<p style=”text-align: justify;”><strong>New Delhi Railway Station Stampede News:</strong> देश की राजधानी के नई दिल्ली स्टेशन पर बीते शनिवार (15 फरवरी) रात मची भगदड़ में कई परिवारों को इतने गहरे जख्म मिले, जो शायद ही वो कभी भूल पाएंगे. इस हादसे का शिकार ओपिल सिंह की दास्तां कुछ ऐसी है जिसे सुनकर आप भी खुद को व्यथित होने से नहीं रोक पाएंगे. </p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, बीते शनिवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 18 लोगों की मौत हुई थी. इनमें 4 बच्चे भी शामिल थे. इनमें एक 7 साल की बच्ची रिया की भी मौत हुई थी. रिया के माता-पिता और उनके रिश्तेदार दिल्ली के सागरपुर इलाके में रहते हैं. रिया के पिता ओपिल सिंह मजदूरी करते हैं. रिया कक्षा 3 में पढ़ती थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>शनिवार यानी भगदड़ वाली रात ओपिल सिंह अपने पत्नी, छोटे भाई और 2 बच्चियों के साथ प्रयागराज महाकुंभ में डुबकी लगाने के लिए जा रहे थे. उनके साथ ओपिल सिंह की बहन भी अपने परिवार के साथ <a title=”महाकुंभ” href=”https://www.abplive.com/mahakumbh-mela” data-type=”interlinkingkeywords”>महाकुंभ</a> जा रही थीं, लेकिन जब ओपिल सिंह परिवार के साथ प्लेटफॉर्म पर पहुंचे तो वहां 5 से 6 हजार लोगों की भीड़ को देखते हुए उन्होंने वापस घर जाने का निर्णय लिया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>घर वापस लौटने का फैसला लेने के बाद वह जैसे ही प्लेटफॉर्म 14 की सीढ़ियों पर पहुंचे, वैसे ही ऊपर से 5 से 6 हजार लोगों की भीड़ आ गई. उन्होंने कहा, “भीड़ के बीच लोगों के पैर फंस गए. लोग चिल्ला रहे थे कि हमें बचाओ. उनके नाक से खून आने लगे, जीभ लटक गई. भीड़ में कुछ ऐसे जवान लड़के थे जो ऊपर से भारी-भारी बैग लोगों पर फेंक रहे थे. “</p>
<p style=”text-align: justify;”>ओपिल सिंह के मुताबिक, “भीड़ और अफरातफरी के बीच उनका हाथ अपनी बेटी रिया से छूट गया. इस भगदड़ में उनकी बेटी भी सीढ़ियों की रेलिंग में फंस गई. कुछ देर बाद किसी तरह संभालने के बाद जब अपनी बेटी के पास पहुंचे तो देखते हैं कि उनकी बेटी के सिर में एक कील धंसी है और बेटी का शरीर नीला पड़ चुका है. उसका बदन काला पड़ चुका था और उसका सीना चिपक गया था. फौरन ही रिया को अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने बताया कि रिया की मौत हो चुकी है.” </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>रेलवे से किसी ने अभी तक संपर्क नहीं किया </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>हालांकि, रेलवे की ओर से इस भगदड़ के कारणों की जांच के लिए जांच कमेटी तो गठित की गई, लेकिन ओपिल का कहना है कि अभी तक रेलवे से न उनके पास कोई अधिकारी न आया है और ना ही रेलवे की तरफ से किसी का यह जानने के लिए फोन आया कि आखिर उनकी बच्ची की मौत कैसे हुई? रेलवे की तरफ से मरने वालों की जो लिस्ट थी उसमें उनका नाम, पता और मोबाइल नंबर सब गलत लिखा गया था. सिर्फ रविवार को लोकल पुलिस के लोग आए थे. वह भी हमारा सिर्फ नाम वगैरह लिखकर ले गए. लेकिन उस दिन क्या हुआ था इसको लेकर हमारा अब तक कोई बयान नहीं दर्ज किया गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>भगदड़ की जांच जरूरी </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>ओपिल सिंह ने एबीपी न्यूज को बताया कि भगदड़ के दौरान कुछ ऐसे लड़के थे, जो सामने वाले को धक्का दे रहे थे. अपना भारी सामान लोगों पर फेंक रहे थे, लेकिन ये बयान दर्ज करने के लिए रेलवे से किसी ने संपर्क नहीं साधा है. इंसाफ की गुहार लगाते हुए ओपिल का कहते हैं, “यह जांच जरूर होनी चाहिए की भगदड़ क्यों मची? प्रशासन क्या कर रहा था? वह लड़के कौन थे जो धक्का दे रहे थे और अपना भारी बैग फेक रहे थे? यह लड़के कौन थे जिन्होंने मेरी बेटी की जान ली. मौके पर पुलिस वाले दिखाई नहीं दे रहे थे, लेकिन वहां का दृश्य ऐसा था कि आप देखते तो आपके रोएं खड़े हो जाते.” </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मरी बेटी को सीने लगा स्टेशन से बाहर आया </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>अपनी बेटी को याद कर ओपिल ने फफक कर रोते हुए कहा, “मेरी बेटी मेरे छाती से चिपक कर सोती थी. मेरी परछाई थी मेरी बेटी. मेरा सपना था कि उसे पढ़ा लिखाकर सरकारी अफसर बनाऊंगा. बचपन से लेकर उसको अपने सीने से लगाकर सोता था मैं, लेकिन शनिवार की रात उस बेटी की लाश अपने सीने से लगाकर बाहर आया. कोई सोच भी नहीं सकता कि मेरे ऊपर क्या बीती होगी?” </p>
<p style=”text-align: justify;”>कुछ ऐसे ही दास्तान रिया की मां अमिता सिंह ने भी बताई उन्होंने कहा कि भीड़ में कुछ लड़के थे, जो धक्का दे रहे थे. वे अपने पैर से आगे वाले को धक्का मार रहे थे. ऊपर से अपना बैग सामने फेंक रहे थे. मैंने कोई अनाउंसमेंट नहीं सुनी थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>रिया की बुआ बोलीं- लाश देख आगे नहीं बढ़ी </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>रिया की बुआ बबली सिंह ने एबीपी न्यूज को बताया कि मैं 12 नंबर प्लेटफार्म पर थी, तभी अनाउंसमेंट हुई की कुंभ जाने वाली ट्रेन 16 नंबर से जाएगी तो हम 16 नंबर प्लेटफार्म की ओर जाने लगे, लेकिन उससे पहले भीड़ इतनी ज्यादा हो गई थी कि हम आगे नहीं बढ़ पा रहे थे और कुछ महिलाओं ने कहा कि आगे दो लाशें पड़ी है. इसके बाद हम आगे नहीं गए. लेकिन वहां कुछ लड़के थे जो ट्रेन पकड़ने के चक्कर में आगे धक्का देने लगे. अगर इन लड़कों को काबू करने के लिए पुलिस होती तो यह भगदड़ भी ना मचती. यहां की व्यवस्था बहुत खराब थी. भगदड़ के वक्त वहां कोई रेलवे का स्टाफ नहीं था. अगर स्टाफ होता तो भगदड़ मचती ही नहीं. वहां कुली लोग ही मदद कर रहे थे. </p>
<p style=”text-align: justify;”><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/8MgtdvGDQbw?si=FHUNgfuNLrZMPW8D” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”Delhi CM: विधायक दल की बैठक से पहले आतिशी का पीएम मोदी पर हमला, कहा- ‘बीजेपी के…'” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/atishi-attacks-centre-says-bjp-have-no-delhi-cm-face-2887519″ target=”_blank” rel=”noopener”>Delhi CM: विधायक दल की बैठक से पहले आतिशी का पीएम मोदी पर हमला, कहा- ‘बीजेपी के…'</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>New Delhi Railway Station Stampede News:</strong> देश की राजधानी के नई दिल्ली स्टेशन पर बीते शनिवार (15 फरवरी) रात मची भगदड़ में कई परिवारों को इतने गहरे जख्म मिले, जो शायद ही वो कभी भूल पाएंगे. इस हादसे का शिकार ओपिल सिंह की दास्तां कुछ ऐसी है जिसे सुनकर आप भी खुद को व्यथित होने से नहीं रोक पाएंगे. </p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, बीते शनिवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 18 लोगों की मौत हुई थी. इनमें 4 बच्चे भी शामिल थे. इनमें एक 7 साल की बच्ची रिया की भी मौत हुई थी. रिया के माता-पिता और उनके रिश्तेदार दिल्ली के सागरपुर इलाके में रहते हैं. रिया के पिता ओपिल सिंह मजदूरी करते हैं. रिया कक्षा 3 में पढ़ती थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>शनिवार यानी भगदड़ वाली रात ओपिल सिंह अपने पत्नी, छोटे भाई और 2 बच्चियों के साथ प्रयागराज महाकुंभ में डुबकी लगाने के लिए जा रहे थे. उनके साथ ओपिल सिंह की बहन भी अपने परिवार के साथ <a title=”महाकुंभ” href=”https://www.abplive.com/mahakumbh-mela” data-type=”interlinkingkeywords”>महाकुंभ</a> जा रही थीं, लेकिन जब ओपिल सिंह परिवार के साथ प्लेटफॉर्म पर पहुंचे तो वहां 5 से 6 हजार लोगों की भीड़ को देखते हुए उन्होंने वापस घर जाने का निर्णय लिया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>घर वापस लौटने का फैसला लेने के बाद वह जैसे ही प्लेटफॉर्म 14 की सीढ़ियों पर पहुंचे, वैसे ही ऊपर से 5 से 6 हजार लोगों की भीड़ आ गई. उन्होंने कहा, “भीड़ के बीच लोगों के पैर फंस गए. लोग चिल्ला रहे थे कि हमें बचाओ. उनके नाक से खून आने लगे, जीभ लटक गई. भीड़ में कुछ ऐसे जवान लड़के थे जो ऊपर से भारी-भारी बैग लोगों पर फेंक रहे थे. “</p>
<p style=”text-align: justify;”>ओपिल सिंह के मुताबिक, “भीड़ और अफरातफरी के बीच उनका हाथ अपनी बेटी रिया से छूट गया. इस भगदड़ में उनकी बेटी भी सीढ़ियों की रेलिंग में फंस गई. कुछ देर बाद किसी तरह संभालने के बाद जब अपनी बेटी के पास पहुंचे तो देखते हैं कि उनकी बेटी के सिर में एक कील धंसी है और बेटी का शरीर नीला पड़ चुका है. उसका बदन काला पड़ चुका था और उसका सीना चिपक गया था. फौरन ही रिया को अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने बताया कि रिया की मौत हो चुकी है.” </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>रेलवे से किसी ने अभी तक संपर्क नहीं किया </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>हालांकि, रेलवे की ओर से इस भगदड़ के कारणों की जांच के लिए जांच कमेटी तो गठित की गई, लेकिन ओपिल का कहना है कि अभी तक रेलवे से न उनके पास कोई अधिकारी न आया है और ना ही रेलवे की तरफ से किसी का यह जानने के लिए फोन आया कि आखिर उनकी बच्ची की मौत कैसे हुई? रेलवे की तरफ से मरने वालों की जो लिस्ट थी उसमें उनका नाम, पता और मोबाइल नंबर सब गलत लिखा गया था. सिर्फ रविवार को लोकल पुलिस के लोग आए थे. वह भी हमारा सिर्फ नाम वगैरह लिखकर ले गए. लेकिन उस दिन क्या हुआ था इसको लेकर हमारा अब तक कोई बयान नहीं दर्ज किया गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>भगदड़ की जांच जरूरी </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>ओपिल सिंह ने एबीपी न्यूज को बताया कि भगदड़ के दौरान कुछ ऐसे लड़के थे, जो सामने वाले को धक्का दे रहे थे. अपना भारी सामान लोगों पर फेंक रहे थे, लेकिन ये बयान दर्ज करने के लिए रेलवे से किसी ने संपर्क नहीं साधा है. इंसाफ की गुहार लगाते हुए ओपिल का कहते हैं, “यह जांच जरूर होनी चाहिए की भगदड़ क्यों मची? प्रशासन क्या कर रहा था? वह लड़के कौन थे जो धक्का दे रहे थे और अपना भारी बैग फेक रहे थे? यह लड़के कौन थे जिन्होंने मेरी बेटी की जान ली. मौके पर पुलिस वाले दिखाई नहीं दे रहे थे, लेकिन वहां का दृश्य ऐसा था कि आप देखते तो आपके रोएं खड़े हो जाते.” </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मरी बेटी को सीने लगा स्टेशन से बाहर आया </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>अपनी बेटी को याद कर ओपिल ने फफक कर रोते हुए कहा, “मेरी बेटी मेरे छाती से चिपक कर सोती थी. मेरी परछाई थी मेरी बेटी. मेरा सपना था कि उसे पढ़ा लिखाकर सरकारी अफसर बनाऊंगा. बचपन से लेकर उसको अपने सीने से लगाकर सोता था मैं, लेकिन शनिवार की रात उस बेटी की लाश अपने सीने से लगाकर बाहर आया. कोई सोच भी नहीं सकता कि मेरे ऊपर क्या बीती होगी?” </p>
<p style=”text-align: justify;”>कुछ ऐसे ही दास्तान रिया की मां अमिता सिंह ने भी बताई उन्होंने कहा कि भीड़ में कुछ लड़के थे, जो धक्का दे रहे थे. वे अपने पैर से आगे वाले को धक्का मार रहे थे. ऊपर से अपना बैग सामने फेंक रहे थे. मैंने कोई अनाउंसमेंट नहीं सुनी थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>रिया की बुआ बोलीं- लाश देख आगे नहीं बढ़ी </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>रिया की बुआ बबली सिंह ने एबीपी न्यूज को बताया कि मैं 12 नंबर प्लेटफार्म पर थी, तभी अनाउंसमेंट हुई की कुंभ जाने वाली ट्रेन 16 नंबर से जाएगी तो हम 16 नंबर प्लेटफार्म की ओर जाने लगे, लेकिन उससे पहले भीड़ इतनी ज्यादा हो गई थी कि हम आगे नहीं बढ़ पा रहे थे और कुछ महिलाओं ने कहा कि आगे दो लाशें पड़ी है. इसके बाद हम आगे नहीं गए. लेकिन वहां कुछ लड़के थे जो ट्रेन पकड़ने के चक्कर में आगे धक्का देने लगे. अगर इन लड़कों को काबू करने के लिए पुलिस होती तो यह भगदड़ भी ना मचती. यहां की व्यवस्था बहुत खराब थी. भगदड़ के वक्त वहां कोई रेलवे का स्टाफ नहीं था. अगर स्टाफ होता तो भगदड़ मचती ही नहीं. वहां कुली लोग ही मदद कर रहे थे. </p>
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<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”Delhi CM: विधायक दल की बैठक से पहले आतिशी का पीएम मोदी पर हमला, कहा- ‘बीजेपी के…'” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/atishi-attacks-centre-says-bjp-have-no-delhi-cm-face-2887519″ target=”_blank” rel=”noopener”>Delhi CM: विधायक दल की बैठक से पहले आतिशी का पीएम मोदी पर हमला, कहा- ‘बीजेपी के…'</a></strong></p> दिल्ली NCR विश्व हिंदू महासंघ के नेता का विवादित बयान, सुअर और गिद्ध से की अखिलेश यादव की तुलना
New Delhi Stampede: ‘बेटी को अफसर बनाने का सपना रह गया अधूरा’, रिया के मजदूर पिता ने सुनाई आपबीती
