि पटना से पेपर लीक की खबर आई? कई अख़बारों में तो 60 करोड़ रुपए के लेन देन की खबरें भी आई। जब पटना में FIR दर्ज हुई, तो उसका क्या हुआ? 2. 67 टॉपर कैसे हो सकते हैं, जिनके 720/720 नंबर हों? रणदीप सुरजेवाला ने दूसरा सवाल उठाते हुए कहा कि अगर जिन 1,563 बच्चों की दुबारा परीक्षा हो रही है, उनमें से 6 टॉपर बच्चे निकाल भी दें, तो भी 61 बच्चे टॉपर कैसे हो सकते हैं? 3. मार्क्स V/S रैंक का खेल क्या है? सुरजेवाला ने तीसरे सवाल में पूछा कि हजारों बच्चों के इतने ज़्यादा नंबर कैसे आए कि NEET एग्जाम का पूरा समीकरण ही बिगड़ गया? क्या इसका कारण पेपर लीक है या कुछ और? इन सब बातों की जांच होनी चाहिए, न कि लीपापोती जो मोदी सरकार कर रही है। क्या NEET एग्जाम का टेक्निकल व फॉरेंसिक ऑडिट होगा, क्योंकि तभी दूध का दूध व पानी का पानी होगा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा- दोबारा एग्जाम का नहीं दिया आदेश सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार की सुनवाई में यह स्पष्ट किया है कि हमने ग्रेस मार्किग पाए 1563 छात्रों के दोबारा परीक्षा का कोई आदेश नहीं दिया है। यह परीक्षा NTA ने रद्द किया है और उसी ने दोबारा परीक्षा कराने का निर्णय लिया है। याचिकाकर्ता ने पेपर लीक मामले में दर्ज FIR का हवाला दिया, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस मामले की अगली सुनवाई 8 जुलाई को की जाएगी। पूरे मामले की सुनवाई जस्टिस विक्रमनाथ और जस्टिस संदीप मेहता की बेंच ने की। सुप्रीम कोर्ट ने वीरवार को काउंसलिंग प्रक्रिया पर रोक लगाने संबंधी मांग को भी खारिज कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने काउंसलिंग पर रोक लगाने से साफ इनकार कर दिया। अब नीट की परीक्षा 23 जून को होने और उसके नतीजे आने के बाद काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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